25-12-2019, 07:43 PM
श्रेया ने अपने पति को रोहित जी की पत्नी और खींचते हुए महसूस किया। चाहते हुए भी वह कुछ कर नहीं सकती थी। पर दूसरी और अपर्णा के पति रोहित के आकर्षक व्यक्तित्व ने उसका मन जित लिया था। रोहित जी के विचारों और उनकी लेखनीकी वह दीवानीथी। जब रोहित जी का हाथ कर्नल साहब की पत्नी श्रेया ने अपनी छाती पर सरकते हुए महसूस किया तो वह रोमांच से काँप उठी। शादी के बाद पहली बार किसी गैर मर्द ने श्रेया के स्तनों को छुआ था। श्रेया रोहित जी के हाथों से अपने स्तनों को सहलवाने से रोक ना पायी। रोहित को श्रेया की और से कोई रोकटोक नहीं हुई तो रोहित को समझने में देर नहीं लगी श्रेया चाहती थी की रोहित उनके स्तनों को सहलाये। रोहित बेबाकी से श्रेया के स्तनों को पहले हलके से सहलाने और फिर उन्हें अपनी उँगलियों से दबाने और मसलने लगा। उसे लगा की कर्नल साहब की पत्नी ने उन्हें पूरी छूट देदी थी। रोहित ने अपने दोस्त की पत्नी श्रेया का हाथ भी अपनी जाँघों के बिच में धीरे से रख दिया। एक तो पिक्चर के उन्माद भरे दृश्य, ऊपर से श्रेया की उँगलियों का रोहित के लंड के साथ उसकी पतलून के ऊपर से खेलना, रोहित के लिए भी उत्तेजना और उन्माद का विषय था।
तो दूसरे छौर पर रोहित की पत्नी अपर्णा परेशान हो गयी की वह करे तो क्या करे? अपर्णा के हाथ की उंगलियां कर्नल साहब के फुले हुए लण्ड की फनफनाहट को महसूस कर रहीं थीं। परदे पर अब कुछ गंभीर दृश्य आने लगे। लड़के और लड़की ने शादी कर ली थी। और दोनों बड़ी ही उछृंखलतासे अपने बैडरूम में चुदाई कर रहे थे। लड़की इतने जोर से कराह रही थी की उनका एक पडोशी युवक बेचारा लेटा हुआ उस युगल की चुदाई की कराहट सुनकर अपने हाथों से मुठ मार रहा था। ऐसे कामोत्तेजक दृश्य देखकर अपर्णा को समझ नहीं आ रही थी की वह दिल की बात सुने या दिमाग की। अपर्णा की एक और कर्नल साहब थे और दूसरी और श्रेया जी। कर्नल साहब का लण्ड ऊके पतलून में एक बड़ा सा तम्बू बना रहा था। अपर्णा की उँगलियों से वह लगभग सटा हुआ था। तम्बू देख कर ही अपर्णा को अंदाज हो गया था की कर्नल साहसब का लण्ड छोटा नहीं होगा। जिस तरह कर्नल साहब परदे के दृश्य देख कर मचल रहे थे साफ था की उनके लण्ड में काफी हलचल हो रही थी।
तो दूसरे छौर पर रोहित की पत्नी अपर्णा परेशान हो गयी की वह करे तो क्या करे? अपर्णा के हाथ की उंगलियां कर्नल साहब के फुले हुए लण्ड की फनफनाहट को महसूस कर रहीं थीं। परदे पर अब कुछ गंभीर दृश्य आने लगे। लड़के और लड़की ने शादी कर ली थी। और दोनों बड़ी ही उछृंखलतासे अपने बैडरूम में चुदाई कर रहे थे। लड़की इतने जोर से कराह रही थी की उनका एक पडोशी युवक बेचारा लेटा हुआ उस युगल की चुदाई की कराहट सुनकर अपने हाथों से मुठ मार रहा था। ऐसे कामोत्तेजक दृश्य देखकर अपर्णा को समझ नहीं आ रही थी की वह दिल की बात सुने या दिमाग की। अपर्णा की एक और कर्नल साहब थे और दूसरी और श्रेया जी। कर्नल साहब का लण्ड ऊके पतलून में एक बड़ा सा तम्बू बना रहा था। अपर्णा की उँगलियों से वह लगभग सटा हुआ था। तम्बू देख कर ही अपर्णा को अंदाज हो गया था की कर्नल साहसब का लण्ड छोटा नहीं होगा। जिस तरह कर्नल साहब परदे के दृश्य देख कर मचल रहे थे साफ था की उनके लण्ड में काफी हलचल हो रही थी।