27-12-2019, 06:39 PM
उसने घड़ी की और देखा रात के एक बजे थे. "इस वक्त कौन आ गया"
मोनिका ने डरते डरते दरवाजा खोला. "तुम! तुम तो 2 बजे आने वाले थे"
"मुझे देख कर ख़ुशी नही हुई क्या?"
"ऐसी बात नही है मैं तो बस हैरान हूँ कि तुम्हारी ट्रेन तो 2 बजे आनी थी"
"छोड़ो ये सब और गरमा गरम चाय बनाओ बहुत थका हुआ हूँ"
"अच्छा हुआ मैं सुरिंदर के घर से जल्दी आ गयी वरना फँस जाती आज." मोनिका ने किचन की ओर जाते हुए सोचा.
मोनिका ने डरते डरते दरवाजा खोला. "तुम! तुम तो 2 बजे आने वाले थे"
"मुझे देख कर ख़ुशी नही हुई क्या?"
"ऐसी बात नही है मैं तो बस हैरान हूँ कि तुम्हारी ट्रेन तो 2 बजे आनी थी"
"छोड़ो ये सब और गरमा गरम चाय बनाओ बहुत थका हुआ हूँ"
"अच्छा हुआ मैं सुरिंदर के घर से जल्दी आ गयी वरना फँस जाती आज." मोनिका ने किचन की ओर जाते हुए सोचा.
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