01-01-2020, 10:40 AM
कोमल जी 2018 की सारी उदासी बेचेनी जो 2019 में वर्ष पर्यन्त रही आखिरकार इस दिसम्बर में खत्म हुई एक नया उत्सव शुरू हुआ आप के साथ आप फिर से जो आई कुछ चुनिंदा पंक्तियों से आप का अभिनंदन ??
#दिसंबर ख़ास कर डाला,
दिसंबर ख़ास कर डाला !
हमारी मुस्कराहट से भरी, भारी तिजोरी जो,
हज़ारों उलझनों के जेब ख़र्चों से हुई ख़ाली,
उसी को भर दिया तुमने, मुकम्मल आने-जाने से,
तुम्हारी चहचहाहट ने, वो पूरा साँस का परमिट,
ज़रा सा पास भर आकर, अचानक पास कर डाला,
दिसंबर ख़ास कर डाला,
दिसंबर ख़ास कर डाला..!❤️
#दिसंबर ख़ास कर डाला,
दिसंबर ख़ास कर डाला !
हमारी मुस्कराहट से भरी, भारी तिजोरी जो,
हज़ारों उलझनों के जेब ख़र्चों से हुई ख़ाली,
उसी को भर दिया तुमने, मुकम्मल आने-जाने से,
तुम्हारी चहचहाहट ने, वो पूरा साँस का परमिट,
ज़रा सा पास भर आकर, अचानक पास कर डाला,
दिसंबर ख़ास कर डाला,
दिसंबर ख़ास कर डाला..!❤️