26-01-2019, 11:04 PM
पूनम को समझ में नहीं आया की हुआ क्या है जो अभी तक अमित ने उसकी चुत पे धावा नहीं बोला है. वो नीचे देखी तो अमित परेशानी से अपने लुंज पुंज लंड को जगाने की कोशिश कर रहा था. पूनम भी चिड़चिड़ा गयी की ये क्या हो रहा है और वो अपना हाथ बढा कर लंड को हाथ में ले ली. पूनम का हाथ लगते ही लंड में थोड़ी जान तो आई, लेकिन अभी भी वो पूरी तरह खड़ा होने के मूड में नहीं था.
पूनम उठ कर बैठ गयी. वो चुत में लंड लेने के लिए पूरी तरह तैयार थी लेकिन लंड तो जैसे लड़ाई से पीछे भाग रहा था. पूनम लंड को सहलाने लगी और फिर जब लंड थोड़ा टाइट हुआ तो वो लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी. उसे भी समझ में नहीं आ रहा था की अचानक ये क्या हुआ है, उस दिन वो इसी लंड से चुदी थी और इसी लण्ड ने उसकी कुँवारी चुत की सील तोड़कर खून निकाला था और उस दिन रेस्टुरेंट में इसी लंड को चूस कर वो इसका वीर्य पीई थी. अमित सीधा लेट गया था और पूनम उसके लंड पे झुक कर उसे चूस रही थी.
लंड टाइट हो गया था तो पूनम उसके ऊपर आकर बैठने लगी जिससे की लंड उसकी चुत में आ जाये, लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा था. लण्ड टाइट हो गया था तो अमित ने पूनम को सीधा लिटा दिया और चुत पे धक्का लगाने लगा. लेकिन फिर से लंड ढीला हो गया था. पूनम पुरी तरह से गर्म थी तो वो चिड़चिड़ा रही थी। अमित को अपने एक दोस्त की बात याद आ गयी जो वो लोग आपस में अक्सर करते थे की "देख लेना बेटा, कहीं ऐसा न हो की चोदने जाओ तो लंड खड़ा ही न हो.
“चोदन चोदन सब करे चोद सके न कोई,
जब चोदन की बारी आई, लंड खड़ा न होए.”
अभी यही हालत अमित की थी. पूनम को अजीब सी चिड़चिड़ाहट हो रही थी की इतना अच्छा मौका मिला, सोची की रात भर हर तरह से चुदवाऊँगी, तो अब इसका लंड ही किसी काम का नहीं हो रहा है. पूनम फिर से अमित का लंड चूसने लगी तो फिर से अमित का लंड टाइट हो गया लेकिन पूनम के छोड़ते ही वो फिर से ढीला हो गया. अमित बहुत शर्मिंदगी महसूस कर रहा था।
पूनम भी आज चुदवाने के पुरे मूड में थी. इतना अच्छा मौका उसे पता नहीं फिर मिलता की नहीं। वो बेड से उतर कर वेसिलीन ले आई और उसे अपनी चुत पे लगा ली और फिर से अमित को सीधा लिटा कर उसका लंड चूसने लगी. अब जब लंड टाइट हुआ तो वो लंड पे भी वेसलीन लगा दी और फिर लण्ड को हाथ से पकड़ कर उसके ऊपर बैठ गयी और उसे अपनी चुत पे दबाने लगी. उसकी चूत तो ऐसे ही गीली थी, वेसिलीन ने उसे पूरी तरह चिकना कर दिया था. लंड को चूत के छेद पे सटा कर वो रगड़ने लगी और फिर जब रास्ता बन गया तो उसे अन्दर लेने लगी.
उसकी इस हरकत से लंड भी और टाइट हो गया था और लंड उसके हाथ में था तो सुपाड़ा अन्दर आने लगा. सुपाड़ा के अन्दर आते ही वो लंड को हाथ से छोड़ दी और उसे दबाने लगी. लंड टाइट हो गया था तो सरसराता हुआ अन्दर पहुँच गया. पूनम आनंद से लबरेज़ हो गयी। पूनम खुद को एडजस्ट की और लण्ड को पूरी तरह अपनी चुत में समा ली। लंड चूत की दीवारों से रगड़ता हुआ पूरा अंदर पहुँच गया। पूनम अपना हाथ अमित के सीने पे रखी और अपनी कमर को ऊपर उठा कर वापस से नीचे करने लगी। लण्ड अब पूरी तरह से टाइट होकर अन्दर बाहर हो रहा था और पूनम अपने BF से चुद रही थी।
अब अमित जोश में आ गया और वो पूनम की चुच्ची पे हाथ रख कर उसे मसलने लगा। पूनम अमित के ऊपर लेट गयी और उसकी चुच्ची अमित के सीने से दब रही थी। अब अमित पूनम की पीठ और गांड को सहला रहा था और पूनम अपनी कमर को जोर जोर से ऊपर नीचे करती हुई अमित के होठों को पागलों की तरह चूस रही थी। उसे बहुत मज़ा आ रहा था। वो पूरी नंगी होकर पुरे मज़े से चुद रही थी। जोर जोर से धक्के लगाने से लण्ड बाहर निकल गया तो पूनम वापस से उसे चुत में डाल ली। जब दूसरी बार लण्ड चुत से बाहर निकला तो अमित पूनम को नीचे करके खुद उसके ऊपर आ गया और चूत पे फुल स्पीड में धक्के लगाने लगा. पूनम को और मज़ा आने लगा था और तभी अचानक अमित ने लंड बाहर निकल लिया और उसकी चुत के ऊपर पेट पे वीर्य गिराने लगा. पूनम कुछ समझ नहीं पाई.
अमित अपना वीर्य पूनम के जिस्म के ऊपर गिरा कर बगल में निढाल होकर लेट गया और पूनम को अब समझ आया की क्या हुआ है. उसकी चूत की प्यास अभी बुझी नहीं थी, लेकिन अब हो क्या सकता था. उसे बहुत गुस्सा आ रहा था लेकिन वो भला क्या बोलती अमित को. उसकी चूत से काम रस बहकर बाहर आ रहा था और चादर पे गिर रहा था.
पूनम बेड से उठी और एक तोलिया से अपने पेट पे लगे अमित के वीर्य को पोछ ली. वो अमित को देखी तो उसका लंड सिकुड़ कर उसकी जांघों के बीच में पड़ा हुआ था. अमित भी उठा और पूनम से तोलिया लेकर अपने लंड को पोछने लगा. पूनम उसे बस देख रही थी. अमित पूनम को देख कर मुस्कुराता हुआ बोला “एक गिलास पानी पिलाओ न.” पूनम हॉल में आ गयी और पानी का बोतल लेकर अमित को दे दी जिसे अमित एक साँस में पीने लगा.
पूनम भी थोड़ा सा पानी पीने लगी. अमित उसके बगल में ही बैठा था तो उसने पूनम को पकड़ लिया और उसके बदन को सहलाने लगा. पूनम उसे कुछ नहीं बोली. अमित ने उसे अपने गले से लगाया और कहा “I Love You.” इस लाइन को अमित ने इतने रोमांटिक अंदाज़ में कहा था की पूनम अपना गुस्सा भूल गयी और वो भी अमित के बदन से चिपकते हुए बोली “I Love You Too.”
अमित उसे किस करने लगा तो पूनम भी उसका साथ देने लगी. वो तो अभी तक चुत में आग लगाये बैठी थी. पूनम का हाथ अमित के लंड पे चला गया लेकिन अभी उसमे कोई जान नहीं थी. वो उसे जोर से हाथ से खिंची की अमित की चीख निकल गयी. उसने पूनम को छोड़ दिया और दर्द और गुस्से से बोला “उफ़... ये क्या कर रही हो.” पूनम बेड पे लेटती हुई बोली “ये तो मर गया है.”
अमित भी उसके बगल में बदन से चिपक कर लेट गया और बोला “तुम्ही ने तो इसकी जान निकली है.” दोनों एक दुसरे की तरफ मुंह करके करवट लेते हुए थे और एक दुसरे की बाँहों में थे. अमित ने पूनम को अपने बदन से चिपका लिया था और उसके होठो को चुसता हुआ उसकी पीठ और गांड को सहला रहा था. पूनम की चुचियां अमित के सीने से दब रही थी. पूनम पूरी तरह से अमित का साथ दे रही थी.
उसकी चूत की आग और बढ़ गयी थी. अमित का लंड पूनम की चूत के पास ही रगड़ रहा था. वो अपनी जांघों को एडजस्ट करके लंड से बिल्कुल सटा ली और रगड़ने लगी. लंड टाइट होने लगा था. अमित का हाथ पूनम की चुच्ची पे था. पूनम किस से अपने मुंह को अलग की और वासना भरी मादक आवाज़ में धीरे से अमित को बोली “और करो न.”
बगल में नंगी लेटी हुई पूनम के मुँह से ये सुनकर अमित का लंड भी टाइट होने लगा था. वो थोड़ा नीचे हुआ और निप्पल को मुंह में भरकर चूसने लगा और पूनम को सीधा लिटा करके उसके ऊपर आ गया. पूनम आह करती हुई अपने पैरों को पूरा फैला ली ताकि अमित आसानी से अन्दर आ सके. वो अमित के सर को अपनी चूच्ची पे दबा रही थी. वो फिर से अमित को बोली “मसलो ना इसको.” अमित तुरंत अपना हाथ दूसरी चूची पे रखकर जोर से मसलने लगा. वो समझ रहा था की पूनम के अंदर ये आग क्यू है। क्यों की उसकी चुत से अभी तक काम रस नहीं छोड़ा था।
अमित जोर से चुच्ची मसल दिया जिससे पूनम के मुंह से चीख निकल गयी लेकिन ये आनंद की चीख थी. अमित ने अपने लंड को चूत के छेद पे सटाया और अन्दर दबाने लगा. उसके मन ये डर अभी भी था की कहीं उसका लंड फिर से छोटा न हो जाये. लेकिन लंड अभी टाइट था और गीली गरम चूत में सरसराता हुआ उतर गया. पूनम मज़े से आह करती हुई अमित को कस कर पकड़ ली.
अमित भी ठीक से खुद को एडजस्ट किया और लंड को चुत के अन्दर पूरा उतार दिया और फिर धक्के लगाने लगा. पूनम आह्ह ऊह्ह किये जा रही थी. अभी उसे मज़ा आ रहा था. वो अमित से रिक्वेस्ट की कि “मुझे ऊपर आने दो.” अमित लंड को चूत के अन्दर किये हुए ही करवट हो गया और फिर पूनम उसके ऊपर आ गयी.
पूनम हाथ से लंड को पकड़ कर अपनी चुत में कर ली. लंड अन्दर जाते ही पूनम के मुंह से सिसकारी निकलने लगी. वो अपने जिस्म को हिलाने लगी और अमित उसकी चूच्ची पे हाथ रख मसलने लगा. पूनम जोर से झटका मार रही थी और फिर वो अमित के बदन पे लेट गयी. आखिरकार उसकी चुत चरम पर पहुँच ही गयी थी। उसकी सांसे तेज़ थी. उसे बहुत मज़ा आया था. वो अभी बस लेटी हुई थी। शांति से, सुकून से।
अमित पूछा “क्या हुआ?” पूनम पहले तो कुछ नहीं बोली फिर जब अमित ने दुबारा पूछा तो बोली “कुछ नहीं, बस ऐसे ही लेटे रहो.” अमित थोड़ी देर तो इसी तरह लेटा रहा लेकिन फिर पूनम उसे भारी लगने लगी. उसका लंड छोटा हो रहा था. उसने पूनम को नीचे कर दिया और फिर से लंड को चूत में डाल कर धक्के लगाने लगा. पूनम को अभी चुदवाने में कोई मज़ा नहीं आ रहा था. वो एक बार सोंची की आज तो रत भर चुदवाती ही रहूंगी, लेकिन चूत से पानी निकल जाने के बाद अब चुदाई में कोई मज़ा नहीं था.
थोड़ी देर तक तो वो अमित को धक्के लगाने दी की उसके लण्ड से भी वीर्य निकल जाये, लेकिन फिर पूनम बोली “अब कितना करोगे. अब रहने दो.” लेकिन अभी अमित भला कहाँ रुकने वाला था. वो धक्के लगता रहा. पूनम उसे फिर से मना की. अमित को भी अब मज़ा नहीं आ रहा था क्यू की पूनम साथ नहीं दे रही थी. अमित बगल में लेट गया. पूनम उसके तरफ करवट करके लेट गयी और अपने बदन को उससे सटा दी और अमित का लंड हाथ में पकड़ ली. लंड पूरा टाइट था और पूनम के चूत के रस से गीला था.
अमित उठ बैठा. उसके लंड से वीर्य नहीं गिरा था तो अभी उसे शांति कहाँ मिलने वाली थी. वो पूनम क पीछे आ गया और पूनम को उल्टा लिटा कर उसके पैरों के बीच में आने लगा. पूनम को भी याद आया की उसे इस तरह भी तो चुदवाना था. वो तुरंत ही अपनी गांड ऊपर उठाती हुई डौगी स्टाइल में हो गयी. अमित पूनम को इस तरह देखकर और उत्तेजित हो गया और पीछे से चूत में लंड डालने लगा लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा था.
उसने पूनम को ठीक से एडजस्ट किया और लंड को चुत में डालने लगा. लंड थोड़ा सा अन्दर गया ही था की पूनम दर्द से छिटक कर दूर हो गयी. अमित ने फिर से पूनम को पकड़ा और फिर से लंड अन्दर डालने लगा. इस बार पूनम तैयार थी और वो तो दर्द को सहती हुई अपनी जगह पे ही रही, लेकिन लंड पूरा डालने के साथ ही चूत की रगर से लंड पूरा टाइट हो गया और 2 धक्का लगाने के बाद ही लंड वीर्य उगलने लगा. अमित इतना उत्तेजित था की लंड ठीक से बाहर निकाल भी नहीं पाया.
पूनम को फिर कुछ समझ नहीं आया और पीछे मुड़ी तो लंड चूत से बाहर आ गया और पूनम लंड से वीर्य को चादर पे गिरते देखते रही. वो सीधा होकर लंड को झटके मारते और वीर्य टपकाते देखने लगी. वीर्य को चादर पे गिराने के बाद अमित बेड से उतर गया और तोलिये से लंड को पोछने लगा. पूनम तोलिया ले ली और उसी से चादर भी पोंछी और अपनी चूत भी।
दोनों बाथरूम गए और पूनम बेड को ठीक की और फिर दोनों प्रेमी जोड़े एक दुसरे को बाँहों में लेकर एक दुसरे के नंगे बदन से चिपक कर रोमांटिक बातें करते हुए सो गए. 4 बजे पूनम अमित को जगाई और फिर अमित अपने कपडे पहन कर वहां से चल दिया. पूनम गेट बंद की और फिर नंगी हो सो गयी.
पूनम उठ कर बैठ गयी. वो चुत में लंड लेने के लिए पूरी तरह तैयार थी लेकिन लंड तो जैसे लड़ाई से पीछे भाग रहा था. पूनम लंड को सहलाने लगी और फिर जब लंड थोड़ा टाइट हुआ तो वो लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी. उसे भी समझ में नहीं आ रहा था की अचानक ये क्या हुआ है, उस दिन वो इसी लंड से चुदी थी और इसी लण्ड ने उसकी कुँवारी चुत की सील तोड़कर खून निकाला था और उस दिन रेस्टुरेंट में इसी लंड को चूस कर वो इसका वीर्य पीई थी. अमित सीधा लेट गया था और पूनम उसके लंड पे झुक कर उसे चूस रही थी.
लंड टाइट हो गया था तो पूनम उसके ऊपर आकर बैठने लगी जिससे की लंड उसकी चुत में आ जाये, लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा था. लण्ड टाइट हो गया था तो अमित ने पूनम को सीधा लिटा दिया और चुत पे धक्का लगाने लगा. लेकिन फिर से लंड ढीला हो गया था. पूनम पुरी तरह से गर्म थी तो वो चिड़चिड़ा रही थी। अमित को अपने एक दोस्त की बात याद आ गयी जो वो लोग आपस में अक्सर करते थे की "देख लेना बेटा, कहीं ऐसा न हो की चोदने जाओ तो लंड खड़ा ही न हो.
“चोदन चोदन सब करे चोद सके न कोई,
जब चोदन की बारी आई, लंड खड़ा न होए.”
अभी यही हालत अमित की थी. पूनम को अजीब सी चिड़चिड़ाहट हो रही थी की इतना अच्छा मौका मिला, सोची की रात भर हर तरह से चुदवाऊँगी, तो अब इसका लंड ही किसी काम का नहीं हो रहा है. पूनम फिर से अमित का लंड चूसने लगी तो फिर से अमित का लंड टाइट हो गया लेकिन पूनम के छोड़ते ही वो फिर से ढीला हो गया. अमित बहुत शर्मिंदगी महसूस कर रहा था।
पूनम भी आज चुदवाने के पुरे मूड में थी. इतना अच्छा मौका उसे पता नहीं फिर मिलता की नहीं। वो बेड से उतर कर वेसिलीन ले आई और उसे अपनी चुत पे लगा ली और फिर से अमित को सीधा लिटा कर उसका लंड चूसने लगी. अब जब लंड टाइट हुआ तो वो लंड पे भी वेसलीन लगा दी और फिर लण्ड को हाथ से पकड़ कर उसके ऊपर बैठ गयी और उसे अपनी चुत पे दबाने लगी. उसकी चूत तो ऐसे ही गीली थी, वेसिलीन ने उसे पूरी तरह चिकना कर दिया था. लंड को चूत के छेद पे सटा कर वो रगड़ने लगी और फिर जब रास्ता बन गया तो उसे अन्दर लेने लगी.
उसकी इस हरकत से लंड भी और टाइट हो गया था और लंड उसके हाथ में था तो सुपाड़ा अन्दर आने लगा. सुपाड़ा के अन्दर आते ही वो लंड को हाथ से छोड़ दी और उसे दबाने लगी. लंड टाइट हो गया था तो सरसराता हुआ अन्दर पहुँच गया. पूनम आनंद से लबरेज़ हो गयी। पूनम खुद को एडजस्ट की और लण्ड को पूरी तरह अपनी चुत में समा ली। लंड चूत की दीवारों से रगड़ता हुआ पूरा अंदर पहुँच गया। पूनम अपना हाथ अमित के सीने पे रखी और अपनी कमर को ऊपर उठा कर वापस से नीचे करने लगी। लण्ड अब पूरी तरह से टाइट होकर अन्दर बाहर हो रहा था और पूनम अपने BF से चुद रही थी।
अब अमित जोश में आ गया और वो पूनम की चुच्ची पे हाथ रख कर उसे मसलने लगा। पूनम अमित के ऊपर लेट गयी और उसकी चुच्ची अमित के सीने से दब रही थी। अब अमित पूनम की पीठ और गांड को सहला रहा था और पूनम अपनी कमर को जोर जोर से ऊपर नीचे करती हुई अमित के होठों को पागलों की तरह चूस रही थी। उसे बहुत मज़ा आ रहा था। वो पूरी नंगी होकर पुरे मज़े से चुद रही थी। जोर जोर से धक्के लगाने से लण्ड बाहर निकल गया तो पूनम वापस से उसे चुत में डाल ली। जब दूसरी बार लण्ड चुत से बाहर निकला तो अमित पूनम को नीचे करके खुद उसके ऊपर आ गया और चूत पे फुल स्पीड में धक्के लगाने लगा. पूनम को और मज़ा आने लगा था और तभी अचानक अमित ने लंड बाहर निकल लिया और उसकी चुत के ऊपर पेट पे वीर्य गिराने लगा. पूनम कुछ समझ नहीं पाई.
अमित अपना वीर्य पूनम के जिस्म के ऊपर गिरा कर बगल में निढाल होकर लेट गया और पूनम को अब समझ आया की क्या हुआ है. उसकी चूत की प्यास अभी बुझी नहीं थी, लेकिन अब हो क्या सकता था. उसे बहुत गुस्सा आ रहा था लेकिन वो भला क्या बोलती अमित को. उसकी चूत से काम रस बहकर बाहर आ रहा था और चादर पे गिर रहा था.
पूनम बेड से उठी और एक तोलिया से अपने पेट पे लगे अमित के वीर्य को पोछ ली. वो अमित को देखी तो उसका लंड सिकुड़ कर उसकी जांघों के बीच में पड़ा हुआ था. अमित भी उठा और पूनम से तोलिया लेकर अपने लंड को पोछने लगा. पूनम उसे बस देख रही थी. अमित पूनम को देख कर मुस्कुराता हुआ बोला “एक गिलास पानी पिलाओ न.” पूनम हॉल में आ गयी और पानी का बोतल लेकर अमित को दे दी जिसे अमित एक साँस में पीने लगा.
पूनम भी थोड़ा सा पानी पीने लगी. अमित उसके बगल में ही बैठा था तो उसने पूनम को पकड़ लिया और उसके बदन को सहलाने लगा. पूनम उसे कुछ नहीं बोली. अमित ने उसे अपने गले से लगाया और कहा “I Love You.” इस लाइन को अमित ने इतने रोमांटिक अंदाज़ में कहा था की पूनम अपना गुस्सा भूल गयी और वो भी अमित के बदन से चिपकते हुए बोली “I Love You Too.”
अमित उसे किस करने लगा तो पूनम भी उसका साथ देने लगी. वो तो अभी तक चुत में आग लगाये बैठी थी. पूनम का हाथ अमित के लंड पे चला गया लेकिन अभी उसमे कोई जान नहीं थी. वो उसे जोर से हाथ से खिंची की अमित की चीख निकल गयी. उसने पूनम को छोड़ दिया और दर्द और गुस्से से बोला “उफ़... ये क्या कर रही हो.” पूनम बेड पे लेटती हुई बोली “ये तो मर गया है.”
अमित भी उसके बगल में बदन से चिपक कर लेट गया और बोला “तुम्ही ने तो इसकी जान निकली है.” दोनों एक दुसरे की तरफ मुंह करके करवट लेते हुए थे और एक दुसरे की बाँहों में थे. अमित ने पूनम को अपने बदन से चिपका लिया था और उसके होठो को चुसता हुआ उसकी पीठ और गांड को सहला रहा था. पूनम की चुचियां अमित के सीने से दब रही थी. पूनम पूरी तरह से अमित का साथ दे रही थी.
उसकी चूत की आग और बढ़ गयी थी. अमित का लंड पूनम की चूत के पास ही रगड़ रहा था. वो अपनी जांघों को एडजस्ट करके लंड से बिल्कुल सटा ली और रगड़ने लगी. लंड टाइट होने लगा था. अमित का हाथ पूनम की चुच्ची पे था. पूनम किस से अपने मुंह को अलग की और वासना भरी मादक आवाज़ में धीरे से अमित को बोली “और करो न.”
बगल में नंगी लेटी हुई पूनम के मुँह से ये सुनकर अमित का लंड भी टाइट होने लगा था. वो थोड़ा नीचे हुआ और निप्पल को मुंह में भरकर चूसने लगा और पूनम को सीधा लिटा करके उसके ऊपर आ गया. पूनम आह करती हुई अपने पैरों को पूरा फैला ली ताकि अमित आसानी से अन्दर आ सके. वो अमित के सर को अपनी चूच्ची पे दबा रही थी. वो फिर से अमित को बोली “मसलो ना इसको.” अमित तुरंत अपना हाथ दूसरी चूची पे रखकर जोर से मसलने लगा. वो समझ रहा था की पूनम के अंदर ये आग क्यू है। क्यों की उसकी चुत से अभी तक काम रस नहीं छोड़ा था।
अमित जोर से चुच्ची मसल दिया जिससे पूनम के मुंह से चीख निकल गयी लेकिन ये आनंद की चीख थी. अमित ने अपने लंड को चूत के छेद पे सटाया और अन्दर दबाने लगा. उसके मन ये डर अभी भी था की कहीं उसका लंड फिर से छोटा न हो जाये. लेकिन लंड अभी टाइट था और गीली गरम चूत में सरसराता हुआ उतर गया. पूनम मज़े से आह करती हुई अमित को कस कर पकड़ ली.
अमित भी ठीक से खुद को एडजस्ट किया और लंड को चुत के अन्दर पूरा उतार दिया और फिर धक्के लगाने लगा. पूनम आह्ह ऊह्ह किये जा रही थी. अभी उसे मज़ा आ रहा था. वो अमित से रिक्वेस्ट की कि “मुझे ऊपर आने दो.” अमित लंड को चूत के अन्दर किये हुए ही करवट हो गया और फिर पूनम उसके ऊपर आ गयी.
पूनम हाथ से लंड को पकड़ कर अपनी चुत में कर ली. लंड अन्दर जाते ही पूनम के मुंह से सिसकारी निकलने लगी. वो अपने जिस्म को हिलाने लगी और अमित उसकी चूच्ची पे हाथ रख मसलने लगा. पूनम जोर से झटका मार रही थी और फिर वो अमित के बदन पे लेट गयी. आखिरकार उसकी चुत चरम पर पहुँच ही गयी थी। उसकी सांसे तेज़ थी. उसे बहुत मज़ा आया था. वो अभी बस लेटी हुई थी। शांति से, सुकून से।
अमित पूछा “क्या हुआ?” पूनम पहले तो कुछ नहीं बोली फिर जब अमित ने दुबारा पूछा तो बोली “कुछ नहीं, बस ऐसे ही लेटे रहो.” अमित थोड़ी देर तो इसी तरह लेटा रहा लेकिन फिर पूनम उसे भारी लगने लगी. उसका लंड छोटा हो रहा था. उसने पूनम को नीचे कर दिया और फिर से लंड को चूत में डाल कर धक्के लगाने लगा. पूनम को अभी चुदवाने में कोई मज़ा नहीं आ रहा था. वो एक बार सोंची की आज तो रत भर चुदवाती ही रहूंगी, लेकिन चूत से पानी निकल जाने के बाद अब चुदाई में कोई मज़ा नहीं था.
थोड़ी देर तक तो वो अमित को धक्के लगाने दी की उसके लण्ड से भी वीर्य निकल जाये, लेकिन फिर पूनम बोली “अब कितना करोगे. अब रहने दो.” लेकिन अभी अमित भला कहाँ रुकने वाला था. वो धक्के लगता रहा. पूनम उसे फिर से मना की. अमित को भी अब मज़ा नहीं आ रहा था क्यू की पूनम साथ नहीं दे रही थी. अमित बगल में लेट गया. पूनम उसके तरफ करवट करके लेट गयी और अपने बदन को उससे सटा दी और अमित का लंड हाथ में पकड़ ली. लंड पूरा टाइट था और पूनम के चूत के रस से गीला था.
अमित उठ बैठा. उसके लंड से वीर्य नहीं गिरा था तो अभी उसे शांति कहाँ मिलने वाली थी. वो पूनम क पीछे आ गया और पूनम को उल्टा लिटा कर उसके पैरों के बीच में आने लगा. पूनम को भी याद आया की उसे इस तरह भी तो चुदवाना था. वो तुरंत ही अपनी गांड ऊपर उठाती हुई डौगी स्टाइल में हो गयी. अमित पूनम को इस तरह देखकर और उत्तेजित हो गया और पीछे से चूत में लंड डालने लगा लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा था.
उसने पूनम को ठीक से एडजस्ट किया और लंड को चुत में डालने लगा. लंड थोड़ा सा अन्दर गया ही था की पूनम दर्द से छिटक कर दूर हो गयी. अमित ने फिर से पूनम को पकड़ा और फिर से लंड अन्दर डालने लगा. इस बार पूनम तैयार थी और वो तो दर्द को सहती हुई अपनी जगह पे ही रही, लेकिन लंड पूरा डालने के साथ ही चूत की रगर से लंड पूरा टाइट हो गया और 2 धक्का लगाने के बाद ही लंड वीर्य उगलने लगा. अमित इतना उत्तेजित था की लंड ठीक से बाहर निकाल भी नहीं पाया.
पूनम को फिर कुछ समझ नहीं आया और पीछे मुड़ी तो लंड चूत से बाहर आ गया और पूनम लंड से वीर्य को चादर पे गिरते देखते रही. वो सीधा होकर लंड को झटके मारते और वीर्य टपकाते देखने लगी. वीर्य को चादर पे गिराने के बाद अमित बेड से उतर गया और तोलिये से लंड को पोछने लगा. पूनम तोलिया ले ली और उसी से चादर भी पोंछी और अपनी चूत भी।
दोनों बाथरूम गए और पूनम बेड को ठीक की और फिर दोनों प्रेमी जोड़े एक दुसरे को बाँहों में लेकर एक दुसरे के नंगे बदन से चिपक कर रोमांटिक बातें करते हुए सो गए. 4 बजे पूनम अमित को जगाई और फिर अमित अपने कपडे पहन कर वहां से चल दिया. पूनम गेट बंद की और फिर नंगी हो सो गयी.