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Adultery धन्नो द हाट गर्ल
करुणा के मुँह से अब सिसकियों के बजाए हिचकियां निकल रही थी। वो बहुत उत्तेजित हो गई थी और उसका पूरा बदन पशीने में भीग चुका था। मनीष अचानक अपनी जीभ को करुणा के पेट से नीचे करते हुए उसकी गीली कच्छी पर रखते हुए उसकी चूत को चूमने लगा। करुणा “आअहहह...” करते हुए झड़ने लगी। झड़ते हुए उसने अपनी आँखें बंद कर ली और उसकी चूत मनीष के चहरे पर झटके खाते हुए पानी छोड़ने लगी। मनीष अपनी जीभ से कुछ देर तक करुणा की कच्छी को चाटता रहा।

जब करुणा ने आँखें खोली तो उसे होश आया वो जल्दी से उठते हुए अपनी साड़ी पहनने लगी।

मनीष चौंकते हुए- “क्या हुआ जानू?”

करुणा ने साड़ी को पहनते हुए कहा- “बहुत देर हो गई है, धन्नो हमारा इंतजार कर रही होगी...”

मनीष ने अपनी शर्ट पहनी और करुणा के पास जाते हुए उसके होंठों पे एक चुंबन देते हुए कहा- “बैंक्स डार्लिंग, हमारा इतना साथ देने के लिए..."

करुणा ने मनीष से कहा- “आपके हाथों में तो जादू है। आपके पास आते ही हम बहक जाते हैं और हमें कोई होश नहीं रहता...”

यह कहते हुए करुणा ड्रेसिंग टेबल के सामने जाते हुए अपने आपको ठीक करने लगी। करुणा अपने आपको पूरी तरह से ठीक करने के बाद मनीष के साथ उसके कमरे से बाहर आ गई।

बाहर आते ही मनीष ने करुणा से कहा- “चलो रवी के कमरे में चलते हैं। वो दोनों वही होंगे..." और मनीष रवी के कमरे के पास आकर उसके दरवाजे को नाक करने लगा।

रवी ने अपने आपको ठीक करते हुए जाकर दरवाजा खोला, दरवाजा खोलते ही मनीष और करुणा अंदर आ गये। करुणा के अंदर आते ही धन्नो ने उठते हुए करुणा से कहा- “अच्छा हुआ जो आप आ गई, बहुत देर हो गई है। हमें चलना चाहिए...”

करुणा ने भी कहा- “हाँ बहुत देर हो गई है हमें चलना चाहिए..."

धन्नो ने उठते हुए रवी और मनीष से कहा- “हमें इजाजत चाहिए, हम चलते हैं...”

धन्नो की बात सुनते ही मनीष ने कहा- “रात होने वाली है, तुम दोनों का अकेले जाना ठीक नहीं होगा। एक काम करते हैं हम आप दोनों को अपनी कार में छोड़ आते हैं.”

धन्नो ने कहा- “जैसा आप ठीक समझे...” कहकर धन्नो और करुणा मनीष के साथ कमरे से निकलने लगी।

रवी भी उनके साथ बाहर आ गया। ठाकुर पहले से बाहर बैठा था। धन्नो और करुणा ने ठाकुर साहब से इजाजत ली और मनीष के साथ कार में बैठकर मौसी के घर की तरफ जाने लगी। रास्ते में तीनों के बीच कोई बात नहीं हुई।

घर पहुँचकर मनीष ने धन्नो से पूछा- “मोहित की तबीयत कैसी है?”

धन्नो ने मनीष से कहा- “सुबह से वो अपने कमरे में सोया हुआ है। पता नहीं उसकी तबीयत ठीक है या नहीं?”

मनीष ने धन्नो की बात सुनने के बाद कहा- “ठहरो मैं भी तुम्हारे साथ चलता हूँ..” और मनीष धन्नो और करुणा के साथ अंदर जाने लगा।

अंदर पहुँचते ही मौसी ने मनीष को धन्नो और करुणा के साथ देख लिया, और वो उनकी तरफ आते हुए धन्नो से कहने लगी- “धन्नो यह तुम्हारे साथ कौन है?”

धन्नो ने मौसी से कहा- “यह ठाकुर साहब के बड़े बेटे मनीष हैं, और यह मोहित से उसकी तबीयत पूछने आए हैं, मनीष शहर में पढ़ने गये थे और यह हमारे साथ ट्रेन में यहाँ तक आए हैं...”

मौसी धन्नो की बात सुनने के बाद मनीष के पास जाते हुए कहने लगी- “प्रणाम छोटे ठाकुर। आप तो बहुत बड़े हो गये हैं, मैंने आपको बचपन में देखा था, अब तो पहचान में ही नहीं आ रहे हैं। मोहित अपने कमरे में है। जाओ उससे मिल लो...”

मनीष मौसी की बात सुनने के बाद धन्नो और करुणा के साथ मोहित के कमरे में जाने लगा। मोहित के कमरे में आते ही मनीष, करुणा और धन्नो तीनों के मुँह फटे के फटे रह गये। एक खूबसूरत लड़की मोहित की चारपाई के साथ कुर्सी पर बैठकर उससे बातें कर रही थी। वो लड़की दिखने में गोरी, उसका कद 56 इंच, बाडी उसकी भरी हुई थी, उसकी चूचियां 36 इंच की थी, जो बिल्कुल उसके सीने पर उभरी हुई थी।

मोहित मनीष, करुणा और धन्नो को देखकर चारपाई से उठकर बैठने लगा। मनीष ने जाकर मोहित को हाय कहा और उससे कहा- “तुम तकलीफ मत करो और सोए रहो...”
 horseride  Cheeta    
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RE: धन्नो द हाट गर्ल - by sarit11 - 30-01-2019, 12:00 AM



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