25-01-2019, 11:01 AM
मोहित ने कुछ देर तक उसे अपने ऊपर ही आराम करने दिया और फिर उसको अपने ऊपर से उठाते हुए घोड़ी की तरह उल्टा होकर लेटा दिया। मोहित ने करुणा के पीछे आते हुए उसे अपनी चूत को पीछे की तरफ करने को कहा। करुणा ने मोहित की बात मानते हुए अपने चूतड़ पीछे की तरफ कर दिये। मोहित करुणा की छोटी सी भूरी गाण्ड को देखकर पागल हो गया और अपनी जीभ निकालकर उसकी चूत से ले जाते हुए करुणा की भूरी गाण्ड के छोटे से छेद पर रख दी।
करुणा मोहित की जीभ को अपनी गाण्ड पर महसूस करते ही पूरी उछल पड़ी और उसके मुँह से मस्ती में “आह्ह्ह... इस्स्स्स ...” की सिसकियां निकालने लगी। करुणा को अपने पूरे शरीर में अजीब किस्म की गुदगुदी और मजे का अहसास हो रहा था।
मोहित ने अपनी जीभ से करुणा की गाण्ड को पूरी तरह चाटने के बाद अपना मुँह वहाँ से हटाते हुए अपने लण्ड को पकड़कर करुणा की चूत में पीछे से उसके छेद में पर रख दिया और उसके चूतड़ों को पकड़ते हुए बहुत जोर का धक्का मार दिया। मोहित का लण्ड करुणा की चूत में जगह बनाता हुआ आधा घुस गया। मोहित करुणा के चूतड़ों में हाथ डालकर उसकी चूत में बहुत जोर के धक्के लगाते हुए अपना लण्ड जड़ तक घुसा दिया।
मोहित का लण्ड जड़ तक घुसते ही करुणा के मुँह से हल्की चीख निकल गई- “ऊह्ह...” मोहित अपने लण्ड को तेजी के साथ अंदर-बाहर करते हुए अपने हाथों से करुणा की गाण्ड को मसलने लगा।
करुणा- “आअहहह... इस्स्स्स ... मोहित बहुत मजा आ रहा है...” करुणा के मुँह से अब कामुक सिसकारियां निकल रही थी और वो अपने चूतड़ बहुत जोर से मोहित के लण्ड पर पीछे धकेल रही थी। मोहित ने अपने हाथों से करुणा की गाण्ड को मसलते हुए अपनी एक उंगली से करुणा की गाण्ड का छेद कुरेदने लगा।
करुणा- “ओईई... क्या कर रहे हो मोहित, दर्द हो रहा है...” मोहित की उंगली अपनी गाण्ड के छेद पर महसूस करते ही करुणा उछल पड़ी।
मोहित करुणा की बात को अनसुना करते हुए उंगली को अपने मुँह में डालते हुए गीला कर दिया और फिर से करुणा की गाण्ड के भूरे छेद पर रखते हुए अपनी पूरी उंगली अंदर डाल दी।
करुणा- “ऊईई... माँ मर गई... उंगली मेरी गाण्ड में क्यों डाली? बहुत दर्द हो रहा है...”
मोहित करुणा की गाण्ड में उंगली डाले-डाले ही उसकी चूत में अपना लण्ड तेजी के साथ अंदर-बाहर करने लगा। कुछ ही देर में करुणा अपनी गाण्ड का दर्द भूलकर अपनी चूत में मोहित के लण्ड की रगड़ का मजा लेने लगी। मोहित करुणा की गाण्ड में अपनी उंगली को अंदर-बाहर करते हुए उसकी चूत को चोदने लगा।
करुणा को अपनी गाण्ड में मोहित की उंगली के साथ अपनी चूत में उसके लण्ड की रगड़ पागल कर रही थी। उसके मुँह से बहुत ज्यादा सिसकियां निकल रही थी और उसका पूरा शरीर मजे में कांप रहा था। करुणा का शरीर अचानक अकड़ने लगा और वो मोहित के लण्ड पर अपने चूतड़ बहुत जोर से उछालने लगी। उसका पूरा शरीर काँपने लगा और उसकी चूत झटके खाते हुए मोहित के लण्ड पर झड़ने लगी। करुणा की चूत ने झड़ते वक़्त मोहित के लण्ड को अपने होंठों से दबोच लिया।
मोहित के लण्ड ने भी ठुमका लगाकर करुणा की चूत का जवाब दिया। मोहित ने करुणा के झड़ने का पूरा फायदा उठाते हुए अपनी एक उंगली उसकी गाण्ड से निकालकर अपने मुँह में डाली और उसे गीला करते हुए अपनी दो उंगलियां उसकी गाण्ड में डाल दी।
करुणा- “आअह्ह्ह...” करते हुए अपने झड़ने का मजा लेती हुए, अचानक मोहित की दो उंगलियों को अपनी चूत में महसूस करके- “ऊईई... माँ ऊहह... मर गई...” कहते हुए चिल्लाने लगी।
करुणा मोहित की जीभ को अपनी गाण्ड पर महसूस करते ही पूरी उछल पड़ी और उसके मुँह से मस्ती में “आह्ह्ह... इस्स्स्स ...” की सिसकियां निकालने लगी। करुणा को अपने पूरे शरीर में अजीब किस्म की गुदगुदी और मजे का अहसास हो रहा था।
मोहित ने अपनी जीभ से करुणा की गाण्ड को पूरी तरह चाटने के बाद अपना मुँह वहाँ से हटाते हुए अपने लण्ड को पकड़कर करुणा की चूत में पीछे से उसके छेद में पर रख दिया और उसके चूतड़ों को पकड़ते हुए बहुत जोर का धक्का मार दिया। मोहित का लण्ड करुणा की चूत में जगह बनाता हुआ आधा घुस गया। मोहित करुणा के चूतड़ों में हाथ डालकर उसकी चूत में बहुत जोर के धक्के लगाते हुए अपना लण्ड जड़ तक घुसा दिया।
मोहित का लण्ड जड़ तक घुसते ही करुणा के मुँह से हल्की चीख निकल गई- “ऊह्ह...” मोहित अपने लण्ड को तेजी के साथ अंदर-बाहर करते हुए अपने हाथों से करुणा की गाण्ड को मसलने लगा।
करुणा- “आअहहह... इस्स्स्स ... मोहित बहुत मजा आ रहा है...” करुणा के मुँह से अब कामुक सिसकारियां निकल रही थी और वो अपने चूतड़ बहुत जोर से मोहित के लण्ड पर पीछे धकेल रही थी। मोहित ने अपने हाथों से करुणा की गाण्ड को मसलते हुए अपनी एक उंगली से करुणा की गाण्ड का छेद कुरेदने लगा।
करुणा- “ओईई... क्या कर रहे हो मोहित, दर्द हो रहा है...” मोहित की उंगली अपनी गाण्ड के छेद पर महसूस करते ही करुणा उछल पड़ी।
मोहित करुणा की बात को अनसुना करते हुए उंगली को अपने मुँह में डालते हुए गीला कर दिया और फिर से करुणा की गाण्ड के भूरे छेद पर रखते हुए अपनी पूरी उंगली अंदर डाल दी।
करुणा- “ऊईई... माँ मर गई... उंगली मेरी गाण्ड में क्यों डाली? बहुत दर्द हो रहा है...”
मोहित करुणा की गाण्ड में उंगली डाले-डाले ही उसकी चूत में अपना लण्ड तेजी के साथ अंदर-बाहर करने लगा। कुछ ही देर में करुणा अपनी गाण्ड का दर्द भूलकर अपनी चूत में मोहित के लण्ड की रगड़ का मजा लेने लगी। मोहित करुणा की गाण्ड में अपनी उंगली को अंदर-बाहर करते हुए उसकी चूत को चोदने लगा।
करुणा को अपनी गाण्ड में मोहित की उंगली के साथ अपनी चूत में उसके लण्ड की रगड़ पागल कर रही थी। उसके मुँह से बहुत ज्यादा सिसकियां निकल रही थी और उसका पूरा शरीर मजे में कांप रहा था। करुणा का शरीर अचानक अकड़ने लगा और वो मोहित के लण्ड पर अपने चूतड़ बहुत जोर से उछालने लगी। उसका पूरा शरीर काँपने लगा और उसकी चूत झटके खाते हुए मोहित के लण्ड पर झड़ने लगी। करुणा की चूत ने झड़ते वक़्त मोहित के लण्ड को अपने होंठों से दबोच लिया।
मोहित के लण्ड ने भी ठुमका लगाकर करुणा की चूत का जवाब दिया। मोहित ने करुणा के झड़ने का पूरा फायदा उठाते हुए अपनी एक उंगली उसकी गाण्ड से निकालकर अपने मुँह में डाली और उसे गीला करते हुए अपनी दो उंगलियां उसकी गाण्ड में डाल दी।
करुणा- “आअह्ह्ह...” करते हुए अपने झड़ने का मजा लेती हुए, अचानक मोहित की दो उंगलियों को अपनी चूत में महसूस करके- “ऊईई... माँ ऊहह... मर गई...” कहते हुए चिल्लाने लगी।