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Misc. Erotica ये कहाँ आ गए हम - पूनम का रूपांतरण
#34
पूनम की नींद फ़ोन की घंटी बजने से खुली. सुबह के 8 बज रहे थे और रात में मज़े से चुदी हुई पूनम अभी तक नंगी सो रही थी. वो नंगी ही हॉल में आई और बातें करने लगी. फ़ोन उसकी माँ का था और वो मामा का हालचाल बता रही थी. पूनम के मामा ठीक थे और उसकी मम्मी पापा रात तक वापस आने वाले थे.

पूनम नंगी ही अपने लिए नाश्ता बनायीं और फिर फ्रेश होकर रेडी होकर ऑफिस के लिए निकल पड़ी. उसे नंगी रहने में और सारे काम करने में बहुत मज़ा आ रहा था. वो रोड पे आई तो वो लड़के फिर से वहीँ खड़े थे और अपनी होने वाली रंडी के बदन को घूर रहे थे.

उन लडको को देखकर पूनम का मन गुस्से और घृणा से भर गया. लेकिन अभी बहुत लोग थे तो उन लडको ने कोई ऐसी वैसी हरकत नहीं की और पूनम चुपचाप अपने रस्ते ऑफिस आ गयी. लंच टाइम में वो ऑफिस से बाहर निकली और वो भी अपने लिए एक मोबाइल खरीद ली. अमित भी उसके साथ था, लेकिन आज वो लोग कहीं गए नहीं. वैसे भी अब भला रेस्तौरेंट में उन लोगों को कहाँ मन लगना था. उन्हें तो अब खाली घर चाहिए था जहाँ दोनों बिंदास होकर एक दुसरे के नंगे बदन का मज़ा ले सकें. दोनों तो मना रहे थे की पूनम के पेरेंट्स आज रात भी घर नहीं आयें तो वो लोग आज भी पूरी रात चुदाई के मज़े ले सके.

पूनम जब ऑफिस से वापस लौट रही थी तो आज फिर से वो लड़का गली के कार्नर पे था और फिर से आसपास कोई नहीं था. पूनम डर गयी क्यू की उसके घर पे भी कोई नहीं था और अगर उस लड़के ने कुछ किया तो वो क्या करेगी। वो खुद की हिम्मत बढाई की घर पे कोई नहीं है तो उसे डर नहीं है की कहीं मम्मी सुन ना ले या पापा को पता न चल जाये.

पूनम जैसे ही गली में मुड़ी, जैसा की वो उम्मीद कर रही थी, वो लड़का उसके पास आया और बोला “क्या सोची हमारे बारे में.” लड़के के तेवर से पूनम का डर और बढ़ गया लेकिन वो हिम्मत करते हुए गुस्से में बोली “तुम्हे कल समझाई तो तुम्हे समझ नहीं आया. बोली ना की मैं ऐसी वैसी लड़की नहीं हूँ. जाओ और जाकर अपनी माँ बहन से पूछो की वो क्या सोची है और जो मुझे दिए वो उन सबको दे दो.” बोलती हुई पूनम आगे बढती रही.

वो लड़का भी पूनम के साथ चलता हुआ बोला “मुझे पता है की कैसी लड़की हो. नखरे तो ऐसे कर रही हो जैसे कूँवारी कलि हो और किसी ने छुआ ही नहीं है तुम्हे.” पूनम का गुस्सा अब तेज़ हो गया. बोली “तुम्हे इससे मतलब. किसने मुझे छुआ या किसने क्या किया तुम्हे इससे क्या. तुम जाओ और अपना काम करो. नहीं तो ऐसी हालत करवाउंगी की सोच लेना तुम.”

वो लड़का चिढाने के अंदाज़ में हँसता हुआ बोला “हाह.., क्या करोगी, उस हिज़ड़े अमित से पिटवाओगी. उसकी औकात है मेरे सामने सर उठाने की. तुम्हे बहुत घमंड है न उस पे। अब तुम देखो की मैं क्या करता हूँ. वैसे तो मैं कभी किसी चुत के बारे में इतना सीरियस नहीं होता, लेकिन तुम्हारी झूठी अकड़ तोड़ना बहुत जरूरी है। और अब चाहे जो भी हो जाये, तुम्हे हमारे नीचे आना है ही.” पूनम उस लड़के का गुस्सा देख कर डर गयी. वो अभी तक चलते चलते घर के नजदीक तक पहुँच गयी थी और वो लड़का अभी तक गया नहीं था. क्या होता अगर अभी उसकी मम्मी घर पे होती तो.

पूनम डर कर गेट का लॉक नहीं खोल रही थी, क्यू की तब उस लड़के को पता चल जाता की पूनम घर में अकेली है. पूनम रूक गयी तो वो लड़का भी उसके साथ ही खड़ा हो गया. बोला “तुम्हे क्या लगता है मुझे नहीं मालूम की तुम उस लौंडे के साथ क्या क्या की हो. किस रेस्तौरेंट में और क्या करती हो, सब मुझे मालूम है. मैंने तो बस इतना कहा की जो उस हिज़ड़े गांडू के साथ कर रही हो, वो मेरे साथ भी कर लो. वो भी बस एक बार. इसमें कुछ घिस नहीं जायेगा और उससे ज्यादा मज़ा आएगा.”

पूनम का दिमाग अब काम नहीं कर रहा था. वो एक गुंडे टाइप के लड़के के साथ सुनसान गली में अकेली खड़ी थी. वो लड़का जाने का नाम ही नहीं ले रहा था. पूनम उसकी बात को काटती हुई बोली “बोली न मैं वैसी लड़की नहीं हूँ. मैं अमित से शादी करुँगी. आई लव हिम. तुम जाओ यहाँ से प्लीज़. मेरे घर में किसी को पता चल जायेगा तो गजब हो जायेगा.” वो लड़का फिर उसी तरह चिढाने के अंदाज़ में हंसा “हाह... शादी..... और वो फट्टू.... तुमसे..... हाहाहा...... अमित के बारे में घर में बता दी हो क्या? मुझे पता है डार्लिंग की तुम घर में अकेली हो, लेकिन घबराओ मत, मैं जबर्दस्ती नहीं करता। मैं तो ये मस्ती के लिए करता हूँ और ऐसे करता हूँ की तुम्हे भी बहुत मज़ा आये। मुझे पता है कि रात में तुमने उस लड़के को भी यहाँ बुलाया था. मुझे इस से कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन तुम ग़लतफ़हमी में हो. जब लड़का किसी लड़की की चूत ले लेता है न, तो फिर कभी उससे शादी नहीं करता. वो भी उस जैसा फट्टू. तुमसे ज्यादा मैं उसे और उसके घरवालों को जानता हूँ। उसने तुमसे झूठ कह कर, मोहब्बत के नाम पर तुम्हारे जिस्म का मज़ा लूटा, मैं सीधी बात कह रहा हूँ, सच कह रहा हूँ की एक बार हमारे साथ भी मज़े कर लो बस. ”

पूनम कुछ नहीं बोली. वो शॉकड हो गयी थी की इसे इतना कुछ कैसे मालूम है और खास कर रात के बारे में कैसे मालूम है. लड़का आगे बोला “वो प्यार और शादी की बात करके पता नहीं कितनी बार क्या करेगा और तुम ख़ुशी ख़ुशी करवओगी की ये तो मुझसे प्यार करता है, मैं तो उससे शादी करुँगी. और मैं सच कह रहा हूँ तो मुझसे भाग रही हो. मेरे से डरने जैसी कोई बात नहीं है. मैं अगर दिन में भी रोड पे तुम्हारा हाथ पकड़ लूँ तो कोई माई का लाल नहीं, जो तुम्हारा हाथ छुड़ाने आएगा. लेकिन मैं अकेले में भी ऐसा नहीं करता. जो भी करूँगा तुम्हारी मर्ज़ी से और पसंद से. बस एक बार मुझे भी अपने हसीं जिस्म का मज़ा ले लेने दो. तुम्हे भी इसमें बहुत मज़ा आएगा.” पूनम फिर से गुस्से में बोली “भागो यहाँ से. और जा कर अपनी बहन को यही बात बोलो. उसे भी बहुत मज़ा आएगा.” बोलती हुई पूनम अपने घर का लॉक खोलने लगी. उसे अब बचने का एक ही उपाय नज़र आ रहा था की घर के अन्दर हो जाना.

वो लड़का गुस्से में पूनम को घूरते हुए बोला “चुदेगी तो तू जरूर मेरे से. हमने जिस चूत के बारे में सोच लिया, उसे बिना चोदे रहते नहीं. तू खुद आएगी हमसे चुदवाने. तुमसे ज्यादा शरीफ चूत को हमने अपनी रंडी बनाया है. तू भी बनेगी। बस तू अब देखती जा की मैं क्या क्या करता हूँ।” पूनम अपने घर का लॉक खोल चुकी थी. वो जल्दी से अन्दर हो गयी और गेट बंद कर ली.

वो लड़का फिर बोला “तू डर मत, रेप नहीं करूँगा तेरा.” उसने गेट क नीचे से एक एन्वेलोप सरका दिया. बोला “ये तेरे लिए ही लाया था. पढ़ लेना और चूत को मेरे लिए रेडी कर के रखना.” वो लड़का वहां से चल दिया. पूनम एन्वेलोप को गेट से वापस बाहर सरकाती हुई बोली "जाकर अपनी माँ बहन को दे दो।" और घर के अन्दर जाकर गेट को लॉक कर ली थी. वो अन्दर आई तो उसे बहुत डर लग रहा था. वो बैग को रखी और किचन में जाकर पानी पीने लगी. उसके दिमाग में अभी की सारी बातें गूँज रही थी.

आज कोई लड़का उसके सामने खड़ा था और उसे चोदने की बात कर रहा था. पूनम का दिमाग काम नहीं कर रहा था. जब 10 मिनट हो गए और पूनम थोडा स्थिर हुई तो वो चुपके से पहले गेट से बाहर झांक कर देखी और जब कोई नहीं दिखा तो फिर बाहर आकर मेन गेट से झांक कर देखने लगी. बाहर कोई नहीं था. वो उस एन्वेलोप को उठा कर अन्दर आ गयी. उसे पता था की अन्दर क्या होगा और साथ ही मन में ये डर भी था की कहीं इसे कोई और न देख ले.

पूनम अपने कपडे चेंज कर ली. उसका मन तो नंगी रहने का था, लेकिन वो इस डर से नंगी नहीं रह पाई की कहीं कोई आ ना जाये. वो अपने मोबाइल से अमित को कॉल लगायी तो अमित खुश हो गया की शायद पूनम आज रात भी अकेली ही रहने वाली है. लेकिन पूनम थोड़ी देर तो सिंपल बात की और फिर उन लडको के बारे में अमित को बताई. पहले तो अमित ने पूछा की क्या हुआ तो पूनम बस उसे इतना ही बताई की रस्ते में मेरे पे कमेंट कर रहा था.

अमित बोला “वो तो हैं ही साले हरामी, मैंने तो पहले ही तुम्हे कहा था की उनसे दूर रहा करो. हरामियों का काम ही यही है. मार पिट करना तो शौक है इन लोगों का. तुम उन सबसे दूर रहना.” पूनम बांकी बात नहीं बताई की वो लोग किस हद तक पहुँच चुके हैं।

पूनम अमित से बात करते हुए एन्वेलोप खोल रही थी. उसमे फिर से आज वोही था. चुदाई की पिक्स और पेपर पे प्रिंट की हुई चुदाई की कहानी. कॉल कट करके पूनम पिक्स को देखने लगी और उसकी चूत गीली होने लगी.

पूनम पिक्स देखती हुई अमित को बोली की “अगर वो लोग मेरे साथ कुछ बदतमीज़ी करेंगे तो?” अमित उधर गुस्से से बोला “अगर उन सालों ने तुम्हारे साथ कुछ ऐसा वैसा किया तो फिर तो मैं उन्हें उनकी औकात बता दूंगा. लेकिन तुम उनसे थोड़ा दूर ही रहना. उनका काम ही यही है।” अमित की बात सुनकर पूनम थोड़ी रिलैक्स हुई.

उसकी चूत गीली होने लगी थी तो वो अपने ट्राउजर और पैंटी को नीची कर दी थी और अपनी चूत सहलाते हुए बात कर रही थी. वो कहानी पढने लगी थी तो उसका ध्यान अमित से हट गया. वो कॉल रख दी और उन लड़कों की भेजी हुई कहानी पढने लगी. अब पूनम खुद को रोक नहीं पाई और सारे खिड़की दरवाजे अच्छे से चेक कर ली की ठीक से बंद हैं न , और फिर वो नंगी हो गयी.

अब उसे अच्छा लग रहा था और अब वो सोफे पे अपनी टांगों को अच्छे से फैला कर स्टोरी पढने लगी. चुदाई की कहानी पढ़ रही थी पूनम. उसकी उँगलियाँ चूत की दरारों को सहला रही थी. स्टोरी पढने में उसे मज़ा आ रहा था और वो चूत में ऊँगली अन्दर बाहर करती जा रही थी. स्टोरी ख़तम होने से पहले उसकी चूत ने काम रस छोड़ दिया और वो सोफे पे फ़ैल कर हांफते हुए उस मज़े को महसूस करने लगी.

वो अपनी पैंटी से अपनी चुत को पोछी और फिर नंगी ही बाथरूम चली गयी. वो बाथरूम में ही थी की उसका फ़ोन बजने रहा था. अमित का फ़ोन था. वो कॉल नहीं रिसीव की. वो किचन में चली गयी और खाना बनाने लगी. वो नंगी ही थी और कल रात में अमित के साथ बिताये पलों को याद कर रही थी की कैसे अमित ने उसे किचेन में नंगी किया था.

थोड़ी देर बाद फिर से उसकी चूत में गुदगुदी होने लगी तो वो फिरसे पिक्स देखने लगी और इसबार वो चूत में बेलन अन्दर डालने लगी. बेलन अन्दर जाता हुआ उसे बहुत अच्छा लग रहा था. वो बेलन को सोफे पे सीधा करके रख दी और एक हाथ से उसे पकड़ कर ऊपर नीचे होने लगी. वो ऐसा महसूस कर रही थी जैसे वो अमित के लंड पे बैठ कर चुद रही हो. कल रात इसी तरह उसने अमित के लण्ड को अपने अंदर लिया था। ये अलग बात थी की अमित का लण्ड न तो इतना लम्बा था और न ही इतना टाइट। उसे बहुत मज़ा आ रहा था. तभी फिर से उसका फ़ोन बजने लगा.

वो बेलन को उसी तरह चूत में किये हुए ही कॉल देखि. कोई अनजान नंबर था. वो अपनी सांसो को कण्ट्रोल की और फिर कॉल रिसीव कर हेलो बोली की उधर से आती हुई आवाज़ ने उसके पुरे नशे को उतार दिया. दूसरी तरफ वही लड़का था जो बोल रहा था “कैसी हो जान? फोटो और कहानी पसंद आई?” पूनम कुछ भी नहीं बोल पाई. क्या बोलती की उसी कहानी और पिक्स के मज़े ले रही है. उसी की वजह से बेलन से चुदवा रही है.

वो लड़का फिर से बोला “क्या हुआ डार्लिंग. चुप क्यू हो. अभी तो मैंने लंड मुंह में डाला नहीं है तो फिर आवाज़ क्यू नहीं निकल रही.” पूनम अब तक अपने होश सम्हाल चुकी थी. बोली “तुम्हे ये नंबर कहाँ से मिला?” उधर से उस लड़के के हंसने की आवाज़ आई. बोला “मुझे तुम्हारे बारे में बहुत कुछ पता है. पता है की तुम अभी घर में अकेली ही हो और ये भी पता है की तुम्हे वो फोटोज और वो कहानी बहुत अच्छी लगी है.”

पूनम अब कण्ट्रोल में आ चुकी थी. वो बेलन को चूत से निकाल ली और गुस्से में बोली “मैंने कहा है न मुझसे दूर रहने. तुम ऐसे नहीं मानोगे लगता है. तुम्हे तुम्हारी औकात......” पूनम अभी पूरी बात बोल भी नहीं पायी थी की वो लड़का बोला “तुम इस तरह झूठ क्यू बोलती रहती हो. तुम्हारी कांपती सांस बता रही है की तुम अभी नंगी होकर अपनी चूत में ऊँगली कर रही हो और फिर भी तुम इस तरह के तेवर दिखा रही हो. मैं आराम से बात कर रहा हूँ, तुम भी आराम से बात करो. फ़ोन पे तो नहीं चोद रहा न मैं तुम्हे.” पूनम को चुप हो जाना पड़ा.

पूनम हारती हुई सी महसूस कर रही थी. वो लड़का बहुत प्यार से बोला “चूत से पानी निकाल ली या अभी बचा हुआ है?” पूनम परेशान होने के टोन में बोली “प्लीज मुझे परेशान मत करो. मैं उस टाइप की लड़की नहीं हूँ.” वो लड़का बोला “अरे... मैंने क्या परेशान किया. जब कहानी और फोटो अच्छी लगी है और चूत में ऊँगली कर रही हो तो मैंने बस ये पूछा की पानी निकाल ली हो या अभी बांकी है.

पूनम कुछ नहीं बोली. वो लड़का फिर से आगे बोला “जितना मज़ा ऊँगली करके चूत से पानी निकालने में आया, उससे ज्यादा मज़ा मेरे लंड से चुदवा कर आएगा मेरी जान. और अगर मेरे लंड के मज़े ले लोगी फिर तो जन्नत पहुँच जाओगी.” पूनम कुछ बोल नहीं रही थी लेकिन उसे कुछ हो रहा था. वो एक अनजान लड़के से फ़ोन पे बात कर रही थी जो खुलेआम लंड चूत की बातें कर रहा था. पूनम को शर्म भी बहुत आ रही थी. वो कॉल कट कर दी.

पूनम अपनी हालत देखी. वो नंगी सोफे पे बैठी हुई थी और उसके चूत के रस से आधा गीला बेलन बगल में रखा हुआ था. और ये सब नतीजा था उस फोटो और कहानी का जो उस लड़के ने दिया था और जो अभी फ़ोन पे भी उसे चोदने की बात कर रहा था. पूनम अभी सोच ही रही थी की फिर से कॉल आ गया. पूनम कॉल रिसीव ही नहीं की. फिर दुबारा कॉल आया और पूनम फिर से रिसीव नहीं की.

पूनम को डर भी लगने लगा था तो वो अपने कपडे पहनने लगी. तभी उसके मोबाइल पे मैसेज आया. ये मैसेज भी उसी लड़के का था. लिखा था “अगर कॉल रिसीव नहीं की तो मैं घर पे आ जाऊंगा.” पूनम अभी मैसेज पढ़ ही रही थी की फिर से कॉल आ गया. पूनम कॉल रिसीव की लेकिन कुछ बोली नहीं.

वो लड़का बोला “मुझसे भाग क्यू रही हो जान. बोला न की जो करूँगा तुम्हारी रज़ामंदी से करूँगा। जब तुम खुद टाँगे फैलाकर चोदने बोलोगी, तभी लण्ड डालूंगा तुम्हारी चुत में। लेकिन सोचो की तुम अभी अकेली हो घर में और पूरी नंगी हो. अभी तुम मेरे लंड की फोटो देखी हो न. सोचो की जब मैं तुम्हारी टाइट कमसिन चूत में लंड डालकर तुम्हे चोदुंगा तो तुम्हे कितना मज़ा आएगा. तुम्हारी सॉफ्ट छोटे निप्पल को मुंह में पूरी तरह भरकर चुसुंगा तो तुम्हे कितना मज़ा आएगा.” पूनम कुछ नहीं बोल रही थी. हालाँकि उसका दिमाग उसी तरह इमेजिन कर रहा था और वो कपडे पहनना कैंसिल कर दी और नंगी ही रही.

वो लड़का आगे बोला “सोचो की मैं सीधा लेटा हुआ हूँ और तुम मेरे लंड को अपनी चूत में पूरी तरह भरकर मेरे ऊपर बैठी हो और ऊपर नीचे कर कर चुदवा रही हो तो तुम्हे कितना मज़ा आएगा.” पूनम अभी भी कुछ नहीं बोली लेकिन उसकी ऊँगली फिर से उसके चूत के ऊपर इधर उधर हो रहा था.

“तुम कुछ बोल क्यू नहीं रही हो. मैं वहां आ जाऊँ क्या?” उस लड़के की ये बात सुनते ही पूनम तुरंत बोल पड़ी “नहीं, प्लीज नहीं. देखो प्लीज इस तरह मत करो. मैं सीधी शरीफ लड़की हूँ. तुम जिसके साथ करते हो उसके साथ करो न ये सब. प्लीज मुझे परेशान मत करो.”
“शरीफ हो तभी तो अकेली में रात में अपने गांडू यार को घर में बुलाती हो. तभी तो उसके साथ रेस्टुरेंट के बंद केबिन में चूचियां मसलवाती हो. मैं तो बस ये कह रहा हूँ की जो उसके साथ कर रही हो, वही बस मेरे साथ भी एक बार कर लो. उससे ज्यादा मज़ा आएगा. और कौन सा मैं बार बार कह रहा हूँ. बस एक बार. बांकी तुम उसके साथ जितनी मर्ज़ी उतनी बार चुदो, जिससे मर्ज़ी हो उससे करो, मुझे कोई मतलब नहीं.” उस लड़के की इन बातों ने पूनम को चुप कर दिया.

इससे पहले की पूनम और कुछ बोलती, वो लड़का आगे बोला “देखो, तुम उससे अपनी मर्ज़ी से चुदवाई प्यार के नाम पर, लेकिन क्या गारंटी है की वो तुमसे प्यार करता ही रहेगा और शादी करेगा ही. कल कोई नयी चूत मिल जाएगी तो तुम्हे छोड़ कर उसकी चूत के पीछे लग जायेगा.” पूनम तुरंत बोली “अमित ऐसा नहीं है. वो मुझसे बहुत प्यार करता है और सिर्फ मेरे से ही शादी करेगा. अभी तक उसने मुझे छुआ भी नहीं था, हमारा प्यार बहुत बेशकीमती है.”

वो लड़का बोला “छुआ नहीं था तो रात भर क्या आरती उतारा तुम्हारे चूत का. और रेस्टुरेंट में पूजा करता है क्या तुम्हारी?”

“वो सब तो तुम्हारी वजह से हुआ है. तुम्हारे दिए हुए फोटो और कहानी की वजह से जब उससे मिली तो मैं बहक गयी और मैं उसे छूने दी तब वो कुछ किया. और मैं ही उसे घर बुलाई थी. वो नहीं बोला था. मैं उससे......” पूनम की बात ख़तम भी नहीं हुई थी की वो लड़का बोल पड़ा “जब मेरे दिए हुए फोटो की वजह से तुम उससे चुदवा ली तो एक बार मेरे से भी चुद लो. बस तुम भी खुश और मैं भी खुश.”

पूनम बरस पड़ी “मैं अमित से प्यार करती हूँ और वो मुझसे भी ज्यादा मुझे चाहता है. तुम हरामी कमीने किस्म के अय्याश आदमी हो. जिसका काम ही बस यही है. तुम्हे तो बस जिस्म से मतलब है। मैं उस टाइप की लड़की नहीं हूँ. मैं अमित से बहुत प्यार करती हूँ और उसी से शादी भी करुँगी।”

वो लड़का बोला “ठीक है, तो देखते हैं तुम्हारा अमित तुमसे कितना प्यार करता है.” बोलता हुआ उस लड़के ने कॉल कट कर दिया. पूनम को समझ नहीं आया. वो उसी तरह नंगी बैठी बैठी बहुत सारी बातें सोचने लगी और फिर उन पिक्स और पेपर को उठा कर अपने आलमारी में रख दी और फिर नंगी ही खाना बनाने लगी. हालाँकि उसकी चूत का नशा उतर चूका था.
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RE: ये कहाँ आ गए हम - पूनम का रूपांतरण - by Bunty4g - 28-01-2019, 10:29 PM



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