13-12-2019, 09:02 PM
(This post was last modified: 21-02-2021, 04:53 PM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
मिसेज मोइत्रा की कबूतरियां और जाल
तारीफ़ की नजर से उन्होंने सुजाता की ओर देखा और बोल उठीं ,
" ये मस्त पिक्चर कैसे खींची , "
सुजाता मुस्करा उठी।
" सिम्पल , कॉलेज में सी सी टीवी लगने थे ,वो भी आई पी बेस्ड , और अब मैं इंचार्ज हूँ तो बस मुझे ही फाइनल करना था , सिक्योरटी एजेंसी भी मैंने नयी अप्वाइंट की थी , तो टेनिस कोर्ट के गर्ल्स लाकर रूम में , ...
जहाँ लड़कियां स्पोर्ट्स ड्रेस में चेंज करती है , और इस कैमरे को ज़ूम भी कर सकते हैं , पोजिशन भी चेंज कर सकते हैं , रिमोट कंट्रोल जो मेरे मोबाईल से भी आपरेट हो सकता है। इस कैमरे का कंट्रोल सिर्फ मेरे पास है , बस। "
और कुछ देर में वो सिक्योरिटी वाला हमारे घर में था।
अब मैं समझ गयी क्यों वो आँख मूँद कर के सुजाता की सब बाते मानता था , मुश्किल से २१ -२२ का ,लेकिन हैकिंग से लेकर सरवायलेन्स हर चीज में एक्सपर्ट ,
और सुजाता को देखकर उसके मुंह में ऐसे पानी आ रहा था की बस ,
इस उम्र के लड़कों को पटाना ,अपनी ऊँगली पर नचाना ,सुजाता के बायीं ऊँगली का खेल था।
जो जो बातें मम्मी ने सुजाता को समझाई थीं ,सब सुजाता ने उसे बता दीं।
मिसेज मोइत्रा के पूरे घर में सरवायलेन्स किट , कैमरे , फोन पर टैप और ख़ास तौर पर दोनों कबूतरियों के बेड रूम का एक एक कोना और टॉयलेट , ...
बहाना ये था की उनके घर में वाल्स में इलेक्ट्रिक करेंट लीक होने की शिकायत मिली थी ,इसलिए सभी दीवालें चेक करनी थी।
वो अपने मिशन में गया , और तबतक जो मैंने सिखा पढ़ा के उन्हें आफिस भेजा था ,उसका असर हो गया।
मिसेज मोइत्रा की चमची नंबर तीन का फोन आया ,
बस वो रो नहीं रही थी , क्या क्या माफियां नहीं मांगी उसने।
मिसेज मोइत्रा के खिलाफ पचास बातें , मेरी लिए कुछ भी करने को तैयार , बस बार बार एक बात , मैं उसे माफ़ कर दूं वो कुछ भी करेगी मेरे लिए , दस मिनट तक लगातार,...
मैंने स्पीकर फोन आन कर रखा था, मम्मी और सुजाता ने किसी तरह अपने को खिलखिलाने से रोक रखा था।
मैंने उन्हें ( चमची नंबर तीन को ) समझाया ,बताया , की मिसेज मोइत्रा हमारी सीनियर हैं , और अब मिस्टर मोइत्रा भी नहीं है यहाँ तो हमारी जिम्मेदारी बनती है ,मिसेज मोइत्रा का अच्छी तरह ख्याल रखने की ,उन्हें कंपनी देने की।
हम लोग एकदम भी मिसेज मोइत्रा के खिलाफ नहीं है बल्कि उनकी रिस्पेक्ट करते हैं।
वो थी तो चतुर चालाक ,एकदम लोमड़ी। मेरी बातों का असली मतलब समझ गयी और अपना रोल भी।
एक घंटे के अंदर सुजाता के दीवाने उस सिक्योरिटी वाले ने कन्फर्म कर दिया कैमरे और स्पीकर फोन लग गए।
और उसका सबुत भी मिल गया ,सुजाता के फोन पर वो चमची नम्बर तीन , दिख रही थी ,
कब मिसेज मोइत्रा के घर गयी ,क्या क्या बातें की उन लोगो ने ,
सब की सब जैसा मैने उसे सिखाया था , यहाँ तक की दोनों कबूतरियों के कमरे में भी वो गयी और उन के बाथरूम में भी ,
कैमरे में सब कुछ कैप्चर हो रहा था। इसी के साथ कैमरे ,वायस टेप भी चेक हो गए।हम तीनो ने हाई फाइव किया।
अब कबूतरियों का हर पल हमें पता लग सकता था , और उनकी माँ का भी.
लेकिन सबसे ज्यादा ख़ुशी इस बात की थी की वो चमची नंबर तीन मिसेज मोइत्रा की ख़ास चमची , अब एकदम टर्नराउंड कर गयी थी।
और उससे भी बड़ी बात थी की वो एकदम चतुर चालाक सुजान थी ,
और मिसेज मोइत्रा को भनक भी नहीं लगने वाली थी की कब उनके पैरों के नीचे से जमीन सरक गयी।
यही तो हम सब चाह्ते थे और हमसे बढ़कर मिसेज खन्ना।
मम्मी और सुजाता कुछ गन्दी गन्दी बातें करने लगी लेकिन मेरा दिमाग कहीं और लगा था ,
मैंने उन्हें चमची नंबर १ और दो के हबीज के बारे में मसाला दिया था ,इसके बारे में तो मेरी बॉबी जासूस ने कुछ किया ही नहीं था ,तो ये कैसे मेरी चरणों की दासी पूरी भक्त हो गयी।
और तभी फोन घनघनाया।
उन्ही का था ,आफिस से और सारा मामला शीशे की तरह साफ़ हो गया।
तारीफ़ की नजर से उन्होंने सुजाता की ओर देखा और बोल उठीं ,
" ये मस्त पिक्चर कैसे खींची , "
सुजाता मुस्करा उठी।
" सिम्पल , कॉलेज में सी सी टीवी लगने थे ,वो भी आई पी बेस्ड , और अब मैं इंचार्ज हूँ तो बस मुझे ही फाइनल करना था , सिक्योरटी एजेंसी भी मैंने नयी अप्वाइंट की थी , तो टेनिस कोर्ट के गर्ल्स लाकर रूम में , ...
जहाँ लड़कियां स्पोर्ट्स ड्रेस में चेंज करती है , और इस कैमरे को ज़ूम भी कर सकते हैं , पोजिशन भी चेंज कर सकते हैं , रिमोट कंट्रोल जो मेरे मोबाईल से भी आपरेट हो सकता है। इस कैमरे का कंट्रोल सिर्फ मेरे पास है , बस। "
और कुछ देर में वो सिक्योरिटी वाला हमारे घर में था।
अब मैं समझ गयी क्यों वो आँख मूँद कर के सुजाता की सब बाते मानता था , मुश्किल से २१ -२२ का ,लेकिन हैकिंग से लेकर सरवायलेन्स हर चीज में एक्सपर्ट ,
और सुजाता को देखकर उसके मुंह में ऐसे पानी आ रहा था की बस ,
इस उम्र के लड़कों को पटाना ,अपनी ऊँगली पर नचाना ,सुजाता के बायीं ऊँगली का खेल था।
जो जो बातें मम्मी ने सुजाता को समझाई थीं ,सब सुजाता ने उसे बता दीं।
मिसेज मोइत्रा के पूरे घर में सरवायलेन्स किट , कैमरे , फोन पर टैप और ख़ास तौर पर दोनों कबूतरियों के बेड रूम का एक एक कोना और टॉयलेट , ...
बहाना ये था की उनके घर में वाल्स में इलेक्ट्रिक करेंट लीक होने की शिकायत मिली थी ,इसलिए सभी दीवालें चेक करनी थी।
वो अपने मिशन में गया , और तबतक जो मैंने सिखा पढ़ा के उन्हें आफिस भेजा था ,उसका असर हो गया।
मिसेज मोइत्रा की चमची नंबर तीन का फोन आया ,
बस वो रो नहीं रही थी , क्या क्या माफियां नहीं मांगी उसने।
मिसेज मोइत्रा के खिलाफ पचास बातें , मेरी लिए कुछ भी करने को तैयार , बस बार बार एक बात , मैं उसे माफ़ कर दूं वो कुछ भी करेगी मेरे लिए , दस मिनट तक लगातार,...
मैंने स्पीकर फोन आन कर रखा था, मम्मी और सुजाता ने किसी तरह अपने को खिलखिलाने से रोक रखा था।
मैंने उन्हें ( चमची नंबर तीन को ) समझाया ,बताया , की मिसेज मोइत्रा हमारी सीनियर हैं , और अब मिस्टर मोइत्रा भी नहीं है यहाँ तो हमारी जिम्मेदारी बनती है ,मिसेज मोइत्रा का अच्छी तरह ख्याल रखने की ,उन्हें कंपनी देने की।
हम लोग एकदम भी मिसेज मोइत्रा के खिलाफ नहीं है बल्कि उनकी रिस्पेक्ट करते हैं।
वो थी तो चतुर चालाक ,एकदम लोमड़ी। मेरी बातों का असली मतलब समझ गयी और अपना रोल भी।
एक घंटे के अंदर सुजाता के दीवाने उस सिक्योरिटी वाले ने कन्फर्म कर दिया कैमरे और स्पीकर फोन लग गए।
और उसका सबुत भी मिल गया ,सुजाता के फोन पर वो चमची नम्बर तीन , दिख रही थी ,
कब मिसेज मोइत्रा के घर गयी ,क्या क्या बातें की उन लोगो ने ,
सब की सब जैसा मैने उसे सिखाया था , यहाँ तक की दोनों कबूतरियों के कमरे में भी वो गयी और उन के बाथरूम में भी ,
कैमरे में सब कुछ कैप्चर हो रहा था। इसी के साथ कैमरे ,वायस टेप भी चेक हो गए।हम तीनो ने हाई फाइव किया।
अब कबूतरियों का हर पल हमें पता लग सकता था , और उनकी माँ का भी.
लेकिन सबसे ज्यादा ख़ुशी इस बात की थी की वो चमची नंबर तीन मिसेज मोइत्रा की ख़ास चमची , अब एकदम टर्नराउंड कर गयी थी।
और उससे भी बड़ी बात थी की वो एकदम चतुर चालाक सुजान थी ,
और मिसेज मोइत्रा को भनक भी नहीं लगने वाली थी की कब उनके पैरों के नीचे से जमीन सरक गयी।
यही तो हम सब चाह्ते थे और हमसे बढ़कर मिसेज खन्ना।
मम्मी और सुजाता कुछ गन्दी गन्दी बातें करने लगी लेकिन मेरा दिमाग कहीं और लगा था ,
मैंने उन्हें चमची नंबर १ और दो के हबीज के बारे में मसाला दिया था ,इसके बारे में तो मेरी बॉबी जासूस ने कुछ किया ही नहीं था ,तो ये कैसे मेरी चरणों की दासी पूरी भक्त हो गयी।
और तभी फोन घनघनाया।
उन्ही का था ,आफिस से और सारा मामला शीशे की तरह साफ़ हो गया।