12-12-2019, 10:44 PM
फिर रश्मि अंदर आ गई... अब वो बड़ा चहक रही थी.और गाना गा रही थी.. इससे पहले मैंने उसे गाना गाते हुए नहीं देखा था..... मैंने अपने नोट्स बनाये फिर खेलने चला गया.खेलते खेलते शाम हो गई थी,, सर्दियों के दिन थे अंधेरा जल्दी हो गया था... दुकान बंद थी अंकल कहीं गए हुए थे... अंदर रश्मि खाना बना रही थी...
में बेड पर लेट कर कम्बल ओढ़ कर टीवी देखने लग गया....
थोड़ी देर बाद अंकल आ गए उन्होंने मुझे आवाज लगाई.. में बोला
क्या काम है अंकल उन्होंने कहा बाहर बरामदे में आग जला रहा हूँ
बाहर आ जा साथ बैठ कर हाथ सेकेंगे...
में बोला नहीं अंकल में कंबल में घुस गया हूँ, बाहर मुझे ठंड लगेगी,,
आप ही हाथ सेक लो...
अंकल बोले अकेले मेरा मन नहीं लग रहा.. तू भी आजा...
में बोला रश्मि को बैठा लो.. में नहीं आ रहा...
तभी मेने देखा अंकल किचन की तरफ को गए हैं.. मेने कमरे से बाहर झाँका तो अंकल नहीं दिखाई दिए.. में दबे पाँव किचन के पास गया... अंदर से रश्मि की आवाज आयी छोड़ो ना,,, भाई घर पर ही है...
फिर पूच्च पुच्च की आवाज आई...
फिर रश्मि बोली उई ईई मम्मी इन्हें मत दबाओ... बुरी तरह दर्द कर रहे हैं.
अंकल बोले तेरी चूचियाँ बड़ी मस्त हैं,, इनसे मन ही नहीं भरता...
मन करता है इन्हें मसलता रहूँ.... और इनका दूध पीता रहूँ...
रश्मि ईईई करके बोली छोड़ो इनमें अभी दूध नहीं आता है...
दूध ही पीना है तो आंटी के पास जाओ...
अंकल बोले तू महक को आंटी क्यों कहती है....
अब मेने अंदर झाँका.. तो रश्मि मम्मी की मैक्सी पहन कर कढ़ाई में सब्जी चला रही थी.. और अंकल पीछे से रश्मि के चूचियाँ मसल रहे थे साथ ही साथ उसकी गर्दन पर मुँह लगा कर चूम रहे थे..
रश्मि बोली उन्हें आंटी नहीं बोलूं तो क्या बोलूं..
अंकल बोले तू मेरा लण्ड ले रही है इसलिए अब तू मेरी बीवी है अब से महक को दीदी कहा कर....
रश्मि रोमांटिक आवाज में बोली.. अच्छा मेरे बालम जी अब खाना बनाने दो और बाहर जाकर इंतजार करो..
अंकल बोले बाहर किसका इंतजार करूँ खाने का या.. अपनी बुलबुल का...
फिर रश्मि की आवाज सुनाई दी.. आईईईई काटो मत दोपहर भी गर्दन पर काटा था.. दांतो के निशान पड़ गए हैं.. मम्मी देखेंगी तो उन्हें क्या जवाब दूँगी...
अंकल बोले उन्हें बता देना तुम्हारे दामाद जी ने भरपूर प्यार किया है
ये उसके ही निशान हैं...
फिर रश्मि बोली जानू प्लीज बाहर जाओ रात को मौका देख कर आऊंगी... फिर अंकल ने अपनी जेब से एक पुड़िया निकाल कर रश्मि को दी....
रश्मि बोली ये क्या है...
अंकल बोले ये नशे की दवाई हैं इसे अपने भाई की सब्जी में मिला देना
उसे तेज नींद आ जाएगी... सुबह तक नहीं उठेगा.. और में तुझे पूरी रात पूरे घर में कुतिया बना कर पेलूँगा...
रश्मि बोली अब कुतिया नहीं बनूंगी... सुबह ही मेरी जान निकल गई थी..
तभी रश्मि का फोन बज गया... रश्मि और अंकल आमने सामने हो गए... अब मुझे दोनों की साइड पोज दिखाई दे रही थी
रश्मि ने फोन उठाया और बोली हां मम्मी...
हम ठीक हैं.,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, .. भाई टीवी देख रहा है..,,,,,,,
. में खाना बना रही हूँ..
अंकल काम कर रहे हैं... अब अंकल ने उसकी मैक्सी के ऊपर से ही उसकी चूचियाँ फिर से दबानी शुरू कर दीं
रश्मि अपनी आंखे बड़ी करके अंकल की तरफ देखती है... और उनका हाथ हटाना चाहती है...
फिर बोलती है हां मम्मी अंकल को टाइम से खाना दे दिया था....
....
फिर थोड़ी देर बाद बोली... हां मम्मी ठीक हूँ... कल ही लास्ट पीरियड आया था.आज दोपहर तक पेट मे दर्द था .. अब बिलकुल ठीक हूँ..
फिर अंकल ने उसकी मैक्सी नीचे से ऊपर उठा कर उसकी चूत पर हाथ रख दिया...
रश्मि की सिसकी सी निकल पड़ी थी उसने तुरंत अपने मुँह पर हाथ रख लिया..
फिर बोली ठीक है मम्मी दूध निकल रहा है.. अब कॉल कट करती हूँ...
रश्मि ने फ़ोन काटा फिर उनके होंठो को चूमती हुई बोली जानू थोड़ा सा सब्र कर लो,, भाई को खाना खिला कर उसके सोते ही आ जाऊंगी....
अंकल बोले वो दवाई तो डाल ले इसमें....
रश्मि ने मेरी लिए खाना निकाला और मेरी सब्जी में वो दवा मिला दी... फिर वो दोनों बाहर आने लगे
में तुरंत कमरे में वापस चला गया.... और कंबल ओढ़ कर लेट गया
रश्मि कमरे में खाना लेकर आई और मुझे खाने को बोली...
मैंने कहा.. रश्मि अभी मुझे भूख नहीं है..
खाना यहीं रख दो... थोड़ी देर बाद खा लूँगा... रश्मि बोली मुझे तो बहुत ठंड लग रही है.. में बाहर अंकल के पास हाथ सेकने जा रही हूँ
उसके जाने के बाद मेंने उठकर बाहर झाँक कर देखा
रश्मि अंकल के पास पहुंच गई अंकल कुर्सी पर बैठ कर हाथ सेक रहे थे..
रश्मि को देखते ही अंकल ने रश्मि से अपनी गोद में बैठने को कहा... रश्मि बोली पूरी रात बैठा लेना, पहले भाई को सो तो जाने दो,,,
पर अंकल नहीं माने उन्होंने रश्मि के हाथ को पकड़ कर अपनी तरफ खींचा रश्मि तुरंत उनकी गोद में गिर पड़ी,,
अंकल....
में बेड पर लेट कर कम्बल ओढ़ कर टीवी देखने लग गया....
थोड़ी देर बाद अंकल आ गए उन्होंने मुझे आवाज लगाई.. में बोला
क्या काम है अंकल उन्होंने कहा बाहर बरामदे में आग जला रहा हूँ
बाहर आ जा साथ बैठ कर हाथ सेकेंगे...
में बोला नहीं अंकल में कंबल में घुस गया हूँ, बाहर मुझे ठंड लगेगी,,
आप ही हाथ सेक लो...
अंकल बोले अकेले मेरा मन नहीं लग रहा.. तू भी आजा...
में बोला रश्मि को बैठा लो.. में नहीं आ रहा...
तभी मेने देखा अंकल किचन की तरफ को गए हैं.. मेने कमरे से बाहर झाँका तो अंकल नहीं दिखाई दिए.. में दबे पाँव किचन के पास गया... अंदर से रश्मि की आवाज आयी छोड़ो ना,,, भाई घर पर ही है...
फिर पूच्च पुच्च की आवाज आई...
फिर रश्मि बोली उई ईई मम्मी इन्हें मत दबाओ... बुरी तरह दर्द कर रहे हैं.
अंकल बोले तेरी चूचियाँ बड़ी मस्त हैं,, इनसे मन ही नहीं भरता...
मन करता है इन्हें मसलता रहूँ.... और इनका दूध पीता रहूँ...
रश्मि ईईई करके बोली छोड़ो इनमें अभी दूध नहीं आता है...
दूध ही पीना है तो आंटी के पास जाओ...
अंकल बोले तू महक को आंटी क्यों कहती है....
अब मेने अंदर झाँका.. तो रश्मि मम्मी की मैक्सी पहन कर कढ़ाई में सब्जी चला रही थी.. और अंकल पीछे से रश्मि के चूचियाँ मसल रहे थे साथ ही साथ उसकी गर्दन पर मुँह लगा कर चूम रहे थे..
रश्मि बोली उन्हें आंटी नहीं बोलूं तो क्या बोलूं..
अंकल बोले तू मेरा लण्ड ले रही है इसलिए अब तू मेरी बीवी है अब से महक को दीदी कहा कर....
रश्मि रोमांटिक आवाज में बोली.. अच्छा मेरे बालम जी अब खाना बनाने दो और बाहर जाकर इंतजार करो..
अंकल बोले बाहर किसका इंतजार करूँ खाने का या.. अपनी बुलबुल का...
फिर रश्मि की आवाज सुनाई दी.. आईईईई काटो मत दोपहर भी गर्दन पर काटा था.. दांतो के निशान पड़ गए हैं.. मम्मी देखेंगी तो उन्हें क्या जवाब दूँगी...
अंकल बोले उन्हें बता देना तुम्हारे दामाद जी ने भरपूर प्यार किया है
ये उसके ही निशान हैं...
फिर रश्मि बोली जानू प्लीज बाहर जाओ रात को मौका देख कर आऊंगी... फिर अंकल ने अपनी जेब से एक पुड़िया निकाल कर रश्मि को दी....
रश्मि बोली ये क्या है...
अंकल बोले ये नशे की दवाई हैं इसे अपने भाई की सब्जी में मिला देना
उसे तेज नींद आ जाएगी... सुबह तक नहीं उठेगा.. और में तुझे पूरी रात पूरे घर में कुतिया बना कर पेलूँगा...
रश्मि बोली अब कुतिया नहीं बनूंगी... सुबह ही मेरी जान निकल गई थी..
तभी रश्मि का फोन बज गया... रश्मि और अंकल आमने सामने हो गए... अब मुझे दोनों की साइड पोज दिखाई दे रही थी
रश्मि ने फोन उठाया और बोली हां मम्मी...
हम ठीक हैं.,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, .. भाई टीवी देख रहा है..,,,,,,,
. में खाना बना रही हूँ..
अंकल काम कर रहे हैं... अब अंकल ने उसकी मैक्सी के ऊपर से ही उसकी चूचियाँ फिर से दबानी शुरू कर दीं
रश्मि अपनी आंखे बड़ी करके अंकल की तरफ देखती है... और उनका हाथ हटाना चाहती है...
फिर बोलती है हां मम्मी अंकल को टाइम से खाना दे दिया था....
....
फिर थोड़ी देर बाद बोली... हां मम्मी ठीक हूँ... कल ही लास्ट पीरियड आया था.आज दोपहर तक पेट मे दर्द था .. अब बिलकुल ठीक हूँ..
फिर अंकल ने उसकी मैक्सी नीचे से ऊपर उठा कर उसकी चूत पर हाथ रख दिया...
रश्मि की सिसकी सी निकल पड़ी थी उसने तुरंत अपने मुँह पर हाथ रख लिया..
फिर बोली ठीक है मम्मी दूध निकल रहा है.. अब कॉल कट करती हूँ...
रश्मि ने फ़ोन काटा फिर उनके होंठो को चूमती हुई बोली जानू थोड़ा सा सब्र कर लो,, भाई को खाना खिला कर उसके सोते ही आ जाऊंगी....
अंकल बोले वो दवाई तो डाल ले इसमें....
रश्मि ने मेरी लिए खाना निकाला और मेरी सब्जी में वो दवा मिला दी... फिर वो दोनों बाहर आने लगे
में तुरंत कमरे में वापस चला गया.... और कंबल ओढ़ कर लेट गया
रश्मि कमरे में खाना लेकर आई और मुझे खाने को बोली...
मैंने कहा.. रश्मि अभी मुझे भूख नहीं है..
खाना यहीं रख दो... थोड़ी देर बाद खा लूँगा... रश्मि बोली मुझे तो बहुत ठंड लग रही है.. में बाहर अंकल के पास हाथ सेकने जा रही हूँ
उसके जाने के बाद मेंने उठकर बाहर झाँक कर देखा
रश्मि अंकल के पास पहुंच गई अंकल कुर्सी पर बैठ कर हाथ सेक रहे थे..
रश्मि को देखते ही अंकल ने रश्मि से अपनी गोद में बैठने को कहा... रश्मि बोली पूरी रात बैठा लेना, पहले भाई को सो तो जाने दो,,,
पर अंकल नहीं माने उन्होंने रश्मि के हाथ को पकड़ कर अपनी तरफ खींचा रश्मि तुरंत उनकी गोद में गिर पड़ी,,
अंकल....