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Adultery रीमा की दबी वासना
उसकी तरफ रीमा की गोरी चिकनी पीठ थी | उसके मांसल बसे बसे चूतड़ थे और गुदाज मांसल जांघे जो जितेश की कमर से चिपकी हुई नब्बे डिग्री का कोण उसके जिस्म के साथ बना रही थी | उसे अपने पैरो की तरफ अपनी गर्दन झुकानी पड़ी रीमा की गुलाबी मखमली चूत के दर्शन करने के लिए | लेकिन तब भी उसके रीमा की चूत का पिछला हिस्सा ही दिख पाया | कमरे का ये रोमांचक कामुक सीन देखकर उसके भी अरमान जगने लगे | रीमा के बारे में जानने की उसकी इक्षा तो तभी शुरू हो गयी थी जब वो इस कमरे घुसा था | कौन है ये औरत जो इतनी शिद्दत से मेरे बॉस से ख़ुशी खुसी चुद रही है | आखिर ये रंडी नहीं है तो रंडी की तरह चुद क्यों रही है | लगता है मेरे बॉस मुझसे झूठ बोल रहा है | कोई शरीफ औरत किसी पराये मर्द से इस तरह से चूतड़ हिला हिलाकर थोड़े ही चुदती है | आखिर बॉस ने इतनी जल्दी इसको पता कैसा लिया | इतनी जल्दी इसको बिस्तर पर ले कैसे आये | इतनी जल्दी इसको जांघे खोलने के लिए राजी कैसे कर लिया | इतनी जल्दी इस औरत ने अपने कपड़े कैसे उतार दिए, न केवल कपड़े उतार दिए बल्कि बॉस का मुसल लंड भी घोट रही है | वो अपनी जगह से जितेश के पैरो की तरफ से जमींन पर रेंगता हुआ बेड के सिरहाने के उल्टा दिशा में बढ़ा | वो रीमा की चूत के दर्शन करना चाहता था जो अभी जितेश के लंड से अपने आगोश में लिए पूरी तरह से फैली हुई थी | आखिर कुछ दूर आगे जाने के बाद उसने सर को उचकाया और रीमा की गुलाबी मखमली चूत के दर्शन कर लिए | गुलाबी रंगत लिए हुए पतले ओंठो से घिरी उसकी चूत कितनी साफ़ और चिकनी थी | इसकी चूत पर तो बाल भी नहीं है | उसकी बीबी तो अपना जंगल कभी काटती ही नहीं | 


[Image: 05.jpg]

गिरधारी  भी तो इंसान था उसके अंदर भी तो भावनाएं थी और कमरे का इतना मादक कामुक माहौल देखकर वहीं भावनाएं उसकी भी भड़कने लगी थी और उसका असर सीधे उसके पजामे  में सो रहे उसके लंड पर हो रहा था | ऐसी माहौल में दिमाग से ज्यादा लंड को हरकत में आना ही था और वो आने लगा | उसमें तनाव आने लगा था कुछ देर तक वो वही से अपने बॉस के लंड से रीमा की चूत  की चुदाई देखता रहा | इधर उसका लंड फूलता रहा | जितेश उसका बॉस था इसलिए उसके लिए उसकी बात की अवहेलना करना मुश्किल था लेकिन रीमा की चुदाई देखकर उसका मूड बन गया था | वो धीरे धीरे खिसककर अपनी जगह पर वापस आ गया | जितेश रीमा दोनों इस बात से बेखबर आपस में ही खोये हुए हवस का खुला खेल खेल रहे थे | गिरधारी अपनी दरी पर आकर लेट गया और लम्बी लम्बी सांसे लेने लगा | लेकिन उससे रहा नहीं जा रहा था | लेटे होने की वजह से उसे बेड का कुछ भी नहीं दिख रहा था | तभी उसका हाथ उसके पेंट के ऊपर चला गया | वो हैरान था उसका लंड तो पहले ही फूल चूका है | उसने पैजामे की मोहरी खोली तो देखा उसके लंड नाथ तो पूरी तरह से तन्नाये खड़े है | अब इसका क्या करू | वो बहुत बुरी तरह फंस गया था | एक तरफ कमरे के माहौल के कारन चढ़ी ठरक थी दूसरी तरफ बॉस का डर | वो दरी पर लेटे लेटे दूसरी तरफ को करवट हो गया | अब उसकी पीठ बेड की तरफ थी उसके बाद उसने अपने पजामे में हाथ घुसेड दिया और अपने लंड को मसलने लगा | बीच बीच में गर्दन घुमाकर खुद को थोडा उचकाकर बेड की तरफ भी देख लेता | जहाँ रीमा के गोरे बड़े बड़े मांसल चूतड़ जितेश के लंड की ठोकरों से हिल रहे थे | 

[Image: penis-hard-erection-nice.jpg]

गिरधारी को जितेश के मोटे लंड से चुदती हुई रीमा की चूत और हिलते भारी-भरकम चूतड़ दिख रहे थे उसकी नंगी पीठ भी गिरधारी की तरफ ही थी और उसकी चूत में सटासट जाता हुआ जितेश का लंड भी उसे दिख रहा था आखिरकार उसे रहा नहीं गया वह उठ कर बैठ गया और अपनी पैंट के अंदर फूल कर तन गए लंड को देखने लगा था | काश उसकी किस्मत में भी चोदना लिखा होता | उसके दिलो दिमाग में चुदाई की ललक घुस गयी थी लेकिन  किसी भी तरह से वो बॉस को डिस्टर्ब नहीं करना चाहता था | लेकिन रीमा के जिस्म का मादक हुस्न उसे पगलाए दे रहा था |  दिलो-दिमाग पर रीमा का नशा चढने लगा था |  उसको रीमा की पूरी नंगी पीठ और भारी-भरकम चूतड़ देख रहे थे और उसकी चूत में जाता हुआ जितेश का लंड भी दिख रहा था | वो उचककर रीमा  जितेश की चुदाई को काफी देर तक देखता रहा | इधर जितेश का लंड की मां की चूत में सटासट जा रहा था तो उधर  गिरधारी के हाथ में उसका लंड उसकी के पजामे के अन्दर तेजी से फिसल रहा था | इतनी खूबसूरत औरत को इतने करीब से चुदते हुए उसने पहली बार देखा था | उसकी  आंखें फटी की फटी रह गई आखिर वह भी तो इंसान था |  उसकी आंखों के सामने एक खूबसूरत हसीन गुलाबी मखमली औरत की चूत को उसका बॉस बड़ी बेदर्दी से चोद रहा था |  यह देख कर वह भी  पूरी तरह से मदहोश हो गया | रीमा के मुहँ से निकलती सिसकारियां उसकी उत्तेजना को और बढ़ा रही थी | गजब है क्या ऐसी औरते भी होती है इस दुनिया में | उसके लिए तो रीमा अजूबा ही थी, क्योंकि जब वो अपनी बीबी को चोदता था तो वो तो हमेशा इधर उधर हाथ पाँव पटक के दर्द होने का नाटक करती थी | लेकिन मैडम तो बॉस का लंड भो घोटे ले रही है और मजे में कराह भी भर रही है | ऐसी औरत को एक बार चोदने को मिल जाये फिर तो जन्नत जाने की भी जरुरत नहीं है |

 वो वापस अपने बिस्तर पर लुढ़क गया और दूसरी तरफ करवट करके लेट गया | उसने अपने लंड को बाहर निकाल लिया और पजामे को नीचे खिसका दिया | उसका पूरी तरह से तना हुआ लंड अब आजाद था | उसने करवट लेटे लेटे ही अपने लंड को मसलना शुरू कर दिया |  तेजी से उस पर हाथ फिराने लगा  | 

[Image: 3323206_15_o.jpg]

इधर रीमा काफी देर से जितेश की बाहों में ही पड़े पड़े चुद रही थी | वह चाहती थी अब जितेश नीचे लेटे और रीमा उसके ऊपर आ जाए | वो उसके  ऊपर बैठकर उसके लंड को अपनी चूत में डालकर कुछ देर घुड़सवारी करे | यही सोचकर रीमा जितेश की बाहों ने निकली | रीमा जैसे ही उठकर जितेश के ऊपर आने को हुई, उसकी नजर जमीन पर दरी बिछाये आदमी पर पड़ गयी, जिसका पैजामा उसके घुटनों का खिसका हुआ है और उसकी कमर की आड़ में उसका हाथ तेजी से हिल रहा है | वो  अपने मोटे मोटे लंड को बहुत तेजी से उठा रहा था | ये देखकर रीमा सन्न रह गयी | जैसी हालत में थी वैसे ही जितेश के ऊपर झुक गयी और तेजी से अपने ऊपर चादर खीचकर डाल ली | वह कमरे में एक अनजान आदमी को वो भी इस हालत में देखकर दंग रह गयी | यह कौन है, कहां से आया, कब आया,  क्या मै सपना देख रही है एकबारगी तो उसे यकीन ही नहीं हुआ | फिर उसने अपनी आंखों को मलकर देखा और तब भी उसे वो करवट के बल लेटा आदमी ही दिखाई दिया, जो तेजी से अपना लंड मुठिया रहा था | रीमा को हकीकत पर यकीन हुआ |  वह जितेश से चिपक गई और उसके कान में पुछा -  जितेश यह कौन है? 

जितेश ने माथा पीठ लिया उसके मुहँ से बस एक शब्द निकला - धत्त तेरे की इसको तो मै भूल ही गया, तुमारा हुस्न मुझे पागल कर देगा, तुमारे गोरे गुलाबी बदन की चमक के आगे इसका तो मुझे ध्यान ही नहीं रहा | 

रीमा - मतलब तुम इसे जानते हो | 

जितेश - हाँ तुम्हे क्या लगता है ये भूत बनकर यहाँ आ गया | रात में आया था जब तुम सो गयी थी उसके बाद, बाहर सिक्युरिटी बहुत छान बीन कर रही थी इसलिए यही लेट गया | 

रीमा दबी आवाज में बिफर पड़ी - मतलब तुम इस हालत में किसी को यहाँ रुकने की इजाजत कैसे दे सकते हो | मतलब मैंने रात में भी तुमारी बाहों में पुरी की पूरी नंगी सो गयी थी | 

जितेश उसकी बात कटाता हुआ - चिंता की कोई बात नहीं है रात में मैंने तुम्हे चादर में लपेट कर ढक दिया था | 

रीमा - क्या चिंता की बात नहीं है | रात में नहीं देखा तो क्या हुआ अब इसने हमें  सब कुछ करते हुए देख लिया है | 

जितेश भी हैरान रह गया | उसने हल्का सा सर उठा कर देखा तो देखा | नीचे दरी पर लेता गिरधारी दूसरी तरफ को मुहँ घुमाये  बहुत तेजी से लंड को मुठिया रहा है | 

रीमा फिर से बिफर पड़ी - मतलब तुम इतने लापरवाह कैसे हो सकते हो, मुझे बताया तक नहीं | आँखों से ही इशारा कर देते | 

जितेश - क्या करू, सारी बुद्धि तो तुमारे हुस्न से हर ली है | जब आंख खुली तो तुम सामने थी , अब जब तुम अपने प्राकृतिक रूप में सामने थी तो भला मुझे और कुछ कैसे याद आ सकता है | 

रीमा दांत पीसती हुई बेहद धीमी आवाज में - तुम्हे मजाक सूझ रहा है मेरी यहाँ जान निकली जा रही है | उसके मेरा सब कुछ देख लिया और तुम्हे भी | उसने हमें चुदाई करते हुए भी देख लिया है | अब क्या होगा |  रीमा शर्म से पानी पानी हुई जा रही थी | 

जितेश भी उसे दबे स्वर में - तुम बेवजह परेशान हो रही हो | कुछ नहीं होगा | वो मेरा खास आदमी है  रात में वह एक नए कॉन्ट्रैक्ट के लिए पैसे लेकर आया था | चारो तरफ सिक्युरिटी तुमारे चक्कर में हर घर को सूंघ रही है इसलिए यही रूक गया | तुम परेशान मत हो अपना  पालतू है ये |

रीमा - कितना पालतू है वो दिख रहा है, अगर तुम न होते यहाँ पर तो अब अपने हाथ की जगह तक मुझ पर चढ़ अपनी कमर हिला रहा होता | देख लिया कितना पालतू है | 

जितेश - तुम हो ही इतनी हसीन, ऊपर से तुमारे बदन को बिलकुल उसी अवतार में देख लिया है जिस हालत में तुम पैदा हुई थी | आखिर खूबसूरत जवान नंगी औरत की जवानी का नशा से कौन बचा है, इसलिए हाथ हिला रहा | 

रीमा - किसी दिन अपनी कमर मुझ पर हिला रहा होगा, तब ये शायरियां बघारना | 

उधर गिरधारी के दिलोदिमाग में लाखो सवाल थे और उसका हाथ उसके तने हुए लंड पर था | आखिर ये मैडम है क्या चीज लेकिन जो भी है कमाल की चीज है | क्या कमाल की औरत है हमारे यहाँ औरते सुबह सुबह उठकर पूजा पाठ भजन कीर्तन करती है | एक ये औरत है जो सुबह सुबह लंड की पूजा करती है, मुसल लंड घोंट रही है | मन तो नहीं मान रहा लेकिन इसकी हरकतों से साफ पता चल रहा है  कि यह कोई बहुत बड़ी रंडी है | सुना है बड़े शहरो की रंडियां बड़ा सज धज के रहती है बड़ी गोरी चिट्टी होती है | पक्का है बॉस इसको भी वही से लाये होंगे | क्योंकि यहाँ की रंडियां  इतनी खूबसूरत कब से होने लगी | यह तो कमाल के गुलाबी गोरे सफ़ेद  जिस्म की मालकिन है | इतनी गोरी औरत इतने खूबसूरत जिस्म की मालकिन रंडी कैसे हो सकती है | हो सकता है क्यों नहीं हो सकता | वहां बड़े शहर में बड़े बड़े पैसे वाले है खूब पैसा खर्च करते है | बॉस में इसे लाखो पर तय करके ही लाये होंगे | पक्का है जैसे ये चुद रही है ऐसे घरेलु औरते तो कभी लंड नहीं घोटती | घरबार वाली होती तो इतने मोटे मुसल लंड को लेकर हाथ पाँव पीठ पीट कर अब तक आधे मोहल्ले को बता चुकी होती की आज मेरी चूत फाड़ी जा रही है | मुझे तो रात में ही यकीन हो गया था की ये एक नंबर की छिनार चुदक्कड  रंडी है | पैसो की मोटी मोटी गड्डियो के आगे अपनी जांघे खोलती होगी | पैसे में बहुत दम है, बॉस ने इसकी गुलाबी चूत के लिए लाखो मुहँ पर मार दिए होंगे और ये एक पल में नंगी हो गयी होगी |  बॉस चकाचक इसे चोद रहा है पक्का है ये महँगी वाली रंडी है | बॉस रात भर मौज-मस्ती के लिए लाया होगा | अब सुबह होने से पहले पुरे पैसे वसूल लेना चाहता है | 
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RE: रीमा की दबी वासना - by vijayveg - 25-12-2019, 12:26 AM



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