26-12-2019, 11:50 AM
अपर्णाने अपने पति की बात सुनकर अपनी जिज्ञासा को दबाने की कोशिश करते हुए पूछा, "क्यों? ऐसा क्या हुआ? जीतूजी इस समय अपने दफ्तर में क्यों है?" रोहित ने कहा, "हमारे देश पर पडोशी देश की नजरें ठीक नहीं है। देश की सेना इस वक्त वॉर अलर्ट पर है। पाकिस्तानी जासूस भारतीय सेना की गतिविधियां जानने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। मुझे डर था की ऐसी परस्थितियों में कहीं हमारा यह प्रोग्राम आखिरी वक्त में रद्द ना हो जाए।" यह सुन कर अपर्णा को एक झटका सा लगा। अपर्णा को उस एक हफ्ते में जीतूजी के करीब रहने का एके सुनहरा मौक़ा मिल रहा था। अगर वह ट्रिप कैंसल हो गयी तो यह मौक़ा छूट जाएगा, यह डर उसे सताने लगा। अपने पति को चुदाई में रोकते हुए अपर्णा ने पूछा, "क्या ऐसा भी हो सकता है?"
रोहित जी ने अपना लण्ड अपनी बीबी अपर्णा की चूत में ही रखते हुए कहा, "ऐसा होने की संभावना नहीं हैं क्यूंकि अगर कैंसिल होना होता तो अब तक हो जाता। दूसरे मुझे नहीं लगता की अभी लड़ाई का पूरा माहौल है l शायद दोनों देश एक दुसरेकी तैयारी का जायजा ले रहें हैं। पर सरहद की दोनों पार जासूसी बढ़ गयी है। एक दूसरे की सेना की हलचल जानने के लिए दोनों देश के अधिकारी कोई कसर नहीं छोड़ रहे l सुरक्षा पत्रकार होने के नाते मुझे भी मिनिस्ट्री में बुलाया गया था। चूँकि हमारे सूत्रों से मुझे सेना की हलचल के बारे में काफी कुछ पता होता है इस लिए मुझे हिदायत दी गयी है की सेना की हलचल के बारे में मैं जो कुछ भी जानता हूँ उसे प्रकाशित ना करूँ और नाही किसीसे शेयर करूँ।" यह सुनकर की उनका प्रोग्राम कैंसिल नहीं होगा, अपर्णा की जान में जान आयी। अपर्णा उस कार्यक्रम को जीतूजी से करीब आने का मौक़ा मिलने के अलावा पहाड़ो में ट्रैकिंग, नदियों में नहाना, सुन्दर वादियों में घूमना, जंगल में रात को कैंप फायर जला कर उस आग के इर्द गिर्द बैठ कर नाचना, गाना, ड्रिंक करना, खाना इत्यादि रोमांचक कार्यक्रम को मिस करना नहीं चाहती थी। अपर्णा ने अपने पति को चुदाई जारी करने के लिए अपना पेडू ऊपर उठा कर संकेत दिया। रोहित ने भी अपना लण्ड फिर से अपर्णा की चूत में पेलना शुरू किया। दोनों पति पत्नी कामुकता की आगमें जल रहे थे। अगले सात दिन कैसे होंगें उसकी कल्पना दोनों अपने-अपने तरीके से कर रहे थे। अपर्णा जीतूजी के बारे में सोच रही थी और रोहित श्रेया के बारे में।
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रोहित जी ने अपना लण्ड अपनी बीबी अपर्णा की चूत में ही रखते हुए कहा, "ऐसा होने की संभावना नहीं हैं क्यूंकि अगर कैंसिल होना होता तो अब तक हो जाता। दूसरे मुझे नहीं लगता की अभी लड़ाई का पूरा माहौल है l शायद दोनों देश एक दुसरेकी तैयारी का जायजा ले रहें हैं। पर सरहद की दोनों पार जासूसी बढ़ गयी है। एक दूसरे की सेना की हलचल जानने के लिए दोनों देश के अधिकारी कोई कसर नहीं छोड़ रहे l सुरक्षा पत्रकार होने के नाते मुझे भी मिनिस्ट्री में बुलाया गया था। चूँकि हमारे सूत्रों से मुझे सेना की हलचल के बारे में काफी कुछ पता होता है इस लिए मुझे हिदायत दी गयी है की सेना की हलचल के बारे में मैं जो कुछ भी जानता हूँ उसे प्रकाशित ना करूँ और नाही किसीसे शेयर करूँ।" यह सुनकर की उनका प्रोग्राम कैंसिल नहीं होगा, अपर्णा की जान में जान आयी। अपर्णा उस कार्यक्रम को जीतूजी से करीब आने का मौक़ा मिलने के अलावा पहाड़ो में ट्रैकिंग, नदियों में नहाना, सुन्दर वादियों में घूमना, जंगल में रात को कैंप फायर जला कर उस आग के इर्द गिर्द बैठ कर नाचना, गाना, ड्रिंक करना, खाना इत्यादि रोमांचक कार्यक्रम को मिस करना नहीं चाहती थी। अपर्णा ने अपने पति को चुदाई जारी करने के लिए अपना पेडू ऊपर उठा कर संकेत दिया। रोहित ने भी अपना लण्ड फिर से अपर्णा की चूत में पेलना शुरू किया। दोनों पति पत्नी कामुकता की आगमें जल रहे थे। अगले सात दिन कैसे होंगें उसकी कल्पना दोनों अपने-अपने तरीके से कर रहे थे। अपर्णा जीतूजी के बारे में सोच रही थी और रोहित श्रेया के बारे में।
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