31-12-2019, 01:26 PM
कहानी अब तक :-
नेहा बाथरूम में राहुल का लंड चूस चुकी थी । वो तो इस बात से हैरान थी की राहुल का लंड पूरा का पूरा 12 इंच का था । अहमद का लंड देख के उसे लगा था की ये दुनिया का सब्से बड़ा लुंड है, लेकिन वो तो हैरान रह गई जब उसने राहुल का इतना बड़ा और मोटा लंबा लंड देखा तो उसकी आंखे फटी की फटी रह गई । उसे पता चला की अहमद तो राहुल के सामने बच्चा है । राहुल ने उसे अपना लंड चुसवाया और अपना पानी भी पिलाया ।
इसके बाद दोनों माँ और बेटा वापस कमरे में आ के अपनी अपनी जगह सो गए ।
अब आगे :-
नेहा सलमान से लिपट के सो गई ताकि अगर सलमान उठे तो उसे लगे की नेहा तो रात भर से वही थी उसके पास ।
नेहा के मुँह में अभी भी राहुल के लंड का सवाद था । उसे अचानक से अपना पति का ख्याल आया, जो की अभी कंपनी के काम से सिंगापूर गए हुआ था । अभी उसके वापस आने में 2 महीने बाकि थे। नेहा सोचना लगी की इस एक महीने में उसकी जिंदगी कैसे बदल गयी थी। कहा वो पहला एक पतिवर्ता स्त्री थी और कहा अब वो 2 अनजान मर्दो से चुदवा चुकी है और तो और वो अपने सगे बेटे का भी लंड चूस चुकी है। वो सच में ही एक इज्जतदार औरत से एक रंडी बनने लगी है । आज तो उसके बेटे ने भी उसे एक बाजारू औरत बोल दिया है। क्या वो सच में एक बाजारू औरत बन गयी है? नेहा यही सब सोचते हुए कब सो गयी खुद उसे भी नहीं पता चला ।
दूसरी तरफ राहुल भी बाथरूम से आके अपने बिस्तर पे लेट गए। नींद तो उसकी आँखों से बहुत दूर थी। वो भी अपने साथ हुई इस घटना के बारे में सोचने लगा। अभी तक तो उसे यही लगा था की उसकी माँ अब एक रंडी बन गयी है, लेकिन जब उसने उसे अपने लंड चूसने के लिए दिया तो उसे पता चला की अभी भी उसके मन में सरम और थोड़ी झिजक बाकि है । वो पूरी तरह से रंडी नहीं बनी है । लेकिन वो ये सोच के भी हैरान हुए जा रहा था की जो औरत खुद अपने बेटे के सामने चुद सकती है वो आखिर अपने ही बेटे का लंड चूसने में क्यों शर्मा रही है ? कुछ ही घंटो पहले वो बड़े ही मजे से सलमान से चुदवा रही थी और अब अचानक से ही एक पतिवर्ता औरत कैसे बन गयी ? क्या नेहा उसे धोका दे रही थी या फिर कुछ ऐसा राज है जिसका उसे अभी तक पता नहीं है ।
दोनों माँ बेटे को बाथरूम से वापस आए हुए अभी तक 30 min हो गए थे । जहा एक तरफ नेहा सो गयी थी वही राहुल अभी तक अपनी सोच में डूबा हुए थे । उसकी ये सोच उसे सोने नहीं दे रही थी ।
तभी सलमान अपनी नींद से उठ गया । नेहा उस से चिपक के सो रही थी । राहुल को इस बात का एहसास हो गए थे की सलमान अब जाग गया है । राहुल अपनी आंखे बंद करके यु ही लेटा रहा । वो जानना चाहता थे की सलमान अचानक आधी रात को उठ के क्या करता है ?
सलमान ने सब्से पहला नेहा को धीरे से अपने से अलग किया और फिर वो उठ के बिस्तर पे बैठ गया । उसने अपनी नजर राहुल की तरफ घुमाई और धीमी आवाज में बोला "सो ले कुत्ते। कुछ ही दिनों की बात है फिर तू अपनी जिंदगी में कभी भी सो नहीं पायेगा ।"
उसके बाद सलमान नेहा की तरफ मुड़ा और उसे देखना लगा ।
सलमान - नेहा इस सब में तेरी कोई गलती नहीं है , लेकिन क्या है ना की तेरा पति बहुत ही सरीफ है और तेरा बेटा भी । गलती इन दोनों की है जिसकी सजा तुझे भुगतनी है ।
ये सुन के राहुल बहुत ही हैरान हो गया । उसे तो समज ही नहीं आए की उस से और उसके पिताजी से कोनसी गलती हो गयी ।
ये कह के सलमान कमरे से बाहर चला गया । राहुल ने धीरे से अपनी आंखे खोली और दबा पाँव वो भी सलमान के पीछे बाहर चला गया । सलमान बाहर जाके सोफे पे बेथ गया । उसने अपने पास ही रखा लैंडलाइन फ़ोन को उठाया और एक नंबर मिलाया । जब राहुल ने उसे फ़ोन मिलाते देखा तो वो वापस से अपनी माँ के कमरे में आ गया । राहुल ने वहाँ रखा हुआ फ़ोन उठे लिया । घर में लगे हुए सभी लैंडलाइन फ़ोन आपस में एक दूसरा से जुड़े हुए थे । एक फ़ोन से दूसरे पे बात भी हो सकती थी तो दो फ़ोन आपस में मिल के किसी बाहर के नंबर पे भी बात कर सक्ते थे ।
ट्रिन - ट्रिन - ट्रिन - ट्रिन
ट्रिन - ट्रिन - ट्रिन - ट्रिन
लगभग दो घंटी बजने के बाद दूसरी तरफ से किसी ने फ़ोन उठा लिए । दूसरी तरफ से फ़ोन उठाते ही राहुल ने अपने फ़ोन पे mute बटन दबा दिया, अब राहुल सिर्फ फ़ोन अपने कान पे लगे के सुन रहा था ।
सलमान - हेलो अहमद चाचा, कैसे हो आप ?
अहमद - अच्छा हु । तू बेटा कैसे है ?
सलमान - में भी अच्छा हु
अहमद - बेटा किसे उल्लू बना रहा है? जिसके पास में नेहा जैसे कड़क माल हो रगड़ने के लिए वो सिर्फ अच्छा कैसे को सकता है?
सलमान - (हस्ते हुए) सही है चाचा जान । माल तो बहुत ही कड़क है। अभी कुछ घंटो पहले अपने लंड उसकी चूत में पेल रहा था
अहमद - ये हुई ना मर्दो वाली बात । चल ये बेटा के प्लान का क्या हूआ ?
सलमान - अरे चाचा जान आप बेफिकर रहो । मैंने यहाँ सब कुछ सम्भाल रखा है।
अहमद - उस राहुल के बच्चे ने तो कुछ ज्यादा परेशान नहीं किया ना
सलमान - अरे नहीं चाचा जान आप तो बेकार में ही परेशान हो रहे हो
अहमद - देख बेटा में सिर्फ एक छोटा सा दूकानदार हु समझा । जिस घर में तू अभी है ना उसके बाथरूम भी मेरे घर से बड़ा है । मेरा बहुत जयादा पैसा खर्च हो चूका है । अब अगर कुछ भी ऊंच नीच हुई प्लान में तो सबसे पहले में ही बर्बाद हो जायूँगा । तो तू कुछ भी ऐसा वैसा मत करना , समझा ।
सलमान - समझ गया आप बेफिकर रहो । में आप को किसी शिकायत का मौका नहीं दूंगा। लेकिन एक बात समझ में नहीं आयी की ये सब तो आप अकेले भी कर सकते थे तो आप को मेरी क्या जरूरत क्यों है ?
अहमद - अबे अपनी औकात मत भूल। तू एक छोटे से परिवार से है और मै एक छोटा सा दूकानदार । अगर मै एक भी दिन अपनी दुकान बंद कर दू तो महीने का सारा हिसाब किताब बिगड़ जाता है । मेरी दुकान पे सामान ख़तम हो गया था तो मुझे यहाँ आना पारा वरना तो मै खुद ही सब कुछ कर लेता ।
सलमान - अगर आप बुरा ना माने तो एक बात पुछु ?
अहमद - चल पूछ
सलमान - आपकी राहुल के बाप से क्या दुश्मनी है ? वो तो बहुत ही सरीफ और अच्छा आदमी है । वो तो हर ईद पे आपके घर आता है और नाज़िया के लिए तोहफे लाता है ।
अहमद - अबे मै कहा कह रहा हु की वो अच्छा इंसान नहीं है । वो तो बेहद ही सरीफ और नेकदिल इंसान है । लेकिन याद है वो योगेश
सलमान - अब ये योगेश कौन है ?
अहमद - अरे वही अपनी सोसाइटी का गार्ड
सलमान - हां याद आया
अहमद - योगेश और मै मिल के सोसाइटी के रिपेयर का काम देखते थे। बड़े अच्छे से दिन गुजर रहे थे । लेकिन एक दिन राहुल के बाप को पता चल गया की हम दोनों जान बुझ के ख़राब सामान लाते थे ताकि पैसे भी बच जाये और कुछ ही दिनों में सामान ख़राब हो जाए । उसने इसकी शिकायत सोसाइटी के सेक्रेटरी को कर दी । बस तभी से ये सब बंद हो गया
सलमान - तो उस से क्या हूआ
अहमद - अबे चूतिये मै हर महीने तीन से चार हजार कमा लेता थे लेकिन अब सब कुछ बंद हो गया । उस से बदला लेना के लिए तो मैंने अपनी बेगम यास्मीन को नींद की दवा दे के एक डॉक्टर से चुदवा दिया ।
सलमान - (हैरानी से ) क्या कह रहे हो चाचा जान। आपने यास्मीन खाला जान को बेहोशी में चुदवा दिया ।
अहमद - हा बेटा मैंने सोच लिए है की में राहुल के बाप से बदला लूंगा और इसके लिए में नेहा को बिच रोड पे नंगी करके चुदवाउंगा । और तू ये बता की वो ***** ड्रग तो तू उसे दे रहा है ना खाने में मिलाके
सलमान - हा याद है हर रात खाने में मिला के उसे दे रहा हु । अगले 10 - 15 दिनों के लिए काफी है
अहमद - अच्छा है तब तक में भी वापस आ रहा हु
सलमान - अच्छा है अब में रखता हु
अहमद - ठीक है
सलमान ने ये सारी बाते करके फ़ोन रख दिया और बाहर ही बाथरूम में घुस गए । ये सारी बाते सुनके राहुल का तो दिमाग ही घूम गया । वो तो ये सपने में भी नहीं सोच सकता था की उसकी सलमान उसकी माँ को ड्रग दे रहा है । वो तो हमेसा से यही सोचता थे की उसकी माँ ये सब अपनी मर्जी से कर रही है । लेकिन यहाँ तो सब खेल ही अलग है ।
उसने जल्दी से अपने लैपटॉप निकला और ****** ड्रग के बारे में पढ़ने लगा । जो उसकी समझ में आया वो ये थे की इस ***** ड्रग की वजह से उसकी माँ काफी गरम हो जाती थी, उसे इस ड्रग लेन के अगले 2 घंटे में सिर्फ और सिर्फ लंड ही चाहिए होता है। वो अपने काबू से बाहर हो जाती थी । अब राहुल के समझ में सब कुछ आने लगा था की क्यों अहमद जब भी घर आता थे तो वो हमेसा ही नेहा के लिए कुछ ना कुछ खाने के लिए ये फिर कुछ पीना के लिए जरूर लाता था । उसके बाद नेहा अचानक से ही चुदवाने के लिए मचलने लगती थी और उसके जाने के बाद फिर से नार्मल हो जाती थी । क्यों वो रात को सलमान से उछल उछल के चुदवा रही थी और जब उसने अपने लंड दिया चूसने के लिए तो नेहा ने मना कर दिया ।
राहुल ने सलमान का बैग ढूंढा और उसे खोल के उसमे से वो ****** ड्रग ढूंढने लगा । उसे जल्द ही वो मिल गयी ।
राहुल में कुछ सोच के उसे अपने रूम में ले जाके वहाँ छुपा दिया ।
वापस आके राहुल अपने बिस्तर पे सो गया । थोड़ी ही देर में सलमान भी आ गए और वो नेहा से लिपट के सो गया ।
अब राहुल ने सोच लिए थे की उसे अपने पुराने प्लान को छोड़ना पड़ेगा क्यूंकि यहाँ जो खेल खेला जा रहा है उसमे कोई नियम और सरते नहीं है ।
बचपन में सोख था सरीफ बनने का, बचपन ख़तम तो सोख भी ख़तम
नेहा बाथरूम में राहुल का लंड चूस चुकी थी । वो तो इस बात से हैरान थी की राहुल का लंड पूरा का पूरा 12 इंच का था । अहमद का लंड देख के उसे लगा था की ये दुनिया का सब्से बड़ा लुंड है, लेकिन वो तो हैरान रह गई जब उसने राहुल का इतना बड़ा और मोटा लंबा लंड देखा तो उसकी आंखे फटी की फटी रह गई । उसे पता चला की अहमद तो राहुल के सामने बच्चा है । राहुल ने उसे अपना लंड चुसवाया और अपना पानी भी पिलाया ।
इसके बाद दोनों माँ और बेटा वापस कमरे में आ के अपनी अपनी जगह सो गए ।
अब आगे :-
नेहा सलमान से लिपट के सो गई ताकि अगर सलमान उठे तो उसे लगे की नेहा तो रात भर से वही थी उसके पास ।
नेहा के मुँह में अभी भी राहुल के लंड का सवाद था । उसे अचानक से अपना पति का ख्याल आया, जो की अभी कंपनी के काम से सिंगापूर गए हुआ था । अभी उसके वापस आने में 2 महीने बाकि थे। नेहा सोचना लगी की इस एक महीने में उसकी जिंदगी कैसे बदल गयी थी। कहा वो पहला एक पतिवर्ता स्त्री थी और कहा अब वो 2 अनजान मर्दो से चुदवा चुकी है और तो और वो अपने सगे बेटे का भी लंड चूस चुकी है। वो सच में ही एक इज्जतदार औरत से एक रंडी बनने लगी है । आज तो उसके बेटे ने भी उसे एक बाजारू औरत बोल दिया है। क्या वो सच में एक बाजारू औरत बन गयी है? नेहा यही सब सोचते हुए कब सो गयी खुद उसे भी नहीं पता चला ।
दूसरी तरफ राहुल भी बाथरूम से आके अपने बिस्तर पे लेट गए। नींद तो उसकी आँखों से बहुत दूर थी। वो भी अपने साथ हुई इस घटना के बारे में सोचने लगा। अभी तक तो उसे यही लगा था की उसकी माँ अब एक रंडी बन गयी है, लेकिन जब उसने उसे अपने लंड चूसने के लिए दिया तो उसे पता चला की अभी भी उसके मन में सरम और थोड़ी झिजक बाकि है । वो पूरी तरह से रंडी नहीं बनी है । लेकिन वो ये सोच के भी हैरान हुए जा रहा था की जो औरत खुद अपने बेटे के सामने चुद सकती है वो आखिर अपने ही बेटे का लंड चूसने में क्यों शर्मा रही है ? कुछ ही घंटो पहले वो बड़े ही मजे से सलमान से चुदवा रही थी और अब अचानक से ही एक पतिवर्ता औरत कैसे बन गयी ? क्या नेहा उसे धोका दे रही थी या फिर कुछ ऐसा राज है जिसका उसे अभी तक पता नहीं है ।
दोनों माँ बेटे को बाथरूम से वापस आए हुए अभी तक 30 min हो गए थे । जहा एक तरफ नेहा सो गयी थी वही राहुल अभी तक अपनी सोच में डूबा हुए थे । उसकी ये सोच उसे सोने नहीं दे रही थी ।
तभी सलमान अपनी नींद से उठ गया । नेहा उस से चिपक के सो रही थी । राहुल को इस बात का एहसास हो गए थे की सलमान अब जाग गया है । राहुल अपनी आंखे बंद करके यु ही लेटा रहा । वो जानना चाहता थे की सलमान अचानक आधी रात को उठ के क्या करता है ?
सलमान ने सब्से पहला नेहा को धीरे से अपने से अलग किया और फिर वो उठ के बिस्तर पे बैठ गया । उसने अपनी नजर राहुल की तरफ घुमाई और धीमी आवाज में बोला "सो ले कुत्ते। कुछ ही दिनों की बात है फिर तू अपनी जिंदगी में कभी भी सो नहीं पायेगा ।"
उसके बाद सलमान नेहा की तरफ मुड़ा और उसे देखना लगा ।
सलमान - नेहा इस सब में तेरी कोई गलती नहीं है , लेकिन क्या है ना की तेरा पति बहुत ही सरीफ है और तेरा बेटा भी । गलती इन दोनों की है जिसकी सजा तुझे भुगतनी है ।
ये सुन के राहुल बहुत ही हैरान हो गया । उसे तो समज ही नहीं आए की उस से और उसके पिताजी से कोनसी गलती हो गयी ।
ये कह के सलमान कमरे से बाहर चला गया । राहुल ने धीरे से अपनी आंखे खोली और दबा पाँव वो भी सलमान के पीछे बाहर चला गया । सलमान बाहर जाके सोफे पे बेथ गया । उसने अपने पास ही रखा लैंडलाइन फ़ोन को उठाया और एक नंबर मिलाया । जब राहुल ने उसे फ़ोन मिलाते देखा तो वो वापस से अपनी माँ के कमरे में आ गया । राहुल ने वहाँ रखा हुआ फ़ोन उठे लिया । घर में लगे हुए सभी लैंडलाइन फ़ोन आपस में एक दूसरा से जुड़े हुए थे । एक फ़ोन से दूसरे पे बात भी हो सकती थी तो दो फ़ोन आपस में मिल के किसी बाहर के नंबर पे भी बात कर सक्ते थे ।
ट्रिन - ट्रिन - ट्रिन - ट्रिन
ट्रिन - ट्रिन - ट्रिन - ट्रिन
लगभग दो घंटी बजने के बाद दूसरी तरफ से किसी ने फ़ोन उठा लिए । दूसरी तरफ से फ़ोन उठाते ही राहुल ने अपने फ़ोन पे mute बटन दबा दिया, अब राहुल सिर्फ फ़ोन अपने कान पे लगे के सुन रहा था ।
सलमान - हेलो अहमद चाचा, कैसे हो आप ?
अहमद - अच्छा हु । तू बेटा कैसे है ?
सलमान - में भी अच्छा हु
अहमद - बेटा किसे उल्लू बना रहा है? जिसके पास में नेहा जैसे कड़क माल हो रगड़ने के लिए वो सिर्फ अच्छा कैसे को सकता है?
सलमान - (हस्ते हुए) सही है चाचा जान । माल तो बहुत ही कड़क है। अभी कुछ घंटो पहले अपने लंड उसकी चूत में पेल रहा था
अहमद - ये हुई ना मर्दो वाली बात । चल ये बेटा के प्लान का क्या हूआ ?
सलमान - अरे चाचा जान आप बेफिकर रहो । मैंने यहाँ सब कुछ सम्भाल रखा है।
अहमद - उस राहुल के बच्चे ने तो कुछ ज्यादा परेशान नहीं किया ना
सलमान - अरे नहीं चाचा जान आप तो बेकार में ही परेशान हो रहे हो
अहमद - देख बेटा में सिर्फ एक छोटा सा दूकानदार हु समझा । जिस घर में तू अभी है ना उसके बाथरूम भी मेरे घर से बड़ा है । मेरा बहुत जयादा पैसा खर्च हो चूका है । अब अगर कुछ भी ऊंच नीच हुई प्लान में तो सबसे पहले में ही बर्बाद हो जायूँगा । तो तू कुछ भी ऐसा वैसा मत करना , समझा ।
सलमान - समझ गया आप बेफिकर रहो । में आप को किसी शिकायत का मौका नहीं दूंगा। लेकिन एक बात समझ में नहीं आयी की ये सब तो आप अकेले भी कर सकते थे तो आप को मेरी क्या जरूरत क्यों है ?
अहमद - अबे अपनी औकात मत भूल। तू एक छोटे से परिवार से है और मै एक छोटा सा दूकानदार । अगर मै एक भी दिन अपनी दुकान बंद कर दू तो महीने का सारा हिसाब किताब बिगड़ जाता है । मेरी दुकान पे सामान ख़तम हो गया था तो मुझे यहाँ आना पारा वरना तो मै खुद ही सब कुछ कर लेता ।
सलमान - अगर आप बुरा ना माने तो एक बात पुछु ?
अहमद - चल पूछ
सलमान - आपकी राहुल के बाप से क्या दुश्मनी है ? वो तो बहुत ही सरीफ और अच्छा आदमी है । वो तो हर ईद पे आपके घर आता है और नाज़िया के लिए तोहफे लाता है ।
अहमद - अबे मै कहा कह रहा हु की वो अच्छा इंसान नहीं है । वो तो बेहद ही सरीफ और नेकदिल इंसान है । लेकिन याद है वो योगेश
सलमान - अब ये योगेश कौन है ?
अहमद - अरे वही अपनी सोसाइटी का गार्ड
सलमान - हां याद आया
अहमद - योगेश और मै मिल के सोसाइटी के रिपेयर का काम देखते थे। बड़े अच्छे से दिन गुजर रहे थे । लेकिन एक दिन राहुल के बाप को पता चल गया की हम दोनों जान बुझ के ख़राब सामान लाते थे ताकि पैसे भी बच जाये और कुछ ही दिनों में सामान ख़राब हो जाए । उसने इसकी शिकायत सोसाइटी के सेक्रेटरी को कर दी । बस तभी से ये सब बंद हो गया
सलमान - तो उस से क्या हूआ
अहमद - अबे चूतिये मै हर महीने तीन से चार हजार कमा लेता थे लेकिन अब सब कुछ बंद हो गया । उस से बदला लेना के लिए तो मैंने अपनी बेगम यास्मीन को नींद की दवा दे के एक डॉक्टर से चुदवा दिया ।
सलमान - (हैरानी से ) क्या कह रहे हो चाचा जान। आपने यास्मीन खाला जान को बेहोशी में चुदवा दिया ।
अहमद - हा बेटा मैंने सोच लिए है की में राहुल के बाप से बदला लूंगा और इसके लिए में नेहा को बिच रोड पे नंगी करके चुदवाउंगा । और तू ये बता की वो ***** ड्रग तो तू उसे दे रहा है ना खाने में मिलाके
सलमान - हा याद है हर रात खाने में मिला के उसे दे रहा हु । अगले 10 - 15 दिनों के लिए काफी है
अहमद - अच्छा है तब तक में भी वापस आ रहा हु
सलमान - अच्छा है अब में रखता हु
अहमद - ठीक है
सलमान ने ये सारी बाते करके फ़ोन रख दिया और बाहर ही बाथरूम में घुस गए । ये सारी बाते सुनके राहुल का तो दिमाग ही घूम गया । वो तो ये सपने में भी नहीं सोच सकता था की उसकी सलमान उसकी माँ को ड्रग दे रहा है । वो तो हमेसा से यही सोचता थे की उसकी माँ ये सब अपनी मर्जी से कर रही है । लेकिन यहाँ तो सब खेल ही अलग है ।
उसने जल्दी से अपने लैपटॉप निकला और ****** ड्रग के बारे में पढ़ने लगा । जो उसकी समझ में आया वो ये थे की इस ***** ड्रग की वजह से उसकी माँ काफी गरम हो जाती थी, उसे इस ड्रग लेन के अगले 2 घंटे में सिर्फ और सिर्फ लंड ही चाहिए होता है। वो अपने काबू से बाहर हो जाती थी । अब राहुल के समझ में सब कुछ आने लगा था की क्यों अहमद जब भी घर आता थे तो वो हमेसा ही नेहा के लिए कुछ ना कुछ खाने के लिए ये फिर कुछ पीना के लिए जरूर लाता था । उसके बाद नेहा अचानक से ही चुदवाने के लिए मचलने लगती थी और उसके जाने के बाद फिर से नार्मल हो जाती थी । क्यों वो रात को सलमान से उछल उछल के चुदवा रही थी और जब उसने अपने लंड दिया चूसने के लिए तो नेहा ने मना कर दिया ।
राहुल ने सलमान का बैग ढूंढा और उसे खोल के उसमे से वो ****** ड्रग ढूंढने लगा । उसे जल्द ही वो मिल गयी ।
राहुल में कुछ सोच के उसे अपने रूम में ले जाके वहाँ छुपा दिया ।
वापस आके राहुल अपने बिस्तर पे सो गया । थोड़ी ही देर में सलमान भी आ गए और वो नेहा से लिपट के सो गया ।
अब राहुल ने सोच लिए थे की उसे अपने पुराने प्लान को छोड़ना पड़ेगा क्यूंकि यहाँ जो खेल खेला जा रहा है उसमे कोई नियम और सरते नहीं है ।
बचपन में सोख था सरीफ बनने का, बचपन ख़तम तो सोख भी ख़तम