20-12-2019, 08:20 PM
इधर रात के घनघोर अँधेरे में एक गन्दी सी अवैध बस्ती के एक अँधेरे कमरे में अपने ऊपर मंडराते खतरे से पूरी तरह बेखबर रीमा अपनी वासना में गहरे तक डूबी थी | अपनी चूत और जिस्म जितेश को सौपने से पहले अपने मन की असुरक्षा दूर कर रही थी |
दोनों के गिले शिकवे में सारा मूड ही बदल गया था लेकिन जितेश का लंड अभी तना हुआ था | जितेश ने रीमा के ओंठो पर ओंठ रख दिए | उसको कसकर चुमते हुए बोला - हमारे बात करने की जगह अगर हमारे लंड और तुमारी चूत आपस में बात करे तो बेहतर है |
रीमा हल्का सा मुस्कुरा दी | उसकी बांहों का कसाव जितेश की पीठ पर बढ़ गया | ये ग्रीन सिग्नल था आगे बढ़ने का | रीमा के अन्दर घुसने का | रीमा अब तन और मन दोनों से चुदने को तैयार थी | उसके धड़कते दिल की हर धड़कन के साथ उसे पता था जितेश का मोटा मुसल लंड उसके गुलाबी मखमली अंतर को चीरने वाला है | उसके पत्थर जैसे मोटे मुसल लंड की धधकती आग की गर्मी उसको अपने निचले गुलाबी ओंठो पर महसूस हो रही थी | रीमा अपने मन को मजबूत करने लगी, उसे रोहित की चुदाई का अहसास था उसे पता था जितेश के तपते गरम मुसल की भीषण ठोकरे उसकी चीखे निकाल देगी |
![[Image: tumblr_nlkhy0ksi01smtp8to5_1280.jpg]](https://1.bp.blogspot.com/-bdAVniBqAeo/Xcgnqygpk8I/AAAAAAAACU4/6u01rVCwlf0L4DH-oCqZl9aU2KQcIH4qwCLcBGAsYHQ/s1600/tumblr_nlkhy0ksi01smtp8to5_1280.jpg)
जितेश ने एक लम्बी साँस ली | उसने अपने तने हुए लंड के फूले हुए सुपाडे को फिर से रीमा की चूत के छेद पर सटा दिया था | रीमा ने एक लम्बी साँस ली और जितेश की आँखों में आंखे टिका दी | उसने अपने बदन को कड़ा किया, उसे पता था उसकी चूत की फैलती दीवारे उसे सुरुआती तीखा मदहोश करने वाला दर्द देकर जाएगी | जितेश ने रीमा की आँखों में गहराई तक झाँका और उसके बाद में उसने धीरे से एक बार में हल्का सा झटका मारा उसका सुपारा रीमा की कसी हुई गुलाबी चूत को चीरता हुआ अंदर फंस गया |
रीमा के मुहँ से सिसकारी भरी कराह निकल गयी - आआआआआआआआह्हीईईईईईईईईईइ ऊऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्ह|
रीमा की चूत की गर्मी भी कम हो गयी थी और गीलापन भी | रीमा को लगा किसी ने नस्तर घुसेड दिया है और उसकी चूत को चीर दिया है | रीमा के चेहरे पर दरद की लकीरे उभर आई | जितेश का लंड औसत से ज्यादा लम्बा मोटा और तगड़ा था | रीमा की चूत का गीलापन कब का सुख चूका था इसलिए जितेश के लंड ने रीमा की चूत की दीवारों को अपने अन्दर आने का तीखा अहसास बखूबी करा दिया था | वो तीखा अहसास रीमा के जिस्म में तरंगे बनकर बहता हुआ उसके दिलो दिमाग तक जा रहा था | ऐसा लगा जैसे आग सी धधकती मुसल मांसल मीनार नुमा लंड उसके गुलाबी रसीले अंतर को चीर कर अन्दर तक घुस गया हो |
उसके बाद जितेश ने दो बार फिर से आगे पीछे कमर हिलाई | रीमा सिसक कर रह गई उसने अपनी बाहों का कसाव जितेश की पीठ पर और बढ़ा दिया | रीमा के मुंह से हल्की सी चीख निकल गई - आआआआआआआआह्हीईईईईईईईईईइ माम्मामामामामाम्म आआआआआआअ | ऊऊऊऊऊईईईईईईईईईई माम्मामामामामाम्मईईईईईईई रेरेरेरेरेरेरेरेरेरेरेरे ममममममममररररररररररररररर गईईईईईईईईईईईईईईईई|
जितेश का हर झटका एक नया अहसास रीमा के रोम रोम में भर रहा था | भले ही उसकी चूत जितेश के लंड के लिए अभी जगह न बना पाई हो लेकिन ये तीखा दर्द भरा अहसास भी कम जादुई नहीं था | अगर औरत ये दर्द महसूस नहीं करेगी तो बाद में हर धक्के पर मिलने वाले उस मादक मीठे अहसास को कैसे महसूस करेगी | रीमा की चूत के ओंठ अपने किनारों तक पूरी तरह फ़ैल गए थे | रीमा की चूत घाटी की गुलाबी दरार में जितेश का लंड पूरी तरह धंस चूका था | अब तो बस आगे का सफ़र करने की देर थी | रीमा के बदन की गरमी और वासना में उसका पूरा बदन नहाया हुआ था | उसके तने हुए सुडौल उरोज और कठोर निप्पल इस बात की निशानी थे की रीमा चुदने के लिए पूरी तरह से तैयार है | उसकी उभरी कठोर छातियाँ, चिकनी कसी हुई गुलाबी चूत, जितेश के लिए रीमा का ये पहला स्पर्श, जितेश के होश उड़ चुके थे | रीमा की चूत की गुलाबी गर्माहट के अहसास और उसके जवान मांसल बदन की कसावट देखकर जितेश से रहा न गया उसने एक जोरदार ठोकर रीमा को मारी और रीमा मुसल लंड की ठोकर से मिले दर्द से नहा गयी |
![[Image: preview.mp4.jpg]](https://1.bp.blogspot.com/-6rfvbskU0A8/XcgpRduwdvI/AAAAAAAACVM/reruB58FIvYWmgmXntqzdDz97fcxjAQpACLcBGAsYHQ/s1600/preview.mp4.jpg)
जितेश ने कसकर रीमा को चूम लिया, लेकिन उसके दर्द भरे चेहरे को देखकर अहसास हुआ कुछ तो गड़बड़ है | तब उसे याद आया रीमा की चूत को गरम करना तो वो बातो ही बातो में भूल ही गया | उसका हाथ तेजी से रीमा के चूत दाने पर गया और वो चूत दाने को तेजी से रगड़ने लगा | काफी देर तक उसके चूत दाने को रगड़ता रहा | आखिर रीमा के जिस्म में वासना की गर्मी फिर लौट आई | उसकी दर्द भरी कराहे बंद हो गयी और उनकी जगह मादक सिसकारियो ने ले ली | उसके बाद में उसने फिर से कमर पर जोर लगाया और अपना थोड़ा सा लंड और रीमा की चूत में घुसा दिया था |
रीमा के मुहँ से हल्की सी जादू भरी सिसकारी मुंह से निकल गई - आआआआआआईईईईईईईईई मामाआआआअ |
इसके बाद में जितेश ने अपने लंड को बाहर खींचा और फिर से रीमा की चूत में पेल दिया था | रीमा के मुंह से फिर से एक कराह निकल गई थी - ऊऊऊऊऊईईईईईईईईईई माम्मामामामामाम्मईईईईईईई |
उसके बाद कुछ देर तक जितेश धीरे-धीरे अपनी कमर को हिलाता रहा और रीमा की चूत को चौड़ा और नरम करने की कोशिश करता रहा था, हर झटके के साथ रीमा की सिसकारी किसी लयदार रायेम की तरह निकलती रही | वह पूरा का पूरा लंड रीमा की चूत में अंदर तक घुसेड सके, इसलिए वो चाहता था रीमा की चूत पूरी तरह से गरम हो जाये ताकि उसकी चूत की दीवारे पूरी तरह से फ़ैल जाये और उसके मुसल लंड को अपने आगोश में ले ले | वो रीमा को बुरी तरह से चूम रहा था | रीमा का एक हाथ जितेश के नीचे उसके चूत दाने को कस के रगड़ रहा था ताकि उसकी चूत गरम बनी रहे और जितेश का पूरा का पूरा लंड निगल ले |
इधर जितेश इंतजार कर रहा था कि रीमा पूरी तरह से फिर से तैयार हो जाए ताकि वह पूरा का पूरा लंड रीमां की चूत में पेल सके | कुछ देर बाद उसे लगा रीमा नॉर्मल हो गई है तो उसने फिर से कमर का एक जोरदार झटका लगाया और आधे से ज्यादा लंड की रीमा की मखमली गुलाबी चूत दीवारों की चीरता हुआ अन्दर तक धंस गया | उसका लंड चूत की गहराइयों में घुस गया |
रीमा के मुंह से एक लंबी चीख निकल गई - आआआआआआआआ आआआआआआआआह्हीईईईईईईईईईइह्हीईईईईईईईईईइ मामामामामामामा मामामामामाआआआअ ईईईईईईईईईईई मरररर रर रररर गाअयीईईईईईई | आआआआआआआआ ईईईईईईईईईईईइ ओओओओओओओओओओ ह्ह्ह्हह्हह्ह्ह आआआआआआआआह्हीईईईईईईईईईइह्ही |
रीमा ने कराहते हुए एक लम्बी साँस ली और जितेश को कस के भींच लिया और बोला- रुकना मत |
रीमा के मुहँ से निकले इन शब्दों ने जितेश का जोश बढ़ा दिया जितेश ने फिर से पीछे लंड को खींचा और फिर से रीमा की चूत में गहराई तक पेल दिया था |
इसके बाद रीमा के मुहँ से तेज कराह निकली - आआआआआआआआ आआआआआआआआह्हीईईईईईईईईईइह्हीईईईईईईईईईइ मामामामामामामा मामामामामाआआआअ ईईईईईईईईईईई मरररर रर रररर गाअयीईईईईईई |
![[Image: 17803958.gif]](https://1.bp.blogspot.com/-VCRI21vP09E/XcgiGlqJUNI/AAAAAAAACTQ/fvtu82Q6vfQoLS22aw1h7DiPNfKHUUZsQCLcBGAsYHQ/s1600/17803958.gif)
अब समय था रीमा के उन अरमानो के पूरा होने का जिनके बस वो ख्वाब ही देखती रहती थी | उसकी हसरते, उसकी लालसाए, उसकी कामनाये, आज वो एक हट्टे कट्टे मर्द के नीचे है और उसका मोटा मुसल लंड उसकी जांघो के बीच की दरार को चीर कर अन्दर तक धंसा हुआ है | यही तो उसकी स्वनिल ख्वाइशे थी, हाथो से खिलौनों से खेलने का मजा कुछ अलग है लेकिन असली हरम फूले हुए कठोर मुसल लंड का स्पर्श ही कुछ और है | उसकी चूत दीवारों की चाहरदीवारी में सिमटा हो अपनी ही धडकनों से कांपता हुआ लंड रीमा रीमा के अरमानो का हकीकत था | वो हकीकत जो उसके जीवन के ज्यादातर हिस्से में बस सपना बनकर आती थी | जितेश रीमा की कराह सुनकर रुक गया था लेकिन जब रीमा ने उसे थामे हुए देखा तो खुद ही अपने भींचे हुए ओठ खोल दिए | अब इस पल रुकने का थमने का कोई मतलब नहीं था | इंच डर इंच अन्दर घुसते हुए, उसकी गीली गुलाबी सुरंग को चीरते हुए जब लंड उसकी गहरी अँधेरी मखमली गुफा की चढ़ाई कर रहा था तो उसी के साथ रीमा की लालसाए भी अपने परवान चढ़ रही थी | भावुक रीमा पूरी तरह से जितेश की बाहों में समां गयी | उसने खुद को पूरी तरह से जितेश के हवाले कर दिया था | उसे पता था जो उसे चाहिए जितेश वो सब उसे देगा |
रीमा हांफते हुए - डोंट स्टॉप, यस बेबी डोंट स्टॉप, ऐसे ही चोदो मुझे |
जितेश भी हांफते हुए - तुम्हे मजा आ रहा है मैडम |
रीमा - हाँ बहुत मजा आ रहा है |
जितेश - कितना मजा आ रहा है |
रीमा - बहुत बहुत मजा आ रहा है | ऐसे ही करते रहो |
जितेश - क्या करता रहू, खुलकर बोलो न मैडम |
रीमा - बस करते रहो बोलो मत |
जितेश - अब तो जिस्म की गहराई तक का सफ़र तय कर लिया है | अब क्या बचा, अब कौन सा पर्दा है हमारे बीच | हमारे तो लंड और चूत मिल गए है अब तो खुलकर बोलो न मैडम | क्या करता रहू साफ़ साफ़ बोलो |
रीमा समझ गयी थी उसके मुहँ से चूत चुदाई की बकचोदी सुनना चाहता है |
रीमा - मुझे चोदते रहो |
जितेश - बस सिर्फ चोदता रहू |
रीमा - नहीं दिलो जान से चोदो , ढेर सारा प्यार करके चोदो | लम्बे लम्बे धक्के लगाकर चोदो | मेरी चूत की गहराइयो तक लंड पेलकर चोदो |
जितेश के कानो में पड़े ये शब्द उसकी वासना में उत्प्रेरक की तरह थे | उसकी कमर तेजी से हिलने लगी |
जितेश - और ?
रीमा - ओफो बाबा तुम सब मर्द एक जैसे होते हो |
जितेश - बोलो न अच्छा लग रहा है |
रीमा - तुमको अच्छा नहीं लग रहा |
जितेश ने अन्दर लंड ठेलते हुए - अच्छा लग रहा है मैडम, क्या गरम गुलाबी कसी हुई चूत है आपकी | कितना मजा आ रहा है क्या बताऊ आपको |
रीमा - ये मैडम सैदम कहना बंद करो |
जितेश - क्या कंहूँ फिर|
रीमा - जो मै तुमको बुला रही हूँ बेबी |
जितेश - मैडम बेबी जैसी फील नहीं आ रही है, बेबी जैसा फील करावो न मुझे |
रीमा - चल हट शैतान ................|
जितेश की कमर तेजी से हिलाने लगी और उसका लंड सरपट रीमा की गुलाबी गीली गरम चूत को चीर कर अन्दर बाहर होने लगा |
रीमा - यस यस यस बेबी ऐसे ही चोदो मुझे ..................... हचक हचक के मुसल लंड से मेरी गुलाबी मखमली चूत चीरकर पेलकर मुझे चोदो, बस चोदते रहो | यस बेबी जस्ट लाइक थेट | आआआह्ह्ह बस ऐसे ही मेरी चूत को अपने मुसल लंड से कुचलते रहो | मुझे बहुत अच्छा लग रहा है | बस मुझे चोद चोद कर स्वर्ग की सैर करा दो मेरे लंड राजा | मोरे राजा चोदो मुझे, बेबी चोदो न अपनी डार्लिंग को, उसकी मखमली चूत को, मिटा दो इसकी सारी खुजली आज |
जितेश जैसे बस इन्ही शब्दों की ही राह देख रहा हो | ये सुनते ही जोश से भरे जितेश ने फिर से लंड को बाहर खींचा और रीमा की चूत में पेल दिया | रीमा के अरमानो की एक मंजिल और तय हो गयी | उसके मुहँ से एक लम्बी सिसकारी निकली - आआआआआआईईईईईईईईई मामाआआआअ आआआआआआआआअऊऊऊऊऊऊऊह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह |
![[Image: 14820433.gif]](https://1.bp.blogspot.com/-8x8hv6xRdgo/XeMtLyQiNfI/AAAAAAAACjg/5C3CrK8WyyI1vz-sTlcdpmTjMbUjJPR1ACLcBGAsYHQ/s640/14820433.gif)
उसकी चूत में लगता हर धक्का उसकी ख्वाइशो की मंजिल का एक कदम और तय कर रहा था | रीमा कराहती रही लेकिन जितेश ने धक्के लगाने जारी रखे | वो रीमा को कमर हिला हिलाकर चोदने लगा | रीमा के मुहँ से आआआह्ह्ह्ह ऊऊऊओह्ह्ह्ह आआआआआह्हह्हह्हह्ह निकलता रहा | धीरे-धीरे हलके हलके लम्बे -लंबे धक्के जितेश की रीमा की चूत मारने लगा था | रीमा जितेश से बहुत बुरी तरह से चिपकी हुई थी और कराह रही थी | धीरे धीरे उसकी कराहे मादक होने लगी |
रीमा - यस यस यस यस यस बेबी बस ऐसे ही चोदो मुझे, अन्दर तक चोदो बेबी, बस ऐसे ही चोदो जितेश मोरे राजा, चोद दो अपनी बेबी को |
जितेश भी जोश में था - हाँ रीमा बेबी, क्या नरम मखमली गीली कसी हुई चूत है आपकी | आआआआआअह्मेहह्रेहह्हह्हह्हह मैमैमैमैडम सो ओसो सॉरी बेबी, आपकी कमसिन चूत ने मेरे मुसल लंड को आधे में फंसा रखा है | इस उम्र में भी इतनी कसी चूत है | ऐसा लग रहा है जैसे कुंवारी चूत चोद रहा हूँ |
रीमा भी वासना में बदबदती हुई - हाँ बेबी अपनी बेबी की कसी हुई चूत को ढंग से चोद दो , चीर कर फैला दो, दूर कर दो न इसका कुंवारापन | इसको पूरी तरह से चोद दो और अपने मुसल लंड से चीर कर रख दो |
जितेश हांफता हुआ - अब जगह कहाँ है आपकी गुलाबी मखमली सुरंग में, पूरी तो भर गयी है मेरे मुसल लंड से |
रीमा - तो जगह बनावो न मेरे लंड राजा | ये मुसल सा लंड किस दिन काम आवेगा | अगर चूत चीर कर फाड़ कर अपने लिए जगह नहीं बना सकता, तो पत्थर जैसे सख्त लंड का फायदा क्या |
जितेश - बेबी तुमको तकलीफ होगी आपको |
रीमा - औरत तो तकलीफ बर्दास्त करने के लिए ही बनी है, जब तक चूत चीरेगी नहीं, तब तक चुदाई का मजा अधूरा है | चोद दो अपनी रीमा मैडम को जैसा जी करे चोदने का, मेरी तकलीफ की चिंता न करो | चार धक्को बाद सब ठीक हो जाता है |
![[Image: ftop.ru_134284.jpg]](https://1.bp.blogspot.com/-3MSPSVVLoEs/Xcgn3P0o3yI/AAAAAAAACU8/Es5ppSFBkh4VsQZPky_PkZOLkHw43QbCgCLcBGAsYHQ/s1600/ftop.ru_134284.jpg)
रीमा की बाते सुनकर जितेश में एक नया जोश भर गया | जितेश की हिलती कमर से उसका तना हुआ लंड रीमा की कसी चूत में बुरी तरह घिसकर अन्दर बाहर हो रहा था | दोनों वासना में नहाये हुए अपने कामुक शब्में से वासना की आग को भड़का रहे थे | दोनों के बदन वासना की आग में बुरी तरह से तप रहे थे | दोनों की सांसे अपनी उफान पर थी | जितेश का पसीना उसके बदन से फिसलकर अब रीमा के पहले से पसीने से लथपथ जिस्म को भिगोने लगा था | रीमा और जितेश दोनों अब वासना के भंवर के बीचो बीच पहुँच चुके थे | अब वापस आने का कोई रास्ता नहीं बचा था | बस एक ही रास्ता बचा था अपने जिस्मो में लगी आग बुझा ले | और वो आग सिर्फ जोरदार चुदाई से बुझनी थी | जितेश का लंड अभी भी एक तिहाई बाहर था जबकि उसकी चूत पूरी तरह से उसके लंड से भर गयी थी | रीमा की चूत में जितेश का लंड सटासट जा रहा था अब रीमा की भूख और बढ़ गयी थी | रीमा को जितेश का पूरा लंड घोंटे बिना चैन कहाँ था भले ही उसकी चूत फट के फट के चिथड़े हो जाये | जितेश के झटको के साथ आआआआ ऊऊऊऊऊउईईईईईईईईईइ आआआआआअह्आहह्याहह्हह्हह्हह की सिसकारियो की राइम निकलती रीमा अब पुरे लंड की भूखी थी | उसने जितेश के चुताड़ो पर अपनी जांघो की कसावट बढ़ा दी और नीचे से अपनी कमर उचका दी |
सटासट अपनी चूत में जा रहे लंड की ठोकरे से हिलती और हांफती रीमा बोली - अपना पूरा मुसल लंड पेलो न मेरी चूत में |
अब तक जितेश समझ गया था रीमा को चोदना बच्चो का खेल नहीं है | जब वो चुदाई की आग में ताप रही होती है तो पूरी तरह से जंगली हो जाती है | उसकी असीमित ख्वाइशे अपने पंख निकाल उड़ने लगाती है | रीमा को चोदना बच्चो जैसे लंड के बस का नहीं था | उसे एक मर्द चाहिए था मोटे तगड़े लंड वाला और जमकर दमदार चुदाई करने वाला और देर तक न झड़ने वाला | वही रीमा की प्सेयास बुझा सकता था | रीमा को जितेश का पूरा लंड चाहिए और इसलिए उसने उसके नीचे अपनी जांघे खोली है | असल में उसे उसके मुसल लंड से अपनी पूरी की पूरी चूत फड़वानी है | जितेश भी वासना के यौवन पर था उसे भी अब रीमा के दर्द की परवाह नहीं थी | उसने पीछे आखिरी तक लंड को खींचा और एक जोरदार झटका लगाते हुए अपनी कमर पर पूरा जोर डाल दिया | उसका तना हुआ लंड रीमा की चूत की दीवारों को चीरता हुआ उसकी की बच्चेदानी से जाकर टकराया रीमा के मुंह से एक तीखी चीख निकल गई - आआआआआआआआ रीरीरीरीरीरीरीरीरीरीरीरीरी फ़ाआआआआआआआआआ डडडडडडडडडडडडडडडड आआआआआआअ ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ दिदिदिदिद मेंमेंमेंमेंमेंमेंरीरीरीरीरीरी रीरीरीरीरीरीरीरीरीरीरीरीरीरीरीरी आआआआ आआआआह्हीईईईईईईईईईइ ओओओओओओओओओओ ह्ह्ह्हह्हह्ह्ह आआआआआआ आआह्हीईईईईईईईईईइह्ही |
दोनों के गिले शिकवे में सारा मूड ही बदल गया था लेकिन जितेश का लंड अभी तना हुआ था | जितेश ने रीमा के ओंठो पर ओंठ रख दिए | उसको कसकर चुमते हुए बोला - हमारे बात करने की जगह अगर हमारे लंड और तुमारी चूत आपस में बात करे तो बेहतर है |
रीमा हल्का सा मुस्कुरा दी | उसकी बांहों का कसाव जितेश की पीठ पर बढ़ गया | ये ग्रीन सिग्नल था आगे बढ़ने का | रीमा के अन्दर घुसने का | रीमा अब तन और मन दोनों से चुदने को तैयार थी | उसके धड़कते दिल की हर धड़कन के साथ उसे पता था जितेश का मोटा मुसल लंड उसके गुलाबी मखमली अंतर को चीरने वाला है | उसके पत्थर जैसे मोटे मुसल लंड की धधकती आग की गर्मी उसको अपने निचले गुलाबी ओंठो पर महसूस हो रही थी | रीमा अपने मन को मजबूत करने लगी, उसे रोहित की चुदाई का अहसास था उसे पता था जितेश के तपते गरम मुसल की भीषण ठोकरे उसकी चीखे निकाल देगी |
![[Image: tumblr_nlkhy0ksi01smtp8to5_1280.jpg]](https://1.bp.blogspot.com/-bdAVniBqAeo/Xcgnqygpk8I/AAAAAAAACU4/6u01rVCwlf0L4DH-oCqZl9aU2KQcIH4qwCLcBGAsYHQ/s1600/tumblr_nlkhy0ksi01smtp8to5_1280.jpg)
जितेश ने एक लम्बी साँस ली | उसने अपने तने हुए लंड के फूले हुए सुपाडे को फिर से रीमा की चूत के छेद पर सटा दिया था | रीमा ने एक लम्बी साँस ली और जितेश की आँखों में आंखे टिका दी | उसने अपने बदन को कड़ा किया, उसे पता था उसकी चूत की फैलती दीवारे उसे सुरुआती तीखा मदहोश करने वाला दर्द देकर जाएगी | जितेश ने रीमा की आँखों में गहराई तक झाँका और उसके बाद में उसने धीरे से एक बार में हल्का सा झटका मारा उसका सुपारा रीमा की कसी हुई गुलाबी चूत को चीरता हुआ अंदर फंस गया |
रीमा के मुहँ से सिसकारी भरी कराह निकल गयी - आआआआआआआआह्हीईईईईईईईईईइ ऊऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्ह|
रीमा की चूत की गर्मी भी कम हो गयी थी और गीलापन भी | रीमा को लगा किसी ने नस्तर घुसेड दिया है और उसकी चूत को चीर दिया है | रीमा के चेहरे पर दरद की लकीरे उभर आई | जितेश का लंड औसत से ज्यादा लम्बा मोटा और तगड़ा था | रीमा की चूत का गीलापन कब का सुख चूका था इसलिए जितेश के लंड ने रीमा की चूत की दीवारों को अपने अन्दर आने का तीखा अहसास बखूबी करा दिया था | वो तीखा अहसास रीमा के जिस्म में तरंगे बनकर बहता हुआ उसके दिलो दिमाग तक जा रहा था | ऐसा लगा जैसे आग सी धधकती मुसल मांसल मीनार नुमा लंड उसके गुलाबी रसीले अंतर को चीर कर अन्दर तक घुस गया हो |
उसके बाद जितेश ने दो बार फिर से आगे पीछे कमर हिलाई | रीमा सिसक कर रह गई उसने अपनी बाहों का कसाव जितेश की पीठ पर और बढ़ा दिया | रीमा के मुंह से हल्की सी चीख निकल गई - आआआआआआआआह्हीईईईईईईईईईइ माम्मामामामामाम्म आआआआआआअ | ऊऊऊऊऊईईईईईईईईईई माम्मामामामामाम्मईईईईईईई रेरेरेरेरेरेरेरेरेरेरेरे ममममममममररररररररररररररर गईईईईईईईईईईईईईईईई|
जितेश का हर झटका एक नया अहसास रीमा के रोम रोम में भर रहा था | भले ही उसकी चूत जितेश के लंड के लिए अभी जगह न बना पाई हो लेकिन ये तीखा दर्द भरा अहसास भी कम जादुई नहीं था | अगर औरत ये दर्द महसूस नहीं करेगी तो बाद में हर धक्के पर मिलने वाले उस मादक मीठे अहसास को कैसे महसूस करेगी | रीमा की चूत के ओंठ अपने किनारों तक पूरी तरह फ़ैल गए थे | रीमा की चूत घाटी की गुलाबी दरार में जितेश का लंड पूरी तरह धंस चूका था | अब तो बस आगे का सफ़र करने की देर थी | रीमा के बदन की गरमी और वासना में उसका पूरा बदन नहाया हुआ था | उसके तने हुए सुडौल उरोज और कठोर निप्पल इस बात की निशानी थे की रीमा चुदने के लिए पूरी तरह से तैयार है | उसकी उभरी कठोर छातियाँ, चिकनी कसी हुई गुलाबी चूत, जितेश के लिए रीमा का ये पहला स्पर्श, जितेश के होश उड़ चुके थे | रीमा की चूत की गुलाबी गर्माहट के अहसास और उसके जवान मांसल बदन की कसावट देखकर जितेश से रहा न गया उसने एक जोरदार ठोकर रीमा को मारी और रीमा मुसल लंड की ठोकर से मिले दर्द से नहा गयी |
![[Image: preview.mp4.jpg]](https://1.bp.blogspot.com/-6rfvbskU0A8/XcgpRduwdvI/AAAAAAAACVM/reruB58FIvYWmgmXntqzdDz97fcxjAQpACLcBGAsYHQ/s1600/preview.mp4.jpg)
जितेश ने कसकर रीमा को चूम लिया, लेकिन उसके दर्द भरे चेहरे को देखकर अहसास हुआ कुछ तो गड़बड़ है | तब उसे याद आया रीमा की चूत को गरम करना तो वो बातो ही बातो में भूल ही गया | उसका हाथ तेजी से रीमा के चूत दाने पर गया और वो चूत दाने को तेजी से रगड़ने लगा | काफी देर तक उसके चूत दाने को रगड़ता रहा | आखिर रीमा के जिस्म में वासना की गर्मी फिर लौट आई | उसकी दर्द भरी कराहे बंद हो गयी और उनकी जगह मादक सिसकारियो ने ले ली | उसके बाद में उसने फिर से कमर पर जोर लगाया और अपना थोड़ा सा लंड और रीमा की चूत में घुसा दिया था |
रीमा के मुहँ से हल्की सी जादू भरी सिसकारी मुंह से निकल गई - आआआआआआईईईईईईईईई मामाआआआअ |
इसके बाद में जितेश ने अपने लंड को बाहर खींचा और फिर से रीमा की चूत में पेल दिया था | रीमा के मुंह से फिर से एक कराह निकल गई थी - ऊऊऊऊऊईईईईईईईईईई माम्मामामामामाम्मईईईईईईई |
उसके बाद कुछ देर तक जितेश धीरे-धीरे अपनी कमर को हिलाता रहा और रीमा की चूत को चौड़ा और नरम करने की कोशिश करता रहा था, हर झटके के साथ रीमा की सिसकारी किसी लयदार रायेम की तरह निकलती रही | वह पूरा का पूरा लंड रीमा की चूत में अंदर तक घुसेड सके, इसलिए वो चाहता था रीमा की चूत पूरी तरह से गरम हो जाये ताकि उसकी चूत की दीवारे पूरी तरह से फ़ैल जाये और उसके मुसल लंड को अपने आगोश में ले ले | वो रीमा को बुरी तरह से चूम रहा था | रीमा का एक हाथ जितेश के नीचे उसके चूत दाने को कस के रगड़ रहा था ताकि उसकी चूत गरम बनी रहे और जितेश का पूरा का पूरा लंड निगल ले |
इधर जितेश इंतजार कर रहा था कि रीमा पूरी तरह से फिर से तैयार हो जाए ताकि वह पूरा का पूरा लंड रीमां की चूत में पेल सके | कुछ देर बाद उसे लगा रीमा नॉर्मल हो गई है तो उसने फिर से कमर का एक जोरदार झटका लगाया और आधे से ज्यादा लंड की रीमा की मखमली गुलाबी चूत दीवारों की चीरता हुआ अन्दर तक धंस गया | उसका लंड चूत की गहराइयों में घुस गया |
रीमा के मुंह से एक लंबी चीख निकल गई - आआआआआआआआ आआआआआआआआह्हीईईईईईईईईईइह्हीईईईईईईईईईइ मामामामामामामा मामामामामाआआआअ ईईईईईईईईईईई मरररर रर रररर गाअयीईईईईईई | आआआआआआआआ ईईईईईईईईईईईइ ओओओओओओओओओओ ह्ह्ह्हह्हह्ह्ह आआआआआआआआह्हीईईईईईईईईईइह्ही |
रीमा ने कराहते हुए एक लम्बी साँस ली और जितेश को कस के भींच लिया और बोला- रुकना मत |
रीमा के मुहँ से निकले इन शब्दों ने जितेश का जोश बढ़ा दिया जितेश ने फिर से पीछे लंड को खींचा और फिर से रीमा की चूत में गहराई तक पेल दिया था |
इसके बाद रीमा के मुहँ से तेज कराह निकली - आआआआआआआआ आआआआआआआआह्हीईईईईईईईईईइह्हीईईईईईईईईईइ मामामामामामामा मामामामामाआआआअ ईईईईईईईईईईई मरररर रर रररर गाअयीईईईईईई |
![[Image: 17803958.gif]](https://1.bp.blogspot.com/-VCRI21vP09E/XcgiGlqJUNI/AAAAAAAACTQ/fvtu82Q6vfQoLS22aw1h7DiPNfKHUUZsQCLcBGAsYHQ/s1600/17803958.gif)
अब समय था रीमा के उन अरमानो के पूरा होने का जिनके बस वो ख्वाब ही देखती रहती थी | उसकी हसरते, उसकी लालसाए, उसकी कामनाये, आज वो एक हट्टे कट्टे मर्द के नीचे है और उसका मोटा मुसल लंड उसकी जांघो के बीच की दरार को चीर कर अन्दर तक धंसा हुआ है | यही तो उसकी स्वनिल ख्वाइशे थी, हाथो से खिलौनों से खेलने का मजा कुछ अलग है लेकिन असली हरम फूले हुए कठोर मुसल लंड का स्पर्श ही कुछ और है | उसकी चूत दीवारों की चाहरदीवारी में सिमटा हो अपनी ही धडकनों से कांपता हुआ लंड रीमा रीमा के अरमानो का हकीकत था | वो हकीकत जो उसके जीवन के ज्यादातर हिस्से में बस सपना बनकर आती थी | जितेश रीमा की कराह सुनकर रुक गया था लेकिन जब रीमा ने उसे थामे हुए देखा तो खुद ही अपने भींचे हुए ओठ खोल दिए | अब इस पल रुकने का थमने का कोई मतलब नहीं था | इंच डर इंच अन्दर घुसते हुए, उसकी गीली गुलाबी सुरंग को चीरते हुए जब लंड उसकी गहरी अँधेरी मखमली गुफा की चढ़ाई कर रहा था तो उसी के साथ रीमा की लालसाए भी अपने परवान चढ़ रही थी | भावुक रीमा पूरी तरह से जितेश की बाहों में समां गयी | उसने खुद को पूरी तरह से जितेश के हवाले कर दिया था | उसे पता था जो उसे चाहिए जितेश वो सब उसे देगा |
रीमा हांफते हुए - डोंट स्टॉप, यस बेबी डोंट स्टॉप, ऐसे ही चोदो मुझे |
जितेश भी हांफते हुए - तुम्हे मजा आ रहा है मैडम |
रीमा - हाँ बहुत मजा आ रहा है |
जितेश - कितना मजा आ रहा है |
रीमा - बहुत बहुत मजा आ रहा है | ऐसे ही करते रहो |
जितेश - क्या करता रहू, खुलकर बोलो न मैडम |
रीमा - बस करते रहो बोलो मत |
जितेश - अब तो जिस्म की गहराई तक का सफ़र तय कर लिया है | अब क्या बचा, अब कौन सा पर्दा है हमारे बीच | हमारे तो लंड और चूत मिल गए है अब तो खुलकर बोलो न मैडम | क्या करता रहू साफ़ साफ़ बोलो |
रीमा समझ गयी थी उसके मुहँ से चूत चुदाई की बकचोदी सुनना चाहता है |
रीमा - मुझे चोदते रहो |
जितेश - बस सिर्फ चोदता रहू |
रीमा - नहीं दिलो जान से चोदो , ढेर सारा प्यार करके चोदो | लम्बे लम्बे धक्के लगाकर चोदो | मेरी चूत की गहराइयो तक लंड पेलकर चोदो |
जितेश के कानो में पड़े ये शब्द उसकी वासना में उत्प्रेरक की तरह थे | उसकी कमर तेजी से हिलने लगी |
जितेश - और ?
रीमा - ओफो बाबा तुम सब मर्द एक जैसे होते हो |
जितेश - बोलो न अच्छा लग रहा है |
रीमा - तुमको अच्छा नहीं लग रहा |
जितेश ने अन्दर लंड ठेलते हुए - अच्छा लग रहा है मैडम, क्या गरम गुलाबी कसी हुई चूत है आपकी | कितना मजा आ रहा है क्या बताऊ आपको |
रीमा - ये मैडम सैदम कहना बंद करो |
जितेश - क्या कंहूँ फिर|
रीमा - जो मै तुमको बुला रही हूँ बेबी |
जितेश - मैडम बेबी जैसी फील नहीं आ रही है, बेबी जैसा फील करावो न मुझे |
रीमा - चल हट शैतान ................|
जितेश की कमर तेजी से हिलाने लगी और उसका लंड सरपट रीमा की गुलाबी गीली गरम चूत को चीर कर अन्दर बाहर होने लगा |
रीमा - यस यस यस बेबी ऐसे ही चोदो मुझे ..................... हचक हचक के मुसल लंड से मेरी गुलाबी मखमली चूत चीरकर पेलकर मुझे चोदो, बस चोदते रहो | यस बेबी जस्ट लाइक थेट | आआआह्ह्ह बस ऐसे ही मेरी चूत को अपने मुसल लंड से कुचलते रहो | मुझे बहुत अच्छा लग रहा है | बस मुझे चोद चोद कर स्वर्ग की सैर करा दो मेरे लंड राजा | मोरे राजा चोदो मुझे, बेबी चोदो न अपनी डार्लिंग को, उसकी मखमली चूत को, मिटा दो इसकी सारी खुजली आज |
जितेश जैसे बस इन्ही शब्दों की ही राह देख रहा हो | ये सुनते ही जोश से भरे जितेश ने फिर से लंड को बाहर खींचा और रीमा की चूत में पेल दिया | रीमा के अरमानो की एक मंजिल और तय हो गयी | उसके मुहँ से एक लम्बी सिसकारी निकली - आआआआआआईईईईईईईईई मामाआआआअ आआआआआआआआअऊऊऊऊऊऊऊह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह |
![[Image: 14820433.gif]](https://1.bp.blogspot.com/-8x8hv6xRdgo/XeMtLyQiNfI/AAAAAAAACjg/5C3CrK8WyyI1vz-sTlcdpmTjMbUjJPR1ACLcBGAsYHQ/s640/14820433.gif)
उसकी चूत में लगता हर धक्का उसकी ख्वाइशो की मंजिल का एक कदम और तय कर रहा था | रीमा कराहती रही लेकिन जितेश ने धक्के लगाने जारी रखे | वो रीमा को कमर हिला हिलाकर चोदने लगा | रीमा के मुहँ से आआआह्ह्ह्ह ऊऊऊओह्ह्ह्ह आआआआआह्हह्हह्हह्ह निकलता रहा | धीरे-धीरे हलके हलके लम्बे -लंबे धक्के जितेश की रीमा की चूत मारने लगा था | रीमा जितेश से बहुत बुरी तरह से चिपकी हुई थी और कराह रही थी | धीरे धीरे उसकी कराहे मादक होने लगी |
रीमा - यस यस यस यस यस बेबी बस ऐसे ही चोदो मुझे, अन्दर तक चोदो बेबी, बस ऐसे ही चोदो जितेश मोरे राजा, चोद दो अपनी बेबी को |
जितेश भी जोश में था - हाँ रीमा बेबी, क्या नरम मखमली गीली कसी हुई चूत है आपकी | आआआआआअह्मेहह्रेहह्हह्हह्हह मैमैमैमैडम सो ओसो सॉरी बेबी, आपकी कमसिन चूत ने मेरे मुसल लंड को आधे में फंसा रखा है | इस उम्र में भी इतनी कसी चूत है | ऐसा लग रहा है जैसे कुंवारी चूत चोद रहा हूँ |
रीमा भी वासना में बदबदती हुई - हाँ बेबी अपनी बेबी की कसी हुई चूत को ढंग से चोद दो , चीर कर फैला दो, दूर कर दो न इसका कुंवारापन | इसको पूरी तरह से चोद दो और अपने मुसल लंड से चीर कर रख दो |
जितेश हांफता हुआ - अब जगह कहाँ है आपकी गुलाबी मखमली सुरंग में, पूरी तो भर गयी है मेरे मुसल लंड से |
रीमा - तो जगह बनावो न मेरे लंड राजा | ये मुसल सा लंड किस दिन काम आवेगा | अगर चूत चीर कर फाड़ कर अपने लिए जगह नहीं बना सकता, तो पत्थर जैसे सख्त लंड का फायदा क्या |
जितेश - बेबी तुमको तकलीफ होगी आपको |
रीमा - औरत तो तकलीफ बर्दास्त करने के लिए ही बनी है, जब तक चूत चीरेगी नहीं, तब तक चुदाई का मजा अधूरा है | चोद दो अपनी रीमा मैडम को जैसा जी करे चोदने का, मेरी तकलीफ की चिंता न करो | चार धक्को बाद सब ठीक हो जाता है |
![[Image: ftop.ru_134284.jpg]](https://1.bp.blogspot.com/-3MSPSVVLoEs/Xcgn3P0o3yI/AAAAAAAACU8/Es5ppSFBkh4VsQZPky_PkZOLkHw43QbCgCLcBGAsYHQ/s1600/ftop.ru_134284.jpg)
रीमा की बाते सुनकर जितेश में एक नया जोश भर गया | जितेश की हिलती कमर से उसका तना हुआ लंड रीमा की कसी चूत में बुरी तरह घिसकर अन्दर बाहर हो रहा था | दोनों वासना में नहाये हुए अपने कामुक शब्में से वासना की आग को भड़का रहे थे | दोनों के बदन वासना की आग में बुरी तरह से तप रहे थे | दोनों की सांसे अपनी उफान पर थी | जितेश का पसीना उसके बदन से फिसलकर अब रीमा के पहले से पसीने से लथपथ जिस्म को भिगोने लगा था | रीमा और जितेश दोनों अब वासना के भंवर के बीचो बीच पहुँच चुके थे | अब वापस आने का कोई रास्ता नहीं बचा था | बस एक ही रास्ता बचा था अपने जिस्मो में लगी आग बुझा ले | और वो आग सिर्फ जोरदार चुदाई से बुझनी थी | जितेश का लंड अभी भी एक तिहाई बाहर था जबकि उसकी चूत पूरी तरह से उसके लंड से भर गयी थी | रीमा की चूत में जितेश का लंड सटासट जा रहा था अब रीमा की भूख और बढ़ गयी थी | रीमा को जितेश का पूरा लंड घोंटे बिना चैन कहाँ था भले ही उसकी चूत फट के फट के चिथड़े हो जाये | जितेश के झटको के साथ आआआआ ऊऊऊऊऊउईईईईईईईईईइ आआआआआअह्आहह्याहह्हह्हह्हह की सिसकारियो की राइम निकलती रीमा अब पुरे लंड की भूखी थी | उसने जितेश के चुताड़ो पर अपनी जांघो की कसावट बढ़ा दी और नीचे से अपनी कमर उचका दी |
सटासट अपनी चूत में जा रहे लंड की ठोकरे से हिलती और हांफती रीमा बोली - अपना पूरा मुसल लंड पेलो न मेरी चूत में |
अब तक जितेश समझ गया था रीमा को चोदना बच्चो का खेल नहीं है | जब वो चुदाई की आग में ताप रही होती है तो पूरी तरह से जंगली हो जाती है | उसकी असीमित ख्वाइशे अपने पंख निकाल उड़ने लगाती है | रीमा को चोदना बच्चो जैसे लंड के बस का नहीं था | उसे एक मर्द चाहिए था मोटे तगड़े लंड वाला और जमकर दमदार चुदाई करने वाला और देर तक न झड़ने वाला | वही रीमा की प्सेयास बुझा सकता था | रीमा को जितेश का पूरा लंड चाहिए और इसलिए उसने उसके नीचे अपनी जांघे खोली है | असल में उसे उसके मुसल लंड से अपनी पूरी की पूरी चूत फड़वानी है | जितेश भी वासना के यौवन पर था उसे भी अब रीमा के दर्द की परवाह नहीं थी | उसने पीछे आखिरी तक लंड को खींचा और एक जोरदार झटका लगाते हुए अपनी कमर पर पूरा जोर डाल दिया | उसका तना हुआ लंड रीमा की चूत की दीवारों को चीरता हुआ उसकी की बच्चेदानी से जाकर टकराया रीमा के मुंह से एक तीखी चीख निकल गई - आआआआआआआआ रीरीरीरीरीरीरीरीरीरीरीरीरी फ़ाआआआआआआआआआ डडडडडडडडडडडडडडडड आआआआआआअ ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ड़ दिदिदिदिद मेंमेंमेंमेंमेंमेंरीरीरीरीरीरी रीरीरीरीरीरीरीरीरीरीरीरीरीरीरीरी आआआआ आआआआह्हीईईईईईईईईईइ ओओओओओओओओओओ ह्ह्ह्हह्हह्ह्ह आआआआआआ आआह्हीईईईईईईईईईइह्ही |


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