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Adultery धन्नो द हाट गर्ल
सरदार ने बिंदिया को धमकी देते हुए कहा- “सुन लौंडिया जैसा मैं करता हूँ मुझे करने दो, वरना उस लौंडे को मारकर किसी नदी में फेंक देंगे और तुम भी हमसे बच नहीं पाओगी...”

बिंदिया सरदार की धमकी सुनकर काँप गई और सुबकते हुए सरदार के पैरों में गिरकर उससे रहम की भीख माँगने लगी। सरदार ने बिंदिया को बालों से पकड़ते हुए ऊपर उठा लिया और उसकी कमीज को अपने हाथों से उतारने लगा। बिंदिया ने इस बार सरदार को रोकने की कोई कोशिश नहीं की।

बिंदिया की कमीज उतरते ही उसकी भारी, गोरी चूचियां उसकी ब्रा में आधी ढकी हुई सरदार की आँखों के सामने उछलने लगीं। सरदार ने बिंदिया की कमीज उतारने के बाद उसको फिर से नाचने के लिए कहा। बिंदिया सरदार की बात सुनकर फिर से नाचने लगी। सरदार बिंदिया के गोरे जिश्म और उसके साथ हिलती हुई आधी नंगी चूचियों को देखकर मजे से सीटियां बजाने लगा।

बिंदिया शर्म के मारे पानी-पानी हो रही थी और नाचते हुए उसकी आँखों से आँसू बह रहे थे। बिंदिया के नाचते हुए उसकी चूचियां उसकी ब्रा से बाहर तक झलक रही थीं, जिसे देखकर सरदार ने लार टपकाते हुए अपनी सलवार को भी उतार दिया। सरदार ने आज तक ऐसी गोरी और चिकनी लड़की को नंगा नहीं देखा था। सरदार की सलवार उतरते ही वो एक बड़े कच्छे में रह गया और उसके कच्छे का उभार बता रहा था की सरदार का लण्ड कितना बेचैन है।

अब सरदार ने आगे बढ़कर बिंदिया की सलवार का नाड़ा खोल दिया और सलवार का नाड़ा खुलते ही बिंदिया की सलवार उसके पैरों में जा गिरी, और बिंदिया गिरते-गिरते बची। वो अपनी सलवार को उठाने के लिए नीचे झुकी, मगर सरदार ने उसे ऐसा नहीं करने दिया, और बिंदिया की सलवार भी उसके पैरों से अलग कर दी। सरदार बिंदिया के गोरे-गोरे मांसल चूतड़ देखकर अपनी जीभ को अपने होंठों पर फिराने लगा और अपना हाथ आगे बढ़ाकर बिंदिया के चूतड़ों पर रख दिया।

बिंदिया सरदार का हाथ अपने चूतड़ों पर महसूस करते ही सिहर उठी और सरदार से दूर जाकर खड़ी हो गई। बिंदिया के पीछे हटते ही सरदार ने आगे बढ़कर उसे अपनी गोद में उठा लिया और उसे लेजाकर बेड पर पटक दिया। बिंदिया बेड पर सुबकते हुए सरदार से कहने लगी- “प्लीज मुझे छोड़ दो, मेरी जिंदगी को तबाह मत करो तुम्हें भगवान का वास्ता...'

सरदार पर तो जैसे जुनून सवार था उसने टेप को बंद करते हुए अपने साथियों को बाहर जाने का बोलकर बिंदिया से कहा- “भगवान के लिए मैं ऐसी चिकनी लौंडि को नहीं छोड़ सकता, मैं तुम्हें भगवान का वास्ता देता हूँ की एक बार अपनी जवानी का रस पिला दे, मैं तुम्हें छोड़ दूंगा...”


सरदार ने ऐसा कहते हुए अपनी बंदूक को नीचे रखते हुए बेड पर चढ़कर बिंदिया के ऊपर चढ़ गया और उसके सिर को अपने हाथों से पकड़ते हुए अपना मुँह नीचे ले जाने लगा।

रोहन्नं...” बिंदिया के मुँह से एक जोर की आखिरी चीख निकल गई।
 horseride  Cheeta    
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RE: धन्नो द हाट गर्ल - by sarit11 - 25-01-2019, 10:43 AM



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