27-12-2019, 06:38 PM
Update 25
"हाइ मोनिका संजय कहा है?"
"यार सोनिया वो किसी काम में बिज़ी थे नही आ पाएँगे"
"चल कोई बात नही इनसे मिलो ये हैं मिस्टर सुरिंदर मेरे बड़े भाई"
सुरिंदर ने मोनिका को उपर से नीचे तक देखा और बोला,"सोनिया तुम्हारी फ़्रेंड तो बहुत सुंदर है"
मोनिका ने सुरिंदर की नज़रो में देखा और शरम से अपनी नज़रे झुका ली.
"भैया आप मोनिका से बात करो मैं अभी आई" सोनिया ने कहा.
"अरे सोनिया सुन तो" मोनिका ने सोनिया को टोका पर वो उसकी बात उनसुनी करके चली गयी.
"आप शादी शुदा हो" सुरिंदर ने पूछा.
"हाँ और आप?" मोनिका ने पूछा.
"अभी कुँवारा हूँ....आप जैसी हसीना मिल जाती तो अब तक शादी हो चुकी होती"
मोनिका फिर से शर्मा उठी.
"क्या बात है आप शरमाती बहुत हैं आओ थोड़ा एकांत में चलते हैं यहा भीड़ बहुत है"
"एकांत! एकांत में क्यों"
"देखो मेरे इरादे तुम्हारे बारे में बिल्कुल नेक नही हैं....मर्ज़ी हो तो चलो वरना रहने दो...मैं घुमा फिरा कर बात नही करता."
"हिम्मत की दाद देनी पड़ेगी..."
"बिना हिम्मत के चूत नही मिलती मेडम"
"एक्सक्यूस मे! क्या कहा आपने"
"वही जो आपने सुना....मैं उस गार्डेन में जा रहा हूँ....अपनी चूत में मेरा लंड फील करने की इच्छा हो तो चली आना" सुरिंदर ने गार्डेन की ओर इशारा करते हुए कहा.
"तुम्हे क्या लगता है मैं तुम्हारे झाँसे में आउन्गि....आय ऍम हॅप्पिली मेरिड....मुझ पे वक्त बर्बाद मत करो"
"मैं तो इनवेस्टमेंट कर रहा हूँ वक्त की....क्या पता रिटर्न मिल जाए"
सुरिंदर ने आस पास देखा और मोनिका की गान्ड पे हाथ रख कर बोला, "आओ ना ऐसा मज़ा दूँगा की अपने पति को भूल जाओगी"
"हाथ हटाओ जनाब कोई देख लेगा...वैसे मेरे पति मुझे बहुत मज़ा देते हैं"
"आज दूसरा लंड ट्राइ करके देखो....यू विल फील बेटर" सुरिंदर ने कहा.
"आय ऍम नोट इंट्रेस्टेड"
"एक बार चलो तो......कुछ और ना सही तन्हाई में प्यार की दो बाते ही कर लेंगे"
"ह्म ठीक है पर बातो के अलावा और कुछ नही ओके" मोनिका ने कहा.
"ओके जी....चलो तो सही"
"हाइ मोनिका संजय कहा है?"
"यार सोनिया वो किसी काम में बिज़ी थे नही आ पाएँगे"
"चल कोई बात नही इनसे मिलो ये हैं मिस्टर सुरिंदर मेरे बड़े भाई"
सुरिंदर ने मोनिका को उपर से नीचे तक देखा और बोला,"सोनिया तुम्हारी फ़्रेंड तो बहुत सुंदर है"
मोनिका ने सुरिंदर की नज़रो में देखा और शरम से अपनी नज़रे झुका ली.
"भैया आप मोनिका से बात करो मैं अभी आई" सोनिया ने कहा.
"अरे सोनिया सुन तो" मोनिका ने सोनिया को टोका पर वो उसकी बात उनसुनी करके चली गयी.
"आप शादी शुदा हो" सुरिंदर ने पूछा.
"हाँ और आप?" मोनिका ने पूछा.
"अभी कुँवारा हूँ....आप जैसी हसीना मिल जाती तो अब तक शादी हो चुकी होती"
मोनिका फिर से शर्मा उठी.
"क्या बात है आप शरमाती बहुत हैं आओ थोड़ा एकांत में चलते हैं यहा भीड़ बहुत है"
"एकांत! एकांत में क्यों"
"देखो मेरे इरादे तुम्हारे बारे में बिल्कुल नेक नही हैं....मर्ज़ी हो तो चलो वरना रहने दो...मैं घुमा फिरा कर बात नही करता."
"हिम्मत की दाद देनी पड़ेगी..."
"बिना हिम्मत के चूत नही मिलती मेडम"
"एक्सक्यूस मे! क्या कहा आपने"
"वही जो आपने सुना....मैं उस गार्डेन में जा रहा हूँ....अपनी चूत में मेरा लंड फील करने की इच्छा हो तो चली आना" सुरिंदर ने गार्डेन की ओर इशारा करते हुए कहा.
"तुम्हे क्या लगता है मैं तुम्हारे झाँसे में आउन्गि....आय ऍम हॅप्पिली मेरिड....मुझ पे वक्त बर्बाद मत करो"
"मैं तो इनवेस्टमेंट कर रहा हूँ वक्त की....क्या पता रिटर्न मिल जाए"
सुरिंदर ने आस पास देखा और मोनिका की गान्ड पे हाथ रख कर बोला, "आओ ना ऐसा मज़ा दूँगा की अपने पति को भूल जाओगी"
"हाथ हटाओ जनाब कोई देख लेगा...वैसे मेरे पति मुझे बहुत मज़ा देते हैं"
"आज दूसरा लंड ट्राइ करके देखो....यू विल फील बेटर" सुरिंदर ने कहा.
"आय ऍम नोट इंट्रेस्टेड"
"एक बार चलो तो......कुछ और ना सही तन्हाई में प्यार की दो बाते ही कर लेंगे"
"ह्म ठीक है पर बातो के अलावा और कुछ नही ओके" मोनिका ने कहा.
"ओके जी....चलो तो सही"