27-12-2019, 04:52 PM
Update 16
बॅक टू फार्म हाउस :-
..........
मैं सच कह रही हूँ सर, इसने मुझे चाकू दीखया था" पूजा ने चौहान से कहा.
"रामू तू पागल है क्या, इतनी हसीन लड़की को लंड दीखाया जाता है ना कि चाकू" चौहान ने हंसते हुए कहा.
"बिल्कुल सही कहा यार, रामू तू जा अपना काम कर" परवीन ने कहा.
"क्या धूप खिली है तेरे बर्थडे पे यार, इस धूप में इसका बदन सोने जैसा चमक रहा है" चौहान ने कहा.
"हां यार आज दिन खिला-खिला है, चल काम शुरू करें"
"जैसे तेरी मर्ज़ी, मैं तो लंड चुस्वाउंगा पहले इस से बाद मारूँगा इसकी" चौहान ने कहा.
"ठीक है तू लंड चुस्वा मैं इसकी गान्ड मारूँगा" परवीन ने कहा.
"मुझे थोड़ा आराम तो दो, अभी दर्द है हर जगह" पूजा गिड़गिडाई.
"कहा दर्द है मेरी गुलबो साफ-साफ बता ना, मैं मालिस कर दूँगा" परवीन ने कहा.
"हां-हाँ बोलो मैं भी मालिस करने के लिए तैयार हूँ" चौहान ने भी चुस्की ली.
"आप दोनो को सब पता है, मज़ाक मत करो, सच में दर्द हो रहा है" पूजा ने कहा.
"हमे कुछ नही पता समझाओ तो कुछ" परवीन ने कहा.
"इतने बड़े-बड़े पूरे के पूरे डाल दिए मेरे अंदर, दर्द नही होगा क्या?" पूजा झल्ला कर बोली.
"यार चौहान लड़की ठीक कह रही है इसकी चूत और गान्ड फाड़ डाली हमने आज. इसकी चूत और गान्ड को मालिस की शख्त ज़रूरत है" परवीन ने कहा.
"चल फिर दोनो एक साथ मालिस करते हैं" चौहान घिनोनी हँसी के साथ बोला.
"मुझे कुछ समझ नही आ रहा, वहां मालिस कैसे होगी" पूजा ने उत्सुकता में पूछा.
पूजा की बात सुनते ही दोनो हँसने लगे.
चौहान ने अपने लंड को हाथ मे पकड़ा और उसे हिलेट हुए बोला, "पूजा जी बहुत भोली हो आप, ये देखिए ये लंड है ना मालिस के लिए, कब से तैयार खड़ा है आपके लिए. मेरा मन तो तुम्हारे मूह में देने का था, अब जब तुम्हारी गान्ड में दर्द हो रहा है तो चलो थोड़ी मालिस ही कर देता हूँ"
पूजा ने चौहान के हाथ में हिलते हुए लंड को देखा और अपनी नज़रे झुका ली. वो समझ गयी कि दौनो फिर से एक साथ घुस्साने वाले हैं उसके अंदर. "कमीना है ये इनस्पेक्टर, ऐसे पोलीस वाले होंगे तो देश का क्या होगा," पूजा ने मन ही मन कहा.
"तू गान्ड की मालिस करेगा?" परवीन ने कहा.
"अगर तुझे गान्ड चाहिए तो मैं चूत संभाल लूँगा, जैसी तेरी मर्ज़ी, आख़िर तू बर्थडे बॉय है"
"नही कोई बात नही, बाद में पोज़िशन चेंज कर लेंगे" परवीन ने कहा.
परवीन पूजा के पास आया और उसे बाहों में भर लिया. उसका तना हुआ लंड पूजा के पेट से टकरा रहा था. परवीन ने पूजा के होंटो को अपने होंटो में दबा लिया.
"उम्म्म"
"क्या हुआ मेरी गुलाबो अभी तो लंड तेरी चूत में घुसा ही नही पहले ही चिल्लाने लगी"
"दाँत लग गये आपके मेरे होठ पर"
"कोई बात नही गुलाबो, घर जाएगी तो तुझे याद आएगा कि किसी मर्द से पाला पड़ा था"
पूजा ने कुछ नही कहा
चल मेरी गोदी में आजा तुझे हवा में झोते दे दे कर चोदुन्गा" परवीन ने कहा और पूजा को उपर उठा कर उसकी चूत में लंड घुस्सा दिया.
"आअहह धीरे से" पूजा कराह उठी.
चौहान पूजा के पीछे आ गया और उसकी गान्ड पर अपना लंड टीका दिया.
"सर धीरे से डालना" पूजा ने चौहान से कहा.
"घबराओ मत पूजा जी, अब आपकी गान्ड खुल चुकी है, आराम से जाएगा ये लंड इस बार" चौहान ने कहा और एक झटके में पूरा का पूरा लंड पूजा की गान्ड में उतार दिया.
"उूउऊययययययीीईईई माआ" पूजा कराह उठी.
"अब 2 लंड तेरे अंदर हैं कैसा लग रहा है मेरी गुलाबो"
"पहली बार से दर्द कम है" पूजा ने कहा.
बॅक टू फार्म हाउस :-
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मैं सच कह रही हूँ सर, इसने मुझे चाकू दीखया था" पूजा ने चौहान से कहा.
"रामू तू पागल है क्या, इतनी हसीन लड़की को लंड दीखाया जाता है ना कि चाकू" चौहान ने हंसते हुए कहा.
"बिल्कुल सही कहा यार, रामू तू जा अपना काम कर" परवीन ने कहा.
"क्या धूप खिली है तेरे बर्थडे पे यार, इस धूप में इसका बदन सोने जैसा चमक रहा है" चौहान ने कहा.
"हां यार आज दिन खिला-खिला है, चल काम शुरू करें"
"जैसे तेरी मर्ज़ी, मैं तो लंड चुस्वाउंगा पहले इस से बाद मारूँगा इसकी" चौहान ने कहा.
"ठीक है तू लंड चुस्वा मैं इसकी गान्ड मारूँगा" परवीन ने कहा.
"मुझे थोड़ा आराम तो दो, अभी दर्द है हर जगह" पूजा गिड़गिडाई.
"कहा दर्द है मेरी गुलबो साफ-साफ बता ना, मैं मालिस कर दूँगा" परवीन ने कहा.
"हां-हाँ बोलो मैं भी मालिस करने के लिए तैयार हूँ" चौहान ने भी चुस्की ली.
"आप दोनो को सब पता है, मज़ाक मत करो, सच में दर्द हो रहा है" पूजा ने कहा.
"हमे कुछ नही पता समझाओ तो कुछ" परवीन ने कहा.
"इतने बड़े-बड़े पूरे के पूरे डाल दिए मेरे अंदर, दर्द नही होगा क्या?" पूजा झल्ला कर बोली.
"यार चौहान लड़की ठीक कह रही है इसकी चूत और गान्ड फाड़ डाली हमने आज. इसकी चूत और गान्ड को मालिस की शख्त ज़रूरत है" परवीन ने कहा.
"चल फिर दोनो एक साथ मालिस करते हैं" चौहान घिनोनी हँसी के साथ बोला.
"मुझे कुछ समझ नही आ रहा, वहां मालिस कैसे होगी" पूजा ने उत्सुकता में पूछा.
पूजा की बात सुनते ही दोनो हँसने लगे.
चौहान ने अपने लंड को हाथ मे पकड़ा और उसे हिलेट हुए बोला, "पूजा जी बहुत भोली हो आप, ये देखिए ये लंड है ना मालिस के लिए, कब से तैयार खड़ा है आपके लिए. मेरा मन तो तुम्हारे मूह में देने का था, अब जब तुम्हारी गान्ड में दर्द हो रहा है तो चलो थोड़ी मालिस ही कर देता हूँ"
पूजा ने चौहान के हाथ में हिलते हुए लंड को देखा और अपनी नज़रे झुका ली. वो समझ गयी कि दौनो फिर से एक साथ घुस्साने वाले हैं उसके अंदर. "कमीना है ये इनस्पेक्टर, ऐसे पोलीस वाले होंगे तो देश का क्या होगा," पूजा ने मन ही मन कहा.
"तू गान्ड की मालिस करेगा?" परवीन ने कहा.
"अगर तुझे गान्ड चाहिए तो मैं चूत संभाल लूँगा, जैसी तेरी मर्ज़ी, आख़िर तू बर्थडे बॉय है"
"नही कोई बात नही, बाद में पोज़िशन चेंज कर लेंगे" परवीन ने कहा.
परवीन पूजा के पास आया और उसे बाहों में भर लिया. उसका तना हुआ लंड पूजा के पेट से टकरा रहा था. परवीन ने पूजा के होंटो को अपने होंटो में दबा लिया.
"उम्म्म"
"क्या हुआ मेरी गुलाबो अभी तो लंड तेरी चूत में घुसा ही नही पहले ही चिल्लाने लगी"
"दाँत लग गये आपके मेरे होठ पर"
"कोई बात नही गुलाबो, घर जाएगी तो तुझे याद आएगा कि किसी मर्द से पाला पड़ा था"
पूजा ने कुछ नही कहा
चल मेरी गोदी में आजा तुझे हवा में झोते दे दे कर चोदुन्गा" परवीन ने कहा और पूजा को उपर उठा कर उसकी चूत में लंड घुस्सा दिया.
"आअहह धीरे से" पूजा कराह उठी.
चौहान पूजा के पीछे आ गया और उसकी गान्ड पर अपना लंड टीका दिया.
"सर धीरे से डालना" पूजा ने चौहान से कहा.
"घबराओ मत पूजा जी, अब आपकी गान्ड खुल चुकी है, आराम से जाएगा ये लंड इस बार" चौहान ने कहा और एक झटके में पूरा का पूरा लंड पूजा की गान्ड में उतार दिया.
"उूउऊययययययीीईईई माआ" पूजा कराह उठी.
"अब 2 लंड तेरे अंदर हैं कैसा लग रहा है मेरी गुलाबो"
"पहली बार से दर्द कम है" पूजा ने कहा.