30-12-2019, 01:51 PM
कल की गेम के बाद वो एक बात तो समझ ही चुकी थी की ये सिर्फ़ एक गेम नही रह गयी है बल्कि एक दूसरे को अपने जलवे, सेक्सी शरीर और नये-2 कपड़े दिखाने का ज़रिया बन चुका है..कल की बाजी तो सुमन ने मार ली थी..आज वो बाजी मार लेना चाहती थी.
सबा को उसने इसलिए बोला क्योंकि उसकी सबा से काफ़ी अच्छी तरह से बनती थी...और लेटेस्ट फैशन के बारे में सबा का टेस्ट भी काफ़ी अच्छा था.
दोनो को करीब 1 बजे मार्केट के लिए निकलना था..राहुल ने सबा को भी अपने लिए कुछ शॉपिंग करने के लिए कहा...वैसे भी पैसों की कमी तो थी ही नही अब उसके पास...
करीब 10 बजे राहुल के मोबाइल पर सुमन का फोन आया...उसकी आवाज़ सुनकर एक पल के लिए तो राहुल का दिल धक्क से रह गया...उसे कल रात वाली बात याद आ गयी...लेकिन अब वो अपनी तरफ से कोई भी पहल नही करना चाहता था...उसे लग रहा था की शायद हो सकता है की सुमन कल नशे की हालत में वो सब कर गयी हो...लेकिन सबा को बाय बोलकर , सुमन के फ्लेट की तरफ जाते हुए वो मन ही मन दुआ मांग रहा था कि काश कल रात जो भी हुआ था,वो उसने नशे में नही बल्कि होश में किया हो...
उसे क्या मालूम था की उसकी ये दुआ कितनी बुरी तरह से कबूल होने वाली थी.
अपने बॉस के फ्लॅट के सामने पहुँचकर उसने देखा की दरवाजा तो पहले से ही खुला हुआ है...वो उसे धकेलकर अंदर घुस आया...ड्रॉयिंगरूम में कोई नही था..उसने सुमन को आवाज़ लगाई तो उसे बेडरूम से उसकी आवाज़ सुनाई दी.
''राहुल...मैं यहाँ हूँ ...बेडरूम में ....''
राहुल के तो पसीने छूट गये....उसे समझ नही आया की सुमन भाभी उसे ये बात बता रही है या उसे बेडरूम में आने का न्योता दे रही है..
सीधा बेडरूम....वाहह....वो धीरे-2 उसी तरफ चल दिया...उसके दिमाग़ में सुमन भाभी का नंगा जिस्म नाचने लगा...जो अपने बेड पर नंगी लेटी हुई उसकी तरफ बाहें फेला कर उसे बुला रही है...
लेकिन ऐसा कुछ नही होने वाला था...वो भी जानता था....लेकिन जो भी हुआ ,वो भी कम नहीं था.
उसने देखा की सुमन भाभी अपने नाइट गाउन में है....और बेड के नीचे झुक कर कोई चीज़ ढूंड रही है..
वो जिस अंदाज में झुकी हुई थी,राहुल को उसकी गांड पूरी तरह से फैली हुई दिखाई दे रही थी...ऐसा लग रहा था जैसे कोई मोरनी अपने पंख फेला कर बैठी है...इतनी गोल मटोल गांड के पीछे चिपकने का सुख क्या होता है, वो अच्छी तरह से जानता था.
उसके क़दमों की आहट सुनकर वो पलटी और बोली : "देखो ना राहुल ....मैं नहाने जा रही थी तो मेरा समाज नीचे गिर गया....निकल ही नही रहा...प्लीज़ मेरी हैल्प कर दो ना...''
राहुल बेचारा अपने बॉस की बीबी को कैसे मना कर सकता था...वो झट से नीचे झुक गया...झुकते हुए वो भी सोचने लगा की भला ऐसा क्या समान है जो वो नहाते हुए साथ लेकर जा रही थी , लेकिन जब उसकी नज़र उस ''सामान'' पर पड़ी तो उसके तो होश ही उढ़ गये, उसने देखा की बेड के नीचे की तरफ सुमन की ब्लॅक पेंटी पड़ी है...उसके तो लंड में उफान सा आ गया उसे देखकर...वो झिझकते हुए सुमन की तरफ पलटा...और झुकी हुई सुमन के बाहर की तरफ लटकते मुम्मे देखकर कुछ बोल ही नही पाया.
सुमन : "क्या हुआ....निकालो ना जल्दी...मुझे नहाने जाना है...''
राहुल : "जी....जी भाभी.....''
इतना कहकर उसने अपना लंबा हाथ आगे बढ़ाकर उसकी पेंटी को उठा लिया..
लेकिन ये क्या....उसकी पेंटी का बीच वाला हिस्सा गीला सा क्यो था...उसने गोर से देखा तो उसे वहां कुछ चिपचिपा सा दिखाई दिया...वो समझ गया की ये पेंटी सुमन ने अभी -2 उतार कर फेंकी है...शायद राहुल से अपनी पेंटी निकलवाने के लिए ही उसने ऐसा किया है.
राहुल को अपनी पेंटी का ऐसे मुआयना करते देखकर वो बोली : "तुम क्या इसकी जासूसी करने लगे...पहली बार देखी है क्या...सबा भी तो पहनती होगी ये सब....या उसे तुम पहनने का मौका ही नही देते...हा हा...''
बेचारा कुछ बोल ही नही पाया...
वैसे ये बात तो सुमन भी समझ ही चुकी थी की राहुल को ये बात पता चल चुकी है की उसने जान बूझकर अपनी पहनी हुई पेंटी नीचे फेंकी थी...इसलिए वो उसके करीब आई और बोली : "वैसे एक बात बताऊ ...ये मैने अभी 1 मिनट पहले ही उतार कर रखी थी...तुम्हे दिखाने के लिए...''
राहुल बेचारा सकपका सा गया...वो बोला : "मु...मु...मुझे दिखाने के लिए....भला क्यो...''
सुमन बड़े आराम से बोली : "ताकि तुम्हे मेरा साइज़ पता चल जाए...ताकि तुम मेरे लिए ऐसा कोई गिफ्ट लाने की सोचो तो तुम्हे मेरा साइज़ तो पता होना चाहिए ना....इसलिए....''
राहुल बेचारे की समझ में ये बिल्कुल नही आ रहा था की सुमन उसके साथ ऐसे पंगे क्यो ले रही है...
राहुल : "मैं ....मैं लाऊ गिफ्ट ...किस ...किसलिए...''
सुमन (मुस्कुराते हुए) : "क्यो ? नही ला सकते क्या...सबा के लिए भी तो लाए थे ना लास्ट वीक....उसने बताया था कल मुझे....''
राहुल की तो हालत खराब हो गई
सबा को उसने इसलिए बोला क्योंकि उसकी सबा से काफ़ी अच्छी तरह से बनती थी...और लेटेस्ट फैशन के बारे में सबा का टेस्ट भी काफ़ी अच्छा था.
दोनो को करीब 1 बजे मार्केट के लिए निकलना था..राहुल ने सबा को भी अपने लिए कुछ शॉपिंग करने के लिए कहा...वैसे भी पैसों की कमी तो थी ही नही अब उसके पास...
करीब 10 बजे राहुल के मोबाइल पर सुमन का फोन आया...उसकी आवाज़ सुनकर एक पल के लिए तो राहुल का दिल धक्क से रह गया...उसे कल रात वाली बात याद आ गयी...लेकिन अब वो अपनी तरफ से कोई भी पहल नही करना चाहता था...उसे लग रहा था की शायद हो सकता है की सुमन कल नशे की हालत में वो सब कर गयी हो...लेकिन सबा को बाय बोलकर , सुमन के फ्लेट की तरफ जाते हुए वो मन ही मन दुआ मांग रहा था कि काश कल रात जो भी हुआ था,वो उसने नशे में नही बल्कि होश में किया हो...
उसे क्या मालूम था की उसकी ये दुआ कितनी बुरी तरह से कबूल होने वाली थी.
अपने बॉस के फ्लॅट के सामने पहुँचकर उसने देखा की दरवाजा तो पहले से ही खुला हुआ है...वो उसे धकेलकर अंदर घुस आया...ड्रॉयिंगरूम में कोई नही था..उसने सुमन को आवाज़ लगाई तो उसे बेडरूम से उसकी आवाज़ सुनाई दी.
''राहुल...मैं यहाँ हूँ ...बेडरूम में ....''
राहुल के तो पसीने छूट गये....उसे समझ नही आया की सुमन भाभी उसे ये बात बता रही है या उसे बेडरूम में आने का न्योता दे रही है..
सीधा बेडरूम....वाहह....वो धीरे-2 उसी तरफ चल दिया...उसके दिमाग़ में सुमन भाभी का नंगा जिस्म नाचने लगा...जो अपने बेड पर नंगी लेटी हुई उसकी तरफ बाहें फेला कर उसे बुला रही है...
लेकिन ऐसा कुछ नही होने वाला था...वो भी जानता था....लेकिन जो भी हुआ ,वो भी कम नहीं था.
उसने देखा की सुमन भाभी अपने नाइट गाउन में है....और बेड के नीचे झुक कर कोई चीज़ ढूंड रही है..
वो जिस अंदाज में झुकी हुई थी,राहुल को उसकी गांड पूरी तरह से फैली हुई दिखाई दे रही थी...ऐसा लग रहा था जैसे कोई मोरनी अपने पंख फेला कर बैठी है...इतनी गोल मटोल गांड के पीछे चिपकने का सुख क्या होता है, वो अच्छी तरह से जानता था.
उसके क़दमों की आहट सुनकर वो पलटी और बोली : "देखो ना राहुल ....मैं नहाने जा रही थी तो मेरा समाज नीचे गिर गया....निकल ही नही रहा...प्लीज़ मेरी हैल्प कर दो ना...''
राहुल बेचारा अपने बॉस की बीबी को कैसे मना कर सकता था...वो झट से नीचे झुक गया...झुकते हुए वो भी सोचने लगा की भला ऐसा क्या समान है जो वो नहाते हुए साथ लेकर जा रही थी , लेकिन जब उसकी नज़र उस ''सामान'' पर पड़ी तो उसके तो होश ही उढ़ गये, उसने देखा की बेड के नीचे की तरफ सुमन की ब्लॅक पेंटी पड़ी है...उसके तो लंड में उफान सा आ गया उसे देखकर...वो झिझकते हुए सुमन की तरफ पलटा...और झुकी हुई सुमन के बाहर की तरफ लटकते मुम्मे देखकर कुछ बोल ही नही पाया.
सुमन : "क्या हुआ....निकालो ना जल्दी...मुझे नहाने जाना है...''
राहुल : "जी....जी भाभी.....''
इतना कहकर उसने अपना लंबा हाथ आगे बढ़ाकर उसकी पेंटी को उठा लिया..
लेकिन ये क्या....उसकी पेंटी का बीच वाला हिस्सा गीला सा क्यो था...उसने गोर से देखा तो उसे वहां कुछ चिपचिपा सा दिखाई दिया...वो समझ गया की ये पेंटी सुमन ने अभी -2 उतार कर फेंकी है...शायद राहुल से अपनी पेंटी निकलवाने के लिए ही उसने ऐसा किया है.
राहुल को अपनी पेंटी का ऐसे मुआयना करते देखकर वो बोली : "तुम क्या इसकी जासूसी करने लगे...पहली बार देखी है क्या...सबा भी तो पहनती होगी ये सब....या उसे तुम पहनने का मौका ही नही देते...हा हा...''
बेचारा कुछ बोल ही नही पाया...
वैसे ये बात तो सुमन भी समझ ही चुकी थी की राहुल को ये बात पता चल चुकी है की उसने जान बूझकर अपनी पहनी हुई पेंटी नीचे फेंकी थी...इसलिए वो उसके करीब आई और बोली : "वैसे एक बात बताऊ ...ये मैने अभी 1 मिनट पहले ही उतार कर रखी थी...तुम्हे दिखाने के लिए...''
राहुल बेचारा सकपका सा गया...वो बोला : "मु...मु...मुझे दिखाने के लिए....भला क्यो...''
सुमन बड़े आराम से बोली : "ताकि तुम्हे मेरा साइज़ पता चल जाए...ताकि तुम मेरे लिए ऐसा कोई गिफ्ट लाने की सोचो तो तुम्हे मेरा साइज़ तो पता होना चाहिए ना....इसलिए....''
राहुल बेचारे की समझ में ये बिल्कुल नही आ रहा था की सुमन उसके साथ ऐसे पंगे क्यो ले रही है...
राहुल : "मैं ....मैं लाऊ गिफ्ट ...किस ...किसलिए...''
सुमन (मुस्कुराते हुए) : "क्यो ? नही ला सकते क्या...सबा के लिए भी तो लाए थे ना लास्ट वीक....उसने बताया था कल मुझे....''
राहुल की तो हालत खराब हो गई