31-12-2019, 03:10 PM
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मोनिका टीवी ऑन करके उसके सामने खड़ी हुई आँखे फाडे न्यूज़ देख रही है.
"ओह माय गॉड सुरिंदर तो सच में मारा गया...वो दोनो पोलीस वाले भी नही बचे...अगर मैं थोड़ी देर वहां रुकती तो शायद मेरा भी यही हसर होता....क्या हो रहा है ये इस शहर में"
संजय पीछे से आकर मोनिका को बाहों में भर लेता है और कहता है, "क्या बात है डार्लिंग इतनी परेशान सी क्यों लग रही हो....और ये कैसी न्यूज़ लगा रखी है"
"त...तुम उठ गये" मोनिका ने कहा.
"मैं तो कब से उठा हूँ...तुम बिस्तर से गायब थी"
"मैं नहा धो कर पूजा करती हूँ आजकल इसलिए जल्दी उठ जाती हूँ"
"ह्म्म तभी ये भीनी भीनी खुशबु आ रही है...आओ थोड़ी मस्ती हो जाए."
"मेरा मूड ठीक नही है बाद में"
"मेरी बीवी के नखरे रोज बढ़ते जा रहे हैं कही किसी और से तो दिल नही लगा लिया"
"क...क...कैसी बाते करते हो संजय...तुम्हारे सिवा मैं किसी को प्यार नही कर सकती."
"सच कह रही हो?"
"और नही तो क्या?"
संजय ने मोनिका को बाहों में उठाया और बेडरूम की तरफ चल दिया.
"आज तुम्हारे नखरे नही चलेंगे, आइ विल फक यू हार्ड एन्ड फास्ट"
"ओफ समझा करो संजय अभी मेरा मूड ऑफ है"
"लंड घुसते ही मूड ठीक हो जाएगा चिंता मत करो. ऐसे मूड को ठीक करने के लिए ही बनाया गया है ये इंजेक्षन."
संजय मोनिका को बेडरूम में ले आया.
"तुमने ये नही बताया कि तुम वक्त से पहले कैसे पहुँच गये. ट्रेन तो अक्सर लेट हो जाती है तुम तो एक घंटा पहले ही घर भी पहुँच गये." मोनिका ने कहा.
"तुम्हे उस से क्या आ तो गया ना टाइम से घर...अब मूड कराब मत करो....आइ नीड आ नाइस फक नाओ."
मोनिका के दीमाग में अभी भी सुरिंदर के ख्याल घूम रहे थे.."ओफ कही मैं ना किसी मुसीबत में फँस जाउ. मेरा नंबर भी पोलीस के पास चला गया...पोलीस ज़रूर यहा भी आएगी अब क्या करूँ....आअहह धीरे से" इधर मोनिका ये सब सोच रही थी उधर संजय उसके बड़े-बड़े बूब्स मसल रहा था.
"क्या हो गया तुम्हे आज...तुम्हे तो ये अच्छा लगता था."
"तुमने ज़रा ज़ोर से दबा दिए थे."
"अच्छा ऐसी बात है...चलो अब आराम से दबाउन्गा तुम अपना मूड ठीक कर लो बस."
"तुम मुझे बस 5 मिनट दो मैं अभी आती हूँ." मोनिका ने कहा.
"अब क्या हुआ तुम्हे?" संजय ने कहा.
"बस डार्लिंग अभी आई...फिर आराम से करेंगे."
"ठीक है जल्दी करो जो करना है...आइ नीड टू फक अट एनी कॉस्ट."
"यू विल फक मी जस्ट वेट आ मिनट." मोनिका ने कहा.
मोनिका भाग कर बाहर आई और अपने मोबायल को अपने पर्स में से निकाल कर अपने घर की छत की तरफ भागी. छत पर आ कर उसने मोबायल को ऑफ करके सिम सहित घर के पीछे फैले जंगल में फेंक दिया. "अब पोलीस मुझ तक नही पहुँच सकती....ये मोबायल भी सुरिंदर का था और सिम
कार्ड भी उसी के नाम था." मोनिका ने खुद से कहा.
मोनिका भाग कर वापिस बेडरूम में आ गयी.
"मैं आ गयी" मोनिका ने कहा.
"आ तो गयी अब ये लंड बैठ गया...सक इट एन्ड मेक इट रेडी फॉर यू"
"लो जनाब ये काम अभी किए देती हूँ" मोनिका ने कहा और संजय की टाँगो के बीच बैठ कर उसके लंड के उपर झुक गयी. मोनिका ने मूह खोल कर संजय के लंड को मूह में ले लिया.
"आआहह यू आर आ गुड सकर" संजय कराह उठा.
"तुम आज ओरल का ही मज़ा लो....क्या कहते हो?"
"इतनी आसानी से नही बचोगी तुम...योर होल विल बी फक्ड नाइस एन्ड हार्ड बेबी."
मोनिका अभी भी अपने ख़यालो में उलझी थी लेकिन फिर भी वो संजय के साथ नाटक करने की पूरी कोशिश कर रही थी. नॉर्मली अब तक वो खुद ही गरम हो चुकी होती पर आज हालात कुछ और थे. उसके दीमाग की उधेड़बुन उसे परेशान किए थी. किसी तरह से वो संजय के लंड को चुस्ती रही.
"आआहह बस हो गया ये तैयार...आ जाओ अब" संजय ने कहा.
मोनिका टांगे फैला कर लेट गयी.
अरे उपर आ जाओ ना...खुद डालो अंदर" संजय ने कहा.
मोनिका संजय के उपर आ गयी और उसके लंड को पकड़ कर अपनी चूत के होल पर रख लिया. मोनिका के दीमाग में पिछली रात सुरिंदर के घर का नज़ारा घूम गया. संजय ने हल्का सा धक्का मारा और लंड मोनिका की चूत में फिसल गया.
"आअहह सुरिंदर" मोनिका के मूह से निकल गया
"क्या कहा तुमने?"
मोनिका की सिट्टी पिटी गुम हो गयी.
"क..क..कुछ नही संजय."
"तुमने शायद सुरिंदर कहा." संजय ने हैरत भरे लहजे में पूछा.
"हां वो न्यूज़ देख रही थी ना....कल रात जो मारा गया उसका नाम सुरिंदर था...यू ही मूह से निकल गया. मेरे दीमाग में न्यूज़ घूम रही थी." मोनिका ने टालने की कोशिश की.
"पर तुमने लंड के अंदर जाते ही आह भरके सुरिंदर कहा...कही कुछ गड़बड़ तो नही हा."
"ग..गड़बड़ क्या होगी...कहा ना वैसे ही निकल गया मूह से."
संजय ने मोनिका की गान्ड पकड़ कर उसे नीचे की ओर खींचा ताकि उसका पूरा लंड मोनिका की चूत में समा जाए.
"आअहह संजय." मोनिका कराह उठी.
"अबकी बार सही नाम लिया...शाबाश." संजय ने कहा.
मोनिका टीवी ऑन करके उसके सामने खड़ी हुई आँखे फाडे न्यूज़ देख रही है.
"ओह माय गॉड सुरिंदर तो सच में मारा गया...वो दोनो पोलीस वाले भी नही बचे...अगर मैं थोड़ी देर वहां रुकती तो शायद मेरा भी यही हसर होता....क्या हो रहा है ये इस शहर में"
संजय पीछे से आकर मोनिका को बाहों में भर लेता है और कहता है, "क्या बात है डार्लिंग इतनी परेशान सी क्यों लग रही हो....और ये कैसी न्यूज़ लगा रखी है"
"त...तुम उठ गये" मोनिका ने कहा.
"मैं तो कब से उठा हूँ...तुम बिस्तर से गायब थी"
"मैं नहा धो कर पूजा करती हूँ आजकल इसलिए जल्दी उठ जाती हूँ"
"ह्म्म तभी ये भीनी भीनी खुशबु आ रही है...आओ थोड़ी मस्ती हो जाए."
"मेरा मूड ठीक नही है बाद में"
"मेरी बीवी के नखरे रोज बढ़ते जा रहे हैं कही किसी और से तो दिल नही लगा लिया"
"क...क...कैसी बाते करते हो संजय...तुम्हारे सिवा मैं किसी को प्यार नही कर सकती."
"सच कह रही हो?"
"और नही तो क्या?"
संजय ने मोनिका को बाहों में उठाया और बेडरूम की तरफ चल दिया.
"आज तुम्हारे नखरे नही चलेंगे, आइ विल फक यू हार्ड एन्ड फास्ट"
"ओफ समझा करो संजय अभी मेरा मूड ऑफ है"
"लंड घुसते ही मूड ठीक हो जाएगा चिंता मत करो. ऐसे मूड को ठीक करने के लिए ही बनाया गया है ये इंजेक्षन."
संजय मोनिका को बेडरूम में ले आया.
"तुमने ये नही बताया कि तुम वक्त से पहले कैसे पहुँच गये. ट्रेन तो अक्सर लेट हो जाती है तुम तो एक घंटा पहले ही घर भी पहुँच गये." मोनिका ने कहा.
"तुम्हे उस से क्या आ तो गया ना टाइम से घर...अब मूड कराब मत करो....आइ नीड आ नाइस फक नाओ."
मोनिका के दीमाग में अभी भी सुरिंदर के ख्याल घूम रहे थे.."ओफ कही मैं ना किसी मुसीबत में फँस जाउ. मेरा नंबर भी पोलीस के पास चला गया...पोलीस ज़रूर यहा भी आएगी अब क्या करूँ....आअहह धीरे से" इधर मोनिका ये सब सोच रही थी उधर संजय उसके बड़े-बड़े बूब्स मसल रहा था.
"क्या हो गया तुम्हे आज...तुम्हे तो ये अच्छा लगता था."
"तुमने ज़रा ज़ोर से दबा दिए थे."
"अच्छा ऐसी बात है...चलो अब आराम से दबाउन्गा तुम अपना मूड ठीक कर लो बस."
"तुम मुझे बस 5 मिनट दो मैं अभी आती हूँ." मोनिका ने कहा.
"अब क्या हुआ तुम्हे?" संजय ने कहा.
"बस डार्लिंग अभी आई...फिर आराम से करेंगे."
"ठीक है जल्दी करो जो करना है...आइ नीड टू फक अट एनी कॉस्ट."
"यू विल फक मी जस्ट वेट आ मिनट." मोनिका ने कहा.
मोनिका भाग कर बाहर आई और अपने मोबायल को अपने पर्स में से निकाल कर अपने घर की छत की तरफ भागी. छत पर आ कर उसने मोबायल को ऑफ करके सिम सहित घर के पीछे फैले जंगल में फेंक दिया. "अब पोलीस मुझ तक नही पहुँच सकती....ये मोबायल भी सुरिंदर का था और सिम
कार्ड भी उसी के नाम था." मोनिका ने खुद से कहा.
मोनिका भाग कर वापिस बेडरूम में आ गयी.
"मैं आ गयी" मोनिका ने कहा.
"आ तो गयी अब ये लंड बैठ गया...सक इट एन्ड मेक इट रेडी फॉर यू"
"लो जनाब ये काम अभी किए देती हूँ" मोनिका ने कहा और संजय की टाँगो के बीच बैठ कर उसके लंड के उपर झुक गयी. मोनिका ने मूह खोल कर संजय के लंड को मूह में ले लिया.
"आआहह यू आर आ गुड सकर" संजय कराह उठा.
"तुम आज ओरल का ही मज़ा लो....क्या कहते हो?"
"इतनी आसानी से नही बचोगी तुम...योर होल विल बी फक्ड नाइस एन्ड हार्ड बेबी."
मोनिका अभी भी अपने ख़यालो में उलझी थी लेकिन फिर भी वो संजय के साथ नाटक करने की पूरी कोशिश कर रही थी. नॉर्मली अब तक वो खुद ही गरम हो चुकी होती पर आज हालात कुछ और थे. उसके दीमाग की उधेड़बुन उसे परेशान किए थी. किसी तरह से वो संजय के लंड को चुस्ती रही.
"आआहह बस हो गया ये तैयार...आ जाओ अब" संजय ने कहा.
मोनिका टांगे फैला कर लेट गयी.
अरे उपर आ जाओ ना...खुद डालो अंदर" संजय ने कहा.
मोनिका संजय के उपर आ गयी और उसके लंड को पकड़ कर अपनी चूत के होल पर रख लिया. मोनिका के दीमाग में पिछली रात सुरिंदर के घर का नज़ारा घूम गया. संजय ने हल्का सा धक्का मारा और लंड मोनिका की चूत में फिसल गया.
"आअहह सुरिंदर" मोनिका के मूह से निकल गया
"क्या कहा तुमने?"
मोनिका की सिट्टी पिटी गुम हो गयी.
"क..क..कुछ नही संजय."
"तुमने शायद सुरिंदर कहा." संजय ने हैरत भरे लहजे में पूछा.
"हां वो न्यूज़ देख रही थी ना....कल रात जो मारा गया उसका नाम सुरिंदर था...यू ही मूह से निकल गया. मेरे दीमाग में न्यूज़ घूम रही थी." मोनिका ने टालने की कोशिश की.
"पर तुमने लंड के अंदर जाते ही आह भरके सुरिंदर कहा...कही कुछ गड़बड़ तो नही हा."
"ग..गड़बड़ क्या होगी...कहा ना वैसे ही निकल गया मूह से."
संजय ने मोनिका की गान्ड पकड़ कर उसे नीचे की ओर खींचा ताकि उसका पूरा लंड मोनिका की चूत में समा जाए.
"आअहह संजय." मोनिका कराह उठी.
"अबकी बार सही नाम लिया...शाबाश." संजय ने कहा.