26-12-2019, 03:13 PM
रोहित ने कहा, " भैय्या? तुम सैयां को भैय्या कहती हो?"
श्रेयाने नाक चढ़ाते हुए पूछा, "अच्छा? अब तुम मेरे सैयां भी बन गए? दोस्त की बीबी को फाँस ने में लगे हो? दोस्त से गद्दारी ठीक बात नहीं।"
रोहित ने कहा, "श्रेया, दोस्त की बीबी को मैं नहीं फाँस रहा। दोस्त की बीबी खुद फँस ने के लिए तैयार है। और फिर दोस्त से गद्दारी कहाँ की? गद्दारी तो अब होती ही जब किसी की प्यारी चीज़ उससे छीनलो और बदलेमें अंगूठा दिखाओ l मैंने उनसे तुम्हें छीना नहीं, कुछ देर के लिए उधार ही माँगा है। और फिर मैंने उनको अंगूठा भी नहीं दिखाया, बदले में मेरे दोस्त को अकेला थोड़े ही छोड़ा है? देखो वह भी तो किसी की कंपनी एन्जॉय कर रहा है। और वह कंपनी उनको मेरी पत्नी दे रही है।"
श्रेया रोहित को देखती ही रही। उसने सोचा रोहित जितने भोले दीखते हैं उतने हैं नहीं। श्रेया ने कहा, "तो तुम मुझे जीतूजी के साथ पत्नी की अदला-बदली करके पाना चाहते हो?"
रोहित ने फौरन सर हिलाए हुए कहा, "श्रेया, आपकी यह भाषा अश्लील है। मैं कोई अदला-बदली नहीं चाहता। देखिये अगर आप मुझे पसंद नहीं करती हैं तो आप मुझे अपने पास नहीं फटकने देंगीं। उसी तरह अगर मेरी पत्नी अपर्णा जीतूजी को ना पसंद करे तो वह उनको भी नजदीक नहीं आने देगी। मतलब यह पसंदगी का सवाल है। श्रेया मैं तुम्हें अपनी बनाना चाहता हूँ। क्या तुम्हें मंजूर है?"
श्रेया ने कहा, "एक तो जबरदस्ती करते हो और ऊपर से मेरी इजाजत माँग रहे हो?"
रोहित एकदम पीछे हट गए। उनके चेरे पर निराशा और गंभीरता साफ़ दिख रही थी। रोहित बोले, "श्रेया, कोई जबरदस्ती नहीं। प्यार में कोई जबरदस्ती नहीं होती।"
श्रेया को रोहित के चेहरे के भाव देख कर हँसी आ गयी। वह अपनी आँखें नचाती हुई बोली, "अच्छा जनाब! आप कामातुर औरत की भाषा भी नहीं समझते? अरे अगर भारतीय नारी जब त्रस्त हो कर कहती है 'खबरदार आगे मत बढ़ना' तो इसका तो मतलब है साफ़ "ना"। ऐसी नारी से जबरदस्ती नहीं करनी चाहिए l पर वह जब वासना की आग में जल रही होती है और फिर भी कहती है, "छोडो ना? मुझे जाने दो।", तो इसका मतलब है "मुझे प्यार कर के मना कर चुदवाने के लिए तैयार करो तब मैं सोचूंगी।" पर वह जब मुस्काते हुए कहती है "मैं सोचूंगी" तो इसका मतलब है वह तुम्हें मन ही मन से कोस रही है और इशारा कर रह है की "मैं तैयार हूँ। देर क्यों कर रहे हो?" अगर वह कहे "हाँ" तो समझो वह भारतीय नहीं है।"
रोहित श्रेया की बात सुनकर हंस पड़े। उन्होंने कहा, "तो फिर आप क्या कहती हैं?"
श्रेया ने शर्मा कर मुस्काते हुए कहा, "मैं सोचूंगी।"
श्रेयाने नाक चढ़ाते हुए पूछा, "अच्छा? अब तुम मेरे सैयां भी बन गए? दोस्त की बीबी को फाँस ने में लगे हो? दोस्त से गद्दारी ठीक बात नहीं।"
रोहित ने कहा, "श्रेया, दोस्त की बीबी को मैं नहीं फाँस रहा। दोस्त की बीबी खुद फँस ने के लिए तैयार है। और फिर दोस्त से गद्दारी कहाँ की? गद्दारी तो अब होती ही जब किसी की प्यारी चीज़ उससे छीनलो और बदलेमें अंगूठा दिखाओ l मैंने उनसे तुम्हें छीना नहीं, कुछ देर के लिए उधार ही माँगा है। और फिर मैंने उनको अंगूठा भी नहीं दिखाया, बदले में मेरे दोस्त को अकेला थोड़े ही छोड़ा है? देखो वह भी तो किसी की कंपनी एन्जॉय कर रहा है। और वह कंपनी उनको मेरी पत्नी दे रही है।"
श्रेया रोहित को देखती ही रही। उसने सोचा रोहित जितने भोले दीखते हैं उतने हैं नहीं। श्रेया ने कहा, "तो तुम मुझे जीतूजी के साथ पत्नी की अदला-बदली करके पाना चाहते हो?"
रोहित ने फौरन सर हिलाए हुए कहा, "श्रेया, आपकी यह भाषा अश्लील है। मैं कोई अदला-बदली नहीं चाहता। देखिये अगर आप मुझे पसंद नहीं करती हैं तो आप मुझे अपने पास नहीं फटकने देंगीं। उसी तरह अगर मेरी पत्नी अपर्णा जीतूजी को ना पसंद करे तो वह उनको भी नजदीक नहीं आने देगी। मतलब यह पसंदगी का सवाल है। श्रेया मैं तुम्हें अपनी बनाना चाहता हूँ। क्या तुम्हें मंजूर है?"
श्रेया ने कहा, "एक तो जबरदस्ती करते हो और ऊपर से मेरी इजाजत माँग रहे हो?"
रोहित एकदम पीछे हट गए। उनके चेरे पर निराशा और गंभीरता साफ़ दिख रही थी। रोहित बोले, "श्रेया, कोई जबरदस्ती नहीं। प्यार में कोई जबरदस्ती नहीं होती।"
श्रेया को रोहित के चेहरे के भाव देख कर हँसी आ गयी। वह अपनी आँखें नचाती हुई बोली, "अच्छा जनाब! आप कामातुर औरत की भाषा भी नहीं समझते? अरे अगर भारतीय नारी जब त्रस्त हो कर कहती है 'खबरदार आगे मत बढ़ना' तो इसका तो मतलब है साफ़ "ना"। ऐसी नारी से जबरदस्ती नहीं करनी चाहिए l पर वह जब वासना की आग में जल रही होती है और फिर भी कहती है, "छोडो ना? मुझे जाने दो।", तो इसका मतलब है "मुझे प्यार कर के मना कर चुदवाने के लिए तैयार करो तब मैं सोचूंगी।" पर वह जब मुस्काते हुए कहती है "मैं सोचूंगी" तो इसका मतलब है वह तुम्हें मन ही मन से कोस रही है और इशारा कर रह है की "मैं तैयार हूँ। देर क्यों कर रहे हो?" अगर वह कहे "हाँ" तो समझो वह भारतीय नहीं है।"
रोहित श्रेया की बात सुनकर हंस पड़े। उन्होंने कहा, "तो फिर आप क्या कहती हैं?"
श्रेया ने शर्मा कर मुस्काते हुए कहा, "मैं सोचूंगी।"