27-12-2019, 03:44 PM
Update 8
सुबह के 7 बजने को हैं.
होटेल ग्रीन पॅलेस में एक खूबसूरत लड़की रूम नो 201 की बेल बजाती है. दरवाजा खुलता है.
'गुड मॉर्निंग सर' लड़की हंस कर कहती है.
'गुड मॉर्निंग...आओ-आओ मैं तुम्हारा ही इंतेज़ार कर रहा था, मेरा नाम संजय है, वॉट'स योर नेम?'
'जी मुस्कान'
'बहुत सुंदर नाम है...बिल्कुल तुम्हारी तरह...कुछ चाय-कॉफी लोगि' संजय ने पूछा.
'जी शुक्रिया...मैं घर से पी कर आई हूँ'
'क्या पी कर आई हो'
'चाय पी कर आई हूँ'
'मुझे तो यकीन नही था कि इतनी सुबह मिस्टर कुमार किसी को भेज देगा. आक्च्युयली मेरे पास अभी वक्त था और शाम को मुझे निकलना है. बहुत मन हो रहा था. इतनी सुंदर लड़की भेजेगा कुमार मुझे यकीन नही था.'
'शुक्रिया' लड़की ने कहा.
'किस बात के लिए?'
'मेरी तारीफ़ के लिए'
संजय ने मुस्कान को उपर से नीचे तक देखा और अपने बेग से 50,000 निकाल कर मुस्कान के हाथ में रख दिए और बोला,'ये लो तुम्हारी फीस'
मुस्कान ने पैसे चुपचाप पर्स में रख लिए.
'तुम कॉलेज गर्ल हो ना, मैने मिस्टर कुमार को कॉलेज गर्ल के लिए बोला था'
'जी हां मैं कॉलेज गर्ल हूँ'
'क्या करती हो कॉलेज में'
'क्या मतलब पढ़ती हूँ'
'मेरा मतलब बी.ए कर रही हो या बी.कॉम या कुछ और'
'मैं बी.ए फाइनल में हूँ'
'कब से हो इस लाइन में'
'ये मेरा पहला असाइनमेंट है' मुस्कान ने कहा.
'जो भी मुझे मिलती है यही कहती है' संजय ने हंसते हुए कहा.
'सर, मैं दूसरो का नही जानती लेकिन ये मेरा पहला है'
'तो क्या वर्जिन हो तुम'
'नही मेरा बॉय फ़्रेंड है'
'इस लाइन में मजबूरी से हो या फिर शौक से'
'जिंदगी है...मैं इस बारे में कुछ नही कहना चाहती' कहते कहते मुस्कान की आँखे नम हो गयी थी. पर जल्दी ही उसने खुद को संभाल लिया. ये वाकई में उसका फर्स्ट टाइम था.
संजय खड़ा हो कर मुस्कान के सामने आ गया और बोला,'अच्छा छोड़ो ये सब...चलो मेरे गन्ने को बाहर निकाल कर चूसना शुरू करो...बहुत मच्चल रहा है तुम्हारे मूह में जाने के लिए'
मुस्कान ने संजय की जीन्स का बॉटन खोल कर चैन नीचे सरका दी.
सुबह के 7 बजने को हैं.
होटेल ग्रीन पॅलेस में एक खूबसूरत लड़की रूम नो 201 की बेल बजाती है. दरवाजा खुलता है.
'गुड मॉर्निंग सर' लड़की हंस कर कहती है.
'गुड मॉर्निंग...आओ-आओ मैं तुम्हारा ही इंतेज़ार कर रहा था, मेरा नाम संजय है, वॉट'स योर नेम?'
'जी मुस्कान'
'बहुत सुंदर नाम है...बिल्कुल तुम्हारी तरह...कुछ चाय-कॉफी लोगि' संजय ने पूछा.
'जी शुक्रिया...मैं घर से पी कर आई हूँ'
'क्या पी कर आई हो'
'चाय पी कर आई हूँ'
'मुझे तो यकीन नही था कि इतनी सुबह मिस्टर कुमार किसी को भेज देगा. आक्च्युयली मेरे पास अभी वक्त था और शाम को मुझे निकलना है. बहुत मन हो रहा था. इतनी सुंदर लड़की भेजेगा कुमार मुझे यकीन नही था.'
'शुक्रिया' लड़की ने कहा.
'किस बात के लिए?'
'मेरी तारीफ़ के लिए'
संजय ने मुस्कान को उपर से नीचे तक देखा और अपने बेग से 50,000 निकाल कर मुस्कान के हाथ में रख दिए और बोला,'ये लो तुम्हारी फीस'
मुस्कान ने पैसे चुपचाप पर्स में रख लिए.
'तुम कॉलेज गर्ल हो ना, मैने मिस्टर कुमार को कॉलेज गर्ल के लिए बोला था'
'जी हां मैं कॉलेज गर्ल हूँ'
'क्या करती हो कॉलेज में'
'क्या मतलब पढ़ती हूँ'
'मेरा मतलब बी.ए कर रही हो या बी.कॉम या कुछ और'
'मैं बी.ए फाइनल में हूँ'
'कब से हो इस लाइन में'
'ये मेरा पहला असाइनमेंट है' मुस्कान ने कहा.
'जो भी मुझे मिलती है यही कहती है' संजय ने हंसते हुए कहा.
'सर, मैं दूसरो का नही जानती लेकिन ये मेरा पहला है'
'तो क्या वर्जिन हो तुम'
'नही मेरा बॉय फ़्रेंड है'
'इस लाइन में मजबूरी से हो या फिर शौक से'
'जिंदगी है...मैं इस बारे में कुछ नही कहना चाहती' कहते कहते मुस्कान की आँखे नम हो गयी थी. पर जल्दी ही उसने खुद को संभाल लिया. ये वाकई में उसका फर्स्ट टाइम था.
संजय खड़ा हो कर मुस्कान के सामने आ गया और बोला,'अच्छा छोड़ो ये सब...चलो मेरे गन्ने को बाहर निकाल कर चूसना शुरू करो...बहुत मच्चल रहा है तुम्हारे मूह में जाने के लिए'
मुस्कान ने संजय की जीन्स का बॉटन खोल कर चैन नीचे सरका दी.
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