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Adultery कल हो ना हो" - पत्नी की अदला-बदली - {COMPLETED}
अपर्णा के तेजी से हवा में लहराते हुए मम्मों को अपर्णाके पति रोहितने पीछे खड़े होकर अपने दोनों हाथोंमें पकड़ रखाथा और वह उसे बार बार मसल रहे थे और अपर्णाके स्तनोँ की निप्पलों को अपनी उँगलियों में बड़े प्यार से दबा और पिचका रहे थे। जीतूजी के तेज धक्कों से अपर्णा का पूरा बदन इतनी तेजी से हिल रहा था की कई बार अपर्णा के पीछे खड़े हुए अपर्णाके पति रोहित को भी अपर्णा की गाँड़ से सटे हुए होने के कारण अपने आप को सम्हालना पड़ता था। अपर्णा को कभी इसतरहकी हवामें लहरातेहुए चुदाई करवाने का मौक़ा नहीं मिला था। एक पति से चुदवाने में और एक गैर (प्रियतम) से चुदवाने में यही फर्क होता है। चूँकि पति को पत्नी को चोदने के लिए किसी भी तरह की कोई ख़ास जद्दोजहद नहीं करनी पड़ती इस लिए अक्सर पति के लिए तो पत्नी को चोदना एक आम बात होती है। पर एक गैर मर्द के लिए एक खूबसूरत औरत जिसको वह कभी चोदने के सपने देख रहे हों, जब उसे चोदने का मौक़ा मिले तो वह कोशिश करेगा की वह उस औरत को हर तरीके से और हर तरह से चोदे और इस तरह से चोदे की वह इतनी खुश हो जाए की बार बार उसे उस गैर मर्द से चुदवाने का मन करे। जीतूजी को कई महीनों की जद्दोजहद के बाद अपर्णा को चोदने का मौक़ा मिला था। अपर्णा को चुदवाने के लिए राजी करना अपने आप में एक कवायद थी, एक परीक्षा थी जिसे जीतूजीने कड़ी मेहनत के बाद सफलता से पास किया था। अब जीतूजी के मन में एक ही बात थी की कैसे वह अपर्णा को ऐसे चोदे जैसे उसे पहले किसीने चोदा ना हो। यहां तक की उसके पति ने भी ना चोदा हो, जिससे अपर्णाका बार बार जीतूजीसे चुदवाने का मन करे। एक औरतको प्यार और बड़े ही मजे से चोदनेके लिए औरत का कामातुर होना सोने में सुहागा की तरह होता है। मर्द का कामातुर होकर औरत को चोदना एक बात है, पर कामातुर औरत को चोदना एक मर्द के लिए अद्भुत अनुभव होता है। उस हाल में मर्द अनुभव करता है की औरत उसे बार बार अच्छी तरहसे चोदने के लिए मिन्नतें करती है और चीख और चिल्लाकर मर्द को जोर शोर से चोदने का आग्रह करती है। मर्द के लिए यह अनुभव उसके लण्ड के अंडकोष में भरे वीर्य में उफानसा लाता है और और मर्द की कामुकता कई गुना बढ़ जाती है। 

अपर्णा को कमर पर टिका कर उसकी चूत को चोदनाभी ऐसाही था। अपर्णा अपने आपपर काबू नहीं पा रही थी। अपने पतिके सामने होते हुए भी वह जीतूजी को बार बार और जोश से चोदने के लिए आग्रह कर रही थी। अपर्णा का कामाग्नि अपनी चरम सीमापर धधक रहा था। इधर रोहित जी का क्या हाल था? वह तो सातवें आसमान में थे। वह अपनी जिंदगी में पहली बार अपनी बीबी को किसी गैर मर्द से चुदता देख रहे थे। और वह भी कैसे? उन्होंने खुद अपनी बीबी को कभी इस तरह से चोदा नहीं था। वह जीतूजी की बाँहों के फुले हुए स्नायुओं को देखते ही रहे। जीतूजी ने जिस तरह अपर्णा को एक हलके फूल की तरह उठा रखा था और उसे चोदे जा रहे थे वह उनकी लिए कमाल का था। क्या वह इस तरह से अपर्णा को या श्रेया को उठाकर चोद पाएंगे? रोहित अपनी बीबी के पास आये तो अपर्णाने अपने पति की और देखा। अबतक अपर्णा जीतूजीकी चुदाई में इतनी मग्न थी की उसे अपने पति को गौर से देखना का मौक़ा नहीं मिला था। जीतू अपर्णा की चूत में एक के बाद एक जोरदार धक्के मार कर लण्ड पेले जाने के कारण अपर्णा का पूरा बदन जोर से हिल रहा था। अपर्णा ने हिलते हुए बदन से भी अपने पति की और देखा। वह देखना चाहती थी कहीं उनकी आँखों में इर्षा जलन या हीनता का भाव तो नहीं था? पर अपर्णा ने पाया की रोहित बड़े ही चाव से अपर्णा को चुदता हुआ देख रहे थे। जब अपर्णा ने उनकी और देखा तो रोहित ने आँखें मार कर अपर्णा को तसल्ली दी की वह खुश थे। अपर्णा ने अपने पति रोहित जी की और अपने हाथ लम्बाये। रोहित को अपर्णा अपने पास बुलाना चाहती थी। वह नहीं चाहती थी की नए प्रेमी को पाने और उस से शारीरिक सम्भोग करने की उत्तेजना में वह अपने पति को मानसिक रूप से थोड़ा सा भी आहत करे।
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RE: "कल हो ना हो" - पत्नी की अदला-बदली - {COMPLETED} - by usaiha2 - 26-12-2019, 05:51 PM



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