09-12-2019, 03:50 PM
आज हम आपको जो पढ़ा रहे हैं वास्तव में वो सआदत हसन मंटो द्वारा लिखा हुआ संस्मरण है.जो इस्मत चुगताई के कहानी संग्रह ‘चिड़ी की दुक्की’ की भूमिका के रूप में प्रकाशित हुआ था. वाणी प्रकाशन के सौजन्य से हम आप तक ये पहुंचा पाए हैं.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.