22-12-2019, 06:52 PM
(22-12-2019, 01:15 PM)komaalrani Wrote: मातृभुमी की सेवाsachmuch.. tel lagaane ke kaaran
..
" अरे , मादरचोद , ओह्ह आज पता चल रहा है भोंसडे से एक मर्द को निकाला है , रगड़ के रख दिया तूने। बचपन से जो खोल खोल के मैंने इसमें तेल लगाया था आज सुफल हुआ।
उनके कैशोर्य की बातों को याद दिला दिला के , और जोश दिला रही थीं।
dono maa betiyaa,
gapa gapp aur maje le le ke marwa rahi hai...