29-01-2019, 11:36 PM
ठाकुर ने शिल्पा को अपनी बाहों के कैद में से आजाद कर दिया। शिल्पा जल्दी से जाकर दरवाजा बंद करने लगी। शिल्पा इसी गाँव की थी, उसकी माँ मर चुकी थी और उसका बाप बहुत बूढ़ा और बीमार था। इसलिए वो ठाकुर की हवेली में काम करती थी। ठाकुर की हवेली में काम करते हुए उसे बहुत टाइम हो चुका था। उसकी उमर इस वक़्त 28 साल थी। वो 18 साल की उमर से हवेली में काम कर रही थी। ठाकुर ने उसका कोई नाजायज फायदा नहीं उठाया था बल्की वो खुद ही हवस के तूफान में बहकर ठाकुर के आगोश में आ गई थी।
* * * * * * * * * *फ्लैशबैक –
शिल्पा और टाकुर की पहली चुदाई यह उस वक़्त की बात है जब शिल्पा नई-नई इस हवेली में आई थी। टकुराइन की मौत के कारण 3 महीने तक हवेली में शोक था और वक़्त के साथ-साथ सब कुछ नार्मल हो गया। शिल्पा डेली सवेरे ही हवेली में आ जाती थी, और चाय बनाकर ठाकुर और उनके दोनों बेटों को उनके कमरे में पहुँचाती थी। ठाकुर के दोनों बेटे तो उस वक़्त बहुत छोटे थे। वो चाय पीकर कॉलेज चले जाते थे, शिल्पा उन दोनों को चाय पिलाकर उन्हें कॉलेज के लिए रवाना करती थी और बाद में ठाकुर के कमरे में जाकर उसे उठाकर चाय देती थी।
एक दिन डेली की तरह रवी और मनीष को कॉलेज भेजने के बाद शिल्पा ठाकुर के कमरे में चाय लेकर पहुँच गई। शिल्पा के पास हर कमरे की डुप्लीकेट चाबी हुआ करती थी। वो दरवाजा खोलकर जैसे ही अंदर दाखिल हुई। उसकी नजर सोए हुए ठाकुर पर पड़ी, जो बेखबर नींद में सोया हुआ था। ठाकुर सिर्फ एक अंडरवेर पहनकर सोता था। जब शिल्पा की नजर ठाकुर के अंडरवेर पर पड़ी तो शिल्पा हैरान हो गई, क्योंकी ठाकुर का अंडरवेर सामने से गीला था।
शिल्पा सोच में पड़ गई की इतना बड़ा होकर भी ठाकुर अंडरवेर में ही मूत देता है। शिल्पा आगे बढ़कर चाय टेबल पर रखते हुए ठाकुर के करीब आ गई और अपना हाथ बढ़ाकर उसके अंडरवेर पर रख दिया। अंडरवेर पर हाथ पड़ते ही शिल्पा हैरान हो गई क्योंकी यह पेशाब नहीं बल्की कोई चिपचिपी चीज थी। शिल्पा अपना हाथ अपनी नाक तक लाते हुए उसे सँघने लगी। शिल्पा की आँखें अपनी नाक में उसकी गंध महसूस करते ही बंद होने लगी। शिल्पा कुछ देर तक अपने हाथ को सँघती रही। उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था की ठाकुर के अंडरवेर पर क्या लगा हुआ है?
शिल्पा चाय का कप टेबल पर रखते हुए ठाकुर को उठाने लगी। उसने फैसला कर लिया था की वो ठाकुर से पूछेगी की उसका अंडरवेर गीला क्यों है?
ठाकुर शिल्पा का हाथ लगाते ही आँखें मलता हुआ उठा। ठाकुर ने उठते ही टेबल से चाय उठाकर पीने लगा। शिल्पा हर रोज चाय रखकर चली जाती थी आज ठाकुर ने उसे वहीं खड़े देखकर कहा- “क्या बात है शिल्पा सब कुछ ठीक तो है?”
शिल्पा ने अपना सिर झुकते हुए कहा- “ठाकुर साहब मुझे आपसे कुछ पूछना है...”
ठाकुर ने चाय की चुस्की लेते हुए कहा- “पूछो क्या बात है?”
शिल्पा- “ठाकुर साहब जब मैं आपके कमरे में दाखिल हुई तो आपका कच्छा गीला था। मैं यही पूछना चाहती थी की आप इतने बड़े होकर कच्छे में पेशाब करते हो...”
ठाकुर शिल्पा का सवाल सुनकर चौंक उठा और अपना हाथ अपने अंडरवेर पर रख दिया अपने अंडरवेर पर हाथ पड़ते ही ठाकुर का हाथ गीला हो गया। ठाकुर समझ गया की नींद में उसके लण्ड से वीर्य निकल गया है। वैसे भी ठाकुर अपनी पत्नी को डेली चोदता था। अब उसको मारे हुए 3 महीने बीत चुके थे और ठाकुर के जिम में अभी बहुत ताकत बाकी थी।
ठाकुर ने मुश्कुराते हुए शिल्पा से कहा- “मैंने नींद में पेशाब नहीं किया, यह पेशाब नहीं कुछ और है...”
शिल्पा ने हैरान होते हुए कहा- “फिर आपके कच्छे पर यह क्या लगा हुआ है?”
ठाकुर ने कहा- “तुम अभी छोटी हो, मैं नहीं बता सकता...”
शिल्पा ने कहा- “आपके कच्छे पर ऐसा क्या लगा हुआ है जो आप हमें नहीं बता सकते और मैं अभी छोटी नहीं
ठाकुर शिल्पा की बात सुनकर उसे ऊपर से नीचे तक घूरने लगा। ठाकुर आज पहली बार शिल्पा को एक मर्द की नजर से देख रहा था। उसे अपने सामने एक जवान कमसिन लड़की नजर आई जो एक गुलाबी साड़ी में खड़ी थी। शिल्पा की चूचियां उसकी उमर के हिसाब से कुछ बड़ी थीं, और उसकी पतली कमर के नीचे उसकी भरी हुई गाण्ड किसी भी मर्द को पहली बार में अपनी तरफ खींच ले।
शिल्पा की तरफ देखते हुए ठाकुर की नजर उसकी गाण्ड पर अटक गई। शिल्पा ने ठाकुर को यूँ घूरता हुआ देखकर कहा- “बताएं ना क्या है वो चीज, हम जानना चाहते हैं?”
* * * * * * * * * *फ्लैशबैक –
शिल्पा और टाकुर की पहली चुदाई यह उस वक़्त की बात है जब शिल्पा नई-नई इस हवेली में आई थी। टकुराइन की मौत के कारण 3 महीने तक हवेली में शोक था और वक़्त के साथ-साथ सब कुछ नार्मल हो गया। शिल्पा डेली सवेरे ही हवेली में आ जाती थी, और चाय बनाकर ठाकुर और उनके दोनों बेटों को उनके कमरे में पहुँचाती थी। ठाकुर के दोनों बेटे तो उस वक़्त बहुत छोटे थे। वो चाय पीकर कॉलेज चले जाते थे, शिल्पा उन दोनों को चाय पिलाकर उन्हें कॉलेज के लिए रवाना करती थी और बाद में ठाकुर के कमरे में जाकर उसे उठाकर चाय देती थी।
एक दिन डेली की तरह रवी और मनीष को कॉलेज भेजने के बाद शिल्पा ठाकुर के कमरे में चाय लेकर पहुँच गई। शिल्पा के पास हर कमरे की डुप्लीकेट चाबी हुआ करती थी। वो दरवाजा खोलकर जैसे ही अंदर दाखिल हुई। उसकी नजर सोए हुए ठाकुर पर पड़ी, जो बेखबर नींद में सोया हुआ था। ठाकुर सिर्फ एक अंडरवेर पहनकर सोता था। जब शिल्पा की नजर ठाकुर के अंडरवेर पर पड़ी तो शिल्पा हैरान हो गई, क्योंकी ठाकुर का अंडरवेर सामने से गीला था।
शिल्पा सोच में पड़ गई की इतना बड़ा होकर भी ठाकुर अंडरवेर में ही मूत देता है। शिल्पा आगे बढ़कर चाय टेबल पर रखते हुए ठाकुर के करीब आ गई और अपना हाथ बढ़ाकर उसके अंडरवेर पर रख दिया। अंडरवेर पर हाथ पड़ते ही शिल्पा हैरान हो गई क्योंकी यह पेशाब नहीं बल्की कोई चिपचिपी चीज थी। शिल्पा अपना हाथ अपनी नाक तक लाते हुए उसे सँघने लगी। शिल्पा की आँखें अपनी नाक में उसकी गंध महसूस करते ही बंद होने लगी। शिल्पा कुछ देर तक अपने हाथ को सँघती रही। उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था की ठाकुर के अंडरवेर पर क्या लगा हुआ है?
शिल्पा चाय का कप टेबल पर रखते हुए ठाकुर को उठाने लगी। उसने फैसला कर लिया था की वो ठाकुर से पूछेगी की उसका अंडरवेर गीला क्यों है?
ठाकुर शिल्पा का हाथ लगाते ही आँखें मलता हुआ उठा। ठाकुर ने उठते ही टेबल से चाय उठाकर पीने लगा। शिल्पा हर रोज चाय रखकर चली जाती थी आज ठाकुर ने उसे वहीं खड़े देखकर कहा- “क्या बात है शिल्पा सब कुछ ठीक तो है?”
शिल्पा ने अपना सिर झुकते हुए कहा- “ठाकुर साहब मुझे आपसे कुछ पूछना है...”
ठाकुर ने चाय की चुस्की लेते हुए कहा- “पूछो क्या बात है?”
शिल्पा- “ठाकुर साहब जब मैं आपके कमरे में दाखिल हुई तो आपका कच्छा गीला था। मैं यही पूछना चाहती थी की आप इतने बड़े होकर कच्छे में पेशाब करते हो...”
ठाकुर शिल्पा का सवाल सुनकर चौंक उठा और अपना हाथ अपने अंडरवेर पर रख दिया अपने अंडरवेर पर हाथ पड़ते ही ठाकुर का हाथ गीला हो गया। ठाकुर समझ गया की नींद में उसके लण्ड से वीर्य निकल गया है। वैसे भी ठाकुर अपनी पत्नी को डेली चोदता था। अब उसको मारे हुए 3 महीने बीत चुके थे और ठाकुर के जिम में अभी बहुत ताकत बाकी थी।
ठाकुर ने मुश्कुराते हुए शिल्पा से कहा- “मैंने नींद में पेशाब नहीं किया, यह पेशाब नहीं कुछ और है...”
शिल्पा ने हैरान होते हुए कहा- “फिर आपके कच्छे पर यह क्या लगा हुआ है?”
ठाकुर ने कहा- “तुम अभी छोटी हो, मैं नहीं बता सकता...”
शिल्पा ने कहा- “आपके कच्छे पर ऐसा क्या लगा हुआ है जो आप हमें नहीं बता सकते और मैं अभी छोटी नहीं
ठाकुर शिल्पा की बात सुनकर उसे ऊपर से नीचे तक घूरने लगा। ठाकुर आज पहली बार शिल्पा को एक मर्द की नजर से देख रहा था। उसे अपने सामने एक जवान कमसिन लड़की नजर आई जो एक गुलाबी साड़ी में खड़ी थी। शिल्पा की चूचियां उसकी उमर के हिसाब से कुछ बड़ी थीं, और उसकी पतली कमर के नीचे उसकी भरी हुई गाण्ड किसी भी मर्द को पहली बार में अपनी तरफ खींच ले।
शिल्पा की तरफ देखते हुए ठाकुर की नजर उसकी गाण्ड पर अटक गई। शिल्पा ने ठाकुर को यूँ घूरता हुआ देखकर कहा- “बताएं ना क्या है वो चीज, हम जानना चाहते हैं?”