27-12-2019, 02:32 PM
“रूको अगर चाहो तो मैं ब्लो जॉब दे सकती हूँ”
“वो क्या होता है.”
“ब…ब…ब्लो जॉब मतलब ब्लो जॉब,” अपर्णा ने हकलाते हुवे कहा.
“हां पर इसमें करते क्या हैं. समझाओ तो सही तुम्हारा प्रपोज़ल समझ में आया तो ही बात आगे बढ़ेगी वरना में तुम्हे काटने को मरा जा रहा हूँ. मेरा मज़ा खराब मत करो.”
अपर्णा से कुछ कहे नही बन रहा था. उसे समझ नही आ रहा था कि वो इस दरिंदे को कैसे समझाए. वो बस जिंदा रहना चाहती थी इसलिए उसने ये प्रपोज़ल रखा था. “क्या गारंटी है कि ये साइको वो करने पर भी मुझे जिंदा जाने देगा. इसे तो लोगो को मारने में मज़ा आता है.”
“अरे क्या सोच रही हो. कुछ बोलोगी कि नही या काट डालूं अभी के अभी.”
“देखो मुझे उसका मतलब नही पता जो करना है करो.”
“अरे समझाओ तो सही. मैं वादा करता हूँ कि अगर मुझे पसंद आया तो मैं तुम्हे जाने दूँगा.”
“तुम झूठ बोल रहे हो. तुम्हारा इन सब बातो में कोई इंटेरेस्ट नही है. तुम बस मुझसे खेल रहे हो. मुझे सब पता है उस कॉलेज गर्ल को तुमने बिना कुछ किए मारा था.”
“कोन सी कॉलेज गर्ल.”
“अच्छा तो तुम लोगो को मार-मार कर भूल भी जाते हो. वही जिसको मार कर तुमने बस स्टॅंड के पीछे फेंक दिया था.”
“अच्छा वो…उसने ऐसा प्रपोज़ल रखा होता तो हो सकता है आज वो जिंदा होती.”
“अच्छा क्या कपड़े पहने थे उस लड़की ने उस दिन. जिस दिन तुमने उसे मारा था.” अपर्णा को शक हो रहा था कि ये नक़ाबपोश वही साइको किलर है कि नही.
“देखो में यहा तुम्हे मारने लाया हूँ तुम्हारे साथ कोई क़्विज़ में हिस्सा लेने नही. बहुत हो चुक्का लगता है मुझे अब तुम्हे ख़तम करना ही होगा.” उसने ये कहते ही चाकू अपर्णा के गले पर रख दिया.
“रूको…”
“क्या है अब. मुझे कुछ नही सुन-ना. अगर ब्लो जॉब का मतलब समझाओगी तो ही रुकुंगा वरना तुम गयी काम से.”
“अच्छा चाकू तो गले से हटाओ.”
“हां ये लो बोलो अब.”
“तुम सब जानते हो है ना…” अपर्णा ने दबी आवाज़ में कहा.
'देखो मेरे पास ज़्यादा बकवास करने का वक्त नही है. तुम बताती हो या नही या फिर उस आदमी की तरह तुम्हे भी मार डालूं'
'बताती हूँ, मुझे थोड़ा वक्त तो दो'
“वो क्या होता है.”
“ब…ब…ब्लो जॉब मतलब ब्लो जॉब,” अपर्णा ने हकलाते हुवे कहा.
“हां पर इसमें करते क्या हैं. समझाओ तो सही तुम्हारा प्रपोज़ल समझ में आया तो ही बात आगे बढ़ेगी वरना में तुम्हे काटने को मरा जा रहा हूँ. मेरा मज़ा खराब मत करो.”
अपर्णा से कुछ कहे नही बन रहा था. उसे समझ नही आ रहा था कि वो इस दरिंदे को कैसे समझाए. वो बस जिंदा रहना चाहती थी इसलिए उसने ये प्रपोज़ल रखा था. “क्या गारंटी है कि ये साइको वो करने पर भी मुझे जिंदा जाने देगा. इसे तो लोगो को मारने में मज़ा आता है.”
“अरे क्या सोच रही हो. कुछ बोलोगी कि नही या काट डालूं अभी के अभी.”
“देखो मुझे उसका मतलब नही पता जो करना है करो.”
“अरे समझाओ तो सही. मैं वादा करता हूँ कि अगर मुझे पसंद आया तो मैं तुम्हे जाने दूँगा.”
“तुम झूठ बोल रहे हो. तुम्हारा इन सब बातो में कोई इंटेरेस्ट नही है. तुम बस मुझसे खेल रहे हो. मुझे सब पता है उस कॉलेज गर्ल को तुमने बिना कुछ किए मारा था.”
“कोन सी कॉलेज गर्ल.”
“अच्छा तो तुम लोगो को मार-मार कर भूल भी जाते हो. वही जिसको मार कर तुमने बस स्टॅंड के पीछे फेंक दिया था.”
“अच्छा वो…उसने ऐसा प्रपोज़ल रखा होता तो हो सकता है आज वो जिंदा होती.”
“अच्छा क्या कपड़े पहने थे उस लड़की ने उस दिन. जिस दिन तुमने उसे मारा था.” अपर्णा को शक हो रहा था कि ये नक़ाबपोश वही साइको किलर है कि नही.
“देखो में यहा तुम्हे मारने लाया हूँ तुम्हारे साथ कोई क़्विज़ में हिस्सा लेने नही. बहुत हो चुक्का लगता है मुझे अब तुम्हे ख़तम करना ही होगा.” उसने ये कहते ही चाकू अपर्णा के गले पर रख दिया.
“रूको…”
“क्या है अब. मुझे कुछ नही सुन-ना. अगर ब्लो जॉब का मतलब समझाओगी तो ही रुकुंगा वरना तुम गयी काम से.”
“अच्छा चाकू तो गले से हटाओ.”
“हां ये लो बोलो अब.”
“तुम सब जानते हो है ना…” अपर्णा ने दबी आवाज़ में कहा.
'देखो मेरे पास ज़्यादा बकवास करने का वक्त नही है. तुम बताती हो या नही या फिर उस आदमी की तरह तुम्हे भी मार डालूं'
'बताती हूँ, मुझे थोड़ा वक्त तो दो'