25-01-2019, 11:02 AM
वो लड़का हम दोनों को नमस्ते बोला। करुणा और मैंने उस लड़के को हँसकर नमस्ते का जवाब दिया। कुछ देर तक हम ऐसे ही बातें करते रहे। कुछ देर बाद टी.टी. आ गया और हमारी टिकेटें चेक करने के बाद वहाँ से चला गया। उसके जाते ही मोहित ने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया और सोने के लिए बिस्तर लगाने लगा। मोहित ने नीचे की दोनों बर्थों पर अपना और करुणा का बिस्तर लगाया और बची हुई ऊपर वाली बर्थ पर मेरा बिस्तर लगा दिया।
वो कपल भी सोने की तैयारी करने लगा और अपना बिस्तर एक ही बर्थ पर लगा दिया। वो लड़का बहुत चालाक था, उसने एक बहुत बड़ा कपड़ा अपने बैग से निकालते हुए बीच में पर्दा लगा दिया, जिसकी वजह से उसके और हमारे बर्थ में से कोई एक दूसरे को नहीं देख सकता था। मैं ऊपर की बर्थ पर होने के कारण उन्हें देख सकती थी, मगर उन्हें यह पता नहीं था क्योंकी वो मुझे नहीं देख पा रहे थे।
पर्दा लगाने के बाद उस लड़के ने अपनी शर्ट और पैंट उतार दी और उस लड़की के ऊपर चढ़ते हुए उसके होंठों को चूमने लगा। प्रवीण ने कुछ देर तक उसके होंठों को चूमने के बाद उठकर उसकी साड़ी को उसके जिम से अलग कर दिया। वो लड़की अब सिर्फ ब्रा और एक कच्छी में थी।
वो लड़की गोरी नहीं थी मगर उसका नंगा जिश्म देखकर मैं हैरान रह गई। साली की क्या चूचियां थीं और उसके नितंब तो बिल्कुल मोटे भरे हुए थे की कोई भी लड़का पहली नजर में उसकी गाण्ड का दीवाना हो सकता था। प्रवीण ने राधा की कच्छी को उसके जिम से अलग करते हुए अपने अंडरवेर को उतारने लगा। उस लड़की की काली चूत पे घने बाल थे।‘
प्रवीण का अंडरवेर उतरते ही मेरी साँसें बहुत जोर से चलने लगी। प्रवीण का अंडरवेर उतरते ही उसका गोरा बहुत लंबा और मोटा लण्ड स्प्रिंग की तरह हवा में झूलने लगा। मैं यह देखकर हैरान रह गई, क्योंकी प्रवीण ने ना तो उस लड़की की चूत को चाटा, ना ही अपने लण्ड को उसके मुँह में डाला, बस सीधे उसकी टाँगों को उठाया और अपने लण्ड को दो-तीन धक्कों में उस लड़की की चूत में डाल दिया।
उस लड़की की चूत में लण्ड घुसते ही उसके मुँह से ‘आअहह..' की हल्की चीख निकल गई। प्रवीण दस मिनट तक उसकी चूत में जोर के धक्के लगाता रहा और अपना वीर्य उसकी चूत में गिराता हुआ झड़ने लगा। मैं उनकी चुदाई देखकर समझ गई की वो बिल्कुल अनाड़ी हैं। प्रवीण झड़ने के बाद बाथरूम में जाने लगा। बाथरूम हमारी साइड में था।
मैंने उस लड़के को उठता हुआ देखकर दूसरी तरफ मुँह कर लिया। उस लड़के के बाथरूम में जाते ही मैंने मोहित को ऊपर अपने बर्थ पर बुला लिया। करुणा तो कब की नींद के आगोश में चली गई थी।
वो लड़की प्रवीण के जाते ही एक कपड़ा उठाकर अपनी चूत को साफ करने लगी। वो अपनी चूत को साफ करते हुए उस कपड़े को बहुत जोर से अपनी चूत पर रगड़ने लगी। कपड़े को रगड़ते हुए उसके मुँह से बहुत जोर की सिसकियां निकल रही थी और मजे से उसकी आँखें बंद हो गई थी।
मोहित उस लड़की को इस पोज में देखकर पागल हो गया और उस लड़की की तरफ देखते हुए मुसे कहा- “यार यह लड़की मिल जाए तो मजा आ जाएगा...”
मैंने मोहित से कहा- “तुम्हें इस लड़की को चोदना है?”
मोहित- “हाँ... मगर कैसे?” मोहित ने जल्दी से पूछा।
मैं कुछ करती हूँ..” कहते हुए मैं बर्थ से नीचे उतरने लगी और मोहित को सोने की आक्टिंग करने को कहा।
मोहित ने मुझे नीचे उतरते हुए पूछा- “क्या करोगी?”
मैंने मोहित से कहा- “तुम चुप करके सोने का नाटक करो, अगर प्रवीण को मैंने अपने जाल में काबू कर लिया तो तुम उसकी पत्नी से खूब एंजाय कर सकते हो...”’
वो कपल भी सोने की तैयारी करने लगा और अपना बिस्तर एक ही बर्थ पर लगा दिया। वो लड़का बहुत चालाक था, उसने एक बहुत बड़ा कपड़ा अपने बैग से निकालते हुए बीच में पर्दा लगा दिया, जिसकी वजह से उसके और हमारे बर्थ में से कोई एक दूसरे को नहीं देख सकता था। मैं ऊपर की बर्थ पर होने के कारण उन्हें देख सकती थी, मगर उन्हें यह पता नहीं था क्योंकी वो मुझे नहीं देख पा रहे थे।
पर्दा लगाने के बाद उस लड़के ने अपनी शर्ट और पैंट उतार दी और उस लड़की के ऊपर चढ़ते हुए उसके होंठों को चूमने लगा। प्रवीण ने कुछ देर तक उसके होंठों को चूमने के बाद उठकर उसकी साड़ी को उसके जिम से अलग कर दिया। वो लड़की अब सिर्फ ब्रा और एक कच्छी में थी।
वो लड़की गोरी नहीं थी मगर उसका नंगा जिश्म देखकर मैं हैरान रह गई। साली की क्या चूचियां थीं और उसके नितंब तो बिल्कुल मोटे भरे हुए थे की कोई भी लड़का पहली नजर में उसकी गाण्ड का दीवाना हो सकता था। प्रवीण ने राधा की कच्छी को उसके जिम से अलग करते हुए अपने अंडरवेर को उतारने लगा। उस लड़की की काली चूत पे घने बाल थे।‘
प्रवीण का अंडरवेर उतरते ही मेरी साँसें बहुत जोर से चलने लगी। प्रवीण का अंडरवेर उतरते ही उसका गोरा बहुत लंबा और मोटा लण्ड स्प्रिंग की तरह हवा में झूलने लगा। मैं यह देखकर हैरान रह गई, क्योंकी प्रवीण ने ना तो उस लड़की की चूत को चाटा, ना ही अपने लण्ड को उसके मुँह में डाला, बस सीधे उसकी टाँगों को उठाया और अपने लण्ड को दो-तीन धक्कों में उस लड़की की चूत में डाल दिया।
उस लड़की की चूत में लण्ड घुसते ही उसके मुँह से ‘आअहह..' की हल्की चीख निकल गई। प्रवीण दस मिनट तक उसकी चूत में जोर के धक्के लगाता रहा और अपना वीर्य उसकी चूत में गिराता हुआ झड़ने लगा। मैं उनकी चुदाई देखकर समझ गई की वो बिल्कुल अनाड़ी हैं। प्रवीण झड़ने के बाद बाथरूम में जाने लगा। बाथरूम हमारी साइड में था।
मैंने उस लड़के को उठता हुआ देखकर दूसरी तरफ मुँह कर लिया। उस लड़के के बाथरूम में जाते ही मैंने मोहित को ऊपर अपने बर्थ पर बुला लिया। करुणा तो कब की नींद के आगोश में चली गई थी।
वो लड़की प्रवीण के जाते ही एक कपड़ा उठाकर अपनी चूत को साफ करने लगी। वो अपनी चूत को साफ करते हुए उस कपड़े को बहुत जोर से अपनी चूत पर रगड़ने लगी। कपड़े को रगड़ते हुए उसके मुँह से बहुत जोर की सिसकियां निकल रही थी और मजे से उसकी आँखें बंद हो गई थी।
मोहित उस लड़की को इस पोज में देखकर पागल हो गया और उस लड़की की तरफ देखते हुए मुसे कहा- “यार यह लड़की मिल जाए तो मजा आ जाएगा...”
मैंने मोहित से कहा- “तुम्हें इस लड़की को चोदना है?”
मोहित- “हाँ... मगर कैसे?” मोहित ने जल्दी से पूछा।
मैं कुछ करती हूँ..” कहते हुए मैं बर्थ से नीचे उतरने लगी और मोहित को सोने की आक्टिंग करने को कहा।
मोहित ने मुझे नीचे उतरते हुए पूछा- “क्या करोगी?”
मैंने मोहित से कहा- “तुम चुप करके सोने का नाटक करो, अगर प्रवीण को मैंने अपने जाल में काबू कर लिया तो तुम उसकी पत्नी से खूब एंजाय कर सकते हो...”’