14-12-2019, 08:25 AM
सेल्फी
फिर अचानक मुझे छोड़ कर वो उठे और बोले , मैं भी न कितना बुद्धू हूँ। और बाथरूम में भागे , जहाँ उनके कपडे मैंने टाँगे थे
लौटे तो उनकी हाथ में एक आई फोन था , लेटेस्ट मॉडल।उईईई ,.... मैं जोर से चीखी , ...
अभी इसी हफ्ते तो ये मॉडल मार्केट में आया था ,
लेटेस्ट कैमरा , बेस्ट सेल्फी और अँधेरे में भी फ़ोटो ,...
वो मुझे देते उससे पहले मैंने उनसे छीन लिया , ...
" कल मैं देना भूल गया , तेरे लिए ,... "
वो झिझकते शर्माते बोले
मैंने चूम कर उनके होंठ बंद करा दिए , , थोड़े देर तक हम दोनों बिस्तर पर गुत्थमगुथा , और एक दूसरे को चूमते चूसते रहे , ...
और जब हम दोनों के होंठ छूटे तो , मैंने उन्हें छेड़ा ,
" देना तो भूल गए थे लेकिन लेना नहीं भूले ,... "
" वो तो मैं कभी नहीं भूल सकता , ... " वो हँसते हुए बोले और एक बार फिर उनके होंठ ,... और कहाँ मेरे किशोर जोबन पर , ... चुसूर चुसूर , ...
मैंने उन्हें धक्का देकर गिरा दिया और अब मैं ऊपर थी , हाँ मेरे निप्स अभी उनके होंठों के बीच ,
" अगर भुलोगे भी न तो मैं याद दिला दूंगी , ... बल्कि पटक के तेरी ले लुंगी ,... "
अब मैं भी थोड़ी थोड़ी बोल्ड हो गयी थी।
फिर मैंने एक बार और छेड़ा उन्हें , और किसका , ..
अपनी ननदिया का नाम ले कर , ...
" और अब तो तुझे अपने बचपन के माल की भी लेनी है , है न , ...
बहुत छनाछनाती रहती है , उसकी याद तो मैं तुझे हरदम दिलाती रहूंगी , ... बलि ये खूंटा पकड़ कर तेरी बहिनिया की बिलिया में , मैं खुद सटाउंगी। "
गुड्डी का नाम लेते ही वो एकदम से शर्मा जाते थे , ... और बात बदलने में तो वो एकदम एक्सपर्ट थे , ... तो उन्होंने बात बदल दी।
आई फोन तो था ही उनके पास बात बदलने के लिए , और मैं भी बेताब थी , समझने के लिए ,
बस एक एक फंक्शन , कम लाइट में कैसे खीचेंगे , व्हाट्सऐप ,...
फिर हम दोनों ने ढेर सारे ऐप डाउनलोड किये , ...
उन्होंने मेरी पिक भी खींची , और सीधे अपने फोन पे ,
बात भले वो कर रहे थे लेकिन एक हाथ उनका मेरे उभार को पकडे हुए था , ...
सोते जागते , उनका एक हाथ एकदम वहीँ रहता , ... और जब बिचारे अपनी माँ बहनों के पास रहते , तो मन मसोस कर , ...
लेकिन तभी भी , चोरी चोरी , चुपके चुपके , ... साडी ब्लाउज के अंदर , ... मेरी चोली छुपे उभारों पर , ...
और मैं भी उन्हें चिढ़ाते छेड़ते , बीच बीच में अपना आँचल ढलका देती ,...
जिस तरह उनका हाथ हरदम मेरे जोबन पर चिपका रहता था , उसी तरह अब मेरी उँगलियाँ भी ,...एकदम बेशरम ,...
सीधे उनके खूंटे पर , ...
और उस समय भी सोते हुए वो प्यारा सा , मेरी मुट्ठी में ,...
अगर वो मेरे जोबन रगड़ते मसलते तो मैं भी उसे मुठियाना शुरू कर देती ,...
आधे घंटे से भी ज्यादा हम दोनों चिपके ,
जैसे बच्चे नए खिलौने को देख कर उससे चिपके रहते हैं हम दोनों भी , ...
एक एक फंक्शन , पहले उन्होंने मेरी पिक फिर मैंने उनकी ,
लेकिन जब सेल्फी की बात आयी , मैंने एकदम मना कर दिया ,
असल में उनकी संगत में मैं भी अब उन्ही के रंग में हो गयी थी , एकदम बेशरम
" तुम बहोत गंदे हो , अभी थोड़ी देर में चले जाओगे , ... मैं तेरे साथ सेल्फी नहीं खिंचाऊंगी , ... कम से कम फर्स्ट सेल्फी ,... "
मैं झटक के उनसे दूर हो गयी।
उनकी कुछ समझ में नहीं आया , ... बोले तो ,...
" इसके साथ खिंचवाऊंगी ,... "
फिर अचानक मुझे छोड़ कर वो उठे और बोले , मैं भी न कितना बुद्धू हूँ। और बाथरूम में भागे , जहाँ उनके कपडे मैंने टाँगे थे
लौटे तो उनकी हाथ में एक आई फोन था , लेटेस्ट मॉडल।उईईई ,.... मैं जोर से चीखी , ...
अभी इसी हफ्ते तो ये मॉडल मार्केट में आया था ,
लेटेस्ट कैमरा , बेस्ट सेल्फी और अँधेरे में भी फ़ोटो ,...
वो मुझे देते उससे पहले मैंने उनसे छीन लिया , ...
" कल मैं देना भूल गया , तेरे लिए ,... "
वो झिझकते शर्माते बोले
मैंने चूम कर उनके होंठ बंद करा दिए , , थोड़े देर तक हम दोनों बिस्तर पर गुत्थमगुथा , और एक दूसरे को चूमते चूसते रहे , ...
और जब हम दोनों के होंठ छूटे तो , मैंने उन्हें छेड़ा ,
" देना तो भूल गए थे लेकिन लेना नहीं भूले ,... "
" वो तो मैं कभी नहीं भूल सकता , ... " वो हँसते हुए बोले और एक बार फिर उनके होंठ ,... और कहाँ मेरे किशोर जोबन पर , ... चुसूर चुसूर , ...
मैंने उन्हें धक्का देकर गिरा दिया और अब मैं ऊपर थी , हाँ मेरे निप्स अभी उनके होंठों के बीच ,
" अगर भुलोगे भी न तो मैं याद दिला दूंगी , ... बल्कि पटक के तेरी ले लुंगी ,... "
अब मैं भी थोड़ी थोड़ी बोल्ड हो गयी थी।
फिर मैंने एक बार और छेड़ा उन्हें , और किसका , ..
अपनी ननदिया का नाम ले कर , ...
" और अब तो तुझे अपने बचपन के माल की भी लेनी है , है न , ...
बहुत छनाछनाती रहती है , उसकी याद तो मैं तुझे हरदम दिलाती रहूंगी , ... बलि ये खूंटा पकड़ कर तेरी बहिनिया की बिलिया में , मैं खुद सटाउंगी। "
गुड्डी का नाम लेते ही वो एकदम से शर्मा जाते थे , ... और बात बदलने में तो वो एकदम एक्सपर्ट थे , ... तो उन्होंने बात बदल दी।
आई फोन तो था ही उनके पास बात बदलने के लिए , और मैं भी बेताब थी , समझने के लिए ,
बस एक एक फंक्शन , कम लाइट में कैसे खीचेंगे , व्हाट्सऐप ,...
फिर हम दोनों ने ढेर सारे ऐप डाउनलोड किये , ...
उन्होंने मेरी पिक भी खींची , और सीधे अपने फोन पे ,
बात भले वो कर रहे थे लेकिन एक हाथ उनका मेरे उभार को पकडे हुए था , ...
सोते जागते , उनका एक हाथ एकदम वहीँ रहता , ... और जब बिचारे अपनी माँ बहनों के पास रहते , तो मन मसोस कर , ...
लेकिन तभी भी , चोरी चोरी , चुपके चुपके , ... साडी ब्लाउज के अंदर , ... मेरी चोली छुपे उभारों पर , ...
और मैं भी उन्हें चिढ़ाते छेड़ते , बीच बीच में अपना आँचल ढलका देती ,...
जिस तरह उनका हाथ हरदम मेरे जोबन पर चिपका रहता था , उसी तरह अब मेरी उँगलियाँ भी ,...एकदम बेशरम ,...
सीधे उनके खूंटे पर , ...
और उस समय भी सोते हुए वो प्यारा सा , मेरी मुट्ठी में ,...
अगर वो मेरे जोबन रगड़ते मसलते तो मैं भी उसे मुठियाना शुरू कर देती ,...
आधे घंटे से भी ज्यादा हम दोनों चिपके ,
जैसे बच्चे नए खिलौने को देख कर उससे चिपके रहते हैं हम दोनों भी , ...
एक एक फंक्शन , पहले उन्होंने मेरी पिक फिर मैंने उनकी ,
लेकिन जब सेल्फी की बात आयी , मैंने एकदम मना कर दिया ,
असल में उनकी संगत में मैं भी अब उन्ही के रंग में हो गयी थी , एकदम बेशरम
" तुम बहोत गंदे हो , अभी थोड़ी देर में चले जाओगे , ... मैं तेरे साथ सेल्फी नहीं खिंचाऊंगी , ... कम से कम फर्स्ट सेल्फी ,... "
मैं झटक के उनसे दूर हो गयी।
उनकी कुछ समझ में नहीं आया , ... बोले तो ,...
" इसके साथ खिंचवाऊंगी ,... "