27-12-2019, 02:52 PM
“जिसे तुम शोषण कह रही हो, हो सकता है उसके लिए वो जन्नत हो. वैसे अभी एक बार ही ली है मैने उसकी. आज तुम साथ ना होती तो सारी रात मज़े करता मैं.”
“हां तो मुझसे बदला लेने का प्लान तो तुम्हारा ही था ना…भुगतो अब…वैसे तुम जाना चाहो तो जा सकते हो.”
“नही जब साथ में तुम्हारे जैसी हसीना हो तो उसके साथ कुछ करने का मन नही करेगा.” सौरभ ने धीरे से कहा
“क्या कहा तुमने…” अपर्णा ने सुन तो सब लिया था पर फिर भी उसने यू ही पूछ लिया.
“कुछ नही सो जाओ…” सौरभ ने जवाब दिया.
“कमीना कहीं का. इसकी नीयत ठीक नही है. मुझे सावधान रहना होगा. पता नही क्या हो रहा है आज मेरे साथ,” अपर्णा से अपने सर पर हाथ रख कर खुद से कहा.
“वैसे एक बात कहूँ.” सौरभ ने कहा.
“क्या है अब.”
“जिस कामुक अंदाज से तुमने मेरा लंड मेरी ज़िप खोल कर बाहर निकाला था उसने बहुत उत्तेजित कर दिया था मुझे.”
“वो कोई कामुक अंदाज नही था. डरी हुई थी मैं. मेरे हाथ काँप रहे थे.”
“वैसे मेरे लंड को हाथ में ले कर तुम किसी सोच में डूब गयी थी. इतना बड़ा पहले नही देखा ना तुमने?”
“बकवास बंद करो और चुपचाप सो जाओ.”
“हां तो मुझसे बदला लेने का प्लान तो तुम्हारा ही था ना…भुगतो अब…वैसे तुम जाना चाहो तो जा सकते हो.”
“नही जब साथ में तुम्हारे जैसी हसीना हो तो उसके साथ कुछ करने का मन नही करेगा.” सौरभ ने धीरे से कहा
“क्या कहा तुमने…” अपर्णा ने सुन तो सब लिया था पर फिर भी उसने यू ही पूछ लिया.
“कुछ नही सो जाओ…” सौरभ ने जवाब दिया.
“कमीना कहीं का. इसकी नीयत ठीक नही है. मुझे सावधान रहना होगा. पता नही क्या हो रहा है आज मेरे साथ,” अपर्णा से अपने सर पर हाथ रख कर खुद से कहा.
“वैसे एक बात कहूँ.” सौरभ ने कहा.
“क्या है अब.”
“जिस कामुक अंदाज से तुमने मेरा लंड मेरी ज़िप खोल कर बाहर निकाला था उसने बहुत उत्तेजित कर दिया था मुझे.”
“वो कोई कामुक अंदाज नही था. डरी हुई थी मैं. मेरे हाथ काँप रहे थे.”
“वैसे मेरे लंड को हाथ में ले कर तुम किसी सोच में डूब गयी थी. इतना बड़ा पहले नही देखा ना तुमने?”
“बकवास बंद करो और चुपचाप सो जाओ.”