27-12-2019, 03:58 PM
'सर हमने पूरे शहर की नाकेबंदी कर रखी है...वो जल्दी पकड़ी जाएगी'
'मुझे पल-पल की रिपोर्ट देते रहना विजय...बहुत प्रेशर है उपर से इस केस में'
'आप चिंता ना करें सर...केस तो सॉल्व हो ही चुका है...वो भी पकड़ी ही जाएगी'
'विटनेस के घर पर कितनी प्रोटेक्शन भेजी है'
'सर 2 हवलदार भेजे हैं'
'ह्म्म...उस नकाब पोश का कुछ पता चला कि वो कौन है.'
'नही सर अभी कुछ पता नही चला...पर जल्द पता चल जाएगा'
'ठीक है मेरी जीप लग्वाओ, मैं पूरे शहर का एक राउंड लूँगा'
'ओके सर...अभी लगवाता हूँ'
विजय सब इनस्पेक्टर है और जिसे वो सर-सर कह रहा है वो है रंजीत चौहान, इनस्पेक्टर. सीरियल किलर का केस उसी के पास है.
अचानक विजय का फोन बजने लगता है. वो फोन उठाता है.....फोन पर बात करने के बाद वो कहता है,' सर 100 नो पर अभी-अभी किसी ने फोन करके बताया है कि होटेल ग्रीन पॅलेस के रूम नंबर 201 में छुपी है अपर्णा पाठक'
'ह्म्म मैं खुद चलूँगा वहां...फ़ौरन जीप लग्वाओ'
'ओके सर' कह कर विजय कमरे से बाहर आ जाता है.
15 मिनट बाद होटेल ग्रीन पॅलेस का बाहर पोलीस की जीप रुकती है. इंस्पेक्टर चौहान, सब इनस्पेक्टर, विजय को साथ ले कर होटेल में घुसता है.
'रूम नो 201 किधर है' इनस्पेक्टर चौहान ने रिसेप्षनिस्ट से पूछा.
'क्या बात है सर?' रिसेप्षनिस्ट ने पूछा.
'साले अभी अंदर कर दूँगा...रूम दिखा कहा है' एक तो इनस्पेक्टर दीखने में ही भयानक था उपर से ये रोब...रिसेप्षनिस्ट की तो हालत खराब हो गयी.
'आओ सर मैं खुद आपको रूम तक ले चलता हूँ'
'हां जल्दी ले चल' चौहान ने कहा.
कुछ देर बाद इनस्पेक्टर चौहान विजय के साथ रूम नो 201 के बाहर था.
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'मुझे पल-पल की रिपोर्ट देते रहना विजय...बहुत प्रेशर है उपर से इस केस में'
'आप चिंता ना करें सर...केस तो सॉल्व हो ही चुका है...वो भी पकड़ी ही जाएगी'
'विटनेस के घर पर कितनी प्रोटेक्शन भेजी है'
'सर 2 हवलदार भेजे हैं'
'ह्म्म...उस नकाब पोश का कुछ पता चला कि वो कौन है.'
'नही सर अभी कुछ पता नही चला...पर जल्द पता चल जाएगा'
'ठीक है मेरी जीप लग्वाओ, मैं पूरे शहर का एक राउंड लूँगा'
'ओके सर...अभी लगवाता हूँ'
विजय सब इनस्पेक्टर है और जिसे वो सर-सर कह रहा है वो है रंजीत चौहान, इनस्पेक्टर. सीरियल किलर का केस उसी के पास है.
अचानक विजय का फोन बजने लगता है. वो फोन उठाता है.....फोन पर बात करने के बाद वो कहता है,' सर 100 नो पर अभी-अभी किसी ने फोन करके बताया है कि होटेल ग्रीन पॅलेस के रूम नंबर 201 में छुपी है अपर्णा पाठक'
'ह्म्म मैं खुद चलूँगा वहां...फ़ौरन जीप लग्वाओ'
'ओके सर' कह कर विजय कमरे से बाहर आ जाता है.
15 मिनट बाद होटेल ग्रीन पॅलेस का बाहर पोलीस की जीप रुकती है. इंस्पेक्टर चौहान, सब इनस्पेक्टर, विजय को साथ ले कर होटेल में घुसता है.
'रूम नो 201 किधर है' इनस्पेक्टर चौहान ने रिसेप्षनिस्ट से पूछा.
'क्या बात है सर?' रिसेप्षनिस्ट ने पूछा.
'साले अभी अंदर कर दूँगा...रूम दिखा कहा है' एक तो इनस्पेक्टर दीखने में ही भयानक था उपर से ये रोब...रिसेप्षनिस्ट की तो हालत खराब हो गयी.
'आओ सर मैं खुद आपको रूम तक ले चलता हूँ'
'हां जल्दी ले चल' चौहान ने कहा.
कुछ देर बाद इनस्पेक्टर चौहान विजय के साथ रूम नो 201 के बाहर था.
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