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Adultery एक नंबर के ठरकी (from internet)
#51
बाहर की बाजी शशांक हार चुका था...और जब उसने सबा को राहुल की फ़िक्र में अंदर जाते देखा तो एक पल के लिए तो उसे लगा की कही उसकी बीबी पकड़ी ना जाए...पर ऐसा कुछ नही हुआ..इसलिए उसने चैन की साँस ली.

थोड़ी देर में सुमन भी बाहर आ गयी..

और अब राहुल और सुमन एक दूसरे को ऐसे देख रहे थे जैसे एक दूसरे को खा ही जाएँगे...और ये मौका उन्हे जल्द से जल्द निकालना था.

लेकिंग अभी तो अगली बाजी का टाइम आ चुका था.

राहुल ने अपने हिस्से के पैसे बीच मे रखे और पत्तो का इंतजार करने लगा.

एक शातिर खिलाड़ी की तरह अब उसका दिमाग़ ताश के पत्तो से ज़्यादा अपने बॉस की बीबी को चोदने के बारे मे लग चुका था...और जहाँ तक वो अपने शातिर दिमाग़ को जानता था, वो जल्द ही कुछ ना कुछ उपाय निकालने वाला था.
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RE: एक नंबर के ठरकी (from internet) - by Deadman2 - 22-12-2019, 06:39 PM



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