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Adultery कल हो ना हो" - पत्नी की अदला-बदली - {COMPLETED}
#23
यह सुनकर अपर्णा की आँखें झलझला उठीं। वह अपने पति के इतने विश्वास से गदगद हो गयी। अपर्णा का गला रुंध गया। वह कुछ बोल ना पा रही थी। अपर्णा ने अपने पति रोहित को गले लगाया और बोली, "आप मुझे कितना प्यार करते हैं। मैं ही आप को समझ नहीं पायी।" फिर धीरे से अपर्णा ने अपने पति के पाजामें में हाथ डाल कर कहा, "डार्लिंग, आज मेरा बहुत मन कर रहा है।" अपर्णा की बात सुनकर रोहित की ख़ुशी का ठिकाना ना रहा। काफी अरसे के बाद उस रात अपर्णा ने अपने पति को सामने चलकर उसे चोदने के लिए आमंत्रित किया। रोहित के लिए यह एक चमत्कारिक घटना थी। रोहित सोचने लगा कहीं ना कहीं कर्नल साहब के बारे में हुई बात का यह असर है। इस का मतलब यह हुआ की अपर्णा को कर्नल के बारे में सेक्स सम्बन्धी बात करने से और उसे प्रोत्साहित करने से अपर्णा के मन में भी सेक्सुअल उत्तेजना की चिंगारी काफी समय के बाद फिर भड़क उठी थी। इसके पहले रोहित की कई कोशिशों के बावजूद भी अपर्णा का सेक्स करने का मूड नहीं बन पाता था। रोहित ने जल्द ही अपने पाजामे के बटन खोल दिए और अपना लण्ड अपनी बीबी अपर्णा के हाथों में दे दिया। अपर्णा ने अपने पति का लण्ड सहलाते हुए उनसे पूछा, "रोहित डार्लिंग, क्या आप शिक्षक की इतनी ज्यादा एहमियत मानते है?"

अपर्णा के हाथ में अपने लण्ड को सहलाते अनुभव कर रोहित ने मचलते हुए कहा, "हाँ, बिलकुल। मैं मानता हूँ की माँ के बाद शिक्षक की अहमियत सबसे ज्यादा है। माँ बच्चे को इस दुनिया में लाती है। तो शिक्षक उसको अज्ञान के अन्धकार से ज्ञान के प्रकाश मे ले जाता है। शिक्षक अपने शिष्य को ज्ञान की आँखें प्रदान करता है। जहां तक आपका सवाल है तो जो विषय (मतलब गणित) आप का सर दर्द था और आप जिससे नफरत करते थे, अब आप उस विषय को प्यार करने लगे हो। जो अड़चन आपकी तरक्की में राह का अड़ंगा बना हुआ था, वह विषय अब आपकी तरक्की को आसान बना देगा। यह गुरु की उपलब्धि है।" अपर्णा ने यह सूना तो रोहित पर और भी प्यार उमड़ पड़ा। उसने बड़े चाव से अपने पति के लण्ड की त्वचा को अपनी मुट्ठी में पकड़ते हुए बड़ी ही कोमलता और स्त्री सुलभ कामुकता से प्यार से हिलाना शुरू किया। रोहित की उत्तेजना बढ़ती गयी। वह अपने आप पर नियत्रण नहीं रख पा रहा था। रोहित का उन्माद और उत्तेजना देख कर अपर्णा और भी प्रोत्साहित हुई। अपर्णाने झुक कर रोहित के लण्ड के चारों और की त्वचा को अपने दूसरे हाथ से सहलाया और झुक कर अपने पति के लण्ड को चूमा। यह महसूस कर रोहित और उन्मादित होने लगा। अपर्णा ने अपने पति के लण्ड के अग्रभाग को जब अपने होँठों के बिच लिया तो रोहित उन्माद के चरम पर पहुँच रहा था। उसकी रूढ़िग्रस्त पत्नी उसे वह प्यार दे रही थी जो शायद उसने पहले उसे कभी नहीं दिया।


रोहित भी अपनी कमर को ऊपर उठाकर अपने पुरे लण्ड को अपनी बीबी के होँठों की कोमलता को अनुभव करा ने के लिए व्याकुल हो रहा था। अपर्णा ने और झुक कर अपने पति के लण्ड का काफी हिस्सा अपने होँठों के बिच लेकर वह उस लण्ड की कोमल त्वचा को अपने होँठों से ऐसे सहलाने लगी जैसे वह अपने होँठों से ही अपने पति के लण्ड को मुठ मार रही हो। अपर्णा ने धीरे धीरे रोहित के लण्ड को मुंह से अंदर बाहर करने की गति तेज कर दी। अपर्णा के घने बाल रोहित की कमर और जाँघों पर हर तरफ बिखर रहे थे और एक गज़ब का उन्माद भरा दृश्य पेश कर रहे थे। रोहित अपना नियत्रण खो चुका था। अब उससे रहा नहीं जा रहा था। रोहित ने अत्योन्माद में अपनी पत्नी के सर पर अपना हाथ रखा। अपर्णा के सर के साथ साथ रोहित का हाथ भी ऊपर निचे होने लगा। अचानक ही रोहित के दिमाग में जैसे एक बम सा फटा और एक जोशीले उन्माद से भरा उसके लण्ड के महिम छिद्र से उसके पौरुष का फव्वारा फुट पड़ा। अपनी पत्नी के चेहरे, होँठ, गाल और गर्दन पर फैले हुए अपने वीर्य को देख रोहित गदगद हो उठा।
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RE: "कल हो ना हो" - पत्नी की अदला-बदली - {COMPLETED} - by usaiha2 - 25-12-2019, 07:30 PM



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