26-12-2019, 10:44 AM
अपर्णा, "अरे मैंने कुछ सीरियसली नहीं लिया। मैं भी मजाक ही कर रही हूँ। इस बात पर तुम इतने हाइपर क्यों हो गए हो? बात मेरी और जीतूजी की है। हम इन्हें मिलके सुलझा लेंगे। कहीं तुम जीतूजी से जल तो नहीं रहे?"
रोहित खिसिआनि से शकल बनाकर अपनी पत्नी को देखता रहा। तब अपर्णा ने शर्माते हुए कहा, "अरे भाई, अब ज्यादा सयाने मत बनो। तुम मर्द लोग हम औरतों को कहाँ छोड़ते हो? होटल में, बस में, ट्रैन में, पिक्चर में, घर में सब जगह तुम लोग तो वैसे ही हम औरतो को हमेशा छेड़ते ही रहते हो।"
ऐसी ही बातें अक्सर अपर्णा और उसके पति रोहित के बिच में होती थी तो उधर श्रेया भी अपने पति कर्नल अभिजीत सिंहजी को उलाहना देती रहती थी।
एक बार जब कर्नल साहब काफी देर रात तक जाग कर गणित की किताबों में उलझे रहे तब उनकी पत्नी श्रेया ने कहा, "अजी कर्नल साहब, क्या बात है? अब सो भी जाओ। रात के दो बजे हैं। अपनी पड़ोसन के पीछे अपनी जान दे दोगे क्या? उसने आगे कहा, देखो उनके कमरे की बत्तियां बुझी हुई हैं। इस वक्त तुम्हारी पड़ोसन अपने पति की बाहों में गहरी नींद में सोई हुई होगी। और तुम हो की उसे पढ़ाने के चक्कर में रात रात भर सोते नहीं हो। अरे तुम्हारी भी तो बीबी है? वह भी तो तुम्हारी बाहों में सोने के लिए तड़पती है।"
खैर अक्सर औरतें अपने शौहर को किसी और की बीबी से ज्यादा करीब जाने से कतराती हैं। पर आखिर में सोचती हैं, अरे जाता है जाने दो। आखिर में थक हार कर आएगा तो मेरे पास ही ना?"
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समय को बीतते देर नहीं लगती। देखते ही देखते रोहित की पत्नी अपर्णा की परीक्षा का दिन आ ही गया। अपर्णा के सारे पेपर अच्छे हुए। गणित में अपर्णा ने सारे जवाब अच्छी तरह से दिए। उम्मीद थी की अपर्णा के अच्छे नंबर आएंगे।
करीब एक महीनेके बाद रिजल्ट था। सब बड़ी ही उत्सुकता से इंतजार कर रहे थे। सब पर पूरा सस्पेंस छाया था। क्या होगा क्या होगा इसकी उत्सुकता रुके नहीं रूकती थी। करीब हर रोज क्या रिजल्ट आएगा इसकी चर्चा हो रही थी।
रोहित खिसिआनि से शकल बनाकर अपनी पत्नी को देखता रहा। तब अपर्णा ने शर्माते हुए कहा, "अरे भाई, अब ज्यादा सयाने मत बनो। तुम मर्द लोग हम औरतों को कहाँ छोड़ते हो? होटल में, बस में, ट्रैन में, पिक्चर में, घर में सब जगह तुम लोग तो वैसे ही हम औरतो को हमेशा छेड़ते ही रहते हो।"
ऐसी ही बातें अक्सर अपर्णा और उसके पति रोहित के बिच में होती थी तो उधर श्रेया भी अपने पति कर्नल अभिजीत सिंहजी को उलाहना देती रहती थी।
एक बार जब कर्नल साहब काफी देर रात तक जाग कर गणित की किताबों में उलझे रहे तब उनकी पत्नी श्रेया ने कहा, "अजी कर्नल साहब, क्या बात है? अब सो भी जाओ। रात के दो बजे हैं। अपनी पड़ोसन के पीछे अपनी जान दे दोगे क्या? उसने आगे कहा, देखो उनके कमरे की बत्तियां बुझी हुई हैं। इस वक्त तुम्हारी पड़ोसन अपने पति की बाहों में गहरी नींद में सोई हुई होगी। और तुम हो की उसे पढ़ाने के चक्कर में रात रात भर सोते नहीं हो। अरे तुम्हारी भी तो बीबी है? वह भी तो तुम्हारी बाहों में सोने के लिए तड़पती है।"
खैर अक्सर औरतें अपने शौहर को किसी और की बीबी से ज्यादा करीब जाने से कतराती हैं। पर आखिर में सोचती हैं, अरे जाता है जाने दो। आखिर में थक हार कर आएगा तो मेरे पास ही ना?"
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समय को बीतते देर नहीं लगती। देखते ही देखते रोहित की पत्नी अपर्णा की परीक्षा का दिन आ ही गया। अपर्णा के सारे पेपर अच्छे हुए। गणित में अपर्णा ने सारे जवाब अच्छी तरह से दिए। उम्मीद थी की अपर्णा के अच्छे नंबर आएंगे।
करीब एक महीनेके बाद रिजल्ट था। सब बड़ी ही उत्सुकता से इंतजार कर रहे थे। सब पर पूरा सस्पेंस छाया था। क्या होगा क्या होगा इसकी उत्सुकता रुके नहीं रूकती थी। करीब हर रोज क्या रिजल्ट आएगा इसकी चर्चा हो रही थी।
खैर रिजल्ट तो चाहे जो भी आये, पर उस रिजल्ट का असर इन दोनो जोड़ियों पर किस कदर पड़ेगा l