30-01-2019, 02:43 PM
मिसेज खन्ना
इसलिए कोई भी फैंटेसी अगर कभी कभार थोड़ा बहुत पूरी हो जाय , खुल के हंसी मजाक में ही सही , उस पे बात हो , तो वो रिप्रेस्सेड नहीं होगा।
और ये रिप्रेसन , पर्सनल रिलेशन पर , काम काज में हर जगह अपना काला साया छोड़ता है।
इसलिए मैंने तय कर लिया , कि ,…
……………………..
तभी मिसेज खन्ना का फोन आया , आज लेडीज क्लब की स्पेशल मीटिंग है , आधे घंटे में क्लब पहुँच जाऊं।
मेरी सारी सोच एक मिनट में खत्म हो गयी और मैं मुस्कराने लगी।
बात ही ऐसी थी ,
मिसेज खन्ना की स्पेशल मीटिंग ,
खन्ना साहेब कम्पनी के सीनियर वी पी थे और नंबर टू। और परफेक्ट जोरू के गुलाम।
कंपनी में चलती भी उनकी ही थी। सी ई ओ अक्सर बाहर ही रहते थे और वैसे भी उनकी वाइफ कभी नहीं आती थी यहाँ।
इसलिए लेडीज क्लब में तो बस
मिसेज खन्ना ,
और आजकल मैं उनके बहुत करीब हो गयी थी। इन मीटिंग्स में पहले तो बियर के दौर ,
साथ में कभी कार्ड्स या कभी कुछ और गेम में , साथ में मेरी ,सुजाता औसे न्यूली मैरिड लोगों की क्लास लगती थी , कल क्या हुआ , कित्ती बार हुआ।
और कभी कभी ब्ल्यू फ़िल्म , क्लब के बड़े से स्क्रीन पे।
तैयार हो के बस मैं लिपस्टिक लगा रही थी , पिंक की ये आ गए।
आज जल्दी कैसे। मैंने हंस के पूछा।
चमचे पक्के , ये बगल में बैठ के बोले, मूड कर रहा था , आज जरा दिन में ही।
झूठे मैने घूर के देखा , और उन्होंने सच उगल दिया , आज ये शिफ्ट वर्क फ्रॉम होम की है दो तीन घंटे का काम है।
" हे लिपस्टिक कैसी लग रही है "
मैंने अपने होंठ उनकी ओर बढ़ा दिया।
" चख के देखता हूँ " शरारत से वो बोले , और मैंने सीधे लिपस्टिक उनके निचले होंठ पे , डैश आफ पिंक।
उठते हुए मैं बोली
" सीधे अपने होंठ से चख लेना , अभी लेट हो रही हूँ , लेडीज क्लब पर जरा मुझे ड्राप कर दो न।
वो भी जानते थे , आफिस की मीटिंग में लेट चलेगा , लेकिन लेडीज क्लब में एकदम नहीं।
लेडीज क्लब जैसा होता है वैसा ही था , बल्कि आज कुछ ज्यादा ही मस्ती हुयी ,
फ़िल्म बहुत हाट थी ,
ऐनल ,टिट फक ,
एक बहुत यंग गोरी टीनेजर पे दो दो काले मूसल एक साथ ,
और साथ में मिसेज खन्ना के कॉमेंट्स।
बल्कि वो बीच में पाज कर के इंस्ट्रक्शन भी न्यूली मैरिड को देतीं , आज तुझे ये करना है ,तू ये ट्राई करना ,.
सुजाता को उन्होंने वोमेन आन टॉप के लिए बोला ,
मुझे डॉगी पोज़ के लिए
दो ढाई घंटे हो गए थे जब मैं लौटी।
वो अपने कंप्यूटर पे एक्सल शीट खोल के बैठे थे और उनके निचले होंठ पर वही डैश आफ पिंक ,
मैंने उन्हें एक छोटी सी शॉपिंग लिस्ट पकड़ा दी ,
और उनके निकलते ही उनके कम्पयुटर के जरिये बस मन के गहरे कूप में ,
उन्होंने पांच छ सीसीफिकेशन साइट खोली थी और
एक दो फोर्स्ड फेमिनाइजेशन की स्टोरीज की।
उनके आने के काफी पहले ही मैं कंप्यूटर वापस बंद कर चुकी थी।
इसलिए कोई भी फैंटेसी अगर कभी कभार थोड़ा बहुत पूरी हो जाय , खुल के हंसी मजाक में ही सही , उस पे बात हो , तो वो रिप्रेस्सेड नहीं होगा।
और ये रिप्रेसन , पर्सनल रिलेशन पर , काम काज में हर जगह अपना काला साया छोड़ता है।
इसलिए मैंने तय कर लिया , कि ,…
……………………..
तभी मिसेज खन्ना का फोन आया , आज लेडीज क्लब की स्पेशल मीटिंग है , आधे घंटे में क्लब पहुँच जाऊं।
मेरी सारी सोच एक मिनट में खत्म हो गयी और मैं मुस्कराने लगी।
बात ही ऐसी थी ,
मिसेज खन्ना की स्पेशल मीटिंग ,
खन्ना साहेब कम्पनी के सीनियर वी पी थे और नंबर टू। और परफेक्ट जोरू के गुलाम।
कंपनी में चलती भी उनकी ही थी। सी ई ओ अक्सर बाहर ही रहते थे और वैसे भी उनकी वाइफ कभी नहीं आती थी यहाँ।
इसलिए लेडीज क्लब में तो बस
मिसेज खन्ना ,
और आजकल मैं उनके बहुत करीब हो गयी थी। इन मीटिंग्स में पहले तो बियर के दौर ,
साथ में कभी कार्ड्स या कभी कुछ और गेम में , साथ में मेरी ,सुजाता औसे न्यूली मैरिड लोगों की क्लास लगती थी , कल क्या हुआ , कित्ती बार हुआ।
और कभी कभी ब्ल्यू फ़िल्म , क्लब के बड़े से स्क्रीन पे।
तैयार हो के बस मैं लिपस्टिक लगा रही थी , पिंक की ये आ गए।
आज जल्दी कैसे। मैंने हंस के पूछा।
चमचे पक्के , ये बगल में बैठ के बोले, मूड कर रहा था , आज जरा दिन में ही।
झूठे मैने घूर के देखा , और उन्होंने सच उगल दिया , आज ये शिफ्ट वर्क फ्रॉम होम की है दो तीन घंटे का काम है।
" हे लिपस्टिक कैसी लग रही है "
मैंने अपने होंठ उनकी ओर बढ़ा दिया।
" चख के देखता हूँ " शरारत से वो बोले , और मैंने सीधे लिपस्टिक उनके निचले होंठ पे , डैश आफ पिंक।
उठते हुए मैं बोली
" सीधे अपने होंठ से चख लेना , अभी लेट हो रही हूँ , लेडीज क्लब पर जरा मुझे ड्राप कर दो न।
वो भी जानते थे , आफिस की मीटिंग में लेट चलेगा , लेकिन लेडीज क्लब में एकदम नहीं।
लेडीज क्लब जैसा होता है वैसा ही था , बल्कि आज कुछ ज्यादा ही मस्ती हुयी ,
फ़िल्म बहुत हाट थी ,
ऐनल ,टिट फक ,
एक बहुत यंग गोरी टीनेजर पे दो दो काले मूसल एक साथ ,
और साथ में मिसेज खन्ना के कॉमेंट्स।
बल्कि वो बीच में पाज कर के इंस्ट्रक्शन भी न्यूली मैरिड को देतीं , आज तुझे ये करना है ,तू ये ट्राई करना ,.
सुजाता को उन्होंने वोमेन आन टॉप के लिए बोला ,
मुझे डॉगी पोज़ के लिए
दो ढाई घंटे हो गए थे जब मैं लौटी।
वो अपने कंप्यूटर पे एक्सल शीट खोल के बैठे थे और उनके निचले होंठ पर वही डैश आफ पिंक ,
मैंने उन्हें एक छोटी सी शॉपिंग लिस्ट पकड़ा दी ,
और उनके निकलते ही उनके कम्पयुटर के जरिये बस मन के गहरे कूप में ,
उन्होंने पांच छ सीसीफिकेशन साइट खोली थी और
एक दो फोर्स्ड फेमिनाइजेशन की स्टोरीज की।
उनके आने के काफी पहले ही मैं कंप्यूटर वापस बंद कर चुकी थी।