16-12-2019, 04:58 AM
उफ्फ क्या लिखते हैं जी पढ़ते समय में अपने आप को जमींदार से चुदाई करते हुए महसूस किया करती हूं पता नहीं क्या जादू है आपकी लिखावट में बेकाबू हो जाती हूं लगता है कि ये प्रिया की नही मेरी अंदर की ख्वाहिश है जो सामने आ रही है बस लिखते रहिए जी