27-12-2019, 06:18 PM
Update 23
"हम तो अभी भी घूर रहे हैं...हमारी कोई ग़लती नही है. क्यों रमेश" महेंदर ने कहा.
"बिल्कुल...हे...हे..हा"
"ज़ोर से मत हंस उन्होने सुन लिया तो मज़ा किरकिरा हो जाएगा" महेंदर ने कहा.
"सॉरी तुम्हारी बात पर हँसी आ गयी" रमेश ने कहा.
"काश संजय को रोज कोई ना कोई काम रहे बाहर...हमारे मज़े लग जाएँगे" सुरिंदर ने कहा.
"सक इट नाओ" मोनिका ने कहा.
"एक एक बूब हमे पकड़ा दो हम अच्छे से चूसेंगे...इसके बस्का कुछ नही है" महेंदर ने कहा.
"धीरे बोलो यार कही सुन ना ले" रमेश ने कहा.
सुरिंदर बारी-बारी से मोनिका के निपल्स को मूह में दबा कर चूसने लगता है
"आअहह...म्म्म्ममम....यस....मै गीली हो गयी....आअहह कुछ करो"
"चल नाडा खोल फिर देर किस बात की है" सुरिंदर ने कहा.
मोनिका ने झट से नाडा खोला और सलवार उतार दी. उसने नीले रंग की पॅंटी पहनी हुई थी. पॅंटी को भी उसने एक झटके में अपने शरीर से अलग कर दिया.
"वाओ.....क्या बॉडी है यार......बूब्स की तरह इसकी गान्ड भी बड़ी है...लगता है खूब मरवाती है गान्ड ये" मोहिंदर ने कहा.
"चूत तो देख एक दम चिकनी है...एक भी बाल नही है....इट्स ए वंडरफुल चूत" रमेश ने कहा.
"इस वंडरफुल चूत ने हमारी मुश्किल बढ़ा दी है....लेनी पड़ेगी ये चूत अब तो वरना हर वक्त दिमाग़ में घूमती रहेगी" महेंदर ने कहा.
"पर हम कैसे ले पाएँगे इस की.....भूलो मत हम यहा ड्यूटी पे हैं" रमेश ने कहा.
"सोचने में क्या बुराई है...मिले ना मिले आगे अपनी किस्मत है" महेंदर ने कहा.
"लो थोड़ा चिकना कर दो मेरे मेरे लंड को"
"उसकी ज़रूरत नही पड़ेगी शायद मुझे काफ़ी गीली लग रही मेरी पुसी" मोनिका ने कहा.
सुरिंदर ने मोनिका की चूत में उंगली डाली और बोला, "हां ऐसा लगता है जैसे ये पुसी आज नहा के आई है"
"फक मी नाओ..." मोनिका ने कहा.
"आज तुम चोदो मेरे उपर चढ़ कर...क्या कहती हो?"
"ठीक है लेट जाओ फिर" मोनिका ने कहा.
सुरिंदर बिस्तर पर लेट गया और अपने लंड को हाथ में पकड़ कर बोला, "टेक इट बेबी"
मोनिका सुरिंदर के उपर आ गयी और अपनी गान्ड को सुरिंदर के लंड के ठीक उपर हवा में थाम लिया.
"ले आओ अपनी गान्ड नीचे अब क्यों तडपा रही हो" सुरिंदर ने कहा.
"मेरे होल पे रख दो बाकी मैं संभाल लूँगी"
सुरिंदर ने लंड को चूत के द्वार पर टीका दिया और बोला, "अपनी गान्ड नीचे को पुश करो...खुद-ब-खुद घुस जाएगा ये चूत में"
मोनिका ने अपनी गान्ड को नीचे की ओर पूस किया और सुरिंदर का लंड मोनिका की चूत में गायब होता चला गया.
"हाई रे क्या एंट्री दी है लंड को....काश मेरा भी ले ले ऐसे ही" मोहिंदर ने कहा.
"क्या किस्मत है उस लंड की जो कि गरम चूत में घुस्सा हुआ है...एक हमारे लंड हैं जो यहा ठंड में थितुर रहे हैं"
"देख-देख कैसे उछल रही है उसके उपर" महिनदर ने कहा.
"पूरे लंड को बाहर निकाल के अंदर ले रही है..मज़ा आ गया यार ये तो पोर्न मोविए से भी अच्छा लग रहा है" रमेश ने कहा.
"आअहह मोनिका और ज़ोर से उछलो...मज़ा आ रहा है" सुरिंदर ने कहा.
"थक गयी मैं अब तुम करो" मोनिका ने कहा.
मोनिका सुरिंदर के उपर से उतर कर टांगे फैला कर लेट गयी और बोली, "संजय को बहुत पसंद है ये पोज़िशन"
"कौन सी पोज़िशन?"
"यही जिसमे मैं उपर थी"
"किसके साथ ज़्यादा मज़ा आता है....मेरे साथ या अपने पति के साथ" सुरिंदर ने कहा.
"ह्म्म दौनो के साथ अपना मज़ा है" मोनिका ने कहा.
"सुन रहे हो रमेश....पति से दुखी नही है फिर भी अपने यार को देती है...इसे कहते हैं कलयुग"
"देने दो यार उसकी चूत है तेरा क्या जाता है...तू भी तो भाभी से दुखी नही है...क्या तू नही लेता दूसरी लड़कियों की"
"कहा यार बहुत दिन से कोई चूत नही मिली बस बीवी से ही काम चला रहा हूँ"
"तेरे सामने क्या है....इसकी हम आसानी से ले सकते हैं" रमेश ने कहा.
"ह्म्म बात तो ठीक है...ऐसा मोका रोज-रोज थोड़े ही मिलता है." महेंदर ने कहा.
अंदर सुरिंदर मोनिका को मिशनेरी पोज़िशन मे चोद रहा है.
"उउउहह यस फक मी हार्ड....." मोनिका ने कहा.
"संजय से हार्ड चोदुन्गा तुझे हे..हा..हा" सुरिंदर ने कहा.
"यस...डीपर आअहह हार्डर यस आय ऍम कमिंग....उऊहह" मोनिका बड़बड़ाई.
"हम तो अभी भी घूर रहे हैं...हमारी कोई ग़लती नही है. क्यों रमेश" महेंदर ने कहा.
"बिल्कुल...हे...हे..हा"
"ज़ोर से मत हंस उन्होने सुन लिया तो मज़ा किरकिरा हो जाएगा" महेंदर ने कहा.
"सॉरी तुम्हारी बात पर हँसी आ गयी" रमेश ने कहा.
"काश संजय को रोज कोई ना कोई काम रहे बाहर...हमारे मज़े लग जाएँगे" सुरिंदर ने कहा.
"सक इट नाओ" मोनिका ने कहा.
"एक एक बूब हमे पकड़ा दो हम अच्छे से चूसेंगे...इसके बस्का कुछ नही है" महेंदर ने कहा.
"धीरे बोलो यार कही सुन ना ले" रमेश ने कहा.
सुरिंदर बारी-बारी से मोनिका के निपल्स को मूह में दबा कर चूसने लगता है
"आअहह...म्म्म्ममम....यस....मै गीली हो गयी....आअहह कुछ करो"
"चल नाडा खोल फिर देर किस बात की है" सुरिंदर ने कहा.
मोनिका ने झट से नाडा खोला और सलवार उतार दी. उसने नीले रंग की पॅंटी पहनी हुई थी. पॅंटी को भी उसने एक झटके में अपने शरीर से अलग कर दिया.
"वाओ.....क्या बॉडी है यार......बूब्स की तरह इसकी गान्ड भी बड़ी है...लगता है खूब मरवाती है गान्ड ये" मोहिंदर ने कहा.
"चूत तो देख एक दम चिकनी है...एक भी बाल नही है....इट्स ए वंडरफुल चूत" रमेश ने कहा.
"इस वंडरफुल चूत ने हमारी मुश्किल बढ़ा दी है....लेनी पड़ेगी ये चूत अब तो वरना हर वक्त दिमाग़ में घूमती रहेगी" महेंदर ने कहा.
"पर हम कैसे ले पाएँगे इस की.....भूलो मत हम यहा ड्यूटी पे हैं" रमेश ने कहा.
"सोचने में क्या बुराई है...मिले ना मिले आगे अपनी किस्मत है" महेंदर ने कहा.
"लो थोड़ा चिकना कर दो मेरे मेरे लंड को"
"उसकी ज़रूरत नही पड़ेगी शायद मुझे काफ़ी गीली लग रही मेरी पुसी" मोनिका ने कहा.
सुरिंदर ने मोनिका की चूत में उंगली डाली और बोला, "हां ऐसा लगता है जैसे ये पुसी आज नहा के आई है"
"फक मी नाओ..." मोनिका ने कहा.
"आज तुम चोदो मेरे उपर चढ़ कर...क्या कहती हो?"
"ठीक है लेट जाओ फिर" मोनिका ने कहा.
सुरिंदर बिस्तर पर लेट गया और अपने लंड को हाथ में पकड़ कर बोला, "टेक इट बेबी"
मोनिका सुरिंदर के उपर आ गयी और अपनी गान्ड को सुरिंदर के लंड के ठीक उपर हवा में थाम लिया.
"ले आओ अपनी गान्ड नीचे अब क्यों तडपा रही हो" सुरिंदर ने कहा.
"मेरे होल पे रख दो बाकी मैं संभाल लूँगी"
सुरिंदर ने लंड को चूत के द्वार पर टीका दिया और बोला, "अपनी गान्ड नीचे को पुश करो...खुद-ब-खुद घुस जाएगा ये चूत में"
मोनिका ने अपनी गान्ड को नीचे की ओर पूस किया और सुरिंदर का लंड मोनिका की चूत में गायब होता चला गया.
"हाई रे क्या एंट्री दी है लंड को....काश मेरा भी ले ले ऐसे ही" मोहिंदर ने कहा.
"क्या किस्मत है उस लंड की जो कि गरम चूत में घुस्सा हुआ है...एक हमारे लंड हैं जो यहा ठंड में थितुर रहे हैं"
"देख-देख कैसे उछल रही है उसके उपर" महिनदर ने कहा.
"पूरे लंड को बाहर निकाल के अंदर ले रही है..मज़ा आ गया यार ये तो पोर्न मोविए से भी अच्छा लग रहा है" रमेश ने कहा.
"आअहह मोनिका और ज़ोर से उछलो...मज़ा आ रहा है" सुरिंदर ने कहा.
"थक गयी मैं अब तुम करो" मोनिका ने कहा.
मोनिका सुरिंदर के उपर से उतर कर टांगे फैला कर लेट गयी और बोली, "संजय को बहुत पसंद है ये पोज़िशन"
"कौन सी पोज़िशन?"
"यही जिसमे मैं उपर थी"
"किसके साथ ज़्यादा मज़ा आता है....मेरे साथ या अपने पति के साथ" सुरिंदर ने कहा.
"ह्म्म दौनो के साथ अपना मज़ा है" मोनिका ने कहा.
"सुन रहे हो रमेश....पति से दुखी नही है फिर भी अपने यार को देती है...इसे कहते हैं कलयुग"
"देने दो यार उसकी चूत है तेरा क्या जाता है...तू भी तो भाभी से दुखी नही है...क्या तू नही लेता दूसरी लड़कियों की"
"कहा यार बहुत दिन से कोई चूत नही मिली बस बीवी से ही काम चला रहा हूँ"
"तेरे सामने क्या है....इसकी हम आसानी से ले सकते हैं" रमेश ने कहा.
"ह्म्म बात तो ठीक है...ऐसा मोका रोज-रोज थोड़े ही मिलता है." महेंदर ने कहा.
अंदर सुरिंदर मोनिका को मिशनेरी पोज़िशन मे चोद रहा है.
"उउउहह यस फक मी हार्ड....." मोनिका ने कहा.
"संजय से हार्ड चोदुन्गा तुझे हे..हा..हा" सुरिंदर ने कहा.
"यस...डीपर आअहह हार्डर यस आय ऍम कमिंग....उऊहह" मोनिका बड़बड़ाई.