30-01-2019, 12:23 AM
*बिंदिया और रोहन
होटल रूम में बिंदिया आज बहुत देर तक सोई थी जब वो उठी तो सुबह के 11:00 बजे थे। वो उठकर नहाने चली गई और फ्रेश होकर बाहर आ गई। उसकी माँ खाना पका रही थी। बिंदिया को देखकर उसने कहा- “उठ गई बेटी चाय बनाऊँ तुम्हारे लिए?”
बिंदिया ने कहा- “आप खाना पकाओ, मैं खुद बना लेती हूँ और वो खुद के लिए चाय बनाने लगी...”
सोनाली- “बेटी सुबह रोहन बेटे का फोन आया था, तुम सो रही थी। कह रहा था की जरूरी काम है तुम उसे फोन करना...”
बिंदिया- “जी माँ अभी चाय पीकर करती हूँ..” बिंदिया ने कहा। बिंदिया चाय बनाने के बाद उसे उठाकर अपने कमरे में चली गई और अपना फोन उठाया उसपर रोहन की मिस काल्स थी। बिंदिया ने रोहन के नंबर पर फोन लगा दिया।
रिहन- “हेलो गुड मार्निग डार्लिंग..” उस तरफ से रोहन की आवाज आई।
बिंदिया गुस्सा होते हुए- “अच्छा तो अभी साहब को फुर्सत मिली है हमसे बात करने के लिए?”
रोहन- “यार मत पूछो रात को तुम्हारे पास आने के लिए ही निकला था की रास्ते में दोस्तों ने रोक लिया। और एक पार्टी में ले गए, वहाँ पर कुछ ज्यादा ही पी ली इसलिए तुम्हारे पास नहीं आ सका..." रोहन ने एक साँस में ही अपनी पूरी बात कह दी।
बिंदिया ने कहा- “हम कुछ नहीं जानते। अब कोई इंतजाम करो, हम रात से जल रहे हैं...”
रोहन बिंदिया को चिढ़ाते हुए- “हुक्म करो मेरी जान अभी तुम्हारे कमरे में हाजिर हो जाता हूँ..”
बिंदिया- “मजाक छोड़ो यहाँ नहीं, कोई और जगह देखो...” बिंदिया ने रोहन को डाँटते हुए कहा।
रोहन- “ठीक है तुम तैयार रहो, मैं अभी आता हूँ.”
i
बिंदिया ने रोहन की बात सुनकर खुश होते हुए अपनी चाय खतम की और अपनी माँ के पास जाते हुए कहा
मोम मुझे अभी रोहन के साथ कहीं जाना है, मेरा खाना मत पकाना...”
सोनाली ने बिंदिया से पूछा- “बेटा कितनी देर लगेगी तुम्हें आने में?”
बिंदिया- “कुछ कह नहीं सकती, तीन-चार घंटे लग जाएंगे."
सोनाली बिंदिया का जवाब सुनकर खुश होते हुए खाना बनाने लगी।
रोहन कुछ ही देर में आ गया और बाहर से हार्न बजाने लगा। बिंदिया भागते हुए बाहर जाते हुए कहने लगी
आ रही हूँ बाबा...” बिंदिया बाहर आते हुए रोहन के साथ बाइक पर बैठ गई और रोहन बाइक को चलाने लगा।
रास्ते में बिंदिया ने रोहन को पीछे से अपनी बाहों में भरते हुए कहा- “कहाँ चल रहे हो जान?”
रोहन ने बिंदिया को चिढ़ाते हुए कहा- “एक होटेल में कमरा बुक कराया है, क्या करें तुम्हारा खयाल तो रखना ही पड़ेगा, ऐसा ना हो की तुम हमसे धोखा कर बैठो...”
रोहन की बात सुनकर बिंदिया ने गुस्सा होते हुए कहा- “क्या कहा तुमने... हम तुमसे धोखा करेंगे? अगर धोखा करना होता तो तुम्हें क्यों बुलाती, बहुत हैं गली में। रात को किसी एक को बुला लेती, तो भागता हुआ मेरे पास चला आता..."
रोहन- “क्या तुम ऐसा कर सकती हो?” गुस्सा होने की बारी अब रोहन की थी।
बिंदिया- “तुम तो कह रहे हो की मैं तुम्हें धोखा देंगी...” बिंदिया ने मुँह बनाते हुए कहा।
रोहन- “अच्छा बाबा माफ कर दो गलती हो गई.." रोहन ने बिंदिया को नाराज देखकर कहा।
रोहन की गाड़ी एक रेस्टोरेंट के सामने आकर रुक गई। रोहन बाइक को एक साइड में खड़ा करते हुए बिंदिया के साथ होटेल में दाखिल हो गया। बिंदिया बाइक से उतरी। सामने मैनेजर से रोहन ने अपना नाम बताते हुए अपने कमरे की चाबी माँगी।
मैनेजर ने बिंदिया की तरफ देखते हुए मुश्कुराकार चाबी रोहन को दे दी। रोहन और बिंदिया चलते हुए अपने कमरे में आ गए।
बिंदिया कमरे में अंदर पहुँचकर हैरान रह गई, यह एक 5 स्टार होतेल था, जिसमें जरूरत की हर चीज मौजूद । थी। बिंदिया के जिश्म को एसी की ठंडी हवा और ज्यादा उत्तेजित कर रही थी। बिंदिया के जिम में ठंडी हवा को झोंका गुदगुदी मचा रहा था।
रोहन ने अंदर आते ही दरवाजे को बंद करते हुए बिंदिया से पूछा- “खाने में क्या आर्डर दें?"
बिंदिया- “फिलहाल तो तुम्हें खाने का इरादा है...” बिंदिया ने रोहन की तरफ खाने वाली नजरों से देखते हुए कहा।
होटल रूम में बिंदिया आज बहुत देर तक सोई थी जब वो उठी तो सुबह के 11:00 बजे थे। वो उठकर नहाने चली गई और फ्रेश होकर बाहर आ गई। उसकी माँ खाना पका रही थी। बिंदिया को देखकर उसने कहा- “उठ गई बेटी चाय बनाऊँ तुम्हारे लिए?”
बिंदिया ने कहा- “आप खाना पकाओ, मैं खुद बना लेती हूँ और वो खुद के लिए चाय बनाने लगी...”
सोनाली- “बेटी सुबह रोहन बेटे का फोन आया था, तुम सो रही थी। कह रहा था की जरूरी काम है तुम उसे फोन करना...”
बिंदिया- “जी माँ अभी चाय पीकर करती हूँ..” बिंदिया ने कहा। बिंदिया चाय बनाने के बाद उसे उठाकर अपने कमरे में चली गई और अपना फोन उठाया उसपर रोहन की मिस काल्स थी। बिंदिया ने रोहन के नंबर पर फोन लगा दिया।
रिहन- “हेलो गुड मार्निग डार्लिंग..” उस तरफ से रोहन की आवाज आई।
बिंदिया गुस्सा होते हुए- “अच्छा तो अभी साहब को फुर्सत मिली है हमसे बात करने के लिए?”
रोहन- “यार मत पूछो रात को तुम्हारे पास आने के लिए ही निकला था की रास्ते में दोस्तों ने रोक लिया। और एक पार्टी में ले गए, वहाँ पर कुछ ज्यादा ही पी ली इसलिए तुम्हारे पास नहीं आ सका..." रोहन ने एक साँस में ही अपनी पूरी बात कह दी।
बिंदिया ने कहा- “हम कुछ नहीं जानते। अब कोई इंतजाम करो, हम रात से जल रहे हैं...”
रोहन बिंदिया को चिढ़ाते हुए- “हुक्म करो मेरी जान अभी तुम्हारे कमरे में हाजिर हो जाता हूँ..”
बिंदिया- “मजाक छोड़ो यहाँ नहीं, कोई और जगह देखो...” बिंदिया ने रोहन को डाँटते हुए कहा।
रोहन- “ठीक है तुम तैयार रहो, मैं अभी आता हूँ.”
i
बिंदिया ने रोहन की बात सुनकर खुश होते हुए अपनी चाय खतम की और अपनी माँ के पास जाते हुए कहा
मोम मुझे अभी रोहन के साथ कहीं जाना है, मेरा खाना मत पकाना...”
सोनाली ने बिंदिया से पूछा- “बेटा कितनी देर लगेगी तुम्हें आने में?”
बिंदिया- “कुछ कह नहीं सकती, तीन-चार घंटे लग जाएंगे."
सोनाली बिंदिया का जवाब सुनकर खुश होते हुए खाना बनाने लगी।
रोहन कुछ ही देर में आ गया और बाहर से हार्न बजाने लगा। बिंदिया भागते हुए बाहर जाते हुए कहने लगी
आ रही हूँ बाबा...” बिंदिया बाहर आते हुए रोहन के साथ बाइक पर बैठ गई और रोहन बाइक को चलाने लगा।
रास्ते में बिंदिया ने रोहन को पीछे से अपनी बाहों में भरते हुए कहा- “कहाँ चल रहे हो जान?”
रोहन ने बिंदिया को चिढ़ाते हुए कहा- “एक होटेल में कमरा बुक कराया है, क्या करें तुम्हारा खयाल तो रखना ही पड़ेगा, ऐसा ना हो की तुम हमसे धोखा कर बैठो...”
रोहन की बात सुनकर बिंदिया ने गुस्सा होते हुए कहा- “क्या कहा तुमने... हम तुमसे धोखा करेंगे? अगर धोखा करना होता तो तुम्हें क्यों बुलाती, बहुत हैं गली में। रात को किसी एक को बुला लेती, तो भागता हुआ मेरे पास चला आता..."
रोहन- “क्या तुम ऐसा कर सकती हो?” गुस्सा होने की बारी अब रोहन की थी।
बिंदिया- “तुम तो कह रहे हो की मैं तुम्हें धोखा देंगी...” बिंदिया ने मुँह बनाते हुए कहा।
रोहन- “अच्छा बाबा माफ कर दो गलती हो गई.." रोहन ने बिंदिया को नाराज देखकर कहा।
रोहन की गाड़ी एक रेस्टोरेंट के सामने आकर रुक गई। रोहन बाइक को एक साइड में खड़ा करते हुए बिंदिया के साथ होटेल में दाखिल हो गया। बिंदिया बाइक से उतरी। सामने मैनेजर से रोहन ने अपना नाम बताते हुए अपने कमरे की चाबी माँगी।
मैनेजर ने बिंदिया की तरफ देखते हुए मुश्कुराकार चाबी रोहन को दे दी। रोहन और बिंदिया चलते हुए अपने कमरे में आ गए।
बिंदिया कमरे में अंदर पहुँचकर हैरान रह गई, यह एक 5 स्टार होतेल था, जिसमें जरूरत की हर चीज मौजूद । थी। बिंदिया के जिश्म को एसी की ठंडी हवा और ज्यादा उत्तेजित कर रही थी। बिंदिया के जिम में ठंडी हवा को झोंका गुदगुदी मचा रहा था।
रोहन ने अंदर आते ही दरवाजे को बंद करते हुए बिंदिया से पूछा- “खाने में क्या आर्डर दें?"
बिंदिया- “फिलहाल तो तुम्हें खाने का इरादा है...” बिंदिया ने रोहन की तरफ खाने वाली नजरों से देखते हुए कहा।