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Adultery कल हो ना हो" - पत्नी की अदला-बदली - {COMPLETED}
आयेशा की रोहित को चोदने की गति धीरे धीरे बढ़ने लगी। रोहित ने पहली बार किसी विदेशी औरतसे इतने प्यारसे चुदवाया था। उन्होंने कई विदेशी औरतों को चोदा तो था पर उस रात की बात कुछ अलग ही थी। आयेशा के चेहरे पर जैसे पागलपन सवार था। वह तेजी से अपने आशिक़ को चोदने में मशगूल थी। तब रोहित ने उसे रोका और थोड़ा सा बैठ कर उन्होंने अपनी माशूका के स्तनोँ को अपने मुंह में लेकर उन्हें चूसने लगे। आयेशा अपने स्तनों को परदेसी के मुंह में पाकर काफी उत्तेजित लग रही थी। रोहित जी ने अपने दांतों से आयेशा के बूब्स की निप्पलोँ को प्यार से काटना शुरू किया। आयेशा ने रोहित जी के मुंह में अपने स्तनोँ को चुसवाते हुए ही धीरे धीरे उनके लण्ड को चोदना जारी रखा। आयेशा कीप्यारी सुआकार गाँड़ अपने आशिक़ को चोदने के लिए बार बार ऊपर निचे हो रही थी। रोहित का लण्ड "फचाक.... फचाक.... " आयेशाकी चूत में घुस रहा था और बाहर निकल रहा था।

रोहित ने अपनी हाथ आयेशाके थिरकते स्तनों से हटा कर आयेशा की गाँड़ पर टिका दिए और दोनों हाँथों से वह आयेशा की करारी गाँड़के गालों को दबाने और खींचने लगे। उनका लण्ड उनकी उँगलियोंके नजदीकमें उस रातकी उनकी माशूका की चूत में कहर ढा रहा था। आयेशा रोहित के लण्ड से और ज्यादा आनंद लेना चाहती थी और उस लिए वह रोहित के लण्ड को अपनी गाँड़ और पूरा बदन इधर उधर हिलाकर रोहित के लण्ड को अपनी चूत की सुरंग में घुमा रही थी। लण्ड के इधरउधर घूमने से आयेशा की चूत में अद्भुत घर्षण और उत्तेजना पैदा हो रही थी। उसे अपने आशिक़ का लण्ड अपनी चूत की सुरंग के हर कोने में महसूस हो रहा था। आयेशा के इस तरह अपने बदन को घुमाने से रोहित के बदन और ख़ास करके उनके लण्ड पर गजब का असर हो रहा था। इस बार जल्दी झड़ने वाले नहीं थे। उन्हें आयेशा को हर तरहसे चोदना था। सुनिलजी कुछ थम कर धीरे धीरे पर आयेशा की चूत की पूरी गहराई तक अपना लण्ड घुसाने में मशगूल थे। कुछ देर बाद रोहित ने आयेशा को रोका और उसे उठ खड़ी होने को कहा। फिर उन्होंने आयेशा को आगे की और झुका कर खुद उसक पीछे गए। आयेशा समझ गयी की उसका आशिक़ उसे पिछेसे डॉगी स्टाइल में चोदना चाहता था। आयेशा ने भी अपने आपको ठीक से एडजूट किया ताकि परदेसी उसकी चूत में अपना लण्ड गहराई तक डालसके। रोहित ने आयेशा के पिछेसे खड़े हो कर काफी देर तक अच्छी खासी चुदाई की। आखिर में जब वह अपने चरम पर पहुँचने लगे तब आयेशा ने उन्हें कहा की वह अपना वीर्य आयेशाकी चूतमें ही निकालदे। फ़ौरन आयेशा की चूत में जैसे गरम गरम मलाई की फौहार छूट पड़ी। रोहित के लंडसे गाढ़ी मलाई का फव्वारा छूट पड़ा। आयेशा उसे अपनी चूत में फैलतेहुए महसूसकिया। वह मनसे अपने अल्लाह को इबादत कर रही थी की आज रात की उसके आशिक़ की यह सौगात उसके साथ जिंदगी भर रहे। कुछ ही देर में आयेशा और उसका परदेसी आशिक़ निढाल होकर एक दूसरे के ऊपर और फिर बाजू में गिर पड़े। काफी देर तक पड़े रहने के बाद जब उनकी सॉँस ठीक हुई तो एकदूसरे से लिपट गए। आयशा बड़ी ही भावुक हो उठी थी। उसकी आँखें आँसुओं से भरी हुई थीं। बार बार वह अपने परदेसी से लिपट कर बोल रही थी, "मैं कैसे जी पाउंगी, तुम्हारे बिना। मेरा अब यहां कोई भी नहीं बचा है। एक तुम पहली बार मेरी जिंदगी में आये और मुझे वह प्यार दिया जो मुझे पहले किसीसे नहीं मिला। मैं तुम्हारे प्यार के बगैर कैसे जी पाउंगी?"

रोहित की आँखों में भी पानी गया। कैसे एक परदेसी औरत ने एक रात मेंही एक अजनबी को अपना बना दिया था! रोहित कुछ भी ना बोलकर चुप रहे। कुछ देर बाद आयेशा शांत हो गयी। उसे तो वहीँ जीना था।
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RE: "कल हो ना हो" - पत्नी की अदला-बदली - {COMPLETED} - by usaiha2 - 26-12-2019, 05:00 PM



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