27-01-2019, 02:43 PM
(This post was last modified: 04-12-2023, 02:29 AM by badmaster122. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
सरोज - और चोदीये बाबूजी।। अपनी रंडी बहु को।। मैं आपसे चुदवाने के बाद।। रात को अपने पापा से भी चुदवाऊंगी।
मै - हाँ मेरी रंडी सरोज बहु।। सबसे चुदवा ले।। तुझे सोच कर तो मोहल्ले में हज़ारो लड़के रोज़ना बिस्तर पे अपना मूठ गिराते है। (मैं तेज़ी से बहु को पेलने लगा। )
सरोज - मैं इस मोहल्ले की रंडी भाभी बन जाऊँगी।।। आपके सामने दूसरे लड़कों से चुदवाऊँगी।।
सरोज - बाबूजी।। मैं ये सब आपके मज़े के लिए बोल रही हूँ प्लीज आप सीरियसली मत लीजियेगा।।
मै - (बहु की इस बात पर मैं मन हे मन मुस्कुराया।। ) हाँ बहु ये तो सिर्फ एन्जॉय करने के लिए है इसमे कुछ भी सीरियस नहीं है।।
सरोज - उम्मम्मम्म।।। और चोदीये।। बाबूजी।। मेरा पानी निकलने वाला है।।
मै - हाँ बहु मैं भी और नहीं रुक सकता मेरा भी पानी छुट्ने वाला है।।
सरोज - आह बाबू जी अंदर मत गिराइए नहीं तो मैं प्रेग्नंट हो जाऊँगी।। आज आप अपनी बहु के मुँह को अपने मुठ से भर दिजिये।।
मै- ठीक है बहु।। (बहु के बुर गिली होने से लगतार फच्च-फच्च की आवाज़ हो रही थी।।)
सरोज - चोदीये बाबू जी।। अपनी रंडी बहु को और चोदीये।।।
मै - तेरे पापा हॉल में अकेले बैठे हैं वो भी अपनी रंडी बेटी के बारे में सोच के मुट्ठ मार रहे होगे।।
सरोज - हाँ बाबूजी आप सच कह रहे हैं उनका लंड तो वैसे भी खड़ा था अभी अपने आप को अकेला पा के मुट्ठ मार रहे होंगे।। उनको बोलिये न क्यों अपना मुट्ठ जमीन पे गिरा रहे है इधर कमरे में आकर मेरे मुह पे गिरा दे।
बहु के इस बात को सुनकर मैं अपने आप को रोक नहीं पाया और अपना लंड बहार निकाल कर बहु के मुह के पास ले गया।।बहु अपने हाथ में मेरा लंड पकड़ जोर से मुट्ठ मारने लगी।। और अगले ही पल मेरा सारा मुठ उसके मुह और चेहरे पे निकल गया।। बहु को चोदने के बाद मेरे लंड से इतना मुठ निकला की बहु के चेहरे बूब्स पेट् सब पर गिरा।। और मेरी रंडी बहु मेरे वीर्य से नहा गई।।
मै - हाँ मेरी रंडी सरोज बहु।। सबसे चुदवा ले।। तुझे सोच कर तो मोहल्ले में हज़ारो लड़के रोज़ना बिस्तर पे अपना मूठ गिराते है। (मैं तेज़ी से बहु को पेलने लगा। )
सरोज - मैं इस मोहल्ले की रंडी भाभी बन जाऊँगी।।। आपके सामने दूसरे लड़कों से चुदवाऊँगी।।
सरोज - बाबूजी।। मैं ये सब आपके मज़े के लिए बोल रही हूँ प्लीज आप सीरियसली मत लीजियेगा।।
मै - (बहु की इस बात पर मैं मन हे मन मुस्कुराया।। ) हाँ बहु ये तो सिर्फ एन्जॉय करने के लिए है इसमे कुछ भी सीरियस नहीं है।।
सरोज - उम्मम्मम्म।।। और चोदीये।। बाबूजी।। मेरा पानी निकलने वाला है।।
मै - हाँ बहु मैं भी और नहीं रुक सकता मेरा भी पानी छुट्ने वाला है।।
सरोज - आह बाबू जी अंदर मत गिराइए नहीं तो मैं प्रेग्नंट हो जाऊँगी।। आज आप अपनी बहु के मुँह को अपने मुठ से भर दिजिये।।
मै- ठीक है बहु।। (बहु के बुर गिली होने से लगतार फच्च-फच्च की आवाज़ हो रही थी।।)
सरोज - चोदीये बाबू जी।। अपनी रंडी बहु को और चोदीये।।।
मै - तेरे पापा हॉल में अकेले बैठे हैं वो भी अपनी रंडी बेटी के बारे में सोच के मुट्ठ मार रहे होगे।।
सरोज - हाँ बाबूजी आप सच कह रहे हैं उनका लंड तो वैसे भी खड़ा था अभी अपने आप को अकेला पा के मुट्ठ मार रहे होंगे।। उनको बोलिये न क्यों अपना मुट्ठ जमीन पे गिरा रहे है इधर कमरे में आकर मेरे मुह पे गिरा दे।
बहु के इस बात को सुनकर मैं अपने आप को रोक नहीं पाया और अपना लंड बहार निकाल कर बहु के मुह के पास ले गया।।बहु अपने हाथ में मेरा लंड पकड़ जोर से मुट्ठ मारने लगी।। और अगले ही पल मेरा सारा मुठ उसके मुह और चेहरे पे निकल गया।। बहु को चोदने के बाद मेरे लंड से इतना मुठ निकला की बहु के चेहरे बूब्स पेट् सब पर गिरा।। और मेरी रंडी बहु मेरे वीर्य से नहा गई।।