27-12-2019, 03:39 PM
'इसे कहीं मत जाने देना अभी बताती हूँ इसे मैं' टॉयलेट के अंदर से अपर्णा चिल्लाई.
'ये कौन चिल्लाया गुरु' आशु हैरत में बोला.
'मैने कहा था ना दीवारो के भी कान होते हैं' सौरभ ने कहा.
'हां पर दीवारो के पास मूह कब से आ गया, चिल्लाने के लिए' आशु ने कहा.
तभी टॉयलेट का दरवाजा खोल कर अपर्णा बाहर निकली.
अपर्णा को देखते ही आशु की उपर की साँस उपर और नीचे की साँस नीचे रह गयी. उसके हाथ से चाय का कप गिर गया और उसकी टांगे थर थर काँपने लगी.
'हां तो फिर से कहो क्या कह रहे थे मेरे बारे में'
'ग...गुरु ये...' आशु से कुछ भी बोले नही बन रहा था.
'अबे क्या कर रहा है, तेरा तो मूत निकल गया...'
अपर्णा बहुत गुस्से में थी लेकिन फिर भी आशु की ऐसी हालत देख कर हँसे बिना ना रह सकी.
'बस निकल गयी सारी हेकड़ी...बहुत बाते करता है...हुह' अपर्णा ने कहा.
'ये कौन चिल्लाया गुरु' आशु हैरत में बोला.
'मैने कहा था ना दीवारो के भी कान होते हैं' सौरभ ने कहा.
'हां पर दीवारो के पास मूह कब से आ गया, चिल्लाने के लिए' आशु ने कहा.
तभी टॉयलेट का दरवाजा खोल कर अपर्णा बाहर निकली.
अपर्णा को देखते ही आशु की उपर की साँस उपर और नीचे की साँस नीचे रह गयी. उसके हाथ से चाय का कप गिर गया और उसकी टांगे थर थर काँपने लगी.
'हां तो फिर से कहो क्या कह रहे थे मेरे बारे में'
'ग...गुरु ये...' आशु से कुछ भी बोले नही बन रहा था.
'अबे क्या कर रहा है, तेरा तो मूत निकल गया...'
अपर्णा बहुत गुस्से में थी लेकिन फिर भी आशु की ऐसी हालत देख कर हँसे बिना ना रह सकी.
'बस निकल गयी सारी हेकड़ी...बहुत बाते करता है...हुह' अपर्णा ने कहा.
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