26-12-2019, 03:42 PM
कपूर सर ने कहा, "मुझे कोई चिंता नहीं। आइये हम फिर इस भीड़ से कहीं दूर जाएँ जहां सिर्फ हम दोनों ही हों। और फिर हम दोनों एक दूसरे में खो जाएँ।" यह कह मेजर साहब ने अपर्णा का हाथ पकड़ा और उसे थोड़ी दूर ले चले। अपर्णा ने भी उतने जोश और प्यारसे जवाब दिया, "जीतूजी, मैं आप को प्यार करने ले लिए ही तो हूँ और रहूंगी। आपको मुझे पूछने की जरुरत नहीं।" अपर्णा नशे में झूमती हुई मेजर साहब के पीछे पीछे चलती बनी। कपूर साहब के तो यह सुनकर वारे न्यारे हो गए। उन्होंने हाथ बढ़ाकर अपर्णा के टॉपके बटन खोलने शुरू किये। अपर्णा भी कपूर साहब की जाँघों के बिच में हाथ डालने वाली ही थी की अचानक नजदीक में ही कपूर साहब को "अपर्णा अपर्णा" की पुकार सुनाई दी। वो आवाज रोहितकी थी। उनकी आवाज सुनकर कपूर साहब जैसे ज़मीन में गाड़ दिए गए हों, ऐसे थम गए। अपर्णा अँधेरे में इधर उधर देखने लगी की कौन उसे आवाज दे रहा था। कुछ ही देर में रोहित अपर्णा और कपूर साहब के सामने हाजिर हुए। इतने घने अँधेरे में भी सितारोँ की हलकी रौशनी में अपने पति को देखते ही अपर्णा झेंप सी गयी और भाग कर उनकी बाँहों में आ गयी और बोली, "रोहित देखिये ना! जीतूजी मुझसे कुछ प्यारी सी बातें कर रहे थे। वह मुझसे प्यार करना चाहते हैं। क्या मैं उनसे प्यार कर सकती हूँ? तुम्हें कोई आपत्ति तो नहीं है ना?" रोहित अपनी पत्नी अपर्णा को हक्केबक्के देखते ही रह गए। जब उन्होंने कपूर साहब को देखा तो रोहित कुछ ना बोल सके। वह समझ गए की कपूर साहब अपर्णा को फुसला कर वहाँ ले आये थे और नशे में धुत्त अपर्णा, कपूर साहब को जीतूजी समझ कर कपूर साहब के साथ वहाँ आयी थी। रोहित किसको क्या कहे? रोहित को वहाँ देखकर कपूर साहब शर्मिन्दा हो कर सिर्फ "आई ऍम सॉरी" कह कर वहाँ से चलते बने और कुछ ही देर में अँधेरे में ओझल हो गए। रोहित ने प्यार से अपर्णा को गले लगाया और कहा, "डार्लिंग, अभी वापस चलते हैं, फिर अपने कमरे में पहुँच कर बात करते हैं।"
रोहित ने अपनी पत्नी अपर्णा को प्यार से पकड़ कर अपने साथ ले लिया और कैंटीन की और चल पड़े। कैंटीन में पहुंचकर उन्होंने अपर्णा और अपने लिए डिनर मंगवाया और अपर्णा को अपने हाथों से खिलाकर अपर्णा को प्यार से वैसे ही बच्चे की तरह पकड़ कर अपने स्युईट की और चल दिए। रास्ते में अपर्णा ने अपने पति का हाथ थाम कर उनसे नजरें मिलाकर पूछा, "रोहित, आप बताइये ना, क्या मैंने शराब के नशे में कुछ उलटिपुलटि हरकत तो नहीं की?" रोहित ने अपनी पत्नी की और प्यारसे देख कर अपर्णा के बालों में अपने होँठ से चुम्बन करते हुए कहा, "नहीं डार्लिंग, कुछ नहीं हुआ। तुम थकी हुई हो। थोड़ा आराम करोगी तो सब ठीक हो जाएगा।" अपर्णा अपने पति की बात सुनकर चुपचाप एक शरारत करते हुए पकडे जाने वाले बच्चे की तरह उनके साथ अपने कमरे में जा पहुंची। वहाँ पहुँचते ही अपर्णा भागकर पलंगपर लेटने लगी पर रोहित ने अपर्णा को प्यार से बिठाकर उसका स्कर्ट और टॉप निकाल फेंका। सिर्फ ब्रा और पेंटी पहने लेटी हुई अपनी खूबसूरत बीबी को कुछ समय तक रोहित देखते ही रहे फिर उसे उसका नाइट गाउन पहनाने लगे। अपर्णा ने जब अपने पति को कपडे बदलते हुए पाया तो उसने उठकर अपने आप अपना नाइट गाउन पहन लिया और अपने बदन को इधर उधर करते हुए अपनी ब्रा और पेंटी निकाल फेंकी और लेट गयी। कोने में जल रही सिगड़ी से दोनों कमरों में काफी आरामदायक तापमान था। रोहित ने देखा की अपर्णा कुछ ही मिनटों में गहरी नींद सो गयी। रोहित अपनी पत्नी को बिस्तर पर बेहोश सी लेटी हुई देख रहे थे। उसका गाउन पलंग पर फैला हुआ उसकी जाँघों के ऊपर तक आ गया था। अपर्णा की नंगी माँसल जाँघों को देख कर रोहित का लण्ड खड़ा हो गया था। वह बेहाल लेटी हुई अपनी बीबी को देख रहे थे की कुछ ही पलों में रोहित को अपनी पत्नी अपर्णा के खर्राटे सुनाई देने लगे।
रोहित ने अपनी पत्नी अपर्णा को प्यार से पकड़ कर अपने साथ ले लिया और कैंटीन की और चल पड़े। कैंटीन में पहुंचकर उन्होंने अपर्णा और अपने लिए डिनर मंगवाया और अपर्णा को अपने हाथों से खिलाकर अपर्णा को प्यार से वैसे ही बच्चे की तरह पकड़ कर अपने स्युईट की और चल दिए। रास्ते में अपर्णा ने अपने पति का हाथ थाम कर उनसे नजरें मिलाकर पूछा, "रोहित, आप बताइये ना, क्या मैंने शराब के नशे में कुछ उलटिपुलटि हरकत तो नहीं की?" रोहित ने अपनी पत्नी की और प्यारसे देख कर अपर्णा के बालों में अपने होँठ से चुम्बन करते हुए कहा, "नहीं डार्लिंग, कुछ नहीं हुआ। तुम थकी हुई हो। थोड़ा आराम करोगी तो सब ठीक हो जाएगा।" अपर्णा अपने पति की बात सुनकर चुपचाप एक शरारत करते हुए पकडे जाने वाले बच्चे की तरह उनके साथ अपने कमरे में जा पहुंची। वहाँ पहुँचते ही अपर्णा भागकर पलंगपर लेटने लगी पर रोहित ने अपर्णा को प्यार से बिठाकर उसका स्कर्ट और टॉप निकाल फेंका। सिर्फ ब्रा और पेंटी पहने लेटी हुई अपनी खूबसूरत बीबी को कुछ समय तक रोहित देखते ही रहे फिर उसे उसका नाइट गाउन पहनाने लगे। अपर्णा ने जब अपने पति को कपडे बदलते हुए पाया तो उसने उठकर अपने आप अपना नाइट गाउन पहन लिया और अपने बदन को इधर उधर करते हुए अपनी ब्रा और पेंटी निकाल फेंकी और लेट गयी। कोने में जल रही सिगड़ी से दोनों कमरों में काफी आरामदायक तापमान था। रोहित ने देखा की अपर्णा कुछ ही मिनटों में गहरी नींद सो गयी। रोहित अपनी पत्नी को बिस्तर पर बेहोश सी लेटी हुई देख रहे थे। उसका गाउन पलंग पर फैला हुआ उसकी जाँघों के ऊपर तक आ गया था। अपर्णा की नंगी माँसल जाँघों को देख कर रोहित का लण्ड खड़ा हो गया था। वह बेहाल लेटी हुई अपनी बीबी को देख रहे थे की कुछ ही पलों में रोहित को अपनी पत्नी अपर्णा के खर्राटे सुनाई देने लगे।