Thread Rating:
  • 4 Vote(s) - 1.75 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery बात एक रात की - The Immortal Romance - {Completed}
#35
“हां-हां अगर तुम इस लाइन में आज के बाद नही रहोगी तो तुम्हे कोई परेशान नही करेगा. वैसे मैं यहा अपर्णा की तलाश में आया था.”

“कौन अपर्णा?”

“वही जिसने तुम्हारी फ्रेंड को मारा था.”

“क्या?...तो क्या सीरियल किलर एक लड़की है.”

“हां…वैसे तुमने इंक्वाइरी में कोई ज़्यादा सपोर्ट नही किया था. ”

“सर…मुझे जितना पता था…मैने बता दिया था.”

“दरवाजा पटक दिया था आपने मेरे मूह पर…ये कह कर कि मुझे परेशान मत करो में कुछ और नही जानती”

“सर उस वक्त…बार-बार मुझसे सवाल किए जा रहे थे…मैं परेशान हो चुकी थी.”

“वैसे तुमने तो किसी आदमी का जिकर किया था, लेकिन कातिल तो एक लड़की निकली”

“मैं और रागिनी जब सिनिमा से निकले तो कोई आदमी हमारा लगातार पीछा कर रहा था…मैने उसकी शक्ल भी देखी थी. अगले दिन रागिनी का खून हो गया. इतना ही मैं जानती थी और ये सब मैने पोलीस को बता दिया था…इस से ज़्यादा और क्या बताती मैं.”

“हो सकता है वही आदमी नकाब पोश हो, क्या तुम्हे अभी भी याद है उसका चेहरा?”

“अब तो वो शक्ल मेमोरी में धुंधली हो चुकी है. वैसे भी शाम का वक्त था उस वक्त. वो आदमी सामने आए तो शायद पहचान लू. वैसे ये नकाब पोश कौन है?”

तभी अच्छानक चौहान का फोन बज उठा. “न्यूज़ नही देखती क्या…एक मिनट…किसका फोन है?” चौहान ने पेण्ट की जेब से फोन निकालते हुए कहा.

चौहान ने फोन उठाया और बोला, “परवीन कहा है तू यार…काईं बार फोन किया…उठाता ही नही है”

परवीन चौहान का कॉलेज के दिनो का दोस्त था.

“यार फोन दराज में पड़ा था…सुनाई नही दिया.” परवीन ने कहा.

“पर तू तो घर पर भी नही था…रात 2 बजे निकला था मैं तेरे घर के आगे से…कहा था तू इतनी रात को.”

“वो यार रात ज़्यादा पी ली थी…बार में ही पड़ा रहा. अभी घर आया हूँ.”

“तुझे डर नही लगता शहर में सीरियल किलर घूम रहा है.”

“तेरे रहते मुझे किस बात का डर दोस्त”

“वो तो ठीक है…एक बात सुन बर्थडे बॉय…तेरे लिए बहुत सुंदर तौफा है मेरे पास.”

“क्या बात कर रहा है…कैसा तोहफा है?”

“तू ऐसा कर अपने फार्म हाउस पे पहुँच बहुत दिन हो गये साथ में मस्ती किए आज हो ही जाए.”

“अच्छा समझ गया ये तोहफा है…कॉलेज के दिनो की यादे ताज़ा करना चाहता है हूँ”

“ये ही समझ ले…तेरा जनम दिन भी है…ऐसा कर तू फार्म हाउस पहुँच और हरी-हरी घास में खुले आसमान के नीचे अच्छा इंटेज़ाम कर”

“ये सब खुले में करेगा तू.”

“तो क्या हुआ…तेरे नौकर रामू के अलावा वहां और कौन होगा. खूब मस्ती करेंगे…अब देर मत कर जल्दी पहुँच.”

“ठीक है…मैं अभी के अभी निकलता हूँ.”

“ठीक है मैं भी निकल ही रहा हूँ.”

फोन कॉन्वर्सेशन ख़तम हो जाती है.

“सर मैं चालू फिर…आप तो बर्थडे मनाने जा रहे हैं”

“नही मेरे दोस्त की बर्थडे पार्टी में तुम भी शामिल होगी…चलो”

जब पूजा को इनस्पेक्टर की बात समझ में आई तो उसके रोंगटे खड़े हो गये. “हे भगवान कहा फँस गयी मैं…अब क्या करूँ?” पूजा ने खुद से कहा.

कुछ ही देर में इनस्पेक्टर अपनी जीप में पूजा को बीठा कर परवीन के फार्म हाउस की तरफ बढ़ रहा था.

“सर में बर्थडे पार्टी में क्या करूँगी…प्लीज़ मुझे जाने दीजिए” पूजा गिदगड़ाई.

“पार्टी में हसीन लोग साथ हो तो रोनक बढ़ जाती है…तुम चिंता मत करो खूब एंजाय करोगी तुम.”

“सर प्लीज़ मुझे जाने दीजिए…मैं एस्कॉर्ट एजेन्सी से आज ही नाता तोड़ लूँगी…”

“पूजा जी घबराओ मत…जन्नत दीखाएगे हम आपको आज…आप बेवजह परेशान हो रही हैं.” चौहान ने कहा और एक विकेड स्माइल उसके चेहरे पर उभर आई.

“मेरी एक ग़लती की इतनी बड़ी सज़ा…कहा तक जायज़ है.”

“अब शैतानी कीजिएगा तो सज़ा तो मिलेगी ना…वैसे हम सच कह रहे है…जन्नत की सैर कराएँगे आपको…आप बस अपने दिल से डर को दूर भगा दीजिए...वैसे एक बात बताओ…क्यों बनी तुम एस्कॉर्ट ?”

“इस सब के लिए मेरा बॉय फ्रेंड ज़िम्मेदार है.”

“वो कैसे?”

“मैं उसे प्यार करती थी…अँधा प्यार और उसने मेरी वीडियोज बना ली. मुझे कभी शक नही हुआ. हर मुलाकात की चुपचाप रेकॉर्डिंग की उसने.”

“तो ये ब्लॅकमेलिंग का मामला है”

“हां उसने मुझे ज़बरदस्ती एस्कॉर्ट बनाया. अब मुझे पता चला कि मिस्टर कुमार का पार्ट्नर है वो.”

“ह्म्म इंट्रेस्टिंग स्टोरी है”

“ये स्टोरी नही हक़ीकत है…मेरे जैसे हज़ारो शायद यू ही बर्बाद हुई होंगी.”

“छोड़ो ये सब जो होना था हो गया…”

“ये सब सुन-ने के बाद भी आप मुझे पार्टी में ले जाएँगे.”

“बिल्कुल…घोड़ा घास से दोस्ती करेगा तो खाएगा क्या…हां तेरे बॉय फ्रेंड को सीधा करने की ज़िम्मेदारी मेरी” चौहान ने घिनोनी हँसी के साथ कहा.

“शुक्र है कुछ तो राहत मिली मुझे. उसो तो मैं जैल में देखना चाहती हूँ.”

“सब हो जाएगा पूजा जी…आप बस मुझे खुश कर दो.”

“ये ख़ुशी मुझे रोज तो नही देनी होगी ना?”

“अगर लत पड़ गयी तुम्हारी तो कह नही सकता…वैसे मैं रोज नया शिकार पसंद करता हूँ. अपनी नौकरी भी कुछ ऐसी है…नया-नया माल मिलता रहता है.”

कुछ ही देर में जीप सुनसान सड़क पर आ गयी.
Like Reply


Messages In This Thread
RE: बात एक रात की - The Immortal Romance - {Completed} - by usaiha2 - 27-12-2019, 04:07 PM



Users browsing this thread: 14 Guest(s)