30-01-2019, 12:18 AM
करुणा ने धन्नो की बात सुनकर कहा- “दीदी उस बेचारी को क्या पता की मोहित की हालत उसे देखकर खराब हो जायेगी, वो तो मोहित को बहुत शरीफ समझती है। अच्छा हुआ की जो उस लड़की ने उसे बस स्टैंड पर पिटवाया...”
करुणा की बात खतम होते ही दोनों जोर से हँसने लगी। तभी उन्हें बाहर से गाड़ी की हार्न सुनाई दी, दोनों समझ गई की मनीष आ चुका है और दोनों उठकर बाहर जाने लगी। दोनों गाड़ी के पास पहुँचते ही हैरान रह गई क्योंकी गाड़ी की ड्राइविंग सीट पर रवी और पीछे मनीष बैठा था।
करुणा जल्दी से जाकर पीछे बैठ गई और धन्नो वहीं खड़ी रहकर सोचने लगी।
तभी रवी ने धन्नो से कहा- “छोरी आकर बैठ ना क्या देख रही है?”
धन्नो जैसे नींद से जागी और आगे जाकर रवी के साथ बैठ गई। रवी ने गाड़ी को चलाना शुरू कर दिया, रास्ते में बार-बार रवी का हाथ गियर चेंज करते हुए धन्नो की टाँगों से टकरा रहा था। गाड़ी चलते हुए हवेली तक पहुँच गई। हम सब कार से उतरते हुए हवेली में आ गये। धन्नो और करुणा अंदर पहुँचते ही हैरान रह गई। अंदर एक बहुत बड़ी टेबल पर नौकर खाना लगा रहे थे। उस टेबल पर खाने की बहुत ज्यादा डिसेस थी जो । धन्नो और करुणा ने कभी एक साथ खाई नहीं थी। कुछ डिसेस तो ऐसी थी जो दोनों ने आज तक देखी भी नहीं थी।
वहाँ खड़े एक नौकर ने मनीष और रवी को देखते हुए कहा- “छोटे ठाकुर, बड़े ठाकुर एक जरूरी काम में फँस गये हैं, उन्होंने फोन करके कहा है की वो आधे घंटे में आ जाएंगे...”
मनीष ने कहा- “हम कमरे में जाकर बैठते हैं, जब डैड आ जाए तो हमें बता देना..” यह कहते हुए मनीष सभी के साथ अपने कमरे में आ गया और वहाँ बैठकर सभी बातें करने लगे।
* **
लड़की- “हमें छोड़ दो ठाकुर हम आपके पैर पड़ते हैं, हम किसी को मुँह दिखाने के लायक नहीं रहेंगे.” एक 2830 साल की औरत सिर्फ एक ब्रा और कच्छी में आधी नंगी ठाकुर के पैरों में गिड़गिड़ा रही थी।
ठाकुर- "देखो लड़की यह सब तुम्हें उस वक़्त सोचना चाहिए था जब तुमने हमसे 50 हजार लेकर अपने उस यार
को दिए थे..." ठाकुर ने कड़क आवाज में कहा।
लड़की ने रोते हुए कहा- “मुझे नहीं मालूम था की वो इतना बड़ा कमीना निकलेगा। उसने कहा था की वो इन पैसों से शहर जाकर कोई बिजनेस करेगा और लौटकर यह पैसे भी वापस दे देगा और हमसे शादी भी करेगा...”
ठाकुर- “देख लड़की हमारा उन बातों से कोई लेना देना नहीं है। हमने पैसे देते वक़्त तुमसे साफ कहा था की अगर टाइम पर पैसे नहीं मिले तो हम उन पैसों को तुमसे वसूल करेंगे...” ठाकुर ने फिर से तेज आवाज में कहा।
लड़की- “ठाकुर साहब आप हमारे बाप जितने हैं, हम पर दया करो, अगर आपने हमारी इज्जत लूट ली तो हमसे कौन शादी करेगा?” उस लड़की ने फिर से गिड़गिड़ाते हुए कहा।
ठाकुर हँसते हुए- “हमारी हवेली में काम करती रह सारी जिंदगी पैसे और लण्ड की भूख नहीं देंगे...”
ठाकुर की बात सुनकर वो लड़की शर्म से पानी-पानी हो गई मगर अपनी इज्जत को बचाने के लिए वो फिर से ठाकुर के सामने गिड़गिड़ाते हुए कहने लगी- “ठाकुर साहब, हमें कुछ दिनों की मुहलत दे दो हम आपके सारे पैसे दे देंगे...” उस लड़की ने ठाकुर के चुंगल से छूटने की आखिरी कोशिश की।
ठाकुर- “नहीं हम तुम्हें दो दफा मुहलत दे चुके हैं, मगर तुम अपना वादा निभा नहीं पाई। अब हम कुछ नहीं कर सकते...” ठाकुर ने यह कहते हुए अपने सारे कपड़े उतार दिए।
ठाकुर को नंगा देखकर उस लड़की ने शर्म के मारे अपना चेहरा दूसरी तरफ घुमा लिया।
ठाकुर- “देख लड़की हमारी शराफत का इम्तिहान मत ले, हमको अगर गुस्सा आ गया तो तुम्हारा ही नुकसान है...” ठाकुर ने उस लड़की को बालों से पकड़ते हुए उसका चेहरा अपनी तरफ मोड़ दिया।
करुणा की बात खतम होते ही दोनों जोर से हँसने लगी। तभी उन्हें बाहर से गाड़ी की हार्न सुनाई दी, दोनों समझ गई की मनीष आ चुका है और दोनों उठकर बाहर जाने लगी। दोनों गाड़ी के पास पहुँचते ही हैरान रह गई क्योंकी गाड़ी की ड्राइविंग सीट पर रवी और पीछे मनीष बैठा था।
करुणा जल्दी से जाकर पीछे बैठ गई और धन्नो वहीं खड़ी रहकर सोचने लगी।
तभी रवी ने धन्नो से कहा- “छोरी आकर बैठ ना क्या देख रही है?”
धन्नो जैसे नींद से जागी और आगे जाकर रवी के साथ बैठ गई। रवी ने गाड़ी को चलाना शुरू कर दिया, रास्ते में बार-बार रवी का हाथ गियर चेंज करते हुए धन्नो की टाँगों से टकरा रहा था। गाड़ी चलते हुए हवेली तक पहुँच गई। हम सब कार से उतरते हुए हवेली में आ गये। धन्नो और करुणा अंदर पहुँचते ही हैरान रह गई। अंदर एक बहुत बड़ी टेबल पर नौकर खाना लगा रहे थे। उस टेबल पर खाने की बहुत ज्यादा डिसेस थी जो । धन्नो और करुणा ने कभी एक साथ खाई नहीं थी। कुछ डिसेस तो ऐसी थी जो दोनों ने आज तक देखी भी नहीं थी।
वहाँ खड़े एक नौकर ने मनीष और रवी को देखते हुए कहा- “छोटे ठाकुर, बड़े ठाकुर एक जरूरी काम में फँस गये हैं, उन्होंने फोन करके कहा है की वो आधे घंटे में आ जाएंगे...”
मनीष ने कहा- “हम कमरे में जाकर बैठते हैं, जब डैड आ जाए तो हमें बता देना..” यह कहते हुए मनीष सभी के साथ अपने कमरे में आ गया और वहाँ बैठकर सभी बातें करने लगे।
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लड़की- “हमें छोड़ दो ठाकुर हम आपके पैर पड़ते हैं, हम किसी को मुँह दिखाने के लायक नहीं रहेंगे.” एक 2830 साल की औरत सिर्फ एक ब्रा और कच्छी में आधी नंगी ठाकुर के पैरों में गिड़गिड़ा रही थी।
ठाकुर- "देखो लड़की यह सब तुम्हें उस वक़्त सोचना चाहिए था जब तुमने हमसे 50 हजार लेकर अपने उस यार
को दिए थे..." ठाकुर ने कड़क आवाज में कहा।
लड़की ने रोते हुए कहा- “मुझे नहीं मालूम था की वो इतना बड़ा कमीना निकलेगा। उसने कहा था की वो इन पैसों से शहर जाकर कोई बिजनेस करेगा और लौटकर यह पैसे भी वापस दे देगा और हमसे शादी भी करेगा...”
ठाकुर- “देख लड़की हमारा उन बातों से कोई लेना देना नहीं है। हमने पैसे देते वक़्त तुमसे साफ कहा था की अगर टाइम पर पैसे नहीं मिले तो हम उन पैसों को तुमसे वसूल करेंगे...” ठाकुर ने फिर से तेज आवाज में कहा।
लड़की- “ठाकुर साहब आप हमारे बाप जितने हैं, हम पर दया करो, अगर आपने हमारी इज्जत लूट ली तो हमसे कौन शादी करेगा?” उस लड़की ने फिर से गिड़गिड़ाते हुए कहा।
ठाकुर हँसते हुए- “हमारी हवेली में काम करती रह सारी जिंदगी पैसे और लण्ड की भूख नहीं देंगे...”
ठाकुर की बात सुनकर वो लड़की शर्म से पानी-पानी हो गई मगर अपनी इज्जत को बचाने के लिए वो फिर से ठाकुर के सामने गिड़गिड़ाते हुए कहने लगी- “ठाकुर साहब, हमें कुछ दिनों की मुहलत दे दो हम आपके सारे पैसे दे देंगे...” उस लड़की ने ठाकुर के चुंगल से छूटने की आखिरी कोशिश की।
ठाकुर- “नहीं हम तुम्हें दो दफा मुहलत दे चुके हैं, मगर तुम अपना वादा निभा नहीं पाई। अब हम कुछ नहीं कर सकते...” ठाकुर ने यह कहते हुए अपने सारे कपड़े उतार दिए।
ठाकुर को नंगा देखकर उस लड़की ने शर्म के मारे अपना चेहरा दूसरी तरफ घुमा लिया।
ठाकुर- “देख लड़की हमारी शराफत का इम्तिहान मत ले, हमको अगर गुस्सा आ गया तो तुम्हारा ही नुकसान है...” ठाकुर ने उस लड़की को बालों से पकड़ते हुए उसका चेहरा अपनी तरफ मोड़ दिया।