17-12-2019, 11:08 AM
Update 8
और ये सब नजारा बाहर छुपी हुई दो जवान लड़कियां अपना मुंह फाड़े देख रही थी..
श्वेता तो रश्मि के मुम्मे देखकर बुदबुदा उठी : "वाव, क्या ब्रेस्ट है तेरी माँ कि, उम्म्म्म्म्म्म्म ''
उसका मन कर रहा था कि अंदर जाए और उन्हें चूस डाले.
समीर ने एक ही झटके में रश्मि का पेटीकोट भी नीचे गिरा दिया, और फिर नीचे बैठते हुए उसकी पेंटी भी नीचे तक उतार दी..
अब वो रश्मि कि चूत के आगे घुटनो के बल बैठा हुआ था , उसकी चकनी चूत को देखकर उसके मुंह में पानी आ गया और उसने अपना मुंह वहाँ लगा दिया..
रश्मि का पूरा शरीर थरथरा उठा....
उसके पति ने भी आज तक उसकी चूत नहीं चूसी थी, ये पहला मौका था जब उसकी चूत को किसी के होंठों ने छुआ था
उसने अपनी आँखे बंद कर ली और अपना एक पैर उठा कर समीर के कंधे के पीछे कर दिया, और अपनी खुली हुई चूत के अंदर समीर कि जीभ को पूरी तरह से महसूस करने लगी..
काव्या को ऐसा लगने लगा कि उसकी चूत के अंदर चींटियाँ रेंग रही है, उसने हाथ फेरा तो पाया कि वहाँ से कुछ गीला -२ निकल रहा है.
और यही हाल श्वेता का भी था, उसने तो अपने पायजामे के अंदर हाथ डालकर अपनी चूत सहलानी भी शुरू कर दी थी..
रश्मि से अब खड़ा नहीं हुआ जा रहा था , वो पीछे कि तरफ होती गयी और पलंग पर जाकर पीठ के बल लेट गयी, गुलाब कि पंखुड़ियों से सजी उस सेज पर एक तूफ़ान सा आ गया जब समीर ने रश्मि कि दोनों टांगो को फेला कर अपनी जीभ को किसी लंड कि तरह उसकी चूत के अंदर उतार दिया और बुरी तरह से ऊपर नीचे होकर उसे चोदने लगा..
बालकोनी में छुपी हुई श्वेता और काव्या का बुरा हाल था , काव्या तो नीचे बैठी थी, और श्वेता उसकी पीठ के पीछे खड़ी थी, श्वेता ने ना जाने कब अपने पायजामे को नीचे खिसका कर अपनी चूत को नंगा कर लिया था, इस बात का काव्या को भी अंदाजा नहीं था..
अंदर का माहोल और भी गर्म हो गया जब समीर ने उठ कर अपना कोट पेंट उतार फेंका और अपने लंड को निकाल कर रश्मि के सामने लहरा दिया
और उस लंड-भसंद को देखकर रश्मि के साथ -२ काव्या और श्वेता कि आँखे भी फट गयी .
लगभग आठ इंच का लंड था समीर का और तीन इंच मोटा..
रश्मि ने आज तक लंड नहीं चूसा था पर अपनी चूत चुस्वा कर आज उसे इतना मजा आया था कि उसने झट से उसके लंड को पकड़ा और अपने मुंह में लेकर जोरों से चूसने लगी..
समीर के मुंह से एक लम्बी आआअह निकल गयी.
थोड़ी देर तक अपना लंड चुस्वाने के बाद समीर असली काम पर आ गया , उसने अपने बाकी के बचे खुचे कपडे उतार फेंके और रश्मि को भी पूरा नंगा कर दिया..
और एक ही झटके में उसकी चूत के अंदर अपना लंड पेलकर उसे चोदने लगा.. उसके रसीले और थरथराते हुए चूतड़ अपनी जांघ पर महसूस करते हुए समीर कि मस्ती कि कोई सीमा ही नहीं रही
दोनों को नंगा देखकर एक पल के लिए तो काव्या भी शरमा गयी..
अपनी माँ को हालाँकि उसने कई बार नहाते हुए या कपडे बदलते हुए देखा था, पर इस तरह से नहीं, पूरी नंगी होकर वो किस तरह से बिहेव कर रही थी
और ये सब नजारा बाहर छुपी हुई दो जवान लड़कियां अपना मुंह फाड़े देख रही थी..
श्वेता तो रश्मि के मुम्मे देखकर बुदबुदा उठी : "वाव, क्या ब्रेस्ट है तेरी माँ कि, उम्म्म्म्म्म्म्म ''
उसका मन कर रहा था कि अंदर जाए और उन्हें चूस डाले.
समीर ने एक ही झटके में रश्मि का पेटीकोट भी नीचे गिरा दिया, और फिर नीचे बैठते हुए उसकी पेंटी भी नीचे तक उतार दी..
अब वो रश्मि कि चूत के आगे घुटनो के बल बैठा हुआ था , उसकी चकनी चूत को देखकर उसके मुंह में पानी आ गया और उसने अपना मुंह वहाँ लगा दिया..
रश्मि का पूरा शरीर थरथरा उठा....
उसके पति ने भी आज तक उसकी चूत नहीं चूसी थी, ये पहला मौका था जब उसकी चूत को किसी के होंठों ने छुआ था
उसने अपनी आँखे बंद कर ली और अपना एक पैर उठा कर समीर के कंधे के पीछे कर दिया, और अपनी खुली हुई चूत के अंदर समीर कि जीभ को पूरी तरह से महसूस करने लगी..
काव्या को ऐसा लगने लगा कि उसकी चूत के अंदर चींटियाँ रेंग रही है, उसने हाथ फेरा तो पाया कि वहाँ से कुछ गीला -२ निकल रहा है.
और यही हाल श्वेता का भी था, उसने तो अपने पायजामे के अंदर हाथ डालकर अपनी चूत सहलानी भी शुरू कर दी थी..
रश्मि से अब खड़ा नहीं हुआ जा रहा था , वो पीछे कि तरफ होती गयी और पलंग पर जाकर पीठ के बल लेट गयी, गुलाब कि पंखुड़ियों से सजी उस सेज पर एक तूफ़ान सा आ गया जब समीर ने रश्मि कि दोनों टांगो को फेला कर अपनी जीभ को किसी लंड कि तरह उसकी चूत के अंदर उतार दिया और बुरी तरह से ऊपर नीचे होकर उसे चोदने लगा..
बालकोनी में छुपी हुई श्वेता और काव्या का बुरा हाल था , काव्या तो नीचे बैठी थी, और श्वेता उसकी पीठ के पीछे खड़ी थी, श्वेता ने ना जाने कब अपने पायजामे को नीचे खिसका कर अपनी चूत को नंगा कर लिया था, इस बात का काव्या को भी अंदाजा नहीं था..
अंदर का माहोल और भी गर्म हो गया जब समीर ने उठ कर अपना कोट पेंट उतार फेंका और अपने लंड को निकाल कर रश्मि के सामने लहरा दिया
और उस लंड-भसंद को देखकर रश्मि के साथ -२ काव्या और श्वेता कि आँखे भी फट गयी .
लगभग आठ इंच का लंड था समीर का और तीन इंच मोटा..
रश्मि ने आज तक लंड नहीं चूसा था पर अपनी चूत चुस्वा कर आज उसे इतना मजा आया था कि उसने झट से उसके लंड को पकड़ा और अपने मुंह में लेकर जोरों से चूसने लगी..
समीर के मुंह से एक लम्बी आआअह निकल गयी.
थोड़ी देर तक अपना लंड चुस्वाने के बाद समीर असली काम पर आ गया , उसने अपने बाकी के बचे खुचे कपडे उतार फेंके और रश्मि को भी पूरा नंगा कर दिया..
और एक ही झटके में उसकी चूत के अंदर अपना लंड पेलकर उसे चोदने लगा.. उसके रसीले और थरथराते हुए चूतड़ अपनी जांघ पर महसूस करते हुए समीर कि मस्ती कि कोई सीमा ही नहीं रही
दोनों को नंगा देखकर एक पल के लिए तो काव्या भी शरमा गयी..
अपनी माँ को हालाँकि उसने कई बार नहाते हुए या कपडे बदलते हुए देखा था, पर इस तरह से नहीं, पूरी नंगी होकर वो किस तरह से बिहेव कर रही थी