28-12-2019, 12:11 PM
लिप सर्विस
![[Image: lips-d27d16e70d2a5b5bdc2e809fd9a50596.jpg]](https://i.ibb.co/crPNM77/lips-d27d16e70d2a5b5bdc2e809fd9a50596.jpg)
एयरलाइन का मेसज था , ... बनारस से उनकी फ्लाइट ४५ मिनट लेट थी , मतलब मेरे साथ ४५ मिनट और ,...
उनका बस चलता तो वही सीढी पर , ... लेकिन मैंने किसी तरह , और कमरे में घुसते ही ,...
लेकिन इस बार कमान मैंने अपने हाथ में ले ली ,
मैं जानती थी उनका बल चला तो मुझे पलंग पर पटक कर वो चालू हो जाएंगे , मन तो मेरा भी यही कह रहा था ,
पर टिकट ढूंढने में इतना टाइम तो लग नहीं सकता था ,
फिर नीचे टैक्सी भी आ गयी थी और वो दस मिनट बाद हल्ला मचाना शुरू कर देती और साथ ही में इनकी माँ और भौजाई भी , ...
तो बस
कमरे में उन्हें रोक कर मैं घुटनों के बल बैठ गयी और शरारत से उनके ज़िप के ऊपर से अपने कोमल कोमल हाथों से रगड़ने लगी ,
" हे टिकट , ... "
वो अभी तक खेल अच्छी तरह समझ नहीं पाए थे ,
" बुद्धू वहीँ हैं जहाँ मैंने रखा था , तेरे पर्स में और पर्स पैंट की बायीं जेब में , ... सिम्पल "
![[Image: Teej-girls-dp-for-whatsapp-facebook-1740.jpg]](https://i.ibb.co/qdGZWNR/Teej-girls-dp-for-whatsapp-facebook-1740.jpg)
और उसके बाद मेरे मुंह के पास बात करने के अलावा भी बहुत से काम थे ,
मेरे होंठ पैंट में उनके उभर रहे बल्ज पर कस के मैंने चुम्मी ली , होंठों से रगड़ा , और तम्बू में बम्बू एकदम खड़ा हो गया , ...
मेरे होंठों ने उनकी ज़िप खोली और टाइम कम था ,
इसलिए साथ में उनकी बेल्ट खींच कर नीचे कर दी,
और अब मोटा तन्नाया खड़ा खूंटा , सीधे चड्ढी फाड़ते हुए , ...
![[Image: bulge-ck9.jpg]](https://i.ibb.co/BK6s5Nh/bulge-ck9.jpg)
खूब बदमाश लग रहा था उतना ही प्यारा भी ,
बस मेरे होंठों ने चड्ढी के ऊपर से ही उसे गप्प कर लिया , लगी चुभलाने चूसने ,...
अब मैं समझ गयी थी की उनके नितम्ब भी कम सेंसिटिव नहीं हैं ,
और मेरे दोनों हाथ उनके पिछवाड़े , पहले तो चड्ढी के ऊपर ही दबाते सहलाते , फिर हलके हलके मैंने सिर्फ पीछे चड्ढी सरका दी ,
और मेरी उँगलियाँ उनके नितम्बो पर कभी सुरसुरी करतीं तो कभी छेड़ती , ...
असर सामने पड़ रहा था , खूंटा एकदम तन्नाया , बेसबरा , बेक़रार , ...
पर मैं चड्ढी के ऊपर से चूस चूस कर के उसकी हालत और ख़राब कर रही थी।
तड़पे ,
अगले पांच दिन तो मैं भी तड़पने वाली थी इसके लिए , ...
और फिर मेरे होंठों ने आगे से भी चड्ढी पकड़कर नीचे खींचा , लेकिन बस थोड़ा सा ,
मोटे मूसल का बस बेस दिख रहा था ,
और अब मेरी उँगलियों ने वहां हलके हलके सहलाना सुरसुरी करना शुरू कर दिया , ...
और दांतों से पकड़ कर चड्ढी थोड़ा और ,
आधे से ज्यादा , ' वो ' खुल गया था , पर मैंने अब उसे खोलना छोड़ दिया ,
होंठ भी हटा दिए और अब ढेर सारे छोटे छोटे चुम्बन उनकी जाँघों पर , एकदम खूंटे के ठीक नीचे चारो ओर ,
वो जोर से सिसक रहे थे , आंखे उनकी बंद हो चुकी थीं ,
और मुझसे भी रहा नहीं जा रहा था , ... एक झटके से मैंने अपने हाथ से चड्ढी सरका कर घुटने तक , पैंट के साथ ,
फटा पोस्टर निकला हीरो ,
![[Image: cock-tumblr-c81a8a38b07c09a5d4f5016e2b86...4b-540.jpg]](https://i.ibb.co/vm4ymf0/cock-tumblr-c81a8a38b07c09a5d4f5016e2b86d38c-0afaf54b-540.jpg)
मेरा बित्ते भर का,
मेरी कलाई से भी मोटा ,
मेरा हीरो बाहर , एकदम ९० डिग्री पर , सुपाड़ा थोड़ा खुला थोड़ा बंद ,
दुल्हन का घूँघट हटाने का हक़ तो मेरा ही था ,
बस होंठों से बहुत हलके से दबाया ,
और धीरे धीरे होंठों के जोर से सुपाड़े का चमड़ा खोल दिया ,
![[Image: BJ-lick-21454625.gif]](https://i.ibb.co/kHG8yz9/BJ-lick-21454625.gif)
मोटा , मांसल , मस्त सुपाड़ा ,
जिसने पहली रात को मेरी फाड् के रख दी थी ,... और जिसके बारे में सोच सोच के मैं पनिया जाती थी , ...
लेकिन अभी मैं उसे तंग करना चाहती थी ,
मैंने होंठ हटा लिए और मेरी जीभ ,
सिर्फ जीभ की टिप , सुपाड़े के बीचोबीच, छेद पर , पी होल पर ,
![[Image: BJ-lick-tumblr-p0svv1hmy-L1ueo5r9o1-500.gif]](https://i.ibb.co/f0FLCLh/BJ-lick-tumblr-p0svv1hmy-L1ueo5r9o1-500.gif)
जैसे जीभ की टिप से मैंने उसे चोद देना चाहती होऊं ,
खूब खूब कस कस के सुरसुरी ,
और मेरी कोमल कोमल उँगलियाँ भी मैदान में आ गयीं , ...
नहीं नहीं , उनके तड़पते खूंटे को न छुआ न पकड़ा , ... बस मेरे नाख़ून
मेरे लम्बे पेंटेड नाख़ून कभी उनके बॉल्स को तभी कभी जांघो को , ...
एकदम हालत खराब थी उनकी , ...
इसलिए मेरी जीभ ने लेवल और आगे बढ़ाया और अब पूरे खुले मोटे सुपाड़े पर ,
सपड़ सपड़ , घूम घूम के सिर्फ सुपाड़े पर चाटती ,
![[Image: BJ-lick-19532737.gif]](https://i.ibb.co/3yJzZCq/BJ-lick-19532737.gif)
सच्च में इसके स्वाद की अब मैं दीवानी हो गयी थी ,
पर उनकी हालत ख़राब हो रही थी , बोले , ...
" हे लो न अंदर ,... "
![[Image: bj-lick-55.jpg]](https://i.ibb.co/qnJCNkN/bj-lick-55.jpg)
वो तो मैं लेती ही , उनके कहने की जरूरत नहीं थी ,
पर जब उन्होंने कह दिया तो मैं उन्हें और तड़पाने , छेड़ने में लग गयी
एक हाथ से कस के उनकी बॉल्स को पकड़ कर दबाने लगी , दूसरे हाथ से उनके पिछवाड़े के आलमोस्ट सेंटर पर
और जीभ बस सुपाड़े पर लपड़ सपड़ , रस ले ले कर ,...
' लो न , चुसो , ... न , ... '
उनकी हालत खराब हो रही थी ,
और अबकी मेरे होठ सुपाड़े से हट गए , एक हाथ से मैंने उनके लंड के बेस को पकड़ लिया था और उन्हें देखते ,
उनकी आँखों में आँख डाल कर , मुस्कराते बोली
" लेकिन अगली बार जब आओगे न , तो तेरे उस माल से चुसवाऊँगी , ... "
वो कुछ नहीं बोले ,
हाँ आंखे उन्होंने खोल दी ,
मैंने फिर छेड़ा ,
" अरे वही तेरे उस माल से , दर्जा आठ वाली , एलवल वाली ,...
![[Image: 6163157fedeb2d2aad3e79d4380e1951-1.jpg]](https://i.ibb.co/MMf2SNr/6163157fedeb2d2aad3e79d4380e1951-1.jpg)
बोल चुसवाओगे न उस अपने माल से , ... "
" ठीक है , लेकिन अभी तो तू ,... ले न मुंह में ,... "
वो बोले और यही तो मैं सुनना चाहती थी उनके मुंह से ,
" ओके पक्का न , तो अगली बार गुड्डी रानी चूसेंगी इसे , ... लो "
मैं हंस के बोली और मेरा मुंह बंद हो गया ,
उन्होंने मेरा सर अपने दोनों हाथों से पकड़ लिया था ,
और मैं मुँह खोल कर उनका सुपाड़ा अंदर ले ही रही थी की उन्होंने एक करारा धक्का मारा ,
जैसे किसी कुँवारी की सील तोड़ रहे हो , अपनी उस बहिनिया की झिल्ली फाड़ रहे हों ,
और पूरा सुपाड़ा एक बार में मेरे मुंह में ,
गप्पाक,
![[Image: lips-d27d16e70d2a5b5bdc2e809fd9a50596.jpg]](https://i.ibb.co/crPNM77/lips-d27d16e70d2a5b5bdc2e809fd9a50596.jpg)
एयरलाइन का मेसज था , ... बनारस से उनकी फ्लाइट ४५ मिनट लेट थी , मतलब मेरे साथ ४५ मिनट और ,...
उनका बस चलता तो वही सीढी पर , ... लेकिन मैंने किसी तरह , और कमरे में घुसते ही ,...
लेकिन इस बार कमान मैंने अपने हाथ में ले ली ,
मैं जानती थी उनका बल चला तो मुझे पलंग पर पटक कर वो चालू हो जाएंगे , मन तो मेरा भी यही कह रहा था ,
पर टिकट ढूंढने में इतना टाइम तो लग नहीं सकता था ,
फिर नीचे टैक्सी भी आ गयी थी और वो दस मिनट बाद हल्ला मचाना शुरू कर देती और साथ ही में इनकी माँ और भौजाई भी , ...
तो बस
कमरे में उन्हें रोक कर मैं घुटनों के बल बैठ गयी और शरारत से उनके ज़िप के ऊपर से अपने कोमल कोमल हाथों से रगड़ने लगी ,
" हे टिकट , ... "
वो अभी तक खेल अच्छी तरह समझ नहीं पाए थे ,
" बुद्धू वहीँ हैं जहाँ मैंने रखा था , तेरे पर्स में और पर्स पैंट की बायीं जेब में , ... सिम्पल "
![[Image: Teej-girls-dp-for-whatsapp-facebook-1740.jpg]](https://i.ibb.co/qdGZWNR/Teej-girls-dp-for-whatsapp-facebook-1740.jpg)
और उसके बाद मेरे मुंह के पास बात करने के अलावा भी बहुत से काम थे ,
मेरे होंठ पैंट में उनके उभर रहे बल्ज पर कस के मैंने चुम्मी ली , होंठों से रगड़ा , और तम्बू में बम्बू एकदम खड़ा हो गया , ...
मेरे होंठों ने उनकी ज़िप खोली और टाइम कम था ,
इसलिए साथ में उनकी बेल्ट खींच कर नीचे कर दी,
और अब मोटा तन्नाया खड़ा खूंटा , सीधे चड्ढी फाड़ते हुए , ...
![[Image: bulge-ck9.jpg]](https://i.ibb.co/BK6s5Nh/bulge-ck9.jpg)
खूब बदमाश लग रहा था उतना ही प्यारा भी ,
बस मेरे होंठों ने चड्ढी के ऊपर से ही उसे गप्प कर लिया , लगी चुभलाने चूसने ,...
अब मैं समझ गयी थी की उनके नितम्ब भी कम सेंसिटिव नहीं हैं ,
और मेरे दोनों हाथ उनके पिछवाड़े , पहले तो चड्ढी के ऊपर ही दबाते सहलाते , फिर हलके हलके मैंने सिर्फ पीछे चड्ढी सरका दी ,
और मेरी उँगलियाँ उनके नितम्बो पर कभी सुरसुरी करतीं तो कभी छेड़ती , ...
असर सामने पड़ रहा था , खूंटा एकदम तन्नाया , बेसबरा , बेक़रार , ...
पर मैं चड्ढी के ऊपर से चूस चूस कर के उसकी हालत और ख़राब कर रही थी।
तड़पे ,
अगले पांच दिन तो मैं भी तड़पने वाली थी इसके लिए , ...
और फिर मेरे होंठों ने आगे से भी चड्ढी पकड़कर नीचे खींचा , लेकिन बस थोड़ा सा ,
मोटे मूसल का बस बेस दिख रहा था ,
और अब मेरी उँगलियों ने वहां हलके हलके सहलाना सुरसुरी करना शुरू कर दिया , ...
और दांतों से पकड़ कर चड्ढी थोड़ा और ,
आधे से ज्यादा , ' वो ' खुल गया था , पर मैंने अब उसे खोलना छोड़ दिया ,
होंठ भी हटा दिए और अब ढेर सारे छोटे छोटे चुम्बन उनकी जाँघों पर , एकदम खूंटे के ठीक नीचे चारो ओर ,
वो जोर से सिसक रहे थे , आंखे उनकी बंद हो चुकी थीं ,
और मुझसे भी रहा नहीं जा रहा था , ... एक झटके से मैंने अपने हाथ से चड्ढी सरका कर घुटने तक , पैंट के साथ ,
फटा पोस्टर निकला हीरो ,
![[Image: cock-tumblr-c81a8a38b07c09a5d4f5016e2b86...4b-540.jpg]](https://i.ibb.co/vm4ymf0/cock-tumblr-c81a8a38b07c09a5d4f5016e2b86d38c-0afaf54b-540.jpg)
मेरा बित्ते भर का,
मेरी कलाई से भी मोटा ,
मेरा हीरो बाहर , एकदम ९० डिग्री पर , सुपाड़ा थोड़ा खुला थोड़ा बंद ,
दुल्हन का घूँघट हटाने का हक़ तो मेरा ही था ,
बस होंठों से बहुत हलके से दबाया ,
और धीरे धीरे होंठों के जोर से सुपाड़े का चमड़ा खोल दिया ,
![[Image: BJ-lick-21454625.gif]](https://i.ibb.co/kHG8yz9/BJ-lick-21454625.gif)
मोटा , मांसल , मस्त सुपाड़ा ,
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लेकिन अभी मैं उसे तंग करना चाहती थी ,
मैंने होंठ हटा लिए और मेरी जीभ ,
सिर्फ जीभ की टिप , सुपाड़े के बीचोबीच, छेद पर , पी होल पर ,
![[Image: BJ-lick-tumblr-p0svv1hmy-L1ueo5r9o1-500.gif]](https://i.ibb.co/f0FLCLh/BJ-lick-tumblr-p0svv1hmy-L1ueo5r9o1-500.gif)
जैसे जीभ की टिप से मैंने उसे चोद देना चाहती होऊं ,
खूब खूब कस कस के सुरसुरी ,
और मेरी कोमल कोमल उँगलियाँ भी मैदान में आ गयीं , ...
नहीं नहीं , उनके तड़पते खूंटे को न छुआ न पकड़ा , ... बस मेरे नाख़ून
मेरे लम्बे पेंटेड नाख़ून कभी उनके बॉल्स को तभी कभी जांघो को , ...
एकदम हालत खराब थी उनकी , ...
इसलिए मेरी जीभ ने लेवल और आगे बढ़ाया और अब पूरे खुले मोटे सुपाड़े पर ,
सपड़ सपड़ , घूम घूम के सिर्फ सुपाड़े पर चाटती ,
![[Image: BJ-lick-19532737.gif]](https://i.ibb.co/3yJzZCq/BJ-lick-19532737.gif)
सच्च में इसके स्वाद की अब मैं दीवानी हो गयी थी ,
पर उनकी हालत ख़राब हो रही थी , बोले , ...
" हे लो न अंदर ,... "
![[Image: bj-lick-55.jpg]](https://i.ibb.co/qnJCNkN/bj-lick-55.jpg)
वो तो मैं लेती ही , उनके कहने की जरूरत नहीं थी ,
पर जब उन्होंने कह दिया तो मैं उन्हें और तड़पाने , छेड़ने में लग गयी
एक हाथ से कस के उनकी बॉल्स को पकड़ कर दबाने लगी , दूसरे हाथ से उनके पिछवाड़े के आलमोस्ट सेंटर पर
और जीभ बस सुपाड़े पर लपड़ सपड़ , रस ले ले कर ,...
' लो न , चुसो , ... न , ... '
उनकी हालत खराब हो रही थी ,
और अबकी मेरे होठ सुपाड़े से हट गए , एक हाथ से मैंने उनके लंड के बेस को पकड़ लिया था और उन्हें देखते ,
उनकी आँखों में आँख डाल कर , मुस्कराते बोली
" लेकिन अगली बार जब आओगे न , तो तेरे उस माल से चुसवाऊँगी , ... "
वो कुछ नहीं बोले ,
हाँ आंखे उन्होंने खोल दी ,
मैंने फिर छेड़ा ,
" अरे वही तेरे उस माल से , दर्जा आठ वाली , एलवल वाली ,...
![[Image: 6163157fedeb2d2aad3e79d4380e1951-1.jpg]](https://i.ibb.co/MMf2SNr/6163157fedeb2d2aad3e79d4380e1951-1.jpg)
बोल चुसवाओगे न उस अपने माल से , ... "
" ठीक है , लेकिन अभी तो तू ,... ले न मुंह में ,... "
वो बोले और यही तो मैं सुनना चाहती थी उनके मुंह से ,
" ओके पक्का न , तो अगली बार गुड्डी रानी चूसेंगी इसे , ... लो "
मैं हंस के बोली और मेरा मुंह बंद हो गया ,
उन्होंने मेरा सर अपने दोनों हाथों से पकड़ लिया था ,
और मैं मुँह खोल कर उनका सुपाड़ा अंदर ले ही रही थी की उन्होंने एक करारा धक्का मारा ,
जैसे किसी कुँवारी की सील तोड़ रहे हो , अपनी उस बहिनिया की झिल्ली फाड़ रहे हों ,
और पूरा सुपाड़ा एक बार में मेरे मुंह में ,
गप्पाक,
![[Image: BJ-tumblr-031616e2561cb728a0ed9561f18dae...8-2048.gif]](https://i.ibb.co/Qf9QsGz/BJ-tumblr-031616e2561cb728a0ed9561f18dae85-431f2f28-2048.gif)