12-12-2019, 09:04 PM
बर्तनों की आवाज सुनकर में उठा तब दोपहर के दो बज रहे थे... रश्मि किचन में खाना बना रही थी... में उठकर उसके पास गया और बोला रश्मि खाना तो रखा हुआ है.. फिर क्यों बना रही हो..
रश्मि हल्की सी आवाज में बोली अंकल को ताज़ा खाना पसंद है, उनके लिए ही बना रही हूँ....साथ मे में भी खा लूंगी
मेने बोला मे तो खाना खा चुका हूँ... चलो तुम खा लो.. मुझे कुछ चीजें याद करनी हैं
में अपना बैग खोल कर बैठ गया..
थोड़ी देर मे रश्मि अंकल के लिए खाना लेकर जाने लगी.. वो लंगड़ा कर चल रही थी..
मैंने उससे पूँछा रश्मि क्या हुआ, क्यों लंगड़ा रही हो..
रश्मि थोड़ा सकपका गई फिर आगे को बढ़ती हुई बोली.. कुछ नहीं भाई गिर गई थी थोड़ी चोट लग गई है...
वो मेरी तरफ देखे बिना ही चली गई...
2 मिनट बाद में आहिस्ता से दुकान के बाहर गया, और अंदर झाँक कर देखा..
रश्मि रश्मि अंकल से थोड़ी दूर ख़डी थी अंकल उसे अपने पास बुला रहे थे.
वो रश्मि से साथ में खाना खाने को कह रहे थे... रश्मि खाने को मना कर रही थी.. अंकल उससे 2, 3बार कह चुके... फिर रश्मि बोली मुझे आपसे कोई बात नहीं करनी है...
अंकल उठकर उसके पास गए और पीछे से उसको लिपट कर बोले... अच्छा जी मेरी बुलबुल गुस्सा है... अभी मना लेता हूँ.. ऐसा कहकर उन्होंने रश्मि की गर्दन पर एक चुम्मा लिया.. रश्मि उनके हाथों से छूटने की कोशिश करती है. पर छूट नहीं पाती... अब अंकल ने उसकी चूचियाँ दाब दी रश्मि हल्की सी चिल्लाई ईईई ईईई क्या कर रहे हो.. छोड़ो मुझे...आईईईई मम्मी ईई.. छोड़ो..
कोई देख लेगा...
अंकल बोले तो देख लेने दो.. और उन्होंने रश्मि को अपनी तरफ घुमा कर उसके होठों को अपने होठों से चिपका लिया....
रश्मि उन्हें धक्का देती हुई गुस्से में बोली अभी मन नहीं भरा तुम्हारा ...
अंकल उसकी चूचियों को मसलते हुए बोले गुस्सा क्यों हो रही है मेरी जान..
में तो साथ में खाना खाने के लिये कह रहा हूँ.... अब उन्होंने एक हाथ उसकी सलवार में घुसा दिया और उसकी चूत सहलाने लगे... रश्मि के मुँह से सिसकियाँ निकलने लग गईं...
फिर
रश्मि सिसकते हुए बोली इसी बात का तो डर है.... अभी खाना खिलाओगे फिर कमरे में ले जाओगे....
अंकल बोले अच्छा बाबा कमरे में नहीं ले जाऊंगा..में खुद ही आ जाऊँगा . ठीक है......
अब उन्होंने रश्मि के गालों पर फैली
बालों की लटों को उसके गालों से उठाकर कान के पीछे किया और बोले... में तो सिर्फ तेरे साथ प्यार से खाना खाने की कह रहा था... इससे ज्यादा कुछ नहीं...
फिर रश्मि मुस्कुराकर बोली मेरे साथ खाना रात को खा लेना अभी कोई देख लेगा, ऐसा कहकर रश्मि ने उनके होठों पर एक चुम्मा लिया और
बाहर आने लगी... में भी भागकर पढ़ने बैठ गया...
रश्मि हल्की सी आवाज में बोली अंकल को ताज़ा खाना पसंद है, उनके लिए ही बना रही हूँ....साथ मे में भी खा लूंगी
मेने बोला मे तो खाना खा चुका हूँ... चलो तुम खा लो.. मुझे कुछ चीजें याद करनी हैं
में अपना बैग खोल कर बैठ गया..
थोड़ी देर मे रश्मि अंकल के लिए खाना लेकर जाने लगी.. वो लंगड़ा कर चल रही थी..
मैंने उससे पूँछा रश्मि क्या हुआ, क्यों लंगड़ा रही हो..
रश्मि थोड़ा सकपका गई फिर आगे को बढ़ती हुई बोली.. कुछ नहीं भाई गिर गई थी थोड़ी चोट लग गई है...
वो मेरी तरफ देखे बिना ही चली गई...
2 मिनट बाद में आहिस्ता से दुकान के बाहर गया, और अंदर झाँक कर देखा..
रश्मि रश्मि अंकल से थोड़ी दूर ख़डी थी अंकल उसे अपने पास बुला रहे थे.
वो रश्मि से साथ में खाना खाने को कह रहे थे... रश्मि खाने को मना कर रही थी.. अंकल उससे 2, 3बार कह चुके... फिर रश्मि बोली मुझे आपसे कोई बात नहीं करनी है...
अंकल उठकर उसके पास गए और पीछे से उसको लिपट कर बोले... अच्छा जी मेरी बुलबुल गुस्सा है... अभी मना लेता हूँ.. ऐसा कहकर उन्होंने रश्मि की गर्दन पर एक चुम्मा लिया.. रश्मि उनके हाथों से छूटने की कोशिश करती है. पर छूट नहीं पाती... अब अंकल ने उसकी चूचियाँ दाब दी रश्मि हल्की सी चिल्लाई ईईई ईईई क्या कर रहे हो.. छोड़ो मुझे...आईईईई मम्मी ईई.. छोड़ो..
कोई देख लेगा...
अंकल बोले तो देख लेने दो.. और उन्होंने रश्मि को अपनी तरफ घुमा कर उसके होठों को अपने होठों से चिपका लिया....
रश्मि उन्हें धक्का देती हुई गुस्से में बोली अभी मन नहीं भरा तुम्हारा ...
अंकल उसकी चूचियों को मसलते हुए बोले गुस्सा क्यों हो रही है मेरी जान..
में तो साथ में खाना खाने के लिये कह रहा हूँ.... अब उन्होंने एक हाथ उसकी सलवार में घुसा दिया और उसकी चूत सहलाने लगे... रश्मि के मुँह से सिसकियाँ निकलने लग गईं...
फिर
रश्मि सिसकते हुए बोली इसी बात का तो डर है.... अभी खाना खिलाओगे फिर कमरे में ले जाओगे....
अंकल बोले अच्छा बाबा कमरे में नहीं ले जाऊंगा..में खुद ही आ जाऊँगा . ठीक है......
अब उन्होंने रश्मि के गालों पर फैली
बालों की लटों को उसके गालों से उठाकर कान के पीछे किया और बोले... में तो सिर्फ तेरे साथ प्यार से खाना खाने की कह रहा था... इससे ज्यादा कुछ नहीं...
फिर रश्मि मुस्कुराकर बोली मेरे साथ खाना रात को खा लेना अभी कोई देख लेगा, ऐसा कहकर रश्मि ने उनके होठों पर एक चुम्मा लिया और
बाहर आने लगी... में भी भागकर पढ़ने बैठ गया...