25-12-2019, 12:11 PM
गिरधारी - हां मैडम आप तो बहुत ही कमाल की हो इस तरह से आप जैसी हसीन औरत को चोदने का कभी सपने में भी नहीं सोच सकते हैं
गिरधारी भी जितेश के लंड के साथ मिलकर दनादन रीमा की गांड में लंड पेल रहा था | रीमा के चूतड़ों पर दनादन ठोकरे मारता हुआ गिरधारी बोला - आह मैडम कितनी देर से आपकी गांड को खोलने कोशिश कर रहा हूं इतनी देर से अपने लंड से रगड़ रगड़ के कूट कूट के कूट कूट के आपकी गांड की कसी हुई गुलाबी दीवारों को नरम बनाने की कोशिश कर रहा हूं अब जाकर आपकी गांड बिल्कुल मक्खन मलाई की तरह खुल रही है और बंद हो रही है लेकिन आपकी गांड का कसा छल्ला अभी भी मेरे लंड पर फांसी का फंदा डालकर मेरे लंड को कस के जकड़े हुए हैं | आपकी गांड तो अब बिल्कुल मक्खन मलाई की तरह नरम हो गई है | आआआह्ह्ह्ह मैडम |
रीमा भी चाहती थी कि उनका जोश कम ना हो |
रीमा -बस ऐसे ही मेरी गांड में अपना मुसल लंड पेलते रहो
गिरधारी रीमा के चूतड़ पर थाप मारता हुआ - मैडम बहुत कसी हुई थी गांड आपकी, अभी भी देखो कैसे लंड की खाल छील के रखे दे रही है |
रीमा कराहती हुई - जमकर मनचाहे तरीके से बाजा बजा दिया है मेरी गांड का | कितनी तेज जलन हो रही, पूरी गांड में आग लगी पड़ी है | इतनी तेज गांड को रगडोगे तो लंड तो छिलेगा ही |
गिरधारी के धक्के बदस्तूर जारी थे - मेरी गांड का पसीना निकल आया मैडम आपकी गांड मारने में |
रीमा - कितने आराम से पूरा लंड पेल रहे हो फिर भी कह रहे हो कसी गांड है मेरी | मुझसे पूछो, गांड तो मेरी मारी है, पूरी गांड में ऐसे लग रहा है जैसे किसी ने नश्तर डालकर चीर डाला हो |
गिरधारी - दम निकाल लिए मैडम आपने गांड में लंड पिलवाने में |
रीमा गर्व से फूली नहीं समायी - किसी ऐरे गैरे की गांड थोड़े मार रहे हो,यह रीमा की गांड है रीमा की कच्ची करारी कोरी गांड |
दोनों के लंड अब बिना किसी रोकटोक के सटासट रीमा के जिस्म में आ जा रहे थे | न केवल गिरधारी का लंड रीमा की नरम होकर फ़ैल गयी गुलाबी गांड में आराम से आ जा रहा था बल्कि जितेश भी रीमा को चूत की गहराइयों तक चोद रहा था |
जितेश भी तो चुदाई की उसी रौ में था रीमा की बाते सुन उसका जोश भी बढ़ा - मुसल लंड से गाड़ फड़वा के मजा आया मोरी रंडी रानी |
रीमा ने भी उसी रौ में जवाब दिया - तुम भी तो मेरी मक्खन मलाई जैसी चूत चोद रहे हो मेरे लंड राजा | मेरी गुलाबी मखमली चूत कूट के मजा आया |
जितेश - हाँ मोरी चुद्द्कड़ रानी तोहरी चूत तो बिलकुल मक्खन मलाई है ऐसा लग रहा है जैसे मेरा लंड मक्खन मलाई की गुलाबी सुरंग में जा रहा है, और आ रहा है | इतनी गरम और गुनगुनी कसी हुई मखमली चूत मैंने अपनी जिंदगी में कभी नहीं चोदी |
मोरी रानी न केवल तोरी रसमलाई भरी चूत बल्कि तोरा जिस्म और तू भी कमाल की है |
रीमा - तो चोदो ना मोरे राजा, अब बस हचक के चोद के मेरी चूत में अपनी सारी गाढ़ी मलाई उड़ेल दो |
रीमा भी चाहती थी अब वह जल्दी से निपट जाएइसीलिए उनके जोशो खरोश में कोई कमी ना आए इसीलिए उनकी उत्तेजना में अपने शब्दों से आंगर भर रही थी
जितेश - हां मोरी रंडी रानी तेरी चूत लबालब बाहर दूंगा अपने लंड रस से |
दोनों की धक्के और तेज हो गए अब तो सांस लेने की भी फुर्सत नहीं थी ना गिरधारी के पास ना रीमा के पास और ना ही जितेश के पास | अब तो पूरे कमरे में बस चुदाई है और उसकी आवाज ही गूँज रही थी रीमा की ठुकाई आगे पीछे दोनों तरफ से और उसके चूतड़ों पर पड़ती दोनों की करारी ठोकरे .....रीमा के मुंह से निकलती सिसकारियां और दर्द भरी कराहे | रीमा बस किसी तरह खुद को समेटे चुद रही थी कराह रही थी ये सब उसकी सोच से परे था | वो खुद हैरान थी कैसे उसका शरीर लगातार उन लंडो को निगल रहा है | तीनो की हफाती गरम सांसे एक दुसरे की वासना में घुलकर गायब हुई जा रही थी |
अब तीनों को एक दूसरे का होश नहीं था गिरधारी और जितेश की कमर अपनी फुल स्पीड में चल रही थी रीमा की दोनों गुलाबी सुरंगे अपनी पूरी चौड़ाई तक फैली हुई वासना की आग में भट्गठी बनी खुलेमन से दोनों लंडो को अपने आगोश में लेकर उसके अन्दर की हवस को निचोड़ रही थी |
जितेश अब वासना से कराहने लगा था - आह बेबी अआह्ह आपकी चूत बहुत गर्म और कसी हुई है |
रीमा भी बुरी तरह से हांफती हुई - ओह्ह्ह्ह बेबी ओह्ह्ह्हह बेबी बस मेरी गरम चूत को ऐसे ही चोदते रहो, चोदते रहो , बस चोदते रहो | मुझे कुछ नहीं चाहिए बस मुझे चोदते रहो मोरे राजा |
जितेश - इतनी देर चोदने के बाद भी कितनी गरम चूत है तुम्हारी, इतना पेलने के बाद भी इस चूत की चुदाई खत्म नहीं हुई है देखो मेरी चूत रानी कैसे राजी खुशी मेरे लंड को घोटे जा रही है |
रीमा - अह्ह्ह्हह ओफ्फ्फ्फूफोफोफ़ जिस लंड की चूत दीवानी हो जाती है उसके लिए खुद को भी कुर्बान कर देती है बस ऐसे ही चोदते रहो मेरे राजा | चोद चोद के अपनी रीमा रानी की सारी प्यास बुझा दो |
जितेश - तुमारी चूत की प्यास बुझाने के बाद ही पिचकारी निकलेगी मैडम | इतनी कमाल की चूत है तो मेरा भी कुछ फर्ज बनता है ना आपकी चूत का ख्याल रखने का |
अब तो बस दोनों ही वासना में कुछ भी बडबडा रहे थे | किसी को कोई फर्क नहीं पड़ रहा था कौन क्या कर रहा है क्या बोल रहा है | रीमा के जिस्म में दोनों लंड लगातार जा रह थे |
रीमा - अपने मोटे लंड से कूट-कूट के कचूमर निकाल दिया है मेरी चूत का, देख रही हूँ कैसे ख्याल रख रहे हो |जितेश - मोरी रंडी रानी तुमको हचक हचक के चोदेगें नहीं तो तुमारी चूत की प्यास कैसे मिटायेगें और आराम से चोदते तो तुमको मजा नहीं आता है ना तुमारी प्यासी चूत को मजा आता |
इतना हचक हचक के मोटे लंड से चुदाई से उसके अंदर की प्यास थोड़ा कम होगी | देखो ना मोरी चुद्दकद लंद्खोर रंडी 1 घंटे से ज्यादा देर से चुद रही है तुमारी चूत फिर भी मजाल है कि उफ्फ्फफ्फ्फ़ तक निकली हो | रीमा - निकालने का मौका कहां दे रहे हो वो तो कब से चीख चिल्ला रही है की अब बस करो अब बस करो | तुमारा लंड उसे साँस लेने कहाँ दे रहा है, दनादन तो लंड पेले जा रहे हो |
जितेश - इसमें मेरी गलती क्या है तुमारी चूत ही मेरे लंड को बाहर नहीं निकलने दे रही है यह खुद ही नहीं चाहती मेरा लंड उसे उसे बाहर आए मैं तो बस तुमारी चूत का गुलाम बनके कर उसे सेवा कर रहा हूं मैडम |
रीमा को एक बार गर्व की एहसास हुआ इतनी देर चुदाई के बाद भी उसकी चूत की दीवारें पूरी तरह से लंड को अपने आगोश में जकड़े हुई है
पीछे से रीमा की गांड में दनादन पूरा लंड अंदर बाहर करता हुआ गिरधारी भी हंसता हुआ बोला - कोई अच्छा काम जरूर किया होगा जो आपकी गांड मारने का मौका मिला है आपकी जैसी खूबसूरत गुलाबी गोरी औरत को चोदने का ख्याल ही मेरे जैसे आदमी के लिए बहुत बड़ी चीज है यहां तो आपकी कोरी कोरी गांड को मारने का मौका मिला है |
रीमा - हां बस ऐसे ही मेरी गांड मार के उसकी सारी खुजली मिटा दो बस ऐसे ही पेलते रहो मेरी गांड में लंड |
गिरधारी भी जितेश के लंड के साथ मिलकर दनादन रीमा की गांड में लंड पेल रहा था | रीमा के चूतड़ों पर दनादन ठोकरे मारता हुआ गिरधारी बोला - आह मैडम कितनी देर से आपकी गांड को खोलने कोशिश कर रहा हूं इतनी देर से अपने लंड से रगड़ रगड़ के कूट कूट के कूट कूट के आपकी गांड की कसी हुई गुलाबी दीवारों को नरम बनाने की कोशिश कर रहा हूं अब जाकर आपकी गांड बिल्कुल मक्खन मलाई की तरह खुल रही है और बंद हो रही है लेकिन आपकी गांड का कसा छल्ला अभी भी मेरे लंड पर फांसी का फंदा डालकर मेरे लंड को कस के जकड़े हुए हैं | आपकी गांड तो अब बिल्कुल मक्खन मलाई की तरह नरम हो गई है | आआआह्ह्ह्ह मैडम |
रीमा भी चाहती थी कि उनका जोश कम ना हो |
रीमा -बस ऐसे ही मेरी गांड में अपना मुसल लंड पेलते रहो
गिरधारी रीमा के चूतड़ पर थाप मारता हुआ - मैडम बहुत कसी हुई थी गांड आपकी, अभी भी देखो कैसे लंड की खाल छील के रखे दे रही है |
रीमा कराहती हुई - जमकर मनचाहे तरीके से बाजा बजा दिया है मेरी गांड का | कितनी तेज जलन हो रही, पूरी गांड में आग लगी पड़ी है | इतनी तेज गांड को रगडोगे तो लंड तो छिलेगा ही |
गिरधारी के धक्के बदस्तूर जारी थे - मेरी गांड का पसीना निकल आया मैडम आपकी गांड मारने में |
रीमा - कितने आराम से पूरा लंड पेल रहे हो फिर भी कह रहे हो कसी गांड है मेरी | मुझसे पूछो, गांड तो मेरी मारी है, पूरी गांड में ऐसे लग रहा है जैसे किसी ने नश्तर डालकर चीर डाला हो |
गिरधारी - दम निकाल लिए मैडम आपने गांड में लंड पिलवाने में |
रीमा गर्व से फूली नहीं समायी - किसी ऐरे गैरे की गांड थोड़े मार रहे हो,यह रीमा की गांड है रीमा की कच्ची करारी कोरी गांड |
दोनों के लंड अब बिना किसी रोकटोक के सटासट रीमा के जिस्म में आ जा रहे थे | न केवल गिरधारी का लंड रीमा की नरम होकर फ़ैल गयी गुलाबी गांड में आराम से आ जा रहा था बल्कि जितेश भी रीमा को चूत की गहराइयों तक चोद रहा था |
जितेश भी तो चुदाई की उसी रौ में था रीमा की बाते सुन उसका जोश भी बढ़ा - मुसल लंड से गाड़ फड़वा के मजा आया मोरी रंडी रानी |
रीमा ने भी उसी रौ में जवाब दिया - तुम भी तो मेरी मक्खन मलाई जैसी चूत चोद रहे हो मेरे लंड राजा | मेरी गुलाबी मखमली चूत कूट के मजा आया |
जितेश - हाँ मोरी चुद्द्कड़ रानी तोहरी चूत तो बिलकुल मक्खन मलाई है ऐसा लग रहा है जैसे मेरा लंड मक्खन मलाई की गुलाबी सुरंग में जा रहा है, और आ रहा है | इतनी गरम और गुनगुनी कसी हुई मखमली चूत मैंने अपनी जिंदगी में कभी नहीं चोदी |
मोरी रानी न केवल तोरी रसमलाई भरी चूत बल्कि तोरा जिस्म और तू भी कमाल की है |
रीमा - तो चोदो ना मोरे राजा, अब बस हचक के चोद के मेरी चूत में अपनी सारी गाढ़ी मलाई उड़ेल दो |
रीमा भी चाहती थी अब वह जल्दी से निपट जाएइसीलिए उनके जोशो खरोश में कोई कमी ना आए इसीलिए उनकी उत्तेजना में अपने शब्दों से आंगर भर रही थी
जितेश - हां मोरी रंडी रानी तेरी चूत लबालब बाहर दूंगा अपने लंड रस से |
दोनों की धक्के और तेज हो गए अब तो सांस लेने की भी फुर्सत नहीं थी ना गिरधारी के पास ना रीमा के पास और ना ही जितेश के पास | अब तो पूरे कमरे में बस चुदाई है और उसकी आवाज ही गूँज रही थी रीमा की ठुकाई आगे पीछे दोनों तरफ से और उसके चूतड़ों पर पड़ती दोनों की करारी ठोकरे .....रीमा के मुंह से निकलती सिसकारियां और दर्द भरी कराहे | रीमा बस किसी तरह खुद को समेटे चुद रही थी कराह रही थी ये सब उसकी सोच से परे था | वो खुद हैरान थी कैसे उसका शरीर लगातार उन लंडो को निगल रहा है | तीनो की हफाती गरम सांसे एक दुसरे की वासना में घुलकर गायब हुई जा रही थी |
अब तीनों को एक दूसरे का होश नहीं था गिरधारी और जितेश की कमर अपनी फुल स्पीड में चल रही थी रीमा की दोनों गुलाबी सुरंगे अपनी पूरी चौड़ाई तक फैली हुई वासना की आग में भट्गठी बनी खुलेमन से दोनों लंडो को अपने आगोश में लेकर उसके अन्दर की हवस को निचोड़ रही थी |
जितेश अब वासना से कराहने लगा था - आह बेबी अआह्ह आपकी चूत बहुत गर्म और कसी हुई है |
रीमा भी बुरी तरह से हांफती हुई - ओह्ह्ह्ह बेबी ओह्ह्ह्हह बेबी बस मेरी गरम चूत को ऐसे ही चोदते रहो, चोदते रहो , बस चोदते रहो | मुझे कुछ नहीं चाहिए बस मुझे चोदते रहो मोरे राजा |
जितेश - इतनी देर चोदने के बाद भी कितनी गरम चूत है तुम्हारी, इतना पेलने के बाद भी इस चूत की चुदाई खत्म नहीं हुई है देखो मेरी चूत रानी कैसे राजी खुशी मेरे लंड को घोटे जा रही है |
रीमा - अह्ह्ह्हह ओफ्फ्फ्फूफोफोफ़ जिस लंड की चूत दीवानी हो जाती है उसके लिए खुद को भी कुर्बान कर देती है बस ऐसे ही चोदते रहो मेरे राजा | चोद चोद के अपनी रीमा रानी की सारी प्यास बुझा दो |
जितेश - तुमारी चूत की प्यास बुझाने के बाद ही पिचकारी निकलेगी मैडम | इतनी कमाल की चूत है तो मेरा भी कुछ फर्ज बनता है ना आपकी चूत का ख्याल रखने का |
अब तो बस दोनों ही वासना में कुछ भी बडबडा रहे थे | किसी को कोई फर्क नहीं पड़ रहा था कौन क्या कर रहा है क्या बोल रहा है | रीमा के जिस्म में दोनों लंड लगातार जा रह थे |
रीमा - अपने मोटे लंड से कूट-कूट के कचूमर निकाल दिया है मेरी चूत का, देख रही हूँ कैसे ख्याल रख रहे हो |जितेश - मोरी रंडी रानी तुमको हचक हचक के चोदेगें नहीं तो तुमारी चूत की प्यास कैसे मिटायेगें और आराम से चोदते तो तुमको मजा नहीं आता है ना तुमारी प्यासी चूत को मजा आता |
इतना हचक हचक के मोटे लंड से चुदाई से उसके अंदर की प्यास थोड़ा कम होगी | देखो ना मोरी चुद्दकद लंद्खोर रंडी 1 घंटे से ज्यादा देर से चुद रही है तुमारी चूत फिर भी मजाल है कि उफ्फ्फफ्फ्फ़ तक निकली हो | रीमा - निकालने का मौका कहां दे रहे हो वो तो कब से चीख चिल्ला रही है की अब बस करो अब बस करो | तुमारा लंड उसे साँस लेने कहाँ दे रहा है, दनादन तो लंड पेले जा रहे हो |
जितेश - इसमें मेरी गलती क्या है तुमारी चूत ही मेरे लंड को बाहर नहीं निकलने दे रही है यह खुद ही नहीं चाहती मेरा लंड उसे उसे बाहर आए मैं तो बस तुमारी चूत का गुलाम बनके कर उसे सेवा कर रहा हूं मैडम |
रीमा को एक बार गर्व की एहसास हुआ इतनी देर चुदाई के बाद भी उसकी चूत की दीवारें पूरी तरह से लंड को अपने आगोश में जकड़े हुई है
पीछे से रीमा की गांड में दनादन पूरा लंड अंदर बाहर करता हुआ गिरधारी भी हंसता हुआ बोला - कोई अच्छा काम जरूर किया होगा जो आपकी गांड मारने का मौका मिला है आपकी जैसी खूबसूरत गुलाबी गोरी औरत को चोदने का ख्याल ही मेरे जैसे आदमी के लिए बहुत बड़ी चीज है यहां तो आपकी कोरी कोरी गांड को मारने का मौका मिला है |
रीमा - हां बस ऐसे ही मेरी गांड मार के उसकी सारी खुजली मिटा दो बस ऐसे ही पेलते रहो मेरी गांड में लंड |