25-12-2019, 07:38 PM
दोनों ही हाथ में हाथ थामे स्टेशन से बाहर निकल कर रास्ते पर आये तब अपर्णा ने अपने पति रोहित को श्रेया के साथ स्टेशन के सामने ही एक छोटी सी चाय की दूकान पर चाय पीते हुए बातें करते देखा। वह दोनों कर्नल साहब और अपर्णा का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही अपर्णा ने अपने पति रोहित और कर्नल साहब की पत्नी श्रेया को देखा की तुरंत कर्नल साहब का हाथ छुड़ा कर अपर्णा फ़ौरन अपने पति रोहित के पास पहुँच कर उनसे थोड़ा सा चिपक कर खड़ी हुई। रोहित ने अपनी पत्नी की और देखा और पूछा, "क्या बात है, जानू तुम थोड़ी परेशान सी लग रही हो?" उसकी बात सुनकर फ़ौरन कर्नल साहब की पत्नी श्रेया ने शरारती ढंग से पूछा, "अपर्णा, तुम्हें कहीं मेरे पति ने रास्ते में परेशान तो नहीं किया?" सहमी हुई अपर्णा थोड़ा सा शर्म के मारे बोली, "नहीं दीदी ऐसी कोई बात नहीं। पर ट्रैन में बड़ी भीड़ थी।" श्रेया और रोहित कोई बात पर कुछ बहस कर रहे थे। श्रेया ने रोहित को बिच में ही रोक कर अपने पति कर्नल साहब को पूछा, "आप दोनों चाय पिएंगे क्या?" कर्नल साहब ने दो टिकट रोहित के हाथ में थमाते हुए कहा, "हम चाय पी कर आते हैं। आप दोनों चलिए, अपनी बातें करते रहिये पर जल्दी हॉल पहुँच कर सीट ब्लॉक कर दीजिये। हम चाय पी कर आपको जल्दी ही हॉल में मिलते हैं।" रोहित और कर्नल साहब की पत्नी श्रेया बातें करते हुए चल दिए। हॉल में पहुँचते ही, आखिरी लाइन में कोने की चार सीट देख कर रोहित आखिरी कोने वाली सीट पर बैठ गए। उनके पास कर्नल साहब की पत्नी श्रेया बैठ गयी। उनके पीछे आने जाने की लिए पैसेज था। हॉल काफी भर चुकाथा। एक दो इधर उधर सीटों को छोड़ कार कहीं खाली सीटें नहीं दिख रही थीं।
थोड़ी ही देर में कर्नल साहब और रोहित की पत्नी अपर्णा भी पहुंच गए। अपर्णा ने देखा की उसे कर्नल साहब के साथ बैठना पडेगा। तो वह अपने पति की और देखने लगी। रोहित कर्नल साहब की पत्नी श्रेया से बातें करने में मशगूल थे। रोहित ने देखा की उनकी पत्नी अपर्णा उनसे कुछ इशारे कर रही थी। रोहितने अपर्णा को पीछे के पैसेज से उसको अपने पास आने को कहा। अपर्णा उठ कर रोहित की सीट के पीछे आयी, अपर्णा ने अपने पति रोहित से कानमें फुसफुसाते हुए कहा (जिससे श्रेया उनकी बातें ना सुन सके), "अरे मेरे साथ तो कर्नल साहब बैठेंगे। आप कहा इतनी दूर बैठ गए? आपको मेरे साथ बैठना चाहिए था ना? आप तो कह रहे थे पिक्चर सेक्सी है तो फिर मैं कर्नल साहब के पास कैसे बैठ सकती हूँ?"
रोहित ने अपनी पत्नी से बड़ी धीरज के साथ कहा, "जाने मन, तुम कह रही थी ना, तुम्हें अंग्रेजी भाषा समझ ने में थोड़ी दिक्कत हो सकती है। तो कर्नल साहब और उनकी पत्नी श्रेया तुम्हारी दोनों तरफ बैठे हैं। तुम जब चाहे उनसे जो समझ ना आये वह पूछ सकती हो l जहां कर्नल साहब से पूछने में झिझक होती हो तो श्रेया जी दुसरी और बैठे हैं, उनसे पूछ लेना। वह तुम्हें सब समझा देंगे। देखो मैं भी इतनी जीभ तोड़ मरोड़ कर बोलने वाली अंग्रेजी, जैसे यह लोग पिक्चर में बोलते हैं, नहीं समझ पाता हूँ। इसी लिए मैं भी श्रेया के पास बैठा हूँ।"
अपर्णा को मन में शक हुआ की कहीं ऐसा तो नहीं की अपने पति रोहित ही श्रेया जी के साथ बैठने के लिए यह तिकड़म कर रहें हों? पर उस समय ज्यादा सोचने का समय नहीं था
थोड़ी ही देर में कर्नल साहब और रोहित की पत्नी अपर्णा भी पहुंच गए। अपर्णा ने देखा की उसे कर्नल साहब के साथ बैठना पडेगा। तो वह अपने पति की और देखने लगी। रोहित कर्नल साहब की पत्नी श्रेया से बातें करने में मशगूल थे। रोहित ने देखा की उनकी पत्नी अपर्णा उनसे कुछ इशारे कर रही थी। रोहितने अपर्णा को पीछे के पैसेज से उसको अपने पास आने को कहा। अपर्णा उठ कर रोहित की सीट के पीछे आयी, अपर्णा ने अपने पति रोहित से कानमें फुसफुसाते हुए कहा (जिससे श्रेया उनकी बातें ना सुन सके), "अरे मेरे साथ तो कर्नल साहब बैठेंगे। आप कहा इतनी दूर बैठ गए? आपको मेरे साथ बैठना चाहिए था ना? आप तो कह रहे थे पिक्चर सेक्सी है तो फिर मैं कर्नल साहब के पास कैसे बैठ सकती हूँ?"
रोहित ने अपनी पत्नी से बड़ी धीरज के साथ कहा, "जाने मन, तुम कह रही थी ना, तुम्हें अंग्रेजी भाषा समझ ने में थोड़ी दिक्कत हो सकती है। तो कर्नल साहब और उनकी पत्नी श्रेया तुम्हारी दोनों तरफ बैठे हैं। तुम जब चाहे उनसे जो समझ ना आये वह पूछ सकती हो l जहां कर्नल साहब से पूछने में झिझक होती हो तो श्रेया जी दुसरी और बैठे हैं, उनसे पूछ लेना। वह तुम्हें सब समझा देंगे। देखो मैं भी इतनी जीभ तोड़ मरोड़ कर बोलने वाली अंग्रेजी, जैसे यह लोग पिक्चर में बोलते हैं, नहीं समझ पाता हूँ। इसी लिए मैं भी श्रेया के पास बैठा हूँ।"
अपर्णा को मन में शक हुआ की कहीं ऐसा तो नहीं की अपने पति रोहित ही श्रेया जी के साथ बैठने के लिए यह तिकड़म कर रहें हों? पर उस समय ज्यादा सोचने का समय नहीं था