20-12-2019, 09:18 AM
राहुल ने पत्ते देखे...उसके पास J , 7 और 3 आए थे...यानी उन चार जोकरों में से एक जोकर आया था उसके पास...जिसके बल पर वो J का पेयर बना सकता था...लेकिन गुप्ता जी की चाल आ चुकी थी..
अब आगे।।।
ऐसे में उसे ये J का पेयर चाल चलने लायक नही लग रहा था...इसलिए वो सोच में पड़ गया...सोचते-2 उसकी नज़र अचानक सुमन के उपर गयी...हालाँकि वो उसके बॉस की बीबी थी लेकिन आज जिस अंदाज में वो अपने हुस्न को सभी के सामने उजागर कर रही थी, उसकी वजह से ना चाहते हुए भी राहुल की नज़रें बार-2 उसी तरफ जा रही थी..
उसने देखा की सुमन भी उसकी तरफ देख रही है...दोनो की नज़रें 4 हुई..और अचानक सुमन ने उसे आँख मार दी..
एक पल के लिए तो राहुल के दिल की धड़कन तेज हो गयी...लेकिन फिर उसे लगा की ये शायद उसका वहम होगा... क्योंकि उन्होने अभी-2 वोड्का का शॉट लगाया था...शायद उनकी आँख ग़लती से झपक गयी होगी...पर उसके इस वहम को अगले ही पल सुमन ने झूठा साबित कर दिया जब उसने बड़ी ही बेशर्मी से अपना दाँया हाथ अपनी नाईटी के अंदर डालकर अपने बूब्स पर खुजली की....उसने अपना पूरा का पूरा मुम्मा अपने हाथ में पकड़कर ऐसे मसला की वो आधे से ज्यादा बाहर की तरफ निकलकर अपना गुदाजपन दिखाने लगा...ये सिर्फ़ एक पल के लिए ही हुआ... और ऐसा करने से पहले सुमन ने देख लिया था की राहुल के अलावा किसी और की नज़र उसके उपर नही है...सभी की नज़रें तो इस वक़्त टेबल पर थी...ऐसे में राहुल ने जब सुमन के हाथों को उसके खुद के बूब्स को पकड़कर जोरों से मसलते देखा तो उसके लंड का तापमान उपर तक जा चढ़ा ..
किसी ने भी नही,सिर्फ़ राहुल ने ऐसा होते हुए देखा...पहले आँख मारी और फिर ये किया....अब तो राहुल को विश्वास हो रहा था की सुमन जी अपनी तरफ से उसे लाइन दे रही है..
अपनी खूबसूरत बीबी के होते हुए उसके मन में गंदे विचार आने लगे...और ऐसा होना स्वाभाविक ही था...हर मर्द ऐसा ही होता है...अपनी खुद की बीबी या गर्लफ्रेंड चाहे जितनी भी सुंदर हो, ऐसा खुला न्योता मिलने से कुछ अलग पाने की चाहत अपने आप जन्म ले लेती है..
राहुल का ध्यान अब गेम में नही बल्कि सुमन में लग चुका था...इसलिए उसने तुरंत पैक कर दिया.
अब शशांक की बारी थी....उसने पत्ते उठाए...और मुस्कुराते हुए 1 हज़ार की चाल चल दी...कपूर साहब ने भी एक और चाल चल दी..
अब गुरपाल सिंह ने भी अपने पत्ते उठा लिए....उसके पास भी एक जोकर आया था...लेकिन उसे इस्तेमाल करके सिर्फ़ 9 का पेयर ही बन पा रहा था...उसने भी पेक कर दिया..
शशांक ने इस बार की चाल 2 हज़ार कर दी.
गुप्ता जी के दिमाग में शशांक की पिछली गेम की बात चल रही थी...उनके अनुसार तो शशांक सिर्फ़ 3 के पेयर पर भी ऐसी डबल चाल चल रहा था...ऐसे में गुप्ता जी को अब यही लग रहा था की इस बार भी शायद ऐसा ही कोई पेयर बन रहा होगा उसके पास....अगर कलर भी होगा तो भी गुप्ता जी के सीक्वेंस के सामने वो छोटे होंगे...यही सोचकर उन्होने भी 2 हज़ार की चाल चल दी.
खेल अब गर्म हो चुका था..सभी की नज़रें टेबल पर थी...सबा , काजल और नीरू एक कोने में बैठकर शायद सुमन के कपड़ों के बारे में बात कर रहे थे...और सुमन थी की अभी भी सेक्सी इशारे करके राहुल को परेशान कर रही थी..
राहुल के लंड ने स्टील जैसा रूप अख्तियार कर लिया...उसे बिठाना ज़रूरी सा हो गया था...उसने तुरंत एक्सक्यूस मी कहते हुए बाथरूम का रुख़ कर दिया...
किसी को भी उसके जाने से कुछ फ़र्क नही पड़ा ...सबा को तो पता भी नही चला की राहुल अपनी सीट से उठकर अंदर चला गया है...क्योंकि उसकी पीठ थी उसकी तरफ...और वैसे भी इस वक़्त वो गप्पे मारने में बिज़ी थी..
शशांक ने सुमन की तरफ देखा और उसे आँखो ही आँखो से कुछ इशारा किया....और वो भी चुपचाप उठकर अंदर चल दी...
राहुल के पीछे-2
इस वक़्त उसके दिमाग़ में क्या चल रहा था ये तो कोई नही जानता था...लेकिन एक बात पक्की थी की आज राहुल के साथ ऐसा कुछ होने वाला था की उसके और उसके बॉस की बीबी के बीच के रिश्ते के मायने बदलने वाले थे..
राहुल सीधा वॉशरूम की तरफ गया ...काफ़ी बड़े वॉशरूम के अंदर ही अलग से दरवाजा लगा कर टाय्लेट बनवाया हुआ था...राहुल अंदर जाकर कमोड पर अपने लंड को निकाल कर खड़ा हो गया और मूतने लगा.
अब आगे।।।
ऐसे में उसे ये J का पेयर चाल चलने लायक नही लग रहा था...इसलिए वो सोच में पड़ गया...सोचते-2 उसकी नज़र अचानक सुमन के उपर गयी...हालाँकि वो उसके बॉस की बीबी थी लेकिन आज जिस अंदाज में वो अपने हुस्न को सभी के सामने उजागर कर रही थी, उसकी वजह से ना चाहते हुए भी राहुल की नज़रें बार-2 उसी तरफ जा रही थी..
उसने देखा की सुमन भी उसकी तरफ देख रही है...दोनो की नज़रें 4 हुई..और अचानक सुमन ने उसे आँख मार दी..
एक पल के लिए तो राहुल के दिल की धड़कन तेज हो गयी...लेकिन फिर उसे लगा की ये शायद उसका वहम होगा... क्योंकि उन्होने अभी-2 वोड्का का शॉट लगाया था...शायद उनकी आँख ग़लती से झपक गयी होगी...पर उसके इस वहम को अगले ही पल सुमन ने झूठा साबित कर दिया जब उसने बड़ी ही बेशर्मी से अपना दाँया हाथ अपनी नाईटी के अंदर डालकर अपने बूब्स पर खुजली की....उसने अपना पूरा का पूरा मुम्मा अपने हाथ में पकड़कर ऐसे मसला की वो आधे से ज्यादा बाहर की तरफ निकलकर अपना गुदाजपन दिखाने लगा...ये सिर्फ़ एक पल के लिए ही हुआ... और ऐसा करने से पहले सुमन ने देख लिया था की राहुल के अलावा किसी और की नज़र उसके उपर नही है...सभी की नज़रें तो इस वक़्त टेबल पर थी...ऐसे में राहुल ने जब सुमन के हाथों को उसके खुद के बूब्स को पकड़कर जोरों से मसलते देखा तो उसके लंड का तापमान उपर तक जा चढ़ा ..
किसी ने भी नही,सिर्फ़ राहुल ने ऐसा होते हुए देखा...पहले आँख मारी और फिर ये किया....अब तो राहुल को विश्वास हो रहा था की सुमन जी अपनी तरफ से उसे लाइन दे रही है..
अपनी खूबसूरत बीबी के होते हुए उसके मन में गंदे विचार आने लगे...और ऐसा होना स्वाभाविक ही था...हर मर्द ऐसा ही होता है...अपनी खुद की बीबी या गर्लफ्रेंड चाहे जितनी भी सुंदर हो, ऐसा खुला न्योता मिलने से कुछ अलग पाने की चाहत अपने आप जन्म ले लेती है..
राहुल का ध्यान अब गेम में नही बल्कि सुमन में लग चुका था...इसलिए उसने तुरंत पैक कर दिया.
अब शशांक की बारी थी....उसने पत्ते उठाए...और मुस्कुराते हुए 1 हज़ार की चाल चल दी...कपूर साहब ने भी एक और चाल चल दी..
अब गुरपाल सिंह ने भी अपने पत्ते उठा लिए....उसके पास भी एक जोकर आया था...लेकिन उसे इस्तेमाल करके सिर्फ़ 9 का पेयर ही बन पा रहा था...उसने भी पेक कर दिया..
शशांक ने इस बार की चाल 2 हज़ार कर दी.
गुप्ता जी के दिमाग में शशांक की पिछली गेम की बात चल रही थी...उनके अनुसार तो शशांक सिर्फ़ 3 के पेयर पर भी ऐसी डबल चाल चल रहा था...ऐसे में गुप्ता जी को अब यही लग रहा था की इस बार भी शायद ऐसा ही कोई पेयर बन रहा होगा उसके पास....अगर कलर भी होगा तो भी गुप्ता जी के सीक्वेंस के सामने वो छोटे होंगे...यही सोचकर उन्होने भी 2 हज़ार की चाल चल दी.
खेल अब गर्म हो चुका था..सभी की नज़रें टेबल पर थी...सबा , काजल और नीरू एक कोने में बैठकर शायद सुमन के कपड़ों के बारे में बात कर रहे थे...और सुमन थी की अभी भी सेक्सी इशारे करके राहुल को परेशान कर रही थी..
राहुल के लंड ने स्टील जैसा रूप अख्तियार कर लिया...उसे बिठाना ज़रूरी सा हो गया था...उसने तुरंत एक्सक्यूस मी कहते हुए बाथरूम का रुख़ कर दिया...
किसी को भी उसके जाने से कुछ फ़र्क नही पड़ा ...सबा को तो पता भी नही चला की राहुल अपनी सीट से उठकर अंदर चला गया है...क्योंकि उसकी पीठ थी उसकी तरफ...और वैसे भी इस वक़्त वो गप्पे मारने में बिज़ी थी..
शशांक ने सुमन की तरफ देखा और उसे आँखो ही आँखो से कुछ इशारा किया....और वो भी चुपचाप उठकर अंदर चल दी...
राहुल के पीछे-2
इस वक़्त उसके दिमाग़ में क्या चल रहा था ये तो कोई नही जानता था...लेकिन एक बात पक्की थी की आज राहुल के साथ ऐसा कुछ होने वाला था की उसके और उसके बॉस की बीबी के बीच के रिश्ते के मायने बदलने वाले थे..
राहुल सीधा वॉशरूम की तरफ गया ...काफ़ी बड़े वॉशरूम के अंदर ही अलग से दरवाजा लगा कर टाय्लेट बनवाया हुआ था...राहुल अंदर जाकर कमोड पर अपने लंड को निकाल कर खड़ा हो गया और मूतने लगा.