30-12-2019, 12:58 AM
अंदर से आ रही आवाज़े मुझे बेचैन करने लगी.. उन आवाज़ो को सुन कर मेरे दोनो पैर कप कपाने लगे.. समझ नही आरहा था कि यहा पर रुक कर ये सब सुनू या आवाज़ लगा कर उन को रोकू.. या फिर बिना कुछ कहे अपने कमरे मे वापस आ जाउ.. एक अजीब सी बेचैन कर देने वाली इस्थिति ने मुझको घेर लिया था.. कुछ भी समझना बोहोत मुस्किल होता जा रहा था..
मैं अभी अपनी ही सोच मे डूबी थी कि अंदर से आ रही आवाज़ ने मेरा ध्यान तोड़ दिया..
रूपा तेरी मेम्साब एक दम मस्त माल है.. मनीष भैया तो जम कर मज़े लेते होंगे..? अमित ने रूपा से पूछा..
आऐईयइ…. धीरे धीरे दबाओ ना साहिब दर्द होता है.. हां ये बात तो है.. मेम्साब बोहोत सुन्दर है.. एक दो बार मैने उनके कमरे की सफाई करते हुए जब उनके बेड की चादर देखी तो समझ गयी थी कि रात को साहिब ने मेम्साब की जम कर चुदाई की है.. पूरी की पूरी चादर पर लंड चूत के पानी के निशान थे.. ऑर कयि बार तो सफाई करते हुए मुझे वो रबर के गुब्बारे क्या बोलते है उन्हे कॉंडम भी मिले थे.. बड़ा गिल-गीला सा होता है.. आअहह…. इसको भी चूसो ना… एक ही चुचि को कितनी देर तक चुसोगे.. उउईइ….माआ….
तूने कभी देखा है उनको चुदाई करते हुए ?
नही ऐसा मौका कभी नही मिला.. हां पर जब साहिब की छुट्टी होती है तो साहिब मेम्साब को एक दूसरे से लिपट’ते हुए ज़रूर देखा है..
अच्छा तुझे क्या लगता है मनीष भैया भाभी की चूत ही चूत मारते होंगे या गांद भी..?
हे भगवान ये क्या हो रहा है.. ये लड़का मेरे बारे मे सब पूछता जा रहा है.. ऑर ये हरम्खोर रूपा भी उसे मज़े ले कर सब कुछ बताए जा रही है.. उन दोनो की बाते सुन कर मेरा खून खोले जा रहा था.. एक काम करती हू.. मनीष को दिखाने के लिए की ये लड़का कितना गंदा है ऑर हमारे बारे मे कितनी गंदी गंदी बाते कर रहा है.. मोबाइल मे इसकी वीडियो बना लेती हू ऑर म्मस बना कर मनीष को सेंड कर देती हू.. तब पता चलेगा इसको.. लेकिन उस से पहले ये तो देख लूँ कि ये दोनो दिखाई किस जगह से दे रहे है..
यही सोच कर मैं इधर उधर जगह देखने लगी ताकि अंदर का जो कुछ चल रहा है दिख जाए.. इधर उधर देखते हुए मैं एक दम खिड़की के पास आ गयी.. जो किस्मत से खुली हुई थी.. मैने खिड़की का दरवाजा हल्का सा खोल कर अंदर झाँक कर देखा तो मेरी आँखे फटी की फटी रह गयी..
रूपा एक दम नंगी बिस्तर पर लेटी हुई थी.. ऑर वो अमित का बच्चा उसके उपर चढ़ कर उसके एक उरोज को अपने मुँह मे ले कर चूस रहा था ओर दूसरे को अपने एक हाथ से दबा रहा था उसका एक हाथ नीचे की तरफ रूपा की योनि के उपर था..
रूपा की उमर करीब 27-28 साल के आस-पास होगी.. उसकी हाइट करीब 5’6”.. रंग हल्का सांवला था.. बिस्तर पर लेटी रूपा को नंगा देख कर पहली बार मैने किसी औरत को एक दम नंगा देखा था.. कुछ पल के लिए तो मेरी निगाहे रूपा के नंगे जिस्म पर जम गयी.. उसके दोनो उरोज बिल्कुल मेरे जैसे ही बड़े बड़े थे.. जिनके साथ इस वक़्त अमित खेल रहा था.. अमित के खेलने से उसके दोनो उरोज एक दम तन कर हिमालय पर्वत की तरह खड़े हो गये थे.. उसके निपल जो ब्राउन कलर के जिनका साइज़ लगभग 1cम के बराबर होगा.. पेन्सिल की नोक के जैसे एक दम शख्त हो गये थे..
पता नही पर मेम्साब अपनी गांद मे शायद ही साहिब का लंड लेती हो.. रूपा ने अमित की बात का जवाब देते हुए कहा..
ये लड़का एक दम पागल हो गया है.. अनल सेक्स भी कोई करने की चीज़ है.. मैने मन ही मन मे सोचा.. उन दोनो को इस तरह देख कर ओर उनकी बाते सुन कर मेरी खुद की हालत खराब होने लग गयी थी.. मेरी योनि ने कब रिसना शुरू कर दिया पता ही नही चला..
मैं अभी अपनी ही सोच मे डूबी थी कि अंदर से आ रही आवाज़ ने मेरा ध्यान तोड़ दिया..
रूपा तेरी मेम्साब एक दम मस्त माल है.. मनीष भैया तो जम कर मज़े लेते होंगे..? अमित ने रूपा से पूछा..
आऐईयइ…. धीरे धीरे दबाओ ना साहिब दर्द होता है.. हां ये बात तो है.. मेम्साब बोहोत सुन्दर है.. एक दो बार मैने उनके कमरे की सफाई करते हुए जब उनके बेड की चादर देखी तो समझ गयी थी कि रात को साहिब ने मेम्साब की जम कर चुदाई की है.. पूरी की पूरी चादर पर लंड चूत के पानी के निशान थे.. ऑर कयि बार तो सफाई करते हुए मुझे वो रबर के गुब्बारे क्या बोलते है उन्हे कॉंडम भी मिले थे.. बड़ा गिल-गीला सा होता है.. आअहह…. इसको भी चूसो ना… एक ही चुचि को कितनी देर तक चुसोगे.. उउईइ….माआ….
तूने कभी देखा है उनको चुदाई करते हुए ?
नही ऐसा मौका कभी नही मिला.. हां पर जब साहिब की छुट्टी होती है तो साहिब मेम्साब को एक दूसरे से लिपट’ते हुए ज़रूर देखा है..
अच्छा तुझे क्या लगता है मनीष भैया भाभी की चूत ही चूत मारते होंगे या गांद भी..?
हे भगवान ये क्या हो रहा है.. ये लड़का मेरे बारे मे सब पूछता जा रहा है.. ऑर ये हरम्खोर रूपा भी उसे मज़े ले कर सब कुछ बताए जा रही है.. उन दोनो की बाते सुन कर मेरा खून खोले जा रहा था.. एक काम करती हू.. मनीष को दिखाने के लिए की ये लड़का कितना गंदा है ऑर हमारे बारे मे कितनी गंदी गंदी बाते कर रहा है.. मोबाइल मे इसकी वीडियो बना लेती हू ऑर म्मस बना कर मनीष को सेंड कर देती हू.. तब पता चलेगा इसको.. लेकिन उस से पहले ये तो देख लूँ कि ये दोनो दिखाई किस जगह से दे रहे है..
यही सोच कर मैं इधर उधर जगह देखने लगी ताकि अंदर का जो कुछ चल रहा है दिख जाए.. इधर उधर देखते हुए मैं एक दम खिड़की के पास आ गयी.. जो किस्मत से खुली हुई थी.. मैने खिड़की का दरवाजा हल्का सा खोल कर अंदर झाँक कर देखा तो मेरी आँखे फटी की फटी रह गयी..
रूपा एक दम नंगी बिस्तर पर लेटी हुई थी.. ऑर वो अमित का बच्चा उसके उपर चढ़ कर उसके एक उरोज को अपने मुँह मे ले कर चूस रहा था ओर दूसरे को अपने एक हाथ से दबा रहा था उसका एक हाथ नीचे की तरफ रूपा की योनि के उपर था..
रूपा की उमर करीब 27-28 साल के आस-पास होगी.. उसकी हाइट करीब 5’6”.. रंग हल्का सांवला था.. बिस्तर पर लेटी रूपा को नंगा देख कर पहली बार मैने किसी औरत को एक दम नंगा देखा था.. कुछ पल के लिए तो मेरी निगाहे रूपा के नंगे जिस्म पर जम गयी.. उसके दोनो उरोज बिल्कुल मेरे जैसे ही बड़े बड़े थे.. जिनके साथ इस वक़्त अमित खेल रहा था.. अमित के खेलने से उसके दोनो उरोज एक दम तन कर हिमालय पर्वत की तरह खड़े हो गये थे.. उसके निपल जो ब्राउन कलर के जिनका साइज़ लगभग 1cम के बराबर होगा.. पेन्सिल की नोक के जैसे एक दम शख्त हो गये थे..
पता नही पर मेम्साब अपनी गांद मे शायद ही साहिब का लंड लेती हो.. रूपा ने अमित की बात का जवाब देते हुए कहा..
ये लड़का एक दम पागल हो गया है.. अनल सेक्स भी कोई करने की चीज़ है.. मैने मन ही मन मे सोचा.. उन दोनो को इस तरह देख कर ओर उनकी बाते सुन कर मेरी खुद की हालत खराब होने लग गयी थी.. मेरी योनि ने कब रिसना शुरू कर दिया पता ही नही चला..