19-12-2019, 12:59 PM
(This post was last modified: 20-12-2019, 10:06 PM by angad. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
ज़ब मेरी आंखे खुली. शाम को 4 बज चुके थे...... रश्मि घर पर नहीं दिखाई दी.. में दुकान पर गया... तो अंकल काम कर रहे थे... में वहीं बैठ गया... मैंने अंकल से रश्मि के बारे में पूँछा तो बोले वो अपने लिए नया फ़ोन लेने गई है. मेरा फ़ोन बार बार खराब हो जाता था, इसलिए रश्मि ने अपना फोन आधी कीमत पर मुझे दे दिया है........
फिर अंकल बोले तेरी आंखे बड़ी लाल हो रहीं हैं.. क्या रात भर चौकीदारी करी है........
में हड़बडा गया... अंकल फिर बोले... बच्चे मुझे पता है,, रात तूने खिड़की से मेरी और रश्मि की पूरी चुदाई देखी है........
में झिझकते हुए बोला.... अंकल आप ये सही नहीं कर रहे हो....
अंकल बोले मजे तो तू भी ले रहा था हमारी चुदाई देखकर,,,,, क्या तुझसे चुदवा दूँ..... , बच्चे रश्मि अब जवान हो चुकी है.... उसकी चूत अब लण्ड मांगने लगी है..... उसे अब लण्ड चाहिए ही चाहिए.. अगर उसे में नहीं चोदुँगा
तो वो किसी और से चुदेगी..... और दूसरा आदमी कैसा हो.. ये में नहीं कह सकता......... क्या पता उसकी चुदाई के वक़्त फ़िल्म बना ले तुम सबको ब्लैकमेल करे.... या अपने यार दोस्तों से भी चुदवा दे.... और अगर कोई नहीं मिला तो तुम्हारे bulldog से ही चुदने लगे..... अब कुत्ते तो निरोध नहीं पहनते,,, और अगर रश्मि bulldog से गर्भवती हो गई.. तब तो बढ़िया बढ़िया पिल्ले पैदा करेगी.. जो शायद तुझे भोंक भोंक कर मामा मामा कहेंगे.....
..
में बोला मुझे नहीं करना ये सब.....
अंकल बोले तो बस शांत होकर देखते रह और मौज ले.....
तभी एक तगड़ा सा आदमी दुकान पर आ गया... उसने काले रंग के बिलकुल गन्दे फ़टे हुए पेंट कमीज पहन रखे थे.. उसके शरीर से बहुत तेज बदबू आ रही थी... आकर उसने अंकल को आवाज दी अरे अनवर इतनी मेहनत क्यों करता है भई,,, अंकल ऊठे और बोले आजा भाई कलवे बैठ.. इतने पैसे वाला होकर भी ऐसी हालत बनाकर रखता है... कोई तुझे भिखारी ही समझेगा...
फिर उन्होंने बड़ी इज्जत से उस आदमी को मेरे बगल वाली कुर्सी पर बैठा दिया
मुझे बहुत तेज बदबू आयी.. में उठकर बाहर की तरफ चला गया... और बाहर जाकर खड़ा हो गया.. और उनकी बातें सुनने लगा
अंकल ने उससे हाल चाल पूँछा...
वो बोला अपनी तो बड़ी मस्त कट रही है.... दिन भर में 4,,,,, 5,,,,,, हजार छाप लेता हूँ.... शाम को बढ़िया खाना खाता हूँ और शराब पीकर रोज नई रंडी चोदता हूँ...
अंकल हँसते हुए बोले..... साले...... नई चोदना तो तेरी मजबूरी है साली जो तेरे नीचे एक बार आ जाये वो क्या दोबारा लौट कर आती है...
फिर दोनों हसने लगे....
फिर कलवा बोला,,,, अच्छा अनवर.तू बता
.. तेरी कैसे कट रही है....पहले तो रोज मेरी झुग्गी पर आ जाता था
इस बार पंद्रह,,,, बीस दिनों से .क्यों .नहीं आया.........
आ जाया कर भाई अकेले पीने में मजा नहीं आता....
अंकल बोले में एक नई चिड़िया फंसा रहा हूँ,, साली बड़ा मजा देगी.... तेरे कोठे वालियों से तो सौ गुना बढ़िया है
कलवा :: भाई हमारे कोठे पर कच्ची कलियों के अच्छे पैसे मिलते हैं.... इसलिए में उन्हें नहीं चोद पाता...... हां जो धंधा करवाने में नखरे करती हैं तब में उसकी चूत और गांड ढंग से फाड़ता हूँ....
फिर कलवा हँसते हुए बोला कहां की है कितने बच्चों वाली है.....
अंकल : कलवे,,, यहीं पास में ही रहती है बिलकुल कच्ची उम्र की है,,,अभी बच्चा क्या उसकी तो शादी ही नहीं हुई है... चूत तो बिलकुल कसी हुई है, लण्ड बिलकुल टाइट जाता है... उसकी चूचियाँ बिलकुल अनार जैसी हैं...
,, कलवा ::::: यार फिर तो मुझे भी एक बार दिला दे,,, रंडियों को चोद चोद कर ऊब गया हूँ....
अंकल : क्यों अभी क्या कॉल बॉय का काम छोड़ दिया है
कलवा : नहीं यार... वो भी काम करता हूँ.... पर उसमे कच्ची लड़कियां नहीं बुलाती हैं... सिर्फ बड़े घरों की अधेड,, प्यासी औरतें बुलाती हैं
अंकल : पहले तो तू बहुत फेंकता था,, रोज तुझ से बच्चा पैदा करवाने वाली तुझे बहुत मिलती थीं..
रोज मेरा खून जलाता था,, कि आज ऐसी पीस पेलने को मिली,, आज
ऐसी गदराई हुई मिली..,,,,,,,
क्यों अब कोई बिना बच्चे वाली औरत नहीं मिल रही
कलवा बोला,,,, भाई तू मुझे ताने मत दे.......
तू अच्छी तरह जानता है ... बड़े घर की औरतें... चोरी छिपे ही देती
हैं.... में कैसे उनकी तुझे दिलवाता......
अब कलवा गुस्सा हो चुका था,,, फिर रोनी सी सूरत बना कर बोला..
वैसे देख ली मैंने तेरी यारी...
ज़ब में पीता था तो तुझे भी अपने साथ पिलाता था... कोई भी रंडी
लाता था तो पहले तुझे पेलने देता था..... और आज ज़ब तुझे कोई
बढ़िया माल मिला है तो अकेले ही हजम करना चाहता है....
जा आज से तेरी मेरी यारी खत्म....
ऐसा कहकर कलवा उठ कर चलने लगा .... तुरंत ही अंकल भी उठे और उसे पकडकर वापस बैठा दिया
फिर अंकल बोले... यार तू समझता नहीं है... वो अभी बिलकुल नई है अभी तक तो में ही उसे ढंग से नहीं चोद पाया हूँ... और तेरा लण्ड तो बाल बच्चेदार
औरतें भी नहीं ले पाती है.. ये बेचारी कैसे झेलेगी....... अब तू ही बता कैसे उसे तुझसे चुदवा दूँ.....
एक बार उसे प्रेग्नेंट हो जाने दे... ज़ब प्रेग्नेंट हो जाएगी तब उसे उसके घर से भगा लूँगा..
बस थोड़े दिन सब्र कर ले तेरी झुग्गी में ही छोड़ दूंगा उसे,, फिर पूरे दिन और पूरी रात चोदना...
अब कलवा शांत हुआ.. फिर बोला.. चल उसका फोटो ही दिखा दे...
अंकल ने मुझे आवाज लगाई.... और अपना बैग मंगाया.....
मैंने उन्हें हड़बड़ा कर क्या अंकल कहा.. जैसे मैंने उनकी कोई बात ना सुन पाई हो..... फिर उन्होंने बैग मंगाया....
मैंने उनको बैग लाकर दिया.. और दुकान के बाहर पर्दे की ओट में खड़ा हो गया...
अंकल ने वही गंदी वाली किताब भिखारी को दी.... कलवा बोला ये किताबें तो मैंने भी बहुत देखी हैं.. उसका असली वाला फोटो दिखा....
अंकल बोले यार खोल तो सही.. इसके पन्नो पर उसकी ही फोटो चिपका रखी है
कलवा ने जैसे ही किताब खोली उसकी आंखे फ़टी की फ़टी रह गईं.. फिर अपने होठों पर जीभ फिराकर बोला.... यार तेरी तो लॉटरी लग गई है...
तू कैसे भी करके इससे मेरा टांका लगवा दे..
अंकल बोले,, यार दो चार दिन सब्र रख ले उसे थोड़ा सा चुदाई का चस्का लग जाने दे फिर वो तुझे क्या किसी कुत्ते को भी चोदने से नहीं रोकेगी..
कलवा : अब तक तू कितने बार ले चुका है उसकी....
अंकल :: दो दिनों से ले रहा हूँ.... बड़ा नखरे कर रही थी....
कल तो पूरी रात पेली..
अब शायद उसको हल्का सा चस्का लग गया है... आज सुबह ही
मिली थी., आराम से मान गई,,, बड़े मजे से दे रही थी....
अगर आज रात को मौका मिला .. तो पूरी रंडी बना दूंगा साली को.... फिर तेरा जुगाड़ भी बैठा दूंगा.उसके साथ......
कलवा :: चल ठीक है पर उससे एक बार मिलवा तो दे.... मुझे उसे सामने से देखना है.....
अंकल : यार अभी तो मुश्किल है........ हां आज सुबह उसका फोटो खींचा है लण्ड चूसते वक़्त......
कलवा ::: ला भाई वो ही दिखा दे, जल्दी से... मुझसे रुका नहीं जा रहा......
फिर अंकल ने अपनी जेब से फोन निकाल कर फोटो खोल कर कलवा को दिखाई.....
कलवा ने फोन पकडकर बोला इस बार बढ़िया फोन मारा है कितने का है
अंकल :: उसी ने दिया है... बिलकुल फ्री में.....,,,,,,, मेरा फोन छोटा सा था
उसमें साफ फोटो नहीं दीखते थे...
फोटो देखते ही कलवा अपने फ़टे हुए पेंट के ऊपर से ही लण्ड पर हाथ फिराने लगा.. फिर बोला भाई ये तो रंडी से भी बढ़िया चूस रही है...
कैसे फँस गई तुझसे ...भाई इसकी तो अभी दिला दे नहीं तो मेरा लण्ड फट जायेगा....
अंकल : भाई आज तो नहीं हो पायेगा पर कल शाम तक पक्का पिलवा दूंगा..
कलवा : और फोटो नहीं हैं. ,,,,, .... बस एक ही खींचा है???????
अंकल : एक फोटो के लिए भी बड़ी मुश्किल से मानी थी....
कलवा :यार उससे फोन पर तो बात करवा सकता है, या वो भी तेरे बस का
नहीं है...
अंकल : वो आज अपनी सहेली के यहाँ गई है, फिर उसको साथ लेकर फोन
खरीदने जाएगी.. अभी तक शायद वो फोन नहीं खरीद पायी होगी.
कलवा : भाई एक बार फोन मिला कर ही देख ले,, क्या पता मेरे नसीब से
ही फोन मिल जाये.....
अंकल अपने हाथ में फोन लेकर नम्बर मिलाते हैं... फिर स्पीकर ऑन करके बोलते हैं... यार तेरा नसीब बहुत अच्छा है.... फोन मिल रहा है....
तभी रश्मि ने फोन रिसीव कर लिया और बोली
हल्लो जान
अंकल : हैल्लो .......... रश्मि कहां पर हो.....
रश्मि: आपको बता कर तो आयी थी ना. अपनी सहेली ( शिवानी ) के घर जा रही हूँ...
.
अंकल : क्यों अभी वो नहीं आया.......
रश्मि : हां वो आया तो था,, साथ में उसका एक दोस्त भी आया था....
मैंने शिवानी को उसके b.f.के साथ कमरे में छोड़ दिया....
अंकल :तो क्या तू उसके दोस्त के साथ है....
रश्मि : हां पर अभी वो थोड़ी दूर बैठा है....
अंकल : तू वहाँ क्यों रुक गई... जल्दी आना चाहिए था ना...
रश्मि : जानू में तो आ ही रही थी,, शिवानी के b.f. का दोस्त मेरे पीछे
पड़ गया... कह रहा था.. वो दोनों तो कमरे में मजे कर रहे हैं. में
अकेला रहा जाऊँगा... थोड़ी देर बस मेरे साथ साथ बैठ लो ,,
मे बिलकुल शरीफ हूँ कुछ नहीं करूंगा...
अंकल : तू ऐसे कैसे उसकी बातों में आ गई...
रश्मि : जानू..... समझा करो... में खुद नहीं आई..,,, वो तो वो लड़का
शिवानी के पीछे भाभी भाभी कहकर पड़ गया... तब. शिवानी
के कहने पर में उसके साथ बैठ गई...
अंकल : उसने कुछ करा तो नहीं....
रश्मि : नहीं,,, वो बिलकुल शरीफ ही है.... हां कभी कभार मेरी तरफ
देख लेता है,,,,
अंकल : उसने तुझसे कोई भी बात नहीं करी अब तक या मुझसे छुपा
रही है.....
रश्मि :: नहीं बस ऐसे ही एक बार पूँछ रहा था की मेरा कोई b.f.है या
नहीं......................
............ क्यों जलन हो रही है जानू को......
अंकल : फिर तूने क्या बोला
रश्मि : मेने बोला मेरा एक हटटा कटठा b.f. है.... और मे उसी के
साथ बहुत ख़ुश हूँ...
अंकल : हँसकर... एक बार उसका भी मनोरंजन करा देती
रश्मि सेक्सी आवाजे मे बोली........... सिर्फ दिखा दूँ उसको या फिर कुछ कर भी लूँ
अंकल बोले एक बार मेरे पास आ जा सब दिखाना भूल जाएगी......
रश्मि : अले ले ले मेला बाबू जल गया...
अंकल : कितनी देर में घर आएगी.....
रश्मि : बस निकल ही रही हूँ.... थोड़ी देर में......
अंकल : उनकी चुदाई तो पूरी देख कर आती....
रश्मि जोर से हँसकर : वो तो 1 ही मिनट में बाहर आ गया था.... मैंने अंदर जाकर शिवानी से पूँछा. क्या क्या हुआ... तो वो बड़े ही गुस्से में थी... अपने b.f.को गाली दे रही थी.... कह रही थी साला हिजड़ा है... डालने से पहले चूत के बाहर ही झड़ गया......
अंकल : रश्मि ,, तो फिर शिवानी को अपने घर पर ले आती.....
रश्मि : क्यों अब क्या उसको पेलने का मन कर रहा है....
अंकल : नहीं मेरा तो सिर्फ तुझे ही चोदने का मन है.... पर मेरा एक दोस्त बहुत प्यासा बैठा है..उसके लिए ही पूँछ रहा था ... क्यों ले आएगी ना उसको.....
रश्मि : देखूँगी........
अंकल : कितनी देर में आ जाएगी...शिवानी को लेकर
रश्मि : थोड़ी देर रुको इन दोनों के जाने के बाद देखती हूँ...
कलवा अंकल से बोला यार मेरी बात तो करवा दे....साली की बातें सुनकर ही लण्ड खड़ा हो गया है....
फिर अंकल बोले रश्मि मेरा एक दोस्त आया है वो तुझसे कुछ देर बात करना चाहता है.... अंकल ने फोन भिखारी को दे दिया.....
कलवा : हलो,,,,,,,...........,,,, हलो भाभी
रश्मि : हलो,,,,,,,, जी कौन...
कलवा : भाभी... मे आपका देवर बोल रहा हूँ....
रश्मि : अच्छा देवर जी............... कैसे हो......
कलवा : हम तो बस बखत काट रहे हैं.......थोड़ी सी. परेशानी में हैं
रश्मि : क्यों... कैसी परेशानी में हो....
कलवा : अब का बताएं तुम्हे भाभी... बस जिंदगी वीरान चल रही है...
रश्मि : कैसी वीरान चल रही है जिंदगी,,,, में नहीं समझी,,,,,
कलवा : अब का बताएं,, तुमको.... बस.अकेला ही बखत काट रहा हूँ...
रश्मि : क्यों आपके बालक बच्चे नहीं हैं क्या....
कलवा : हमारा इस दुनिया में कोई नहीं है भाभी... बिलकुल तन्हा हैं इस
संसार में
रश्मि : बताइये में आपकी कैसे मदद कर सकती हूँ....
कलवा : आप अपनी किसी सहेली से मेरी जुगाड़ लगवा दो
रश्मि : मेरी कोई सहेली ऐसी नहीं है .......
कलवा : कैसी सहेली नहीं है ...???????
रश्मि : मेरा मतलब मेरी कोई भी सहेली. इन प्यार व्यार के चककरमें नहीं पड़ती
चलो कोई बात नहीं..............
....................तो फिर तुम ही मेरी दोस्त बन जाओ..
रश्मि : में.,,,,,,,में ,,, ,,,, में कैसे तुम्हारी दोस्त बन सकती हूँ ....
कलवा : क्यों आप मेरी दोस्त क्यों नहीं बन सकती..... में अभी सिर्फ 30
साल का हूँ,, और अनवर भाई से तो 8,,,,,,, 10 साल छोटा ही हूँ
और में तो सिर्फ दोस्ती के लिए ही तो कह रहा हूँ... आप तो
ऐसे घबरा रहीं हो.. जैसे आपसे कुछ गलत मांग लिया हो
रश्मि : अच्छा,,,, अच्छा,, ठीक है बाबा अगर सिर्फ दोस्ती ही करनी है ..
तो में अपनी सहेली से बात करके देखती हूँ ...
कलवा : आप मुझे अपनी सहेली से बस 1बार मिलवा दो,,, बाकी मुझ पर
छोड़ दो,,,,,,,,,,,,,,,,,,, उसका ऐसा ख्याल रखूँगा.... कि पागल हो
जाएगी मेरे लिए...... आपसे कोई भी शिकायत नहीं करेगी
.... आपके पैर धो धोकर पीयेगी जिंदगी भर
रश्मि : अच्छा अच्छा ठीक है में कोशिश करती हूँ.....
फिर अंकल बोले तेरी आंखे बड़ी लाल हो रहीं हैं.. क्या रात भर चौकीदारी करी है........
में हड़बडा गया... अंकल फिर बोले... बच्चे मुझे पता है,, रात तूने खिड़की से मेरी और रश्मि की पूरी चुदाई देखी है........
में झिझकते हुए बोला.... अंकल आप ये सही नहीं कर रहे हो....
अंकल बोले मजे तो तू भी ले रहा था हमारी चुदाई देखकर,,,,, क्या तुझसे चुदवा दूँ..... , बच्चे रश्मि अब जवान हो चुकी है.... उसकी चूत अब लण्ड मांगने लगी है..... उसे अब लण्ड चाहिए ही चाहिए.. अगर उसे में नहीं चोदुँगा
तो वो किसी और से चुदेगी..... और दूसरा आदमी कैसा हो.. ये में नहीं कह सकता......... क्या पता उसकी चुदाई के वक़्त फ़िल्म बना ले तुम सबको ब्लैकमेल करे.... या अपने यार दोस्तों से भी चुदवा दे.... और अगर कोई नहीं मिला तो तुम्हारे bulldog से ही चुदने लगे..... अब कुत्ते तो निरोध नहीं पहनते,,, और अगर रश्मि bulldog से गर्भवती हो गई.. तब तो बढ़िया बढ़िया पिल्ले पैदा करेगी.. जो शायद तुझे भोंक भोंक कर मामा मामा कहेंगे.....
..
में बोला मुझे नहीं करना ये सब.....
अंकल बोले तो बस शांत होकर देखते रह और मौज ले.....
तभी एक तगड़ा सा आदमी दुकान पर आ गया... उसने काले रंग के बिलकुल गन्दे फ़टे हुए पेंट कमीज पहन रखे थे.. उसके शरीर से बहुत तेज बदबू आ रही थी... आकर उसने अंकल को आवाज दी अरे अनवर इतनी मेहनत क्यों करता है भई,,, अंकल ऊठे और बोले आजा भाई कलवे बैठ.. इतने पैसे वाला होकर भी ऐसी हालत बनाकर रखता है... कोई तुझे भिखारी ही समझेगा...
फिर उन्होंने बड़ी इज्जत से उस आदमी को मेरे बगल वाली कुर्सी पर बैठा दिया
मुझे बहुत तेज बदबू आयी.. में उठकर बाहर की तरफ चला गया... और बाहर जाकर खड़ा हो गया.. और उनकी बातें सुनने लगा
अंकल ने उससे हाल चाल पूँछा...
वो बोला अपनी तो बड़ी मस्त कट रही है.... दिन भर में 4,,,,, 5,,,,,, हजार छाप लेता हूँ.... शाम को बढ़िया खाना खाता हूँ और शराब पीकर रोज नई रंडी चोदता हूँ...
अंकल हँसते हुए बोले..... साले...... नई चोदना तो तेरी मजबूरी है साली जो तेरे नीचे एक बार आ जाये वो क्या दोबारा लौट कर आती है...
फिर दोनों हसने लगे....
फिर कलवा बोला,,,, अच्छा अनवर.तू बता
.. तेरी कैसे कट रही है....पहले तो रोज मेरी झुग्गी पर आ जाता था
इस बार पंद्रह,,,, बीस दिनों से .क्यों .नहीं आया.........
आ जाया कर भाई अकेले पीने में मजा नहीं आता....
अंकल बोले में एक नई चिड़िया फंसा रहा हूँ,, साली बड़ा मजा देगी.... तेरे कोठे वालियों से तो सौ गुना बढ़िया है
कलवा :: भाई हमारे कोठे पर कच्ची कलियों के अच्छे पैसे मिलते हैं.... इसलिए में उन्हें नहीं चोद पाता...... हां जो धंधा करवाने में नखरे करती हैं तब में उसकी चूत और गांड ढंग से फाड़ता हूँ....
फिर कलवा हँसते हुए बोला कहां की है कितने बच्चों वाली है.....
अंकल : कलवे,,, यहीं पास में ही रहती है बिलकुल कच्ची उम्र की है,,,अभी बच्चा क्या उसकी तो शादी ही नहीं हुई है... चूत तो बिलकुल कसी हुई है, लण्ड बिलकुल टाइट जाता है... उसकी चूचियाँ बिलकुल अनार जैसी हैं...
,, कलवा ::::: यार फिर तो मुझे भी एक बार दिला दे,,, रंडियों को चोद चोद कर ऊब गया हूँ....
अंकल : क्यों अभी क्या कॉल बॉय का काम छोड़ दिया है
कलवा : नहीं यार... वो भी काम करता हूँ.... पर उसमे कच्ची लड़कियां नहीं बुलाती हैं... सिर्फ बड़े घरों की अधेड,, प्यासी औरतें बुलाती हैं
अंकल : पहले तो तू बहुत फेंकता था,, रोज तुझ से बच्चा पैदा करवाने वाली तुझे बहुत मिलती थीं..
रोज मेरा खून जलाता था,, कि आज ऐसी पीस पेलने को मिली,, आज
ऐसी गदराई हुई मिली..,,,,,,,
क्यों अब कोई बिना बच्चे वाली औरत नहीं मिल रही
कलवा बोला,,,, भाई तू मुझे ताने मत दे.......
तू अच्छी तरह जानता है ... बड़े घर की औरतें... चोरी छिपे ही देती
हैं.... में कैसे उनकी तुझे दिलवाता......
अब कलवा गुस्सा हो चुका था,,, फिर रोनी सी सूरत बना कर बोला..
वैसे देख ली मैंने तेरी यारी...
ज़ब में पीता था तो तुझे भी अपने साथ पिलाता था... कोई भी रंडी
लाता था तो पहले तुझे पेलने देता था..... और आज ज़ब तुझे कोई
बढ़िया माल मिला है तो अकेले ही हजम करना चाहता है....
जा आज से तेरी मेरी यारी खत्म....
ऐसा कहकर कलवा उठ कर चलने लगा .... तुरंत ही अंकल भी उठे और उसे पकडकर वापस बैठा दिया
फिर अंकल बोले... यार तू समझता नहीं है... वो अभी बिलकुल नई है अभी तक तो में ही उसे ढंग से नहीं चोद पाया हूँ... और तेरा लण्ड तो बाल बच्चेदार
औरतें भी नहीं ले पाती है.. ये बेचारी कैसे झेलेगी....... अब तू ही बता कैसे उसे तुझसे चुदवा दूँ.....
एक बार उसे प्रेग्नेंट हो जाने दे... ज़ब प्रेग्नेंट हो जाएगी तब उसे उसके घर से भगा लूँगा..
बस थोड़े दिन सब्र कर ले तेरी झुग्गी में ही छोड़ दूंगा उसे,, फिर पूरे दिन और पूरी रात चोदना...
अब कलवा शांत हुआ.. फिर बोला.. चल उसका फोटो ही दिखा दे...
अंकल ने मुझे आवाज लगाई.... और अपना बैग मंगाया.....
मैंने उन्हें हड़बड़ा कर क्या अंकल कहा.. जैसे मैंने उनकी कोई बात ना सुन पाई हो..... फिर उन्होंने बैग मंगाया....
मैंने उनको बैग लाकर दिया.. और दुकान के बाहर पर्दे की ओट में खड़ा हो गया...
अंकल ने वही गंदी वाली किताब भिखारी को दी.... कलवा बोला ये किताबें तो मैंने भी बहुत देखी हैं.. उसका असली वाला फोटो दिखा....
अंकल बोले यार खोल तो सही.. इसके पन्नो पर उसकी ही फोटो चिपका रखी है
कलवा ने जैसे ही किताब खोली उसकी आंखे फ़टी की फ़टी रह गईं.. फिर अपने होठों पर जीभ फिराकर बोला.... यार तेरी तो लॉटरी लग गई है...
तू कैसे भी करके इससे मेरा टांका लगवा दे..
अंकल बोले,, यार दो चार दिन सब्र रख ले उसे थोड़ा सा चुदाई का चस्का लग जाने दे फिर वो तुझे क्या किसी कुत्ते को भी चोदने से नहीं रोकेगी..
कलवा : अब तक तू कितने बार ले चुका है उसकी....
अंकल :: दो दिनों से ले रहा हूँ.... बड़ा नखरे कर रही थी....
कल तो पूरी रात पेली..
अब शायद उसको हल्का सा चस्का लग गया है... आज सुबह ही
मिली थी., आराम से मान गई,,, बड़े मजे से दे रही थी....
अगर आज रात को मौका मिला .. तो पूरी रंडी बना दूंगा साली को.... फिर तेरा जुगाड़ भी बैठा दूंगा.उसके साथ......
कलवा :: चल ठीक है पर उससे एक बार मिलवा तो दे.... मुझे उसे सामने से देखना है.....
अंकल : यार अभी तो मुश्किल है........ हां आज सुबह उसका फोटो खींचा है लण्ड चूसते वक़्त......
कलवा ::: ला भाई वो ही दिखा दे, जल्दी से... मुझसे रुका नहीं जा रहा......
फिर अंकल ने अपनी जेब से फोन निकाल कर फोटो खोल कर कलवा को दिखाई.....
कलवा ने फोन पकडकर बोला इस बार बढ़िया फोन मारा है कितने का है
अंकल :: उसी ने दिया है... बिलकुल फ्री में.....,,,,,,, मेरा फोन छोटा सा था
उसमें साफ फोटो नहीं दीखते थे...
फोटो देखते ही कलवा अपने फ़टे हुए पेंट के ऊपर से ही लण्ड पर हाथ फिराने लगा.. फिर बोला भाई ये तो रंडी से भी बढ़िया चूस रही है...
कैसे फँस गई तुझसे ...भाई इसकी तो अभी दिला दे नहीं तो मेरा लण्ड फट जायेगा....
अंकल : भाई आज तो नहीं हो पायेगा पर कल शाम तक पक्का पिलवा दूंगा..
कलवा : और फोटो नहीं हैं. ,,,,, .... बस एक ही खींचा है???????
अंकल : एक फोटो के लिए भी बड़ी मुश्किल से मानी थी....
कलवा :यार उससे फोन पर तो बात करवा सकता है, या वो भी तेरे बस का
नहीं है...
अंकल : वो आज अपनी सहेली के यहाँ गई है, फिर उसको साथ लेकर फोन
खरीदने जाएगी.. अभी तक शायद वो फोन नहीं खरीद पायी होगी.
कलवा : भाई एक बार फोन मिला कर ही देख ले,, क्या पता मेरे नसीब से
ही फोन मिल जाये.....
अंकल अपने हाथ में फोन लेकर नम्बर मिलाते हैं... फिर स्पीकर ऑन करके बोलते हैं... यार तेरा नसीब बहुत अच्छा है.... फोन मिल रहा है....
तभी रश्मि ने फोन रिसीव कर लिया और बोली
हल्लो जान
अंकल : हैल्लो .......... रश्मि कहां पर हो.....
रश्मि: आपको बता कर तो आयी थी ना. अपनी सहेली ( शिवानी ) के घर जा रही हूँ...
.
अंकल : क्यों अभी वो नहीं आया.......
रश्मि : हां वो आया तो था,, साथ में उसका एक दोस्त भी आया था....
मैंने शिवानी को उसके b.f.के साथ कमरे में छोड़ दिया....
अंकल :तो क्या तू उसके दोस्त के साथ है....
रश्मि : हां पर अभी वो थोड़ी दूर बैठा है....
अंकल : तू वहाँ क्यों रुक गई... जल्दी आना चाहिए था ना...
रश्मि : जानू में तो आ ही रही थी,, शिवानी के b.f. का दोस्त मेरे पीछे
पड़ गया... कह रहा था.. वो दोनों तो कमरे में मजे कर रहे हैं. में
अकेला रहा जाऊँगा... थोड़ी देर बस मेरे साथ साथ बैठ लो ,,
मे बिलकुल शरीफ हूँ कुछ नहीं करूंगा...
अंकल : तू ऐसे कैसे उसकी बातों में आ गई...
रश्मि : जानू..... समझा करो... में खुद नहीं आई..,,, वो तो वो लड़का
शिवानी के पीछे भाभी भाभी कहकर पड़ गया... तब. शिवानी
के कहने पर में उसके साथ बैठ गई...
अंकल : उसने कुछ करा तो नहीं....
रश्मि : नहीं,,, वो बिलकुल शरीफ ही है.... हां कभी कभार मेरी तरफ
देख लेता है,,,,
अंकल : उसने तुझसे कोई भी बात नहीं करी अब तक या मुझसे छुपा
रही है.....
रश्मि :: नहीं बस ऐसे ही एक बार पूँछ रहा था की मेरा कोई b.f.है या
नहीं......................
............ क्यों जलन हो रही है जानू को......
अंकल : फिर तूने क्या बोला
रश्मि : मेने बोला मेरा एक हटटा कटठा b.f. है.... और मे उसी के
साथ बहुत ख़ुश हूँ...
अंकल : हँसकर... एक बार उसका भी मनोरंजन करा देती
रश्मि सेक्सी आवाजे मे बोली........... सिर्फ दिखा दूँ उसको या फिर कुछ कर भी लूँ
अंकल बोले एक बार मेरे पास आ जा सब दिखाना भूल जाएगी......
रश्मि : अले ले ले मेला बाबू जल गया...
अंकल : कितनी देर में घर आएगी.....
रश्मि : बस निकल ही रही हूँ.... थोड़ी देर में......
अंकल : उनकी चुदाई तो पूरी देख कर आती....
रश्मि जोर से हँसकर : वो तो 1 ही मिनट में बाहर आ गया था.... मैंने अंदर जाकर शिवानी से पूँछा. क्या क्या हुआ... तो वो बड़े ही गुस्से में थी... अपने b.f.को गाली दे रही थी.... कह रही थी साला हिजड़ा है... डालने से पहले चूत के बाहर ही झड़ गया......
अंकल : रश्मि ,, तो फिर शिवानी को अपने घर पर ले आती.....
रश्मि : क्यों अब क्या उसको पेलने का मन कर रहा है....
अंकल : नहीं मेरा तो सिर्फ तुझे ही चोदने का मन है.... पर मेरा एक दोस्त बहुत प्यासा बैठा है..उसके लिए ही पूँछ रहा था ... क्यों ले आएगी ना उसको.....
रश्मि : देखूँगी........
अंकल : कितनी देर में आ जाएगी...शिवानी को लेकर
रश्मि : थोड़ी देर रुको इन दोनों के जाने के बाद देखती हूँ...
कलवा अंकल से बोला यार मेरी बात तो करवा दे....साली की बातें सुनकर ही लण्ड खड़ा हो गया है....
फिर अंकल बोले रश्मि मेरा एक दोस्त आया है वो तुझसे कुछ देर बात करना चाहता है.... अंकल ने फोन भिखारी को दे दिया.....
कलवा : हलो,,,,,,,...........,,,, हलो भाभी
रश्मि : हलो,,,,,,,, जी कौन...
कलवा : भाभी... मे आपका देवर बोल रहा हूँ....
रश्मि : अच्छा देवर जी............... कैसे हो......
कलवा : हम तो बस बखत काट रहे हैं.......थोड़ी सी. परेशानी में हैं
रश्मि : क्यों... कैसी परेशानी में हो....
कलवा : अब का बताएं तुम्हे भाभी... बस जिंदगी वीरान चल रही है...
रश्मि : कैसी वीरान चल रही है जिंदगी,,,, में नहीं समझी,,,,,
कलवा : अब का बताएं,, तुमको.... बस.अकेला ही बखत काट रहा हूँ...
रश्मि : क्यों आपके बालक बच्चे नहीं हैं क्या....
कलवा : हमारा इस दुनिया में कोई नहीं है भाभी... बिलकुल तन्हा हैं इस
संसार में
रश्मि : बताइये में आपकी कैसे मदद कर सकती हूँ....
कलवा : आप अपनी किसी सहेली से मेरी जुगाड़ लगवा दो
रश्मि : मेरी कोई सहेली ऐसी नहीं है .......
कलवा : कैसी सहेली नहीं है ...???????
रश्मि : मेरा मतलब मेरी कोई भी सहेली. इन प्यार व्यार के चककरमें नहीं पड़ती
चलो कोई बात नहीं..............
....................तो फिर तुम ही मेरी दोस्त बन जाओ..
रश्मि : में.,,,,,,,में ,,, ,,,, में कैसे तुम्हारी दोस्त बन सकती हूँ ....
कलवा : क्यों आप मेरी दोस्त क्यों नहीं बन सकती..... में अभी सिर्फ 30
साल का हूँ,, और अनवर भाई से तो 8,,,,,,, 10 साल छोटा ही हूँ
और में तो सिर्फ दोस्ती के लिए ही तो कह रहा हूँ... आप तो
ऐसे घबरा रहीं हो.. जैसे आपसे कुछ गलत मांग लिया हो
रश्मि : अच्छा,,,, अच्छा,, ठीक है बाबा अगर सिर्फ दोस्ती ही करनी है ..
तो में अपनी सहेली से बात करके देखती हूँ ...
कलवा : आप मुझे अपनी सहेली से बस 1बार मिलवा दो,,, बाकी मुझ पर
छोड़ दो,,,,,,,,,,,,,,,,,,, उसका ऐसा ख्याल रखूँगा.... कि पागल हो
जाएगी मेरे लिए...... आपसे कोई भी शिकायत नहीं करेगी
.... आपके पैर धो धोकर पीयेगी जिंदगी भर
रश्मि : अच्छा अच्छा ठीक है में कोशिश करती हूँ.....